Monday, April 27, 2020
Indian national is first case in US border protection custody to have COVID-19 April 27, 2020 at 08:22PM
Beijing to shut coronavirus special hospital, clears all cases April 27, 2020 at 07:31PM
World cannot afford a lost generation of youth due to Covid-19: Guterres April 27, 2020 at 05:00PM
Is Brazil the next big hot spot as other nations ease up? April 27, 2020 at 04:20PM
अब तक 30.64 लाख संक्रमित और 2.11 लाख मौतें: केवल अमेरिका में 10 लाख से ज्यादा मरीज, यहां 24 घंटे में 1303 लोगों ने दम तोड़ा April 27, 2020 at 04:44PM
दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक 30 लाख 64 हजार 225 लोग संक्रमित हैं। दो लाख 11 हजार 537 की मौत हो चुकी है, जबकि नौ लाख 22 हजार 387 ठीक हो चुके हैं। अमेरिका में 24 घंटे में 1303 लोगों ने दम तोड़ा है। यहां मौतों का आंकड़ा 56 हजार 797 हो गया है। वहीं, देश में 10 लाख से ज्यादा मरीज गए हैं।
कोरोनावायरस : सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देश
देश | कितने संक्रमित | कितनी मौतें | कितने ठीक हुए |
अमेरिका | 10,10,356 | 56,797 | 1,38,990 |
स्पेन | 2,29,422 | 23,521 | 1,20,832 |
इटली | 1,99,414 | 26,977 | 66,624 |
फ्रांस | 1,65,842 | 23,239 | 45,513 |
जर्मनी | 1,58,142 | 6,126 | 1,14,500 |
ब्रिटेन | 1,57,149 | 21,092 | उपलब्ध नहीं |
तुर्की | 1,12,261 | 2,900 | 33,791 |
ईरान | 91,472 | 5,806 | 70,933 |
चीन | 82,836 | 4,633 | 77,555 |
रूस | 87,147 | 747 | 7,346 |
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इटली: 26 हजार 977 मौतें
इटली में मरने वालों की संख्या 26 हजार 977 हो गई है। वहीं संक्रमित लोगों की संख्या 1 लाख 99 हजार 414 पहुंच गई है। दुनिया में अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा मौतें यहीं हुई हैं। इटली के नागरिक सुरक्षा विभाग के प्रमुख एंजेलो बोरेली ने सोमवार को बताया कि 24 घंटे में 333 लोगों ने दम तोड़ा है। सोमवार को संक्रमण के एक हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। देश में 10 मार्च से लागू लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ा दिया गया है। हालांकि, इस बीच कुछ जरूरी चीजों की दुकानों को खोलने की छूट दी गई है। इटली में 21 फरवरी को पहला मामला सामने आया था। यहां का लोम्बार्डी प्रांत ज्यादा प्रभावित है। सरकार चार मई से लॉकडाउन में ढील देने की योजना बना रही है।
फ्रांस: 23 हजार से ज्यादा मौत
फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में मरने वालों की संख्या 23 हजार 293 हो गई है। 24 घंटे के दौरान 437 लोगों की मौत हुई है और संक्रमण के 3764 नए मामले सामने आए। यहां अब एक लाख 62 हजार 220 संक्रमित हो गए हैं। यहां अब तक 45 हजार से ज्यादा मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। देश में पिछले दो सप्ताह से मरने वालों की संख्या और नए मामलों में कमी आई है। फ्रांस में 17 मार्च से लॉकडाउन लागू है। फ्रांस के प्रधानमंत्री एडौर्ड फिलीप मंगलवार को संसद में लॉकडाउन से बाहर निकलने के उपायों की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे।
ब्राजील: 66 हजार से ज्यादा संक्रमित
लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील में भी कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य के मुताबिक देश में संक्रमण के अब तक 66 हजार से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 4613 नए केस सामने आए हैं। इससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 66 हजार 501 हो गई है। यहां एक दिन में 338 लोगों की मौत हुई। मरने वालों की संख्या बढ़कर 4543 हो गई है।
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ठीक होने पर भी 28 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड, चीन ने 14 प्लस 14 मैनेजमेंट लागू किया April 27, 2020 at 02:04PM
(यिदान लिन )चीन कोरोना महामारी के सबसे कठिन दौर से गुजर चुका है। कोरोना के मामले और इससे मौतें कम हो रही हैं। लोगों का ध्यान अब दो बातों पर ज्यादा है। पहला- ठीक हुए लोगों की स्थिति जानना। दूसरा- पुराना दौर नहीं लौटे इसलिए उचित उपायों पर अमल। अब तक इस बात के प्रमाण नहीं मिले हैं कि चीन में कोरोना पूरी तरह ठीक हो सका है या नहीं।
वुहान में अब 14 प्लस 14 मैनेजमेंट का पालन किया जा रहा है। इसका मतलब यह है कि ठीक होने वाले मरीज पहले मेडिकल सेंटर में 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन किए जाते हैं। इतने समय के बाद अगर उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई तो उन्हें घर में 14 दिन के लिए अलग रखा जाता है। चीन की स्टेट काउंसिल ने इसकी पुष्टि की है।
कोरोना से ठीक हुआ युवक, पर फेफड़े कमजोर हुए
वुहान निवासी 25 साल के एक युवक ने कहा कि वह अब कोरोना से ठीक हो चुका है, लेकिन उसके फेफड़े कमजोर हो गए हैं। इन्हें मजबूत होने में लंबा समय लगेगा। युवक जनवरी के आखिरी में कोरोना पॉजिटिव हुआ था। वह फरवरी में ठीक हुआ। उसने कहा, ‘दोबारा संक्रमित होने का खतरा बना ही रहेगा। मैंने न्यूक्लिक एसिड टेस्ट एक से ज्यादा बार किए हैं। कहीं इसका भी नुकसान न हो जाए। डॉक्टरों ने मुझे फेफड़े की बीमारी के लिए दी जाने वाली रुटीन दवाएं दी हैं। अस्पताल से छुट्टी के बाद मैं 14 दिन तक घर में क्वारैंटाइन रहा।’
चीन के 10 शहरों में न्यूक्लिक एसिड टेस्ट हो रहे
शंघाई, बीजिंग, नानजिंग समेत 10 शहरों में न्यूक्लिक एसिड टेस्ट किए जा रहे हैं। शंघाई से इसकी शुरुआत हुई। यहां यह अनिवार्य कर दिया गया है। शंघाई स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, इसमें गले के स्वाब के सैंपल लिए जाते हैं। महज 24 घंटे में इस टेस्ट के नतीजे आते हैं। इस टेस्ट से वायरस के आरएनए का पता लगाते हैं। आमतौर पर सैंपल सांस के रास्ते से इकट्ठा किया जाता है। इसमें लार का मिश्रण होता है। वुहान में कोरोना की रोकथाम के लिए पारंपरिक पद्धतियों का भी इस्तेमाल हो रहा है। इन्हें कई स्वास्थ्य एजेंसियों ने मान्यता नहीं दी हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने ठीक हुए मरीजों के लिए गाइडलाइन जारी की हैं।
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इटली में लाॅकडाउन पालन कराने के लिए 8000 मेयर ने मोर्चा संभाला; सड़काें पर उतरे, फेसबुक से समझाया फिर भी नहीं माने ताे ड्राेन से अपमान April 27, 2020 at 02:00PM
जैसन हाेराेविट्ज.पर्यटन का प्रमुख केंद्र इटली देखते ही देखते काेराेनावायरस का एपीसेंटर बन गया। एक समय लाेग लाॅकडाउन का पालन नहीं कर रहे थे। सड़काें पर निकल रहे थे। ऐसे में देश के 8000 मेयर ने अपने शहराें की कमान संभाली और ऐसी तरकीबें अपनाईं, जिनके चलते लाेग न केवल घराें में रहने काे मजबूर हाे गए, बल्कि वहां नए मामलाें में भी कमी आई। अब 4 मई काे लाॅकडाउन खुलने जा रहा है। जानिए क्या रहे वे तरीके...
