Tuesday, January 21, 2020
China virus toll rises to nine as pandemic fears grow January 21, 2020 at 08:57PM
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने कहा- अप्रवासियों का समर्थन नहीं करना ग्लोबल टेक इंडस्ट्री की ग्रोथ के लिए खतरा January 21, 2020 at 08:25PM
दावोस. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला का कहना है कि अप्रवासियों का समर्थन नहीं करने वाले देश ग्लोबल टेक इंडस्ट्री की ग्रोथ को जोखिम में डाल रहे हैं। स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में पहुंचे नडेला ने मंगलवार को ब्लूमबर्ग मीडिया को दिए इंटरव्यू में यह चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी देश अपने हितों के बारे में फिर से विचार कर रहे हैं, यह ठीक है लेकिन इस बारे में बहुत ज्यादा संकीर्ण सोच नहीं होनी चाहिए। किसी देश में अप्रवासी तभी जाएंगे जब वहां का माहौल अनुकूल होगा। नडेला ने इस चर्चा के दौरान किसी देश का नाम नहीं लिया। हालांकि, कुछ दिन पहले उन्होंने भारत में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर अफसोस जताया था।
नडेला ने कहा था- कोई बांग्लादेशी इन्फोसिस का सीईओ बनेगा तो खुशी होगी
नडेला ने पिछले हफ्ते सीएए पर कहा था भारत में जो कुछ हो रहा है उससे दुख होता है। कोई बांग्लादेशी भारत आकर बड़ी कंपनी शुरू करता है या इन्फोसिस जैसी कंपनी का सीईओ बनता है तो मुझे खुशी होगी। हालांकि, नडेला ने यह भी कहा- मैं भारत को लेकर आशावादी हूं। वहां राष्ट्र निर्माण का 70 साल का इतिहास है। मैं सोचता हूं कि यह एक मजबूत आधार है। मैं भारत में पला-बढ़ा हूं। वहां की विरासत पर मुझे गर्व है। मैं वहां के अनुभव से प्रभावित हूं।
कार्बन का स्तर कम करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट टेक कंपनियों की मदद करेगी
माइक्रोसॉफ्ट ने टेक कंपनियों के लिए 1 अरब डॉलर (7,000 करोड़ रुपए) के निवेश की योजना के बारे मेंपिछले दिनों जानकारी दी थी। इसके तहत उन कंपनियों और संस्थाओं को मदद दी जाएगी जो वातावरण से कार्बन का स्तर घटाने की तकनीक पर काम कर रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि सिर्फ कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के प्रयास खतरनाक जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। नडेला का कहना है कि हम अपने सभी डेटा सेंटर में नवीनीकरण योग्य ऊर्जा (रिन्यूएबल एनर्जी) का इस्तेमाल सुनिश्चित करेंगे।
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सऊदी के क्राउन प्रिंस सलमान ने अमेजन के मालिक बेजोस का फोन हैक किया: रिपोर्ट; उनकी सरकार ने कहा- ये खबरें गलत January 21, 2020 at 07:24PM
रियाद. सऊदी अरब ने उन सभी रिपोर्ट्स को नकार दिया है, जिनमें कहा गया है कि 2018 में क्राउन प्रिंस सलमान ने एक वॉट्सऐप मैसेज के जरिए अमेजन के मालिक जेफ बेजोस का फोन हैक कर लिया था। सऊदी शासन ने कहा है कि यह खबरें बकवास हैं। हम इन दावों के खिलाफ जांच की मांग करते हैं, ताकि सभी तर्कों को ठीक ढंग से पेश किया जा सके।
कैसे हुआ खुलासा?
