Thursday, March 5, 2020
Pakistan does not want any security role of India in Afghanistan March 05, 2020 at 08:14PM
राष्ट्रपति ने खराब परफॉर्मेंस, भ्रष्टाचार पर पूरा मंत्रिमंडल बर्खास्त किया; कहा- वे पश्चिमी देशों के गुलाम बन रहे थे March 05, 2020 at 06:22PM
मॉस्को (एंड्र्यू ई क्रैमर). यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने खराब परफॉर्मेंस और भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से अपने पूरे मंत्रिमंडल को बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने अपने मंत्रियों को विदेशियों को कंपनी बोर्डों में नियुक्त करने के लिए दोषी भी ठहराया है। इनमें स्वास्थ्य मंत्री जोरयाना स्कालेत्सका भी हैं, जिन्हें चीन से लौटने के बाद कोरोनावायरस की आशंका के चलते आइसोलेशन में रखा गया था। जेलेंस्की ने संसद में संबोधन के दौरान कहा कि ऐसा करना उनकी मजबूरी है क्योंकि ये लोग पश्चिमी राष्ट्रों के गुलाम बनते जा रहे थे। उन देशों ने वित्तीय मदद के नाम पर कंपनियों में घुसपैठ कर ली है।
अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा- हमारे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के पूरे सम्मान और उनकी तरफ से दी जा रही मदद के प्रति धन्यवाद के साथ मैं यह कहना चाहता हूं कि हमारी कंपनियों के संचालक मंडल में शामिल हमारे देश के नागरिक एक जातीय अल्पसंख्यक की तरह महसूस कर रहे हैं। हमारे मंत्रियों का प्रदर्शन खराब रहा है, लेकिन राहत की बात यह है कि 6 महीने के कार्यकाल में कोई भी भ्रष्टाचार के मामले में नहीं फंसा है।
भ्रष्टाचार मिटाने के लिए दोस्त के बैंक का भी राष्ट्रीयकरण किया
जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद वाले बैंक का राष्ट्रीयकरण कर दिया। यह उनके दोस्त ईहोर कोलोमोइस्की का था। वे यूक्रेन के मीडिया और बैंकिंग टाइकून हैं। आईएमएफ ने मदद के एवज में बैंक के बोर्ड में विदेशी सदस्यों को स्वतंत्र डायरेक्टर के तौर पर शामिल करने की शर्त रखी थी। जेलेंस्की को ये मंजूर नहीं थीं, तो उन्होंने भ्रष्टाचार मिटाने के लिए बैंक का राष्ट्रीयकरण कर दिया।
जेलेंस्की, 73.22% वोट पाकर जीते थे
जेलेंस्की पहले कॉमेडियन के तौर पर मशहूर थे। उनकी केवर्टल-95 नाम की एंटरटेनमेंट कंपनी भी है। इसकी टीवी सीरीज सर्वेंट ऑफ द पीपल में जेलेंस्की ने राष्ट्रपति की भूमिका निभाई थी। 2019 के चुनाव में उन्हें 73.22% वोट मिले थे।
दैनिक भास्कर से विशेष अनुबंध के तहत
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डब्ल्यूएचओ ने कहा- ऐसे देशों की लंबी लिस्ट जो बचाव के लिए पर्याप्त उपाय नहीं कर रहे, दुनियाभर में अब तक 3282 लोगों की मौत March 05, 2020 at 04:49PM
जेनेवा/बीजिंग. कोरोनावायरस की चपेट में दुनिया के करीब 80 देश हैं। इससे अब तक 95 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं। जबकि 3282 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने गुरुवार को कहा कि ऐसे देशों की लंबी लिस्ट है, जो वायरस से बचाव के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस घेब्रेयोसुस ने इस पर चिंता जताई।
उन्होंने जेनेवा में संवाददाताओं से कहा कि महामारी से निपटने के लिए जितनी राजनीतिक प्रतिबद्धता दिखाने की जरूरत है उतनी नहीं दिख रही। हम सबको मिलकर इससे निपटने की जरूरत है।यह पीछे हटने का समय नहीं है।
चीन के बाहर 267 मौतहुई
कोरोनावायरस से चीन में अब तक 3015 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, संक्रमण के 80552 मामलों की पुष्टि हुई है। चीन के बाहर 267 मौतें हुई हैं।चीन के हुबेई प्रांत में सबसे ज्यादा 2931 लोगों की मौत हुई है। महामारी का केंद्र चीन का वुहान शहर है, जो हुबेई प्रात में ही है।