- आस्ति शहर के मेयर माैरिजियाे रासेराे ने भेष बदलकर शहर के सुपर मार्केट का दाैरा कर देखा कि काेई दुकानदार गैरजरूरी सामान तो नहीं बेच रहा। उन्हाेंने कभी चश्मा लगाकर ताे कभी दाढ़ी बढ़ाकर ताे कभी बेसबाॅल कैप और मास्क लगाकर भी दाैरे किए और लाेगाें काे घराें के भीतर रहने की समझाइश दी। यही नहीं, ड्राेन से निगरानी की और नियम ताेड़ने वालाें का तीखे शब्द बाेलकर अपमान कियाताकि वे घराें में रहें।
- लुकेरा शहर के मेयर एंटाेनियाे टाेटुलाे काे जब मालूम पड़ा कि महिलाओं के बाल डाई करने के लिए सैलून वाले घर जा रहे हैं ताे उन्हाेंने फेसबुक पर वीडियाे मैसेज में कहा कि हेयर ड्रेसर कई घराें में जाएगा ताे आपकाे बालाें में काेराेना हाे जाएगा। ऐसा न करें। उन्हाेंने पिज्जा की डिलीवरी भी बंद करवाई।
- दक्षिणी शहर बारी के मेयर एंटाेनियाे डेकाराे ने घूम-घूमकर लाेगाें काे समझाया। समुद्र तट पर पिंगपॉन्गखेल रहे लाेगाें काे घराें में लाैटाया। वे कहते हैं- हमने तय किया कि इस दाैरान गरीबाें काे भाेजन मिले, क्वारैंटाइन किए लाेगाें का कूड़ा-करकट समय से उठाया जाए, परिजन के अस्पतालाें में रहने से घराें में अकेले रह गए बच्चाें की देखभाल हाे।
- कैंपेन के प्रमुख और सालेर्नाे के मेयर रहे विन्सेंजाे डे लुका ने कहा कि हमें मजबूरन असभ्य भाषा में भी लाेगाें काे समझाना पड़ा ताकि अपमानित होने पर वे घराें में रहें। लुका ने एक ग्रेजुएशन पार्टी काे तितर-बितर करने के लिए आग उगलने वाली ब्लाेटाॅर्च भी इस्तेमाल की।
- ग्वाल्डाे टाबिनाे शहर के मेयर मैसिमिलियानाे प्रेस्क्यूटी ने कुत्ते घुमाने वालाें से पूछा किक्या उनके कुत्ताें काे प्राेस्टेट की समस्या हाे गई, जाे वे घराें से बाहर आए हैं?
- मेसिना के मेयर काटेना डे लुका ने सिसली से आ रहे लाेगाें काे राेकने के लिए नियम बनाया कि उन्हें 48 घंटे पहले रजिस्ट्रेशन करवाना हाेगा। जब पता चला कि लाेग ईस्टर के पहले चारकाेल के बैग खरीद रहे हैं, ताे धमकी दी कि हमने चार बड़े ड्राेन का ऑर्डर दिया है। बाहर घूमने वालाें काे ड्राेन पकड़ लेगा। अपने घराें में जाइए।
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तानाशाह किम जोंग उन की उत्तराधिकारी हो सकती हैं उनकी बहन, किम की इमेज बनाने में रही है भूमिका April 27, 2020 at 02:32AM
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की सेहत पर दुनियाभर के फैली अफवाह के बीच अब उनकी बहन पर किम यो जोंग सबकी नजरें टिक गई हैं। लोग उन्हें किम का उत्तराधिकारी मान रहे हैं।
किम 15 अप्रैल को अपने दादा किम इल सुंग के एक कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए थे। ऐसा पहली बार हुआ था। इसके बाद से कई कयास लगने शुरू हो गए थे। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया सबकुछ ठीक होने का दावा कर रही है लेकिन दुनियाभर में किम जोंग उन की सेहत को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। उनके गंभीर रूप से बीमार होने के साथ साथ उनकी मौत को लेकर भी अफवाहों का बाजार गर्म है। उत्तर कोरिया के मामलों पर नजर रखने वाले दक्षिण कोरिया के अखबार डेली एनके के मुताबिक, 12 अप्रैल को किम की कार्डियोवेस्कुलर सर्जरी हुई थी। जिसके बाद उनकी हालत खराब हो गई।
अगर ये बातें सही हों तो सवाल उठता है कि उत्तर कोरिया में किम जोंग उन की जगह कौन लेगा? ऐसे में उनकी बहन किम यो जोंग का नाम सामने आ रहा है।
स्विट्जरलैंड से की है पढ़ाई, अपने पिता की पांचवी संतान हैं
किम यो जोंग पूर्व तानाशाह किम जोंग-इल की पांचवीं और सबसे छोटी संतान हैं। 31 साल की किम यो जोंग की पढ़ाई अपने भाई की तरह स्विटजरलैंड में हुई है।साल 2002 में वह अपने देश लौट आईं थीं। वे पोलित ब्यूरो की सदस्य हैं और प्रचार एवं आंदोलन विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर भी हैं।
किम की इमेज के पीछे रहा है उनकी बहन का दिमाग
