Wednesday, March 25, 2020
एक साल बाद फैसला: दो मस्जिदों में गोलीबारी करने वाला टैरेंट 51 लोगों की हत्या का दोषी करार; 40 लोगों की हत्या की कोशिश और आतंकवाद का भी कसूरवार March 25, 2020 at 06:04PM
वेलिंगटन. न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों (अल-नूर और लिनवुड) पर हमला करने के आरोपी ऑस्ट्रेलियन नागरिक ब्रेंटन हैरिसन टैरेंट को दोषी करार दिया गया है। उसे 51 लोगों की हत्या, 40 लोगों की हत्या की कोशिशऔर आतंक फैलानेकादोषी ठहराया गया है। टैरेंट पर अभी सजा तय नहीं की गई है।पिछले साल हुए हमले में ब्रेंटन ने 51 लोगों की जान ले ली थी। इनमें 8 भारतीय भी थे।
15 मार्च 2019 को 28 साल के ब्रेंटन ने दो मजिस्दों में नमाज के दौरान बैठे लोगों को पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं। उसे हमले के 21 मिनट बाद के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। टैरेंट ने इस नरसंहार का फेसबुक पर लाइव वीडियो जारी किया था, जो वायरल होकर एक अन्य सोशल मीडिया पर भी देखा गया था। इस हमले ने देश के पूरे मुस्लिम समुदाय को हिलाकर रख दिया था, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय और स्थानीय लोगों ने प्रभावितों के साथ एकजुटता दिखाई थी। तब प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न ने गन कानून में बदलाव करने की बात कही थी। हमले के दौरान 50 से ज्यादा लोग जख्मी भी हुए थे। इसमें बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी बाल-बाल बच गए थे।
टैरेंट फिटनेस इंस्ट्रक्टर था
पुलिस ने जब टैरेंट को पहली बार कोर्ट में पेश किया तो वह पूरे समय मुस्कुरा रहा था। कुछ देर बाद मीडिया के सामने भी हंसकर उसने सबकुछ ठीक होने का इशारा किया था। टैरेंट आतंकी बनने से पहलेफिटनेस इंस्ट्रक्टर था। कोर्ट में उसने खुद को फासिस्ट बताया और जमानत के लिए आग्रह भी नहीं किया था।
फैसले से पीड़ित परिवारों को राहत
टैरेंट के मामले पर जून में सुनवाई होनी थी, लेकिन कोर्ट ने 4 हफ्ते के लॉकडाउन के बावजूद तुरंत सुनवाई का फैसला लिया। इसमें टैरेंट जेल से ही वीडियो लिंक के जरिए शामिल हुआ था। टैरेंट को दोषी करार दिए जाने से पीड़ित परिवारों ने खुशी जताई है।
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195 देशों में संक्रमण और 4,68,905 केस: दुनिया की एक तिहाई आबादी लॉकडाउन; इटली में एक दिन में 683 लोगों की मौत March 25, 2020 at 04:53PM
बीजिंग/रोम/नई दिल्ली. दुनिया के 195 देश कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं। 21,200 लोगों की मौत हो चुकी है। 4 लाख 68 हजार 905 संक्रमित हैं। 1 लाख 14 हजार 218 मरीज ठीक भी हुए। उधर, इटली में एक दिन में कोरोना से 683 लोगों की मौत हुई है। यहां मौतों का आंकड़ा 7,503 हो चुका है।
उधर, स्पेन में पिछले 24 घंटों में 656 लोगों ने जान गंवाई है। यहां अब तक 3,647 मौतें दर्ज की जा चुकी है। स्पेन में मौतों का आंकड़ा चीन से भी ज्यादा हो गया है। चीन में 3,287 लोग मारे जा चुके हैं।
भारतीय मूल के मशहूर शेफ फ्लॉयड कार्डोज का बुधवार देर रात कोरोना संक्रमित होने के कारण अमेरिका में निधन हो गया। उधर, ब्रिटेन के क्लेरेंस हाउस (रॉयल रेसिडेंस) के मुताबिक, 71 साल के प्रिंस चार्ल्स प्रिंस कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उनकी पत्नी कैमिला को भी आइसोलेट कर दिया गया है। स्पेन की उप प्रधानमंत्री कार्मेन काल्वो बुधवार रात कोरोनावायरस से संक्रमित पाई गईं।
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लेट ही नहीं जल्दी सोने से भी हृदय रोग का खतरा, हर रात कम से कम 7 घंटे की नींद जरूरी March 25, 2020 at 02:43PM
न्यूयार्क.नींद अनियमित होने से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है, हर रात कम से कम 7 घंटे की नींद लेनी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर डायबिटीज, स्ट्रोक और कार्डियोवेस्क्युलर की समस्या हो सकती है। जर्नल नेचर में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया, नींद की नियमितता और रेस्टिंग हार्ट रेट (आरएचआर) के बीच स्टडी में पाया गया, रोज सोने वाले समय से महज 30 मिनट बाद में सोने से रेस्टिंग हार्ट रेट आने वाले दिनों में उच्च हो जाता है। भारतीय मूल के अनुसंधानकर्ता औरअमेरिका में नोट्रे डेम यूनिवर्सिटी के नीतेश चावला भी अध्ययन में शामिल रहे।
ऐसे किया अध्ययन
अनुसंधान करने वाली टीम ने चार साल तक 557 कॉलेज स्टूडेंट्स से डाटा एकत्र कर विश्लेषण किया। उन्होंने 2 लाख 55 हजार 736 स्लीप सेशन को रिकॉर्ड किया, जिसमें सोने के समय, नींद और रेस्टिंग हार्ट रेट को मापा गया। आश्चर्यजनक रूप से नियमित समय पर सोने वाले जब पहले सोए, तब भी आरएचआर बढ़ा हुआ मिला। आधे घंटे से ज्यादा समय पहले सोने से आरएआर में वृद्धि देखी गई।
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Spain buys medical equipment worth 432 million euros from China March 25, 2020 at 04:28AM
अमेरिका ने घोषित किया सबसे बड़ा 151 लाख करोड़ रुपए का राहत पैकेज, हर आदमी को मिलेंगे 90 हजार रुपए March 25, 2020 at 01:52AM
वॉशिंगटन। कोरोनावायरस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था में आ रही गिरावट को थामने के लिए अमेरिका 2 लाख करोड़ डॉलर (करीब 151 लाख करोड़ रुपए) का राहत पैकेज जारी करने जा रहा है। पैकेज को लेकर ह्वाइट हाउस और सीनेट के बीच सहमति बन गई है। इस खबर से अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोंस में मंगलवार को 11.4 फीसदी की उछाल देखी गई। यह 1929 की महामंदी के बाद से एक दिन में डाउ जोंस की सबसे बड़ी उछाल है। अमेरिका में बुधवार रात (भारतीय समयानुसार) को डील सीनेट में पेश होगी। वहां से पास हो जाने के बाद इससे जुड़ा पूरा ब्यौरा सामने आएगा। इस पैकेज को अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा राहत पैकेज बताया जा रहा है। सदन से पास होते ही यह दुनिया में किसी भी देश द्वारा किसी भी स्थिति में जारी किया गया सबसे बड़ा राहत पैकेज हो जाएगा।
किसको क्या मिलेगा
- 25,000 करोड़ डॉलर का फंड ऐसे लोगों के लिए जिनकी नौकरी कोरोनावायरस के कारण चली गई या जिनका रोजगार प्रभावित हुआ है। ऐसे लोगों तक सरकार सीधे चेक भेजेगी।
- सालाना 75 हजार डॉलर या इससे कम ग्रॉस कमाई करने वाले व्यक्ति को 1200 डॉलर का सहयोग मिलेगा। मौजूदा दरों के अनुसार यह रकम भारतीय रुपए में 90 हजार के करीब होती है। वहीं, 1,50,000 डॉलर सालाना ग्रॉस कमाई करने वाली दंपत्ति को 2400 डॉलर का सहयोग मिलेगा। साथ ही हर बच्चे के लिए 500 डॉलर अलग से मिलेंगे।
- 35 हजार करोड़ डॉलर का एमरजेंसी लोन फंड अमेरिका की छोटी कंपनियों के लिए, ताकि उनका बिजनेस बंद न हो।
- 25 हजार करोड़ डॉलर का फंड एम्प्लॉयमेंट इंश्योरेंस बेनिफिट के तौर पर जारी किया जाएगा।
- 50 हजार करोड़ डॉलर का फंड संकटग्रस्त कंपनियों को लोन के तौर पर दिया जाएगा।
- डील में एक विशेष प्रावधान किया है। इससे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उनके परिवार का कोई सदस्य, कांग्रेस का कोई सदस्य इस पैकेज की राशि से कोई लोन या निवेश हासिल नहीं कर पाएंगे। यह प्रावधान रकम के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए किया गया है।
- अगर कोरोना के कारण नौकरी गई है तो पति-पत्नी के लिए 2400 डॉलर, हर बच्चे के लिए 500 डॉलर अलग।
एशियाई शेयर बाजारों में आई तेजी
अमेरिका में राहत पैकेज की घोषणा का एशियाई बाजारों में सकारात्मक असर देखने को मिला और लगातार दूसरे दिन तेजी जारी रही। जापान का निक्की 5.7 प्रतिशत की बढ़त में रहा। हांगकांग का हैंगसेंग, ऑस्ट्रेलिया का सिडनी शेयर बाजार, सिंगापुर शेयर बाजार और न्यूजीलैंड का वेलिंगटन शेयर बाजार दो प्रतिशत से अधिक की तेजी में रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी और ताईवान शेयर बाजार चार प्रतिशत से अधिक चढ़ गया। चीन का शंघाई कंपोजिट भी दो प्रतिशत से कुछ अधिक की बढ़त में रहा। भारतीय शेयर बाजार भी बुधवार को करीब 7 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए।
अमेरिका में कोरोना से अब तक 706 लोगों की मौत
अमेरिका में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं और अब तक इस महामारी से देश में 706 लोगों की मौत हो चुकी है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। सीएसएसई के मुताबिक अमेरिका में अब तक कोरोना संक्रमण के 53,740 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में इससे सर्वाधिक मौतें हो चुकी हैं जिसके बाद किंग्स काउंटी में इस महामारी का प्रकोप देखने को मिला है।
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Mali declares first two coronavirus cases March 25, 2020 at 01:40AM
Russian Prez Putin to address Russians over covid-19 on Wed: Kremlin March 25, 2020 at 01:23AM
After Trump's request, South Korea checking if it can expand exports of virus test kits March 25, 2020 at 12:12AM
इटली के लोम्बार्डी ने चीन के वुहान को पीछे छोड़ा, यहां हर तीसरे दिन मौत का आंकड़ा दोगुना बढ़ रहा है, अब तक 3500 मौतें March 25, 2020 at 12:04AM
मैड्रिड/लंदन/मिलान/ न्यूयॉर्क. इटली में पिछले 24 घंटे में 743 लोगों की जान गई है। इसके साथ ही कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 6,820 हो गई है। यहां लोम्बार्डी शहर कोरोनावायरस का नया एपिकसेंटर बन गया है। कोरोना से हुई मौत के मामले में लोम्बार्डी ने चीन के वुहान को पीछे छोड़ दिया है। चीन के हुबई प्रांत में सोमवार तक कोरोना से 3160 लोगों की जान गई थी। इनमें से करीब 2500 से मौतें अकेले वुहान शहर में हुई हैं। वहीं, लोम्बार्डी में अब तक करीब 3500 लोगों की जान जा चुकी है। अब दुनिया के किसी भी शहर में सबसे ज्यादा मौतें यहीं हो रही हैं। यहां हर तीसरे दिन मौत की संख्या दोगुना तेजी से बढ़ रही है।
उम्मीद जगी: इटली में पहली बार कोरोना के नए मामले सिर्फ 8% बढ़े
इस संकट में इटली के प्रशासन ने एक अच्छी खबर दी है, वहां लॉकडाउन के प्रतिबंध कड़े करने के बाद से कोरोना के नए मामलों में थोड़ी सी कमी आई है। मंगलवार को कोरोना केस में सिर्फ 8% का इजाफा हुआ। सोमवार को भी सिर्फ 8% ही इजाफा हुआ था। यह इटली में 21 फरवरी को कोरोना से हुई पहली मौत के बाद से सबसे कम है।
चिंता बढ़ी: मैड्रिड और लंदन में लोम्बार्डी से भी तेज मौतों की रफ्तार
लोम्बार्डी के बाद स्पेन के मैड्रिड और ब्रिटेन के लंदन अब कोरोना के बड़े सेंटर हैं। यहां कोरोना से मौतों का आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ रहा है। हर दूसरे दिन इन शहरों में मौतों की संख्या दोगुनी बढ़ रही है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लंदन में मौत का आंकड़ा दोगुना तेजी से बढ़ रहा है। यह ब्रिटेन के अन्य हिस्सों की तुलना में एक दिन आगे है। ब्रिटेन में मंगलवार को कोरोना से 87 लोगों की मौत हुई। इनमें से 21 मौते लंदन में हुई हैं। ब्रिटेन में एक हफ्ते में मौतें छह गुना बढ़ गई हैं।