इटली के 22 राज्य कोरोना की चपेट में
सबसे ज्यादा इटली में 148 लोगों की मौत हुई है।यह चीन के बाहर दूसरी सबसे ज्यादा मौत है। इटली के 22 राज्य इसकी चपेट में हैं।वहीं, संक्रमण के 3858 मामले सामने आए हैं। इसके खतरे को देखते हुए देशभर के स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है।
अमेरिका में 12 लोगों की मौत
न्यूज एजेंसी राइटर्स के मुताबिक, अमेरिका में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 11 वॉशिंगटन और 1 व्यक्ति की मौत कैलिफोर्निया में हुई है। वहीं,संक्रमण के 110 मामले सामने आ चुके हैं।
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खामनेई ने कहा- भारत में मुस्लिमों के नरसंहार से दुनिया दुखी, सरकार कट्टर हिंदुओं को रोके; इमरान खान बोले- शुक्रिया March 05, 2020 at 04:46PM
नई दिल्ली.ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने गुरुवार को दिल्ली दंगों को लेकर भारत सरकार पर निशाना साधा। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मुद्दे पर पिछले महीने हुई हिंसा को उन्होंने धर्म के साथ जोड़ दिया। खामनेई ने कहा है कि भारत के मौजूदा हालात को देखते हुए वहां मुस्लिम खतरे में हैं। फिलहाल इस मामले में भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर खामनेई को शुक्रिया कहा और कश्मीरी मुस्लिमों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला।
खामनेई ने ट्वीट किया, ''भारत में मुस्लिमों के नरसंहार से दुनियाभर के मुस्लिमों का दिल दुखी है। भारत सरकार को कट्टर हिंदुओं और उनकी पार्टियों को रोकना चाहिए। भारत इस्लामिक देशों से अलग-थलग न हो जाए, इसके लिए मुस्लिमों का नरसंहार रोकना चाहिए।'' ईरानी सुप्रीम लीडर ने ट्वीट के साथ #IndianMuslimslnDanger हैशटैग का भी इस्तेमाल किया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने खामनेई को शुक्रिया कहा
दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 53 हुई
दिल्ली में 23 से 26 फरवरी तक सीएए के समर्थक और विरोधी गुटों में हिंसक झड़प हुई थीं। इस दौरान कई जगह आगजनी, फायरिंग और पथराव हुआ था। हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा अब तक 53 हो चुका है, जबकि 200 से ज्यादा जख्मी हैं। इस हिंसा के कई वीडियो सामने आए हैं। जिनके आधार पर दिल्ली पुलिस की एसआईटी जांच कर रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्डट्रम्प के दौरे के समय हुई हिंसा में पुलिस को अंतरराष्ट्रीय साजिश का शक भीहै।
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अमेरिका से 1200 करोड़ रु. में मिसाइल प्रोटेक्शन सुइट खरीदेगा भारत, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के विमानों को सुरक्षा मिलेगी March 05, 2020 at 02:53AM
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के विमानों को सुरक्षा देने के लिएभारत अमेरिका से 1200 करोड़ रुपए केमिसाइल प्रोटेक्शन सुइट खरीदेगा। ऐसे सुइटलगने के बाद वीवीआईपीविमानों को मिसाइल हमले के साथ इलेक्ट्रानिक हमले से भी सुरक्षा मिलेगी।
सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दो दिवसीय भारत यात्रा के इस सैन्य सौदे पर हस्ताक्षर किए गए थे।बोइंग नए सुरक्षा सुइट से लैस दो नए 777 विमान तैयार कर रहा है।
नए सुइट में खतरे के आकलन की क्षमता
नए सुइट में इन्फ्रारेड और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के खतरे को मापने कीक्षमता है। यह खतरे को भांपकर उससे निपट भी सकेगा। यह मिसाइल वॉर्निंग सेंसर से भी लैस है। इस सुइट की फिटिंग के साथ दोनों नए विमानअगले साल के मध्य तक भारत आने की संभावना है।
