Friday, January 10, 2020
ईरान ने माना- सेना ने गलती से यूक्रेन के यात्री विमान पर मिसाइल दागीं, पहले इनकार किया था January 10, 2020 at 06:15PM
तेहरान. ईरान ने शनिवार को ऐलान किया कि उसकी सेना ने गलती से यूक्रेन के यात्री विमान को निशाना बना दिया। सरकार की तरफ से जारी बयान में इसे मानवी भूल (ह्यूमन एरर) बताया गया। इससे पहले ईरान ने हादसे के दो दिन बाद तक विमान पर मिसाइल से टकराने की बात से इनकार किया। हालांकि, शुक्रवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने खुफिया सूत्रों के हवाले से दावा किया कि विमान ईरान कीमिसाइल टकराने से ही दुर्घटनाग्रस्त हुआ। ईरान ने पहले दोनों नेताओं से इन दावों के सबूत सौंपने के लिए कहा, लेकिन शनिवार सुबह ईरानी सरकार ने गलती कबूल ली।यूक्रेन का विमान बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इसमें 176 लोग मारे गए थे।
ट्रूडो और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के दावे के ठीक बादसोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था।इसमें यूक्रेन के विमान को मिसाइल से टकराने के बाद आग के गोले में बदलते देखा जा सकता है। विमान बोइंग 737-800 उड़ान भरने के 3 मिनट बादही इमाम खोमेनी एयरपोर्ट से कुछ ही दूरी पर गिर गया था। मृतकों में63 कनाडाई नागरिक शामिल थे। इसके अलावा 82 ईरानी, 11 यूक्रेनी, 10 स्वीडिशऔर जर्मनी-ब्रिटेन के 3-3 नागरिक भी दुर्घटना में मारे गए थे।
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जनरल सुलेमानी की मौत के हफ्तेभर बाद बिना सबूतों के बोले ट्रम्प- वह हमारे चार दूतावासों को निशाना बनाने वाला था January 10, 2020 at 05:43PM
वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि ईरानी कमांडर जनरल सुलेमानी अमेरिका के चार दूतावासों को निशाना बनाने वाले थे। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वह चार दूतावासों पर हमले की साजिश रच रहा था। शायद बगदाद स्थित दूतावास पर भी हमले की साजिश थी।” हालांकि, सुलेमानी की हत्या के एक हफ्ते बाद भी ट्रम्प ने यह दावे बिना कोई सबूत या अन्य जानकारी दिए ही कर दिए।
अमेरिकी दूतावासों और राजनयिकों पर हमले की साजिश रच रहा है। हालांकि, ट्रम्प प्रशासन अब तक अपने पक्ष में कोई सबूत पेश नहीं कर पाया है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आर्टिकल-51 के मुताबिक, किसी भी देश को दूसरे देश में कार्रवाई करने के बाद अपने पक्ष में सबूत पेश करने होते हैं।अमेरिकी प्रशासन अब तक जनरल कासिम सुलेमानी को मारने की सटीक वजहें नहीं बता पाया है। जनरल सुलेमानी की हत्या के बाद ट्रम्प और पोम्पियो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस मेंकहा था कि जनरल सुलेमानी पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अमेरिकी अफसरों को निशाना बनाने वाला था। लेकिन दोनों नेइस बारे में आगे कोई जानकारी नहीं दी।
अमेरिका ने 3 जनवरी को ईरान की कुद्स सेना के जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया था। इसके बाद ईरान ने अमेरिका को बदला लेने की धमकी दी थी। 7 जनवरी को ईरान ने अमेरिका के दो बेसों पर 22 मिसाइलें गिराईं थीं। इसमें 80 अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया।
ट्रम्प प्रशासनसंसद को अहम जानकारियां नहीं देता: डेमोक्रेट
