Tuesday, March 17, 2020
स्पेन के लोग रात 8 बजे तालियां और बर्तन बजाकर एकजुटता का संदेश दे रहे हैं March 17, 2020 at 07:14PM
मैड्रिड. स्पेन में बुधवार सुबह तक कोरोनावायरस के 11826 मामले सामने आ चुके हैं। 533 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। कई शहरों में लॉकडाउन के हालात हैं। इस बीच यहां के लोग एक-दूसरे का हौंसला बढ़ा रहे हैं और एक जुटता दिखा रहे हैं। मैड्रिड समेत कई शहरों में आठ बजते ही लोग अपने घरों की बालकनी, सीढ़ियों और लॉन में आकर सीटियां, तालियां और बर्तन बजाकर इस महामारी से लड़ने का संदेश दे रहे हैं।
लोगों ने इस लॉकडाउन के बीच खुद को संतुलित रखने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। कुछ युवा ऑनलाइन जुंबा, योग और डांस क्लासेस से जुड़ गए हैं। लोग का कहना है कि ऐसा करके वो शासन और मेडिकल स्टाफ के प्रति कृतज्ञता जता रहे हैं। लोगों को एक दूसरे से 5 फीट दूर रहने की सलाह दी जा रही है।
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ब्राजीलिया की चार जेलों से कोरोनावायