Tuesday, December 22, 2020
Israelis blame Prime Minister Netanyahu for snap elections December 22, 2020 at 09:16PM
इमरान खान ने मंत्रियों से कहा- अब परफॉर्मेंस देने का वक्त, 3 महीने तो मुझे काम समझने में लगे December 22, 2020 at 07:41PM
अगस्त 2018 में सत्ता संभालने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने मंत्रियों से काम का दबाव लेने को कहा है। इमरान ने राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अपने मंत्रियों की टीम से कहा- अब हमें काम करके दिखाना होगा। सरकार के बाकी बचे करीब ढाई साल के कार्यकाल में हमें परफॉर्मेंस देना होगा।
इमरान का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब 11 विपक्षी दलों का गठबंधन लाहौर में पिछले हफ्ते मेगा रैली कर चुका है और अगले महीने इस्लामाबाद तक मार्च निकालने की तैयारी कर रहा है। सरकार पर भारी दबाव है।
अब काम का वक्त आया
इमरान ने मंगलवार को इस्लामाबाद में ‘परफॉर्मेंस एग्रीमेंट्स ऑफ द फेडरल गवर्नमेंट फॉर द ईयर 2020-21’ प्रोग्राम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उनके तमाम मंत्री और सलाहकार मौजूद थे। ‘द डॉन’ की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रोग्राम में कई मिनिस्टर्स ने परफॉर्मेंस एग्रीमेंट्स पर दस्तखत किए।
इसके बाद इमरान का भाषण हुआ। उन्होंने कहा- हमारे पास अब सवा दो या ढाई साल का वक्त बचा है। अब वक्त आ गया है जब हम परफॉर्मेंस दें। इसके लिए खुद पर दबाव डालना होगा।
बहाने बनाने का वक्त गया
इमरान ने मंत्रियो को नसीहत भी दी। कहा- अब हम कोई बहाना नहीं बना सकते। ये नहीं कह सकते कि हम सरकार में नए हैं और काम सीख रहे हैं। शुरुआत में यह चल जाता था क्योंकि तब हम सत्ता में पहली बार आए थे। इसलिए, मैं फिर कह रहा है कि अब काम करने का वक्त आ गया है। अब हर मंत्रालय के काम का एनालिसिस होगा। जनता पांच साल बाद यह तय करेगी कि आपने उनकी जिंदगी को कितना बेहतर बनाया। किसी एक मंत्रालय के अच्छे काम से कुछ नहीं होगा। सबको मिलकर चलना होगा।
तैयारी का वक्त नहीं मिला
इमरान ने पाकिस्तान सरकार की तुलना अमेरिका और ब्रिटेन से भी कर दी। पीएम ने कहा- अमेरिका और ब्रिटेन में जब नई सरकार सत्ता संभालती है तो प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति सरकारी विभागों की स्थिति स्पष्ट करते हैं। मुझे इसके लिए वक्त ही नहीं मिला। पहले तीन महीने तो काम समझने में लग गए।
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स्वीडन भी चीन की हुबेई कंपनी को 5G नेटवर्क कॉन्ट्रैक्ट नहीं देगा, अपना नेटवर्क तैयार करेगा देश December 22, 2020 at 06:53PM
5G नेटवर्क के जरिए दुनिया के टेलिकॉम सेक्टर में दबदबा कायम करने की कोशिश में जुटे चीन को एक और झटका लगा। स्वीडन ने साफ कर दिया है कि वो चीनी टेलिकॉम कंपनी हुबेई को 5G नेटवर्क तैयार करने का कॉन्ट्रैक्ट नहीं देगा। स्वीडन के मुताबिक, उसके पास जरूरी सुविधाएं और इन्फ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। लिहाजा, वो अब 5G नेटवर्क खुद तैयार करेगा।
स्वीडन के पहले ब्रिटेन, कनाडा और ब्राजील हुबेई को कॉन्ट्रैक्ट देने से इनकार कर चुके हैं। अमेरिका ने ब्राजील और यूरोपीय देशों से साफ कहा था कि वे चीन को किसी भी कीमत पर 5G नेटवर्क कॉन्ट्रैक्ट न दें।
स्वीडन और चीन के रिश्तों में तनाव
अमेरिका ही नहीं, यूरोप के कई देशों से भी चीन के रिश्ते महामारी के दौर में तनावपूर्ण हो चुके हैं। अब यह देश धीरे-धीरे चीन के खिलाफ कदम भी उठाने लगे हैं। स्वीडन ने 5G नेटवर्क को लेकर हुबेई को दरकिनार कर दिया है। चीन के लिए यह बहुत बड़ा झटका है। माना जा रहा है कि यूरोप के बाकी देश भी इस ट्रेंड को भविष्य में फॉलो कर सकते हैं।