एक दिन पहले ही ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि 2018 में बेजोस के फोन पर सऊदी प्रिंस के पर्सनल वॉट्सऐप नंबर से मैसेज भेजा गया था। इस मैसेज में कई ऐसी वायरस फाइलें थीं, जिनसे दुनिया के सबसे अमीर आदमी का फोन हैक हो गया था। गार्जियन के मुताबिक, इस बात का खुलासा डिजिटल फॉरेंसिक एनालिसिस की रिपोर्ट में हुआ है। इसमें पाया गया कि एक वीडियो की वजह से बेजोस के फोन की सिक्योरिटी टूट गई थी।
सूत्रों ने दावा किया है कि 1 मई 2018 को बेजोस और प्रिंस सलमान के बीच काफी बातें हुई थीं। इसी बीच प्रिंस सलमान के अकाउंट से खराब फाइल बेजोस के अकाउंट में भेजी गई। बताया गया है कि दोनों के बीच बातों के कुछ ही घंटों के अंदर बेजोस के मोबाइल से काफी अहम डेटा खुफिया तरीके से निकाल लिया गया। अभी यह साफ नहीं है कि जिन फाइल्स को निकाला गया, उसमें क्या था। इस खुलासे के बाद से ही माना जा रहा है कि सऊदी प्रिंस निजी तौर पर बेजोस की जानकारी निकालने में शामिल रहे।
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दुनिया में 47 करोड़ लोग या तो बेरोजगार या उनके पास पर्याप्त काम नहीं January 21, 2020 at 06:55PM
नई दिल्ली. भारत सहित दुनियाभर की अर्थव्यवस्था इन दिनों सुस्ती के दौर से गुजर रही है। इसका असर रोजगार के आंकड़ों पर भी पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इस समय विश्व में 47 करोड़ लोग ऐसे हैं जो या तो बेरोजगार हैं या उनके पास पर्याप्त काम नहीं है। यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी संस्था इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन (आईएलओ) ने जारी की। रिपोर्ट में कहा गया है कि वैसे तो बेरोजगारी की दर पिछले एक दशक से स्थिर है, लेकिन बेरोजगारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मौजूदा समय में वैश्विक बेरोजगारी दर 5.4% है। इस आंकड़े में बहुत ज्यादा बदलाव आने की उम्मीद नहीं है लेकिन सुस्त होती अर्थव्यवस्थाओं के कारण बिना जॉब वाली आबादी बढ़ रही है। रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 25 लाख बढ़कर 19.05 करोड़ हो जाएगी। 2019 में यह आंकड़ा 18.80 करोड़ था।
काम के जरिए अच्छी जिंदगी पाना हो रहा मुश्किल: आइएलओ प्रमुख
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि विश्व में करीब 28.5 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनके पास पर्याप्त रोजगार नहीं है। यानी ये लोग जितना काम चाहते हैं उतना नहीं मिलता। इनमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जो रोजगार की तलाश बंद कर चुके होते हैं। कुल मिलाकर 47.3 करोड़ लोग ऐसे हैं जो पूरी तरह बेरोजगार हैं या उनके पास काम की कमी है। यह आंकड़ा दुनियाभर में मौजूद वर्कफोर्स का 13% है।
काम के मौकों में भेदभाव के कारण बढ़ रहा प्रदर्शन
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख गाय राइडर ने कहा कि दुनिया में करोड़ों लोग अलग-अलग तरह का काम करते हैं। लेकिन, मौजूद परिस्थिति में काम के जरिए अपनी जिंदगी का स्तर बेहतर बनाना इनके लिए लगातार मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि काम से जुड़े भेदभाव और कुछ तबकों को मौके न देने की सोच परिस्थिति को और गंभीर कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि दुनियाभर में विरोध प्रदर्शनों में आई तेजी के पीछे अच्छे जॉब का अभाव भी है।
60% वर्कफोर्स असंगठित क्षेत्र में सेवा दे रहा है
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय दुनिया का 60% वर्कफोर्स असंगठित क्षेत्र में काम कर रहा है। उन्हें न तो उचित वेतन मिलता और न ही सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाएं उन तक पहुंच पाती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस समय दुनिया के 63 करोड़ कामगार लोग गरीबी के माहौल में जीवनयापन कर रहे हैं। इनकी रोज की कमाई 3.2 डॉलर (करीब 228 रुपए) से कम है। आय में असमानता के पीछे लोकेशन, जेंडर और उम्र बड़े फैक्टर बताए गए हैं।