शेषज्ञों का मानना है कि देश और विदेश में किम की सार्वजनिक छवि बनाने के पीछे किम यो जोंग का ही दिमाग रहा है। उन्हें किम जोंग उन की 'सीक्रेट डायरी' भी कहा जाता है। माना जाता है कि वह अपने भाई को कई मुद्दों पर सलाह भी देती हैं और उनकी कई कामों में भागीदारी भी होती है।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ किम जोंग उन की न्यूक्लियर समिट में भी उन्हीं का दिमाग बताया जाता है। इसके साथ ही 2018 में प्योंगचांग में हुए शीतकालीन ओलंपिक के दौरान किम के मौजूद रहने के पीछे भी वही रही हैं।
किम उनपर बहुत भरोषा करते हैं। मालूम हो कि किम ने कथित राजद्रोह के लिए अपने ही चाचा को फांसी दे दी थी।
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दुबई में चार साल की भारतीय बच्ची ने जीती कोरोना से जंग, पिछले साल कैंसर को मात दी थी April 27, 2020 at 02:32AM
दुबई में एक चार साल की भारतीय बच्ची शिवानी ने कोरोना से जंग जीत ली है। इसके साथ ही वह यूएई में सबसे कम उम्र की कोरोना सर्वाइवर बन गई है। खास बात यह है कि शिवानी ने पिछले साल ही कैंसर को मात दी है।
शिवानी को संक्रमण अपनी मां से हुआ था। उसकी मां दुबई में हेल्थ वर्कर हैं। वह मार्च में ही इस वायरस की चपेट में आ गईं थी। इसके बाद शिवानी और उसके पिता का कोरोना टेस्ट कराया गया था। शिवानी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, लेकिन उसके पिता की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। 1 अप्रैल को शिवानी को अल फतैम हेल्थ हब में भर्ती कराया गया था, जहां से 20 दिन बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
2019 में किडनी कैंसर से उबरी थी शिवानी
शिवानी और उसकी मां को एक ही जगह भर्ती कराया गया था। शिवानी पिछले साल ही कैंसर से उबरकर आई थी। इसलिए डॉक्टर ज्यादा सावधानी बरत रहे थे। शिवानी एक प्रकार के किडनी कैंसर से पीड़ित थी, जिसे गैंग्लिओन्यूरोब्लास्टोमा कहते हैं। अल फतैम हेल्थ हब के मेडिकल डाइरेक्टर और शिवानी का इलाज करने वाले थोल्फकर अल बाज ने गल्फ न्यूज को बताया कि शिवानी पिछले साल कई कीमोथेरेपी से गुजरी थी। इसलिए उसका इम्यून सिस्टम अभी तक कमजोर था। डॉक्टरों को लग रहा था कि उसमें कोरोनावायरस बहुत गंभीर स्थिति में पहुंच जाएगा। इसलिए बहुत संभलकर इलाज किया जा रहा था। हालांकि, ऐसा कुछ नहीं हुआ और वह ठीक हो गई।
14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा
20 दिन बाद शिवानी के दो स्वाब टेस्ट निगेटिव आने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब उसे घर पर 14 दिन क्वारैंटाइन में रहना होगा। अभी उसकी मां अस्पताल मेंभर्ती हैं। उनकी तबियत भी ठीक है। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें भी जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी।
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34 साल पुराने जमीन संबंधी भ्रष्टाचार के मामले में नवाज शरीफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी April 27, 2020 at 01:38AM
पाकिस्तान के भ्रष्टाचार रोधी निकाय ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ 34 साल पुराने जमीन संबंधी भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। पाकिस्तान मुस्लिम नवाज लीग के सुप्रीमो 70 साल के नवाज शरीफ इस समय लंदन में अपना इलाज करा रहे हैं।
नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) के अधिकारियों के मुताबिक शरीफ ने 1986 में पंजाब के मुख्यमंत्री रहते हुए जंग मीडिया ग्रुप के चीफ एडिटर मीर शकीलुर रहमान को अवैध रूप से जमीन का पट्टा दिया था। एनएबी ने अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि तीन बार के प्रधानमंत्री रहे शरीफ पर भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एनएबी ने शरीफ को इससे पहले कई नोटिस जारी कर सवाल पूछे गए, लेकिन लंदन में मौजूद शरीफ ने कोई जवाब नहीं दिया।’’ अधिकारी ने बताया कि एनएबी जांच में असहयोग करने पर शरीफ को भगोड़ा अपराधी घोषित कराने के लिए जवाबदेही अदालत जाएगी। डॉन की खबर के अनुसार 27 मार्च को एनएबी ने शरीफ को एक नोटिस भेजा था और 31 मार्च को ब्यूरो ऑफिस आकर जवाब देने के लिए कहा था। इससे पहले 20 और 15 मार्च को भी शरीफ को नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