स्वीडन में चीन के राजदूत गुई गोंग्यू ने स्वीडन की चिंताओं का खारिज कर दिया। कहा- चीन की कंपनियों से इस तरह का भेदभाव हमें कबूल नहीं है। उन्हें इस मामले में फिर विचार करना चाहिए।
वजह भी स्पष्ट
खास बात यह है कि स्वीडन ने यह फैसला लोगों की राय के बाद लिया। दरअसल, स्वीडन ने एक सर्वे कराया था। इसमें एक सवाल 5G नेटवर्क के कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा था। 82% स्वीडिश नागरिकों ने कहा- चीन में लोकतंत्र नहीं है और वहां मानवाधिकार उल्लंघन के कई मामले सामने आते हैं। लिहाजा, हुबेई को यह कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया जाना चाहिए। स्वीडन की टेलिकॉम अथॉरिटी ने एक बयान में कहा- एक स्थानीय अदालत ने भी सुरक्षा के आधार पर हुबेई और ZTE को कॉन्ट्रैक्ट न देने के आदेश दिए हैं।
हुबेई पर गंभीर सवाल
अमेरिका और ब्रिटेन ने इस साल की शुरुआत में ही हुबेई के ऑपरेशन्स और इक्युपमेंट्स पर सवालिया निशान लगाए थे। अमेरिकी दबाव के बाद कनाडा और ब्राजील ने ऐन वक्त पर हुबेई को कॉन्ट्रैक्ट देने से इनकार कर दिया था। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने तो साफ कहा था कि हुबेई के जरिए चीन दूसरे देशों की जासूसी कर रहा है। इसके सबूत भी दिए गए थे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने 2018 में ही एक आदेश जारी कर अमेरिकी टेलिकॉम सेक्टर में चीनी उपकरणों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। जुलाई में ब्रिटेन ने भी यही किया था। ब्राजील और कनाडा ने हुबेई पर बैन के लिए अदालती आदेश का सहारा लिया था।
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EU starts to ease bans over UK virus strain; WHO to meet December 22, 2020 at 06:52PM
आग ने 50 करोड़ जानवर मार दिए, कोरोना ने 17 लाख इंसान छीन लिए; फिर भी न हारे-न हारेंगे December 22, 2020 at 05:27PM
साल 2020। शायद आप इस साल को कभी याद नहीं करना चाहेंगे, लेकिन इस साल की कुछ ऐसी तस्वीरें भी हैं, जो कभी भुलाई नहीं जा सकेंगी। हर नए साल की तरह यह साल भी खुशियां लेकर आया, लेकिन यह खुशी कुछ ही दिन टिक सकीं। वुहान से निकलकर कोरोना एक महामारी बन बैठा और पूरी दुनिया इसकी चपेट में आ गई। कोरोना के नाम रहे साल 2020 में करीब 17 लाख लोगों की जान गई, लगभग 8 करोड़ लोग संक्रमित हुए, कई देशों की अर्थव्यवस्था हिल गई और लोगों के जिंदगी जीने का तरीका भी पूरी तरह से बदल गया।
दुनिया भर में यह साल कैसा रहा, कहां क्या अच्छा हुआ और क्या बुरा इन तमाम चीजों को हम चुनिंदा तस्वीरों में आपके साथ शेयर कर रहे हैं...
जनवरी : आतिशबाजी से शुरुआत, कोरोना फैला और ब्रायंट नहीं रहे
फरवरी: महाभियोग से बरी हुए ट्रंप, चीन से बाहर कोरोना से पहली मौत
मार्च : विदेशियों के लिए बंद किया गया मक्का-मदीना, इटली में तेजी से फैला कोरोना
अप्रैल: सामूहिक शव दफनाने का दौर शुरू हुआ, घरों में बंद इंसान और सड़कों पर दिखे जानवर
मई : पाकिस्तान में हुआ प्लेन क्रैश, खेल के मैदान में कटआउट बने दर्शक
जून : ब्राजील में छोटे पड़े कब्रिस्तान, अमेरिका में शुरू हुईं चुनावी रैलियां
जुलाई: थाइलैंड में खुले स्कूल, नासा ने भरी मंगल उड़ान
अगस्त: बेरूत ब्लास्ट ने ली 204 लोगों की जान, वुहान में हुई पूल पार्टी
सितंबर: अमेरिका में जंगलों की आग से नारंगी हुआ शहरों का आसमान, ग्रीस में बेघर हुए हजारों प्रवासी
अक्टूबर: कोरोना पॉजिटिव हुए ट्रंप, लंदन मैराथन में लगा एलिजाबेथ का कटआउट
नवंबर: अमेरिका में बाइडेन ने बाजी मारी, कोरोना के डर से डेनमार्क ने मारे डेढ़ करोड़ मिंक
दिसंबर: कोरोना की पहली वैक्सीन लगी, सैंटा भी हुआ ऑनलाइन
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