अधिकारियों ने बोइंग की कार्यशाला में हिस्सा लिया
इससे पहले भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने बोइंग की कार्यशाला में हिस्सा भी लिया।वहां उन्होंने वीवीआईपी विमानों में लगाए गए सुरक्षा सिस्टम से लैस सुइट के बारे में जानकारी ली।
ये वीवीआईपी विमान सैन्य वर्गीकरण में शामिल होंगे
विमानों में अत्याधुनिक सैन्य उपकरण लगे होने की वजह से अब ये वीवीआईपी विमान सैन्य वर्गीकरण में शामिल होंगे। इससे पहले, वीवीआईपी सेवाएं दे रहे चार बोइंग 747 विमानों का रखरखाव एयर इंडिया करती रही है।
24 मल्टी रोल और छह अपाचे हेलीकॉप्टर भी खरीदे जाएंगे
ट्रम्प की भारत यात्रा के दौरान भारत ने अमेरिका से 24 एमएच 60 रोमियो मल्टी रोल हेलीकॉप्टर और छह नए अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए भी समझौता किया था। रोमियो मल्टी रोल हेलीकॉप्टर नौ सेना तो अपाचे आर्मी को अपनी सेवाए देंगे।
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अरबपति ब्लूमबर्ग राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से पीछे हटे; 6 भारतवंशियों ने प्राइमरी चुनाव में जीत हासिल की March 04, 2020 at 11:45PM
वॉशिंगटन. अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ से मीडिया दिग्गज माइकल ब्लूमबर्ग पीछे हट गए हैं। पिछले मंगलवार को 14 राज्यों में हुए प्राइमरी चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि वे इस दौड़ में ट्रंप को हराने के लिए आए थे और इसी वजह से इस दौड़ से बाहर भी जा रहे हैं। इससे पहले बिडेन को युवा उम्मीदवार पीट बुटीगिग ने भी अपना समर्थन दिया था। उधर,हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव ( निचला सदन) के लिए हुए प्राइमरी चुनावों में छह से ज्यादा भारतवंशियों ने जीत हासिल की है। इसमें दो महिलाएं भी हैं।
कैलिफोर्निया में सातवीं डिस्ट्रिक्ट से डॉ. एमी बेरा और 17वीं से रो खन्ना ने जीत दर्ज की है। दोनों डेमाक्रेटिक पार्टी से हैं और पहले से ही हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के सदस्य हैं। बेरा सबसे ज्यादा समय तक अमेरिका के निचले सदन में सेवाएं देने वाले भारतीय हैं। नवंबर में अगर वह जीतते हैं तो यह लगातार उनका पांचवा कार्यकाल होगा। वहीं, रो खन्ना का मुकाबला भारतवंशी रितेश टंडन से था। जहां उन्होंने आसान जीत दर्ज की। महिलाओं में रिपब्लिकन निशा शर्मा ने कैलिफोर्निया की 11वीं डिस्ट्रिक्ट से जीत हासिल की तो वर्जीनिया की 11वीं से मांगा अनंतमुला ने जीत हासिल की। इसके अलावा डेमोक्रेट्स ऋषि कुमार ने कैलिफोर्निया में 18वीं डिस्ट्रक्ट और प्रेस्टन कुलकर्णी ने टेक्सास में 22वीं डिस्ट्रक्ट में जीत हासिल की।
डेमोक्रेटिक पार्टी मेंबिडेन और बर्नी सैंडर्स के बीच टक्कर
डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति की उम्मीदवारी की दौड़ अब मुख्य रूप से बिडेन और बर्नी सैंडर्स के बीच है। मंगलवार को हुए प्राइमरी चुनाव में बिडेन ने 10 तो सैंडर्स ने चार सीटों पर जीत हासिल की। 77 वर्षीय बिडेन ने सबसे ज्यादा 228 डेलीगेट्स वाले टेक्सास तो 78 वर्षीय सैंडर्स ने 415 डेलीगेट्स वाले कैलिफोर्निया में जीत हासिल की है। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने प्राइमरी चुनाव में बिडेन की दमदार वापसी के बाद उनका स्वागत किया है।
उम्मीदवारी पाने के लिए 1991 डेलीगेट्स की जरूरत
डेमोक्रेटिक पार्टी में कुल 3979 डेलीगेट्स हैं और पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पाने के लिए 1991 डेलीगेट्स का समर्थन पाना जरूरी है। मंगलवार को हुए प्राइमरी चुनाव में 1357 डेलीगेट्स ने हिस्सा लिया। अभी तक बिडेन को 433 डेलीगेट्स और सैंडर्स को 388 डेलीगेट्स का समर्थन प्राप्त है। अगले दो मंगलवारों को 10 राज्यों में और प्राइमरी चुनाव कराए जाएंगे।