सैलरी और भत्तों पर होने वाला खर्च 14 साल में 3% घटा, युवा भी अच्छी स्थिति में नहीं
आईएलओ की रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर के देशों में वर्कफोर्स की सैलरी, मजदूरी या भत्तों पर पर होने वाला खर्च घटा है। 2004 से 2017 आते-आते इसमें 3% की कमी आई है। 2004 में यह खर्च 54% था। 2017 में यह 51% रह गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर में 15 से 24 साल की उम्र के 26.7 करोड़ युवाओं की स्थिति काफी कमजोर है। इन्हें न तो अच्छी शिक्षा मिल रही है और न ही ट्रेनिंग के मौके। लिहाजा इनके पास किसी किस्म का रोजगार भी नहीं है।
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पाकिस्तान में खाने के लाले: आटा 70, शकर 80 रु किलो; नान रोटी15 रुपए करने हुई January 21, 2020 at 06:28PM
इस्लामाबाद.पाकिस्तान में लोगों पर महंगाई की मार और तेज हो गई है। टमाटर की किल्लेत के बाद अब आटे और चीनी का संकट गहरा गया है। पिछले 5 महीने में ही आटे के दाम 43 रुपए किलो से बढ़कर 70 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। होलसेल बाजारों और दुकानों से आटा गायब होने की वजह से रोटी, नान और पाव की कीमतों भी भारी इजाफा देखा गया है। हालात इतने खराब हैं कि लोगों को गेहूं के दाने-दाने के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। आटा मिलों के बाहर भी लोगों की कतारें देखी जा रही हैं।
उधर, बेकरी, नान और रोटी बनाने वालों ने सरकार से 150 ग्राम रोटी की कीमत 10 से बढ़ाकर 15 रुपए करने की इजाजत मांगी है, लेकिन सरकार ने इन्हें तय कीमत पर ही बेचने का फरमान जारी कर दिया है। खैबर पख्तूनख्वा के नान बनाने वालों ने तो हड़ताल पर जाने की चेतावनी तक दे दी है। उनका कहना है कि महंगा आटा खरीदने के बाद वे पहले वाली कीमतों पर नान और रोटी नहीं बेच सकते। कई दुकानदारों ने तो अपनी दुकानें तक बंद कर दी हैं।
महंगा गेहूं खरीदने के अलावा उसकी सफाई और पिसाई से भी लागत बढ़ी
पेशावर में 2013 में 170 ग्राम आटे के नान की कीमत 10 रुपए तय की गई थी, जो अभी तक नहीं बढ़ी है। चक्की एसोसिएशन ने कहा है कि सरकार ने समर्थित मूल्य पर गेहूं की खरीद नहीं की है। ऐसे में पुरानी दर पर आटा बेचना संभव नहीं है। महंगा गेहूं खरीदने के अलावा उसकी सफाई और पिसाई से भी लागत बढ़ी है। बढ़ते खाद्य संकट को देखते हुए सरकार ने तीन लाख टन गेहूं के आयात को मंजूरी दी है, लेकिन पहली खेप 15 फरवरी तक पहुंच पाएगी। इमरान विपक्षी दलों और अर्थशास्त्रियों के निशाने पर आ गए हैं। सरकार के गेहूं आयात करने के फैसले की जांच की मांग उठाई है। उनका कहना है कि पाकिस्ता न कृषि प्रधान देश है और पिछले साल के अंत तक गेहूं निर्यात कर रहा था। फिर अचानक गेहूं की किल्लत कैसे हो गई।
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जनरल सुलेमानी के मारे जाने से नाराज नेता का संसद में ऐलान- ट्रम्प को मारने वाले को 21 करोड़ रु. का इनाम देंगे January 21, 2020 at 06:31PM
तेहरान.ईरान के एक सांसद ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या के लिए 21 करोड़ रुपए का इनाम रखा है। ईरान के कह्नूज शहर से सांसद अहमद हामजे ने कहा है कि यह इनाम केरमान के लोगों की तरफ से होगा। केरमान वही जगह है जहां जनरल कासिम सुलेमानी को दफनाया गया। सांसद जनरल सुलेमानी की मौत पर काफी गुस्से में थे। इसीलिए उन्होंने संसद (मजलिस) में भाषण के दौरान ट्रम्प को मारने वाले को इनाम देने का ऐलान कर दिया।
हामजे ने संसद में यहां तक कह दिया कि ईरान को खुद की सुरक्षा के लिए परमाणु हथियार बनाने शुरू कर देने चाहिए। अगर हमारे पास आज परमाणु हथियार होता तो हम खतरों से सुरक्षित होते। अब हमें ऐसी लॉन्ग रेंज मिसाइल बनानी चाहिए, जो परमाणु हथियारों को अपने साथ ले जा सकें। अपनी सुरक्षा हमारा अधिकार है।
अमेरिका ने कहा- ऐसे बयान ईरान का आतंकी चेहरा दिखाते हैं
