इंटरनेशनल डेस्क.2019 में आए बड़े मौके, बड़े मुद्दे और बिग सितारे के बारे में बताएंगे। फ्रांस में जी-7 देशों के सम्मेलन में भारत को न्योता मिला। भारत इसका सदस्य नहीं है, फिर भी निमंत्रण मिलना बड़ी उपलब्धि रहा। पर्यावरण और आने वाली पीढ़ी के भविष्य को बचाने के लिए पूरे साल 150 से ज्यादा देशों में लोगों ने प्रदर्शन किया।
-
हॉन्गकॉन्गमें लोकतंत्र के समर्थन में सात महीने से प्रदर्शन चल रहा है। आठ दिसंबर को 8 लाख से अधिक लोगों ने रैली की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चीन उनकी स्वतंत्रता को खत्म कर रहा है। चीन ने विरोध को दबाने के लिए सेना को उतार दिया।
-
- जून में ओसाका में जी-20 समिट में मोदी ने कहा कि जापान, अमेरिका और इंडिया का मतलब होता है जय (जेएआई)। इन तीनों की दोस्ती ने दुश्मनों के होश उड़ाए हैं। ये तीनों लोकतंत्र के प्रति समर्पित हैं।
- 24-26 अगस्त फ्रांस में जी-7 देशों के सम्मेलन में पीएम मोदी को न्योता मिला। भारत इसका सदस्य नहीं है, फिर भी निमंत्रण मिलना बड़ी उपलब्धि है।
- नवंबर में बैंकॉक में हुई आसियान समिट में मोदी ने कहा- भारत समुद्र समेत अन्य क्षेत्रों में आसियान के साथ सहयोग बढ़ाने को तैयार है। विकास के लिए आसियान और भारत के बीच संपर्क जरूरी है।
- ब्राजील में नवंबर में हुई ब्रिक्स समिट ने मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इससे दुनिया की इकोनॉमी को 71 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
-
- भारत-पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर 9 नवंबर से शुरू हो गया। भारत से हर दिन पांच हजार सिख श्रद्धालु करतापुर साहिब जा सकते हैं। इसके लिए उन्हें सिर्फ पासपोर्ट रखना होगा, वीजा जरूरी नहीं है।
- इस साल सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस गए। दोनों देशों में रक्षा, गगनयान समेत 13 बड़े समझौते हुए। ह्यूमन स्पेस फ्लाइट के लिए भारतीय ऐस्ट्रोनॉट्स रूस में ट्रेनिंग लेंगे।
-
- थाईलैंड के राजा वजीरालॉन्गकोर्न को नई रानी मिलीं। 66 साल के राजा ने 26 साल छोटी बॉडीगार्ड से शादी की। रानी रेंगते हुए राजा के पास पहुंचीं।
- मई में 2600 साल से जापान पर शासन कर रहे राजघराने के 126वें राजा को गद्दी मिली। 200 साल के इतिहास में पहली बार राजा ने खुद गद्दी छोड़ी।
- 3 मई को कनाडा का 10 डॉलर बना ‘बेस्ट नोट ऑफ द ईयर’। यह दुनिया का पहला वर्टिकल नोट है।
-
सितंबर में क्लाइमेट चेंज पर बड़े देशों के नाकाम होने से लोगों में गुस्सा बढ़ा। इसका नया चेहरा बनी है महज 16 साल की ग्रेटा थनबर्ग। ग्रेटा ने इसके खिलाफ अभियान छेड़ दिया। उनके समर्थन में दुनिया के 139 देशों में 50 लाख से ज्यादा बच्चे और युवा सड़कों पर उतरे। इस साल पूरी दुनिया में पर्यावरण को बचाने के लिए 100 से बड़े आंदोलन हुए।
-
अक्टूबर: चिली में दो महीने से सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी हैं। सामाजिक असमानता के खिलाफ लोग सड़कों पर हैं। पुलिस रबर बुलेट चला रही है। इसमें 241 से ज्यादा लोगों की आंखों को चोट पहुंची, लेकिन वे मास्क पहनकर फिर आ गए।
पूरे साल इराक, वेनेजुएला, लेबनान, फ्रांस, इंडोनेशिया, स्पेन, ब्राजील समेत करीब 28 देशों में सरकारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए।
-
- मार्च में फ्रांस में तेल की बढ़ी कीमतों को लेकर पेरिस में हुआ येलो वेस्ट आंदोलन दुनिया भर में चर्चित रहा। बाद में यह देश भर में फैला और सरकार को फैसला वापस लेना पड़ा।
- जनवरी-फरवरी: ऑस्ट्रेलिया में गर्मी ने इस साल सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। औसत तापमान 42 डिग्री रहा। सूखे से ज्यादातर इलाकों में जलाशय सूख गए। रेंजर्स को 55 जंगली घोड़ों को गोली मारनी पड़ी, क्योंकि वे पानी न होने से हिंसक हो गए थे।
-
2 दिसंबर : पर्यावरण को लेकर दुनिया को ललकारने वाली 16 साल की ग्रेटा थनबर्ग टाइम पर्सन ऑफ द ईयर चुनी गईं। थनबर्ग ने यूएन में तमाम देशों के नेताओं से कहा- हाउ डेयर यू? आपने धोखा किया है, आपको युवा पीढ़ी माफ नहीं करेगी।
-
15 दिसंबर: फिनलैंड की 34 साल की सना मारिन दुनिया की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं। न्यूजीलैंड पीएम जसिंडा अर्डर्न 39 साल, यूक्रेन के पीएम ओलेक्सी 35 साल और उ. कोरिया के प्रमुख किम जोंग-उन भी 35 साल के हैं।
-
8 जनवरी: बांग्लादेश में शेख हसीना ने आम चुनावों में लगातार तीसरी बार बहुमत हासिल किया। चौथी बार प्रधानमंत्री बनीं। हसीना के अवामी लीग गठबंधन ने 300 में से 260 सीटें जीतीं। वनडे टीम के कप्तान मुर्तजा भी जीते।
-
9 दिसंबर: दक्षिण अफ्रीका की जोजिबिनी टुन्जी मिस यूनिवर्स बनीं। टुन्जी एक जवाब में बोलीं- हर लड़की अपने सपनों की ताकत पर भरोसा करे। लड़कियों को लीडरशिप सिखाना बहुत जरूरी है।