ब्लूमबर्ग ने चुनाव अभियान में करोड़ों खर्च किए थे
न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर माइकल ब्लूमबर्ग ने प्राइमरी चुनावों में करोड़ों डॉलर खर्च किए थे। सियासी जानकारों का मानना था कि इससे पहले अमेरिका में प्राइमरी चुनाव में कभी भी एक प्रत्याशी द्वारा इतना खर्च नहीं किया गया। इसके बावजूद वह ‘सुपर ट्यूजडे’ को हुए प्राइमरी चुनाव में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुए।
डोनाल्ड ट्रंप ने उड़ाया ब्लूमबर्ग का मजाक उड़ाया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर ब्लूमबर्ग के खाने के तरीके का मजाक उड़ाया है। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, ब्लूमबर्ग का एक वीडियो तेजी से वायरल रहा है, जिसमें वे पिज्जा का एक टुकड़ा खाते दिख रहे हैं। इसके बाद वह एक-एक करके अपनी पांचों उंगलियां चाटते हैं। फिर वह बिना हाथ धोए कॉफी मशीन तक जाते हैं। इस वीडियो को ट्वीट करते हुए ट्रम्प ने लिखा, ‘‘मिनी माइक, आप अपनी गंदी उंगलियों को न चाटें, यह आपके और दूसरों को लिए नुकसानदायक हो सकता है।’’ ट्रम्प ब्लूमबर्ग को मिनी माइक के नाम से बुलाते हैं।
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तालिबान-अमेरिका समझौते के बाद 5 दिन में 26 अफगान सैनिक मारे गए; ट्रम्प के विशेष दूत तालिबान सरगना से मिले March 04, 2020 at 09:54PM
वॉशिंगटन/काबुल. अमेरिका और आतंकी संगठन तालिबान के बीच अफगानिस्तान में शांति बहाली को लेकर हुआ समझौता खतरे में नजर आ रहा है। यह समझौता 29 फरवरी को दोहा में हुआ था। पांच दिन के भीतर ही तालिबानियों के हमले में 26 अफगान सैनिक मारे गए। इससे समझौते की सफलता पर सवाल उठने लगे हैं। अब अमेरिका के विशेष दूत जालमई खालिजाद ने तालिबान चीफ मुल्ला अब्दुल गनी बरदार से बातचीत की है। इसके पहले मंगलवार रात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी बरदार से बातचीत की थी।
10 मार्च से तालिबान और अफगान सरकार की बातचीत होगी। इस पर दुनिया की निगाहें होंगी। अगर इस बातचीत में तालिबान और अशरफ गनी सरकार किसी समझौते पर पहुंचती है तो अफगानिस्तान में
वास्तविक शांति स्थापित हो सकती है।
बरदार से मिले खालिजाद
29 फरवरी को अमेरिका-तालिबान समझौते के बाद भी तालिबान ने अफगानिस्तान में हमले जारी रखे। इनमें 26 अफगान सैनिक और पुलिसकर्मी मारे गए। हालात बिगड़ते देख अमेरिका के विशेष दूत जालमई खालिजाद ने बुधवार देर रात तालिबान प्रमुख मुल्ला बरदार से मुलाकात की। इसकी जानकारी खालिजाद ने ट्विटर पर दी। कहा, “हम सब इस बात पर सहमत हैं कि समझौते से अफगानिस्तान में शांति का रास्ता खुलेगा। अगर हिंसा बढ़ती है तो समझौता खतरे में पड़ जाएगा। लिहाजा, वक्त रहते हिंसा रोकनी होगी। इन बातों के अलावा हमने कैदियों की रिहाई पर भी चर्चा की है।
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आखिर हमले क्यों हो रहे हैं?
दरअसल, 29 फरवरी को हुए समझौते में सिर्फ दो पक्ष हैं। तालिबान और अमेरिका। अफगानिस्तान सरकार इसमें शामिल नहीं है। 10 मार्च से ओस्लो में तालिबान और अफगान सरकार बातचीत करेंगी। बातचीत से पहले एक मुद्दा मुश्किल नजर आ रहा है। दरअसल, तालिबान चाहता है कि अफगान सरकार जेल में बंद 5 हजार आतंकियों को रिहा करे। जबकि, अशरफ गनी सरकार ने साफ कर दिया है कि वो किसी तालिबानी को रिहा नहीं करेगी। तालिबान ने ये भी कहा था कि उसके कब्जे में एक हजार बंधक हैं, अगर अफगान सरकार उसके लोगों को रिहा करेगी तो वो भी बंधकों को छोड़ देगा।
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