यूएन में अमेरिका के निरस्त्रीकरण मामलों के राजदूत रॉबर्ट वुड ने हामजे के बयान पर आपत्ति जताई। जेनेवा में रिपोर्टर्स से बातचीत के दौरान वुड ने कहा, “ईरान की तरफ से आने वाले ऐसे बयान उसके शासन का आतंकी चेहरा दिखाते हैं।” उन्होंने कहा कि ईरान के यह बयान बकवास हैं और रूहानी शासन को जल्द से जल्द अपना बर्ताव बदलना होगा।
3 जनवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे जनरल सुलेमानी
बगदाद एयरपोर्ट पर तीन जनवरी को अमेरिका द्वारा किए गए ड्रोन हमले में ईरान की इलीट कुद्स सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इसके बाद से ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है।7 जनवरी को ईरान ने अमेरिका के दो बेसों पर 22 मिसाइलें गिराईं थीं। इसमें 11 अमेरिकी सैनिकों को चोटें आई थीं। सोमवार रात को भी अमेरिकी ग्रीन जोन पर मिसाइलें गिरीं, हालांकि इस हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली।
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चीन में 440 मामले सामने आए, 9 की मौत; वहां से भारत आने वाले यात्रियों की 7 एयरपोर्ट पर जांच होगी January 21, 2020 at 05:46PM
बीजिंग/नई दिल्ली. चीन में एसएआरएस वायरस से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के हेल्थ कमीशन नेमंगलवार को बताया कि देश में 440 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को देश के सात हवाई अड्डों - दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चिको चीन से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस बीमारी से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसके मुताबिक,हॉन्गकॉन्ग समेत चीन के किसी भी एयरपोर्ट से भारत आने वाली उड़ानों में यह घोषणा करने के लिए कहा गया है कि बुखार या सर्दी के लक्षण से ग्रस्त कोई यात्री या जो 14 दिनों के अंदर वुहान की यात्रा पर गए हों, उन्हें एयरपोर्ट पहुंचने के साथ ही अधिकारियों को इस बारे में सूचित करने के लिए कहा गया है। ताकि उनकी जांच हो सके। वुहान शहर सबसे ज्यादा प्रभावित है।
चीन जाने वाले यात्रियों के लिए ट्रेवल एडवाइजरी जारी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर ट्रेवल एडवाइजरी भी जारी की थी। इसमें यात्रियों से चीन की यात्रा के दौरान कुछ ऐहतियात बरतने के लिए कहा गया था। एयरलाइंस कर्मचारियों से भी आग्रह किया गया था कि वे जहाज से उतरने से पहले सेल्फ-रिपोर्टिंग फॉर्म भरने में यात्रियों की मदद करें, ताकि भरे हुए फॉर्मेट को एयरपोर्ट हेल्थ ऑर्गनाइजेशन द्वारा चेक किया जा सके।
भारत ने संक्रमण से बचने के लिए कदम उठाए:
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से उन नागरिकों की लिस्ट मांगी है, जिन्होंने 31 दिसंबर तक चीन के वीजा के लिए आवेदन दिया है। ऐसे यात्रियों की काउंसिलिंग की जाएगी।
- भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को निर्देश दिए हैं कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, समेत सात एयरपोर्ट पर चीन से आने वाले यात्रियों का हेल्थ चेकअप किया जाए। उन्हें सबसे पहले प्री-इमीग्रेशन काउंटर्स पर ले जाया जाए, जहां थर्मल कैमरों से उनकी जांच होगी।
- दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चीन से आने-जाने वाली 5 एयरलाइंस हैं। मुंबई में दो और कोलकाता से चीन के बीच दो एयरलाइन ऑपरेट करती हैं।
- "सभी स्वस्थ यात्रियों और क्रू मेंबर्स को आगे की यात्रा की इजाजत दी जाएगी। अगर कोई यात्री या क्रू मेंबर संक्रमित पाया जाता है तो पब्लिक हेल्थ अथॉरिटी उस यात्री की जानकारी पैसेंजर लोकेटर फॉर्म से हासिल करेगी। एयरलाइन स्टाफ को ऐसे यात्रियों को इमीग्रेशन चेक प्वाइंट पर स्वास्थ्य जांच के लिए लाना होगा।"
- "फ्लाइट के दौरान संक्रमण फैलने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए केबिन क्रू को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा निर्देशित ऑपरेशन प्रोसीजर का पालन करना होगा।"
वायरस का असर कहां तक?