खराब होते हालात: स्पेन में कुल मौतों में से 57% मैड्रिड में हुई हैं
स्पेन में कोरोना से अब 2700 ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। 40 हजार से ज्यादा केस आ चुके हैं। स्पेन की आर्म्ड फोर्स ने नाटो से मानवीय मदद में सहायता मांगी है। अकेले मैड्रिड में कोरोना के अब तक 12352 केस आ चुके हैं। यहां 1535 लोगों की जान जा चुकी है। यह स्पेन की कुल मौतों का तकरीबन 57% है।
सबसे तेज रफ्तार: अमेरिका में कोरोनावायरस के अब तक 53,852 केस आए, 728 मौतें हुईं
दुनिया में कोरोनावायरस के 30% केस अब अकेले अमेरिका में आ रहे हैं। कोरोना से सबसे ज्यादा मृत्युदर न्यूयॉर्क में है। ऐसे में आने वाले समय में न्यूयॉर्क दुनिया के बाकी शहरों को पीछे छोड़ सकता है। अमेरिका में कोरोनावायरस के अब तक 53,852 केस आए हैं, जबकि 728 मौतें हुई हैं। वहीं, दुनिया में कोरोनावायरस से 18,437 मौतें हुई हैं। 410,600 मामले आए हैं।
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चीनी कंपनी का रोबोट अल्ट्रासाउंड, मुंह की सफाई और मरीज के अंगों की आवाज सुन सकता है, मरीज को छुए बिना जांच होगी March 25, 2020 at 12:00AM
बीजिंग.कोरोना से लड़ाई में चीनी कंपनी के इंजीनियर्स द्वारा बनाया गया रोबोट अहम भूमिका निभा सकता है। इससेडॉक्टर मरीज को छुए बिना जांच कर सकते हैं। रोबोट को दूर सेऑपरेट किया जा सकता हैं। यह रोबोट अल्ट्रासाउंड, मुंह की सफाई और मरीज के आंतरिकअंगों की आवाज सुन सकता है। डॉक्टर इसे लैपटॉप के द्वारा दूसरे रूम से और अन्य शहर से ऑपरेट कर सकते हैं, हालांकि इसकी अभी दो ही यूनिट हैं। रोबोट का डिजाइन लूनर लैंडरसे प्रभावित होकर बनाया किया गया था। इंजीनियर्स ने इसे व्यवसायिक उद्देश्य को ध्यान में रखकर बनाया था। अब यह डॉक्टर्सकी मदद कर रहा है।
अंतरक्षि यान की तरह पहीयों पर चलने वाले रोबोट के पास एक हाथ है। यह कोरोना से संक्रमित मरीज और डॉक्टर के बीच दूरी बनाने में काम आता है। इससे कोरोना का इलाज कर रहे मेडिकल कर्मी खुद संक्रमित होने से बच सकते हैं।
लूनर न्यू ईयर पर आईडिया आया था
तिंगहुआ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और रोबोट के मुख्य डिजाइनर झेंग गंगटी ने कहा, ‘सभी डॉक्टर बहुत बहादुर हैं, लेकिन कोरोनावायरस बहुत संक्रामक है। ऐसी परिस्थिति के लिए हमने रोबोट डिजाइन किया है, जो मेडिकल वर्कर के लिए कोरोना के खतरे को कम करता है।' झेंग ने बताया, उन्हें लूनर न्यू ईयर के बाद इसे बनाने का विचार आया था। तब वुहान में लॉकडाउन की शुरुआत थी।
रोबोट और लूनर रोवर की तकनीक मिलती जुलती है
बीजिंग में रहने वाले प्रोफेसर झेंग कोरोनावायरस से बचाव के लिए कुछ योगदान देना चाहते थे। उन्होंने सुना था कि कोरोनावायरस से बचाव में लगे मेंडिकल कर्मी भी संक्रमित हो रहे हैं। इस समस्या के निदान के लिए ही झेंग और उनकी टीम ने दो मेकेनाइज्ड रोबोटिक को तैयार किया। इसमें इस्तेमाल की गई तकनीक स्पेस लूनर रोवर से मिलती जुलती है।
कोरोनावायरस94 देशों में फैला
दुनिया के 194 देशों में कोरोनावायरस फैल चुका है। इससे 18 हजार 905 लोगों की मौत हो चुकी है। 4 लाख 22 हजार 913 संक्रमित हैं। 1 लाख 9 हजार 143 मरीज ठीक हुए। इस महामारी से बचने के लिए करीब दुनियाभर के 50 से ज्यादा देश लॉकडाउन हैं। 230 करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद हैं। इनमें से अकेले 130 करोड़ लोग केवल भारत में ही लॉकडाउन है। इससे निपटने में मेडिकल वर्कर 14 दिनों तक नॉन स्टाॅप वर्किंग पर हैं।
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