अमेरिकी सरकार के दावों पर विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी ने ही भरोसा करने से इनकार कर दिया। कनेक्टिकट से डेमोक्रेट सांसद क्रिस मर्फी ने कहा कि अगर चार दूतावासों पर हमले की आशंका थी तो प्रशासन को यह हमें संसद मेंबताना चाहिए था। लेकिन ट्रम्प ने यह जानकारी फॉक्स न्यूज चैनल को इंटरव्यू में दी। शायद न्यूज चैनल को ज्यादा उच्च-स्तरीय जानकारियां मिलती हैं या फिर असल में कोई खतरा था ही नहीं।
दूसरी तरफ डेमोक्रेट पार्टी में राष्ट्रपति पद के दावेदार बर्नी सैंडर्स ने कहा कि न तो विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और न ही रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने संसद में चार दूतावासों को निशाना बनाए जाने की कोई जानकारी दी। ऊटा राज्य से डेमोक्रेट सांसद माइक ली ने कहा कि यह उनके 9 साल के करियर की सबसे खराब मिलिट्री ब्रीफिंग थी।
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सुल्तान काबूस बिन सईद का 79 वर्ष की आयु में निधन; 50 साल तक अरब दुनिया का शासक रहा था January 10, 2020 at 04:55PM
मस्कट.आधुनिक अरब दुनिया में सबसे लंबे समय तक राज करने वाले नेता सुल्तान काबूस बिन सईद अल सईद का निधन हो गया। वे 79 वर्ष के थे। रॉयल कोर्ट ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया, “दु:ख और गहरी निराशा के साथ ... रॉयल कोर्ट सुल्तान काबूस बिन सईद के निधन पर शोक व्यक्त करता है। उन्होंने शुक्रवार को दुनिया को अलविदा कह दिया।” काबूस 1970 में अपने पिता सईद बिन तैमूर का तख्तापलट कर ओमान की सत्ता पर काबिज हुआ था। रॉयल कोर्ट के दीवान ने सुल्तान काबूस के निधन पर तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।
काबूस बिन सईद पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और ऐसा माना जा रहा है कि वह पेट के कैंसर से पीड़ित थे। काबूस ने अपने पीछे कोई वारिस नहीं छोड़ा। वह अविवाहित था और उनकी कोई संतान या भाई नहीं था। ऐसे में देश की सत्ता किसके हाथ में होगी, यह स्पष्ट नहीं है। ओमान के संविधान के अनुसार, शाही परिवार को सिंहासन के खाली होने के तीन दिनों के भीतर उत्तराधिकारी का चयन करना अनिवार्य है। यदि शाही परिवार किसी एक नाम पर सहमत नहीं होता है तो काबूस द्वारा लिखे पत्र में बताए गए किसी व्यक्ति को उत्तराधिकारी बनाया जाएगा। नए उत्तराधिकारी को शाही परिवार का सदस्य होना चाहिए। साथ ही, उसे मुस्लिम, परिपक्व, तर्कसंगत और ओमान के मुस्लिम माता-पिता का वैध पुत्र होना चाहिए।
सुल्तान ओमान में सर्वोच्च पद है और वह सभी बड़े ओहदा संभालता है
स्थानीय विशेषज्ञों का मानना है कि 80 से ज्यादा लोग इस योग्यता को पूरी कर रहे हैं लेकिन संभवत: असद बिन तारीक के नाम पर सहमति बन सकती है। तारीक (65) को 2017 में अंतरराष्ट्रीय संबंध और सहयोग मामले में उप-प्रधानमंत्री बनाया गया था। इसके अलावा संस्कृति मंत्री हैथम बिन तारीक अल सईद और ओमान के पूर्व नौसेना कमांडर शिहब बिन तारीक अल सईद का नाम शामिल है। सुल्तान ओमान में सर्वोच्च पद है और वह प्रधानमंत्री, सेना के सुप्रीम कमांडर, रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री और विदेश मंत्री जैसे पद भी संभालता है। काबूस के व्यक्तित्व को करिश्माई और दूरदर्शी बताया जाता है। वो ओमान में बेहद लोकप्रिय भी थे। लेकिन, उन्होंने भी विरोध की आवाजों को दबा दिया था।
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आबादी बढ़ाने के लिए सरकार मुफ्त आईवीएफ इलाज करवाएगी, चार बच्चों की मां को जिंदगीभर टैक्स से छूट मिलेगी January 10, 2020 at 02:45PM