भारतीय मूल की शिक्षक प्रीति माहेश्वरी (45) इस एसएआरएस जैसे कोरोना वायरस की चपेट में आईं। चीन ने बताया कि इस वायरस चपेट में आने वाली प्रीति पहली विदेशी हैं। जापान, थाईलैंड और दक्षिण कोरिया में भी रहस्यमयी कोरोना वायरसके मामले सामने आए। जापान में भी अलर्ट जारी किया गया है। भारत समेत एशिया के 6 देशों ने भी वायरस को लेकर एडवायजरी जारी की। चीन से आने वाले यात्रियों की जांच के निर्देश दिए गए? अमेरिका में भी अलर्ट।
इतनी तेजी से संक्रमण क्यों?
31 दिसंबर को चीन में इस वायरस का पता चला। वुहान के सीफूड मार्केट से यह वायरस फैला था। इसके बाद मार्केट को बंद कर दिया गया। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, कोरोना वायरस भी सार्स जितना खतरनाक है। सार्स ने 2002 में चीन को अपनी चपेट में लिया था। इससे 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के प्रोफेसर मार्क वूलहाउस का कहना है कि इसके लक्षण सर्दी और जुकाम जैसे नहीं हैं और यही इसकी पहचान में परेशानी की बात है।
संभव है यह पशुओं से इंसानों में पहुंचा हो
यह नए किस्म का वायरस है। संभव है कि यह पशुओं से ही इंसानों में पहुंचा हो। यह इंसानों को संक्रमण में लेता है तो इसका पता नहीं चलता। कोरोना वायरस में तेज बुखार, ज्यादा थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, भूख न लगना और डायरिया जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।
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Norway coalition collapses over ‘IS bride’ repatriation January 20, 2020 at 03:06PM
ट्रम्प ने इमरान से कहा- कश्मीर पर जो मदद कर सकते हैं करेंगे, मुद्दे पर हमारी करीब से नजर January 21, 2020 at 04:18PM
दावोस. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मिले। दोनों की बैठक स्विट्जरलैंड के दावोस में मंगलवार को शुरू हुई वर्ल्ड इकॉनोमिक फाेरम शिखर सम्मेलन के इतर हुई। ट्रम्प ने बैठक के दौरान कहा, “हमने कश्मीर मुद्दे पर बात की। भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में इसे लेकर जो चल रहा है अगर हम उस पर मदद कर सकते हैं, तो जरूर करेंगे। हम इस मुद्दे (कश्मीर) को करीब से देख कर जानकारी ले रहे हैं।”
अभी अफगानिस्तान ज्यादा अहम मुद्दा: ट्रम्प
ट्रम्प ने इमरान से मुलाकात के दौरान कहा, “हमने व्यापार के साथ अन्य कई चीजों पर चर्चा की। लेकिन व्यापार सबसे अहम रहा। फिलहाल मुख्य मुद्दा अफगानिस्तान है, क्योंकि उसे लेकर अमेरिका और पाकिस्तान दोनों चिंतित हैं। हम दोनों वहां शांति चाहते हैं। इसीलिए तालिबान और सरकार के साथ बातचीत कर बदलाव की बात करते हैं। ऐसा दूसरा देश नहीं कर सका।
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ग्लोबल ग्रोथ को लेकर दुनियाभर के सीईओ की निराशा चरम पर, 53% ने कहा- विकास दर घटेगी January 21, 2020 at 01:24AM
दावोस. दुनिया भर के सीईओ के मन में ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ को लेकर निराशाचरम पर है। ग्लोबल कंसल्टेंसी फर्म पीडब्ल्यूसी के सर्वे के मुताबिक, पहली बार 53% सीईओ ने ग्रोथ में गिरावट की बात कही है। पिछले साल ऐसा कहने वाले सिर्फ 29% थे। इस साल सर्वे में 83 देशों के 1,581 सीईओ शामिल किए गए। इनमें से सिर्फ 22% ने ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद जताई। पिछले साल ऐसे सीईओ की संख्या 42% थी। स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की शुरुआत के एक दिन पहले सोमवार को यह सर्वे जारी किया गया।
ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ को लेकर सीईओ का भरोसा 2018 में सबसे ज्यादा 57% था
प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों में सिर्फ चीन के सीईओ के भरोसे में पिछले साल के मुकाबले इजाफा हुआ है। उन्हें लगता है कि इस साल उनकी कंपनियों का रेवेन्यू बढ़ेगा। सर्वे में शामिल भारतीय सीईओ में से 52% का कहना है कि दुनिया की जीडीपी ग्रोथ घटेगी। ग्लोबल जीडीपी को लेकर 2018 में सीईओ का भरोसा सबसे ज्यादा था। उस वक्त दुनिया के 57% सीईओ ने विकास दर में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई थी।
भारत के सिर्फ 40% सीईओ को कंपनियोंकी रेवेन्यू ग्रोथ बढ़ने का भरोसा
- 51% सीईओ आर्थिक विकास दर को लेकर अनिश्चित हैं। 38% के मन में नीतियों को लेकर अनिश्चितता है।
- देश के सिर्फ 40% सीईओ को भरोसा है कि इस साल उनकी कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ बढ़ेगी। पिछले साल यह आंकड़ा 55% था।
- 10% सीईओ का कहना है कि उनके संस्थान ने स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रमों में कोई तरक्की नहीं की। 40% का कहना है कि इसकी शुरुआत की है।
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सीनेट में ट्रम्प पर महाभियोग की कार्रवाई आज से शुरू, वकीलों की बड़ी टीम करेगी बचाव January 21, 2020 at 01:02AM
वॉशिंगटन. अमेरिका के सीनेट (उच्च सदन) में मंगलवार से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई शुरू होगी। वकीलों की एक बड़ी टीम ट्रम्प के बचाव में लगी हुई है। इस टीम में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के महाभियोग की कार्रवाई में शामिल वकील भी हैं। उनके वकीलों ने ट्रम्प पर महाभियोग की कार्रवाई को गैर संवैधानिक बताया था। उन्होंने कहा था कि डेमोक्रेट्स द्वारा सदन में प्रस्तुत किए गए महाभियोग के आर्टिकल स्वतंत्र रूप से अपने राष्ट्रपति को चुनने के अमेरिकी लोगों के अधिकारों पर खतरनाक हमला है।
महाभियोग की कार्रवाई मंगलवार रात 11.30 बजे से शुरू होने वाली है। सबसे पहले ट्रम्प पर लगे आरोपों पर बहस होगी। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स की देखरेख में कार्रवाई होगी। पिछले हफ्ते सीनेट में चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने सांसदों को ‘निष्पक्ष न्याय’ करने की शपथ दिलाई थी। पिछले साल 18 दिसंबर को हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव (निचली सदन) में ट्रम्प के खिलाफ सीनेट में महाभियोग प्रक्रिया शुरू करने की इजाजत दी गई थी।
सीनेट में रिपब्लिकन को बहुमत
हालांकि, ट्रम्प महाभियोग की कार्रवाई में शामिल नहीं हो पाएंगे। वह वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में शामिल होने दावोस (स्विट्जरलैंड) गए हैं। वे लगातार कहते रहे हैं कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप गलत हैं। 100 सीटों वाले सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी बहुमत में है। उसके 53 सांसद हैं और डेमोक्रेट पार्टी के पास 47 सांसद। उच्च सदन में ट्रम्प को हटाने के लिए डेमोक्रेट्स को दो-तिहाई बहुमत की जरूरत होगी। यानी ट्रम्प के खिलाफ करीब 67 सांसदों को वोट करना होगा, जो कि बेहद मुश्किल है।
ट्रम्प पर शक्तियों के दुरुपयोग का आरोप
ट्रम्प पर आरोप है कि उन्होंने दो डेमोक्रेट्स और अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था। निजी और सियासी फायदे के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए 2020 राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने पक्ष में यूक्रेन से विदेशी मदद मांगी थी। जांच कमेटी के सदस्यों ने कहा था कि ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद की गरिमा को कमजोर किया। उन्होंने अपने पद की शपथ का भी उल्लंघन किया।
दिसंबर 2019 को सदन में प्रस्ताव पास हुए थे
पेलोसी ने पहली बार सितंबर 2019 में ट्रम्प पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया था। 19 दिसंबर 2019 को उनके खिलाफ महाभियोग के लिए सदन में दो प्रस्ताव पेश किए गए थे। प्रस्तावों पर वोटिंग के दौरान डेमोक्रेट्स ने ट्रम्प के खिलाफ और रिपब्लिकन ने ट्रम्प के पक्ष में वोटिंग की। दोनों प्रस्ताव के पक्ष में 230 और विपक्ष में 197 वोट पड़े थे। उन्होंने दो डेमोक्रेट्स और अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था। निजी और सियासी फायदे के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए 2020 राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने पक्ष में यूक्रेन से विदेशी मदद मांगी थी।
अमेरिका में राष्ट्रपति के खिलाफ अभियोग के मामले:
- 1868 में अमेरिकी राष्ट्रपति एंड्रयू जॉनसन के खिलाफ अपराध और दुराचार के आरोपों पर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में महाभियोग प्रस्ताव पास हुआ। उनके खिलाफ संसद में आरोपों के 11 आर्टिकल्स पेश किए गए। हालांकि, सीनेट में वोटिंग के दौरान जॉनसन के पक्ष में वोटिंग हुई और वे राष्ट्रपति पद से हटने से बच गए।
- 1998 में बिल क्लिंटन के खिलाफ भी महाभियोग लाया गया था। उन पर व्हाइट हाउस में इंटर्न रही मोनिका लेवेंस्की ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उन्हें पद से हटाने के लिए हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में मंजूरी मिल गई थी, लेकिन सीनेट में बहुमत नहीं मिल पाया।
- वॉटरगेट स्कैंडल में पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन (1969-74) के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई होने वाली थी, लेकिन उन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया। उन पर अपने एक विरोधी की जासूसी का आरोप लगा था।
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केरल के 8 पर्यटक होटल के एक ही कमरे में मृत मिले, गैस लीक होने से दम घुटने की आशंका January 21, 2020 at 12:03AM
काठमांडू/नई दिल्ली.नेपाल के एक होटल में मंगलवार को 8 भारतीय पर्यटकों के शव मिले। पुलिस ने आशंका जाहिर की है कि इनकी मौत गैस लीक होने के बाद दम घुटने से हुई। सभी पर्यटक केरल के हैं। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि पर्यटकों के शव काठमांडू से तिरुअनंतपुरम लाए जा रहे हैं।
मुरलीधरन ने बताया कि तिरुअनंतपुरम के निवासी रंजीत और प्रवीण के परिवार होटल में मृत पाए गए। दोनों की पत्नियां और 4 बच्चों के शव भी होटल में मिले। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने बताया कि दम घुटने की वजह से इनकी मौत हुई। नेपाल पुलिस ने कहा कि 15 सदस्यीय दल केरल से नेपाल आया था। लौटते वक्त ये लोग एवरेस्ट पैनोरमा रिजॉर्ट में रुके थे।
एक ही कमरे में रुके थे आठों पर्यटक, खिड़की-दरवाजे बंद थे
मैनेजर के मुताबिक, सभी लोग सोमवार रात 9:30 बजे पोखरा रिजॉर्ट में आए। इन लोगों ने कमरे को गर्म रखने के लिए गैस हीटर ऑन किया था। इन लोगों ने 4 कमरे बुक किए थे। 8 लोग एक ही कमरे में ठहरे थे। बाकी अन्य कमरों में। जिस रूम में आठों पर्यटक ठहरे थे, उसके सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद थीं। इन लोगों के साथियों ने सभी के अचेत होने के बारे में जानकारी दी। इसके बाद इन्हें एयरलिफ्ट कर काठमांडू के अस्पताल लाया गया, जहां इन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
कार्बन मोनोआक्साइड से जान जाने का खतरा
खराब गैस हीटर के कारण कमरे में कार्बन मोनोआक्साइड बनती है। बिना किसी रंग और गंध की यह गैस बेहद जहरीली होती है। इससे खून में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। इससे शरीर के लगभग सभी अंग प्रभावित होने लगते हैं। यही मौत का कारण बन जाती है।
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