बीजिंग. चीन के वुहान में कोरोनावायरस संक्रमण से निपटने के लिए प्रशासन ने आक्रामक रवैया अपना लिया है। पुलिस अब लोगों के घर में घुसकर लोगों की जांच कर रही है, ताकि कोरोनावायरस संक्रमितों की पहचान की जा सके। सरकार की ओर से पुलिस को आदेश हैकि वह कोरोनावायरस संक्रमितों को इकट्ठा कर बाकी लोगों से अलग-थलग (क्वारैंटाइन जोन) रखें। हालांकि, इसके बावजूद हर चार दिन में संक्रमितों की संख्या दोगुनी होती जा रही है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार की ऐसी कार्रवाई संक्रमण फैलने से नहीं रोक पा रही है।
हालांकि, इससे उनकी परेशानियों में इजाफा जरूर हुआ है।शुक्रवार तक कोरोनावायरस पीड़ितों की संख्या 31 हजार पार कर गई।
मरीजों को फिलहाल अस्थायी हॉस्पिटल में भर्ती किया जा रहा
अफसर फिलहाल अस्पतालों में कम बेडों की संख्या की वजह से मरीजों को अस्थायीहॉस्पिटल में भर्ती कर रहे हैं। वुहान में स्पोर्ट्स स्टेडियम, एग्जीबिशन सेंटर और बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स में पीड़ित मरीज एक साथ रखे जा रहे हैं। होंगाशान स्टेडियम में जांच के लिए मशीनेंलगाई गईं।सुन के मुताबिक, अगर किसी को इलाज की जरूरत पड़ रही है, तो उन्हें सबसे अलग रखा जा रहा है। हाल ही में स्टेडियम की कुछ फोटो सामने आई हैं, इनमें मरीजों के बेड के बीच सिर्फ एक मेज और कुर्सी देखी जा सकती है। सोशल मीडिया पर यूजर्स का कहना है कि सरकार अब तक उन्हें आधारभूत चिकित्सीय सुविधा दिलाने में भी नाकाम रही है।
बड़ी कंपनियों को नियंत्रित कर रही सरकार
यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्गकॉन्ग के साथ काम कर रही स्वतंत्र संस्था ‘द चाइना मीडिया प्रोजेक्ट’ के मुताबिक, चीनी प्रशासन ने सोशल मीडिया कंपनियों पर आरोप लगाया है कि वे अवैध तरीके महामारी से जुड़ी खबरें दिखा रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की कुछ बड़ी टेक कंपनियों सिना वीबो, टेनसेंट और बाईडांस को सरकार के नेतृत्व में ही चलाया जाएगा, ताकि इस तरह की खबरें दिखाई जा सकें, जैसे चीन कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में जीत रहा है और संक्रमण को फैलने से रोकने में सफल रहा है।
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