जंग ग्रुप को जियो ग्रुप के नाम से भी जाना जाता है। यह दुबई स्थित इंडिपेंडेंट मीडिया कॉर्पोरेशन की सहायक कंपनी है। 12 मार्च को एनएबी ने प्रधान संपादक रहमान को गिरफ्तार किया था। वह 28 अप्रैल तक हिरासत में है। जियो मीडिया ग्रुप के चीफ एडिटर रहमान पर आरोप है कि उन्होंने 1986 में लाहौर में 6.75 एकड़ जमीन पर गैरकानूनी तरीके से हथियाई थी। इस समय पंजाब के मुख्यमंत्री नवाज शरीफ थे। अधिकारियों ने कहा, ‘‘जब शरीफ को भगोड़ा अपराधी घोषित कर दिया जाएगा, तब हम प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू करेंगे।’’
पिछले साल नवंबर में लंदन गए थे शरीफ
नवाफ शरीफ पिछले साल नवंबर में इलाज कराने के लिए लंदन गए थे। लाहौर हाईकोर्ट ने उन्हें केवल चार हफ्तों की इजाजत दी थी। शरीफ के फिजीशियन डॉ. अदनान खान के मुताबिक शरीफ गंभीर कोरोनरी आर्टरी डिसीज से जूझ रहे हैं। इसकी वजह से उनकी सर्जरी चल रही हैं। अपने हालिया ट्वीट में उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के चलते अभी उनका पूरा इलाज नहीं हो सका है।
नवाज से खिलाफ पहले से चल रहे इतने मामले
पनामा पेपर्स में नाम आने के बाद से नवाज शरीफ भ्रष्टाचार के मामलों में फंसते चले गए। 2017 में जुलाई के महीने में सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ फैसला दिया। उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटा दिया और अकाउंटिबिलिटी अथॉरिटीज को उनके खिलाफ केस चलाने को भी अनुमित दे दी। नवाज के खिलाफ तीन मामले चलाए गए। इसमें पहला है ऐवनफील्ड प्रॉपर्टीज, दूसरा अल-अजीजिया और तीसरा है फ्लैगशिप इन्वेस्टमेंट। सितंबर 2017 में एनएबी ने नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ केस फाइल किए थे।
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अल साल्वाडोर में एक दिन में 22 हत्याएं होने के बाद लगाया गया प्रिजन लॉकडाउन, जेलों से आईं भयावह तस्वीरें April 26, 2020 at 09:33PM
मध्य अमेरिका के सबसे छोटे और घनी आबादी वाले देश अल साल्वाडोर में एक दिन में बीते शुक्रवार को 22 हत्याएं होने के बाद राष्ट्रपति नायब बुकेले ने प्रिजन लॉकडाउन लगा दिया है। राष्ट्रपति ने इजैल्को समेत अन्य जेलों में बंद गैंगस्टर उनके माफिया और सदस्यों पर सख्ती बरती है। गैंग लीडरों को एकांत कारावास में भेजने का आदेश दिया है।बुकेले ने ट्वीट किया, ‘‘बाहरी दुनिया से कई संपर्क नहीं रहेगा, दुकानें और अन्य गतिविधियां अगले आदेश तक बंद रहेंगे। गैंग लीडरों को एकांत कारावास में भेजा जाएगा।’’ बुकेले ने कहा कि ‘मैक्सिमम इमरजेंसी’ तब तक लगी रहेगी जब तक पुलिस 22 हत्याओं की जांच नहीं कर लेगी।
जेल के अधिकारियों ने कैदियों पर सख्ती शुरू की है। बुकेले पिछले साल जून में प्रेसिडेंट बने थे। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति नायब बुकेले के सत्ता में आने के बाद क्राइम कम हुआ है, लेकिन इस घटना से फिर से क्रिमिनल गैंग्स की मजबूत पकड़ के सुबूत दिए हैं।
कोरोनावायरस के कारण हुआ लॉकडाउन तो सक्रिय हुए क्रिमिनल गैंग्स
अल सल्वाडोर में अब तक कोरोनावायरस से संक्रमण के कुल 323 मामले आए हैं और 8 लोगों की मौत हो गई है। फिर भी महामारी ज्यादा न बढ़े इसलिए यहां लॉकडाउन लगाया गया है। इस दौरान यहां क्रिमिनल गैंग्स काफी सक्रिय हो गए। शुक्रवार को 22 हत्याएं होने के बाद यहां प्रिजन इमरजेंसी लगा दी गई। कुछ साल पहले ही अल साल्वाडोर में सबसे ज्यादा हत्या की दर थी। यहां मारस जैसे गैंगस्टरों का राज था। बुकेले के सत्ता में आने के बाद हत्या की घटनाओं में कमी आई है।
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