बुडापेस्ट.यूरोपीय देश हंगरी की सरकार ने देश की आबादी बढ़ाने के लिए बड़ा ऐलान किया है। प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन ने गुरुवार को फर्टिलिटी पॉलिसी का ऐलान किया। इसमें देशभर के परिवारों को फर्टिलिटी सुविधाएं मुफ्त दी जाएंगी। इसके अलावा 4 बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं को जीवन भर इन्कम टैक्स से छूट दी जाएगी। युवा दंपती को सब्सिडी, ब्याज मुक्त कर्ज जैसी योजनाएं भी घोषित की गई हैं।
दरअसल, यूरोपीय देशों में सबसे कम (1.4) फर्टिलिटी रेट हंगरी में ही है। यहां पिछले 40 सालों में तेजी के साथ जन्मदर गिरी है। ऐसे में सरकार ने आबादी बढ़ाने के लिए तरह-तरह की सुविधाएं और छूट का ऐलान किया है। ऑर्बन ने कहा कि फर्टिलिटी रणनीतिक महत्व का विषय भी है। सरकार ने दिसंबर में छह फर्टिलिटी क्लीनिक का अधिग्रहण किया है। इनमें 1 फरवरी से यह सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी। ऑर्बन 2010 से हंगरी के पीएम हैं और इमिग्रेशन के विरोधी हैं।
उनका कहना है कि हमें बाहर से आने वाले नहीं, बल्कि सिर्फ हंगरीयन बच्चे ही चाहिए। अगर यूरोप अपनी आबादी नहीं बढ़ाता है, तो एक दिन बाहर के लोग आकर उनकी जगह ले लेंगे। यूरोपीय देशों में सिर्फ हंगरी ही नहीं, नॉर्वे, फिनलैंड और आइसलैंड में भी लगातार जन्मदर घटी है। फिनलैंड में 2018 के मुकाबले 2019 में जन्मदर में 1.65% की गिरावट आई है। यूरोपीय देशों की तुलना में हंगरी में प्रति महिला औसत बच्चों की संख्या काफी कम है।
हंगरी में 1.4 के करीब महिलाओं का मौजूदा फर्टिलिटी रेट है और यूरोप में महिलाओं का औसत फर्टिलिटी रेट 1.5 है। हंगरी की जनसंख्या में हर साल 32 हजार की कमी आ रही है। 2017 में 94,600 बच्चों ने जन्म लिया और 1,31,900 लोगों की मृत्यु हुई थी। हंगरी के राइट विंग समर्थक, मुस्लिम देशों से आ रहे शरणार्थियों का विरोध करते रहे हैं।
7 सूत्रीय एजेंडा में घर खरीदने पर सब्सिडी और युवाओं को ब्याजमुक्त कर्ज
हंगारी में सरकार ने जन्मदर बढ़ाने के लिए सात सूत्रीय एजेंडा जारी किया है। इसके तहत 4 बच्चों की मां को जीवनभर टैक्स में छूट दी जाएगी। पुरुषों को 7 सीटर वाहन के लिए आर्थिक मदद के अलावा युवा दंपतियों को 3 बच्चों के जन्म तक 22 लाख रुपए तक ब्याजमुक्त कर्ज। मकान खरीदने के लिए सब्सिडी। 21,000 नर्सरीज नि:शुल्क वितरित की जाएगी। हेल्थकेयर बजट पर सालाना 1.50 लाख करोड़ रुपए का प्रस्ताव भी रखा गया है।
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11 साल के छात्र ने शिक्षक की हत्या की, 5 साथियों को घायल किया और फिर खुद को गोली मारी January 10, 2020 at 07:12AM
मेयर जोर्गे जेरमेनो ने कहा- आरोपी छात्र अपनी दादी के साथ रहता था। घटना की जांच जारी है। अभी फायरिंग की वजह पता नहीं चल पाई है। लेकिन, यह छात्र कुछ परेशान रहता था। उसके माता-पिता को खोजा जा रहा है। यह काफी दुखद घटना है। फिलहाल, हम कुछ अंदाजा लगाना नहीं चाहते। कुछ छात्र और एक शिक्षक घायल है, जिनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
2017 में भी स्कूल में छात्र ने फायरिंग की थी
टोरेन 6.79 लाख लोग रहते हैं। यह मैक्सिको के उत्तरी राज्य में स्थित है। पिछे दो साल में मैक्सिको में इस तरह की घटनाओं खासतौर से स्कूल शूटिंग के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। उत्तरी मैक्सिको में 2017 में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी। उस वक्त एक छात्र ने 4 लोगों की हत्या के बाद खुद को गोली मार ली थी।
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जुमे की नमाज के दौरान मस्जिद में धमाका; पुलिस अधिकारी समेत 13 की मौत, 19 घायल January 10, 2020 at 05:37AM
इस्लामाबाद.क्वेटा के घौसाबाद इलाके में शुक्रवार को हुए बम धमाके में पुलिस अधिकारी समेत 13लोगों की मौत हो गई जबकि 19घायल हो गए। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, धमाका मगरीब कीनमाज के वक्त हुआ। मृतकों मेंडीएसपी अमानुल्ला भी शामिल हैं। बलूचिस्तान के आईजी अमजद भट्ट ने बताया कि घायलों की मदद की जा रही है। पुलिस ने राहतकार्य शुरू कर दिया है।मामले की जांच शुरू कर दी गई है।बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जे.कमाल खान ने धमाके की निंदा की। उन्होंने पुलिस को घटना के संबंध में रिपोर्ट सौंपने केनिर्देश दिए।
बलूचिस्तान के गृह मंत्री जिया लैंगोवो नेघटना पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा- घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। पाकिस्तानी न्यूज पोर्टल डॉन के मुताबिक गृह मंत्री ने कहा,‘‘आतंकी पाकिस्तान के विकास से डर गए हैं। अंदर और बाहर के दुश्मन देश में भय और अशांति का माहौल बनाने की विफल कोशिश कर रहे हैं। हारे हुए आतंकियों को कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा।’’
बीते सप्ताह मोटर साइकिल में हुआ था धमाका
क्वेटा पाकिस्तान का हिंसा प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। पिछले मंगलवार को भी यहां फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी) सुरक्षाबल की गाड़ी के निकट खड़ी मोटरसाइकिल में धमाका हुआ था। इसमें दो लोगों की मौत हुई थी और 14 घायल हो गए थे। तहरीक-ए-इंसाफ नामक आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। क्वेटा में पिछले साल मई,अगस्त और नवंबर में भी बम धमाके हुए थे।
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टिकट कैंसिल होने के कारण पति की जान बची, लेकिन पत्नी के लिए आखिरी उड़ान साबित हुई January 10, 2020 at 05:34AM
इंटरनेशनल डेस्क.ईरान विमान हादसे में मोहसेन अहमदीपोर नाम के व्यक्ति की टिकट कैंसिल होने से जान बच गई। लेकिन,पत्नी रोजा उतनी खुशकिस्मत नहीं रहीक्योंकि वह फ्लाइट में सवार हुई और उसके लिए आखिरी उड़ान साबित हुई। यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस की जो फ्लाइट बुधवार सुबह हादसे का शिकार हुई, वह तेहरान से यूक्रेन के कीव जा रही थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोहसेन कनाडा के ओटावा में रहते है।वे पत्नी के साथ पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ईरान आए थे। हादसे के दिन यानी बुधवार को उन्हें अपनी 43 साल की पत्नी के साथ कनाडा लौटना था। इसीबीच, जब पति का टिकट कैंसिल हुआ तो पत्नी को लगा कि वह दूसरी फ्लाइट से कीव पहुंच जाएगा। लेकिन, यहअनहोनी हो गई। 38 साल केमोहसिन एयरपोर्ट टर्मिनल में ही था। तभी उसे यह जानकारी मिली कि कीव जाने वाली फ्लाइट उड़ान भरते ही परांड इलाके में क्रैश हो गई। हादसे में क्रू मेंबर समेत सभी 176 लोग मारे गए। इसमें मोहसिन की पत्नी रोजा भी थी।
प्लेन क्रैश में ईरान के नए शादी-शुदा जोड़े की भी मौत हो गई
इस जोड़े की तरह ही पोनेह गोरजी-अरश पोरजराबी के लिए भी यह फ्लाइट आखिरी साबित हुई। यह दोनों कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बर्टा के ग्रेजुएट थे और अपनी शादी के लिए ईरान आए हुए थे। शादी के अगले ही दिन अपने 4 रिश्तेदारों के साथ यह जोड़ा कनाडा लौट रहा था। जहां उन्होंने उन दोस्तों के लिए पार्टी का आयोजन किया था, जो शादी में शरीक नहीं हो पाए थे। इस हादसे के बाद कनाडा में उनके दोस्तों के आंसू नहीं थम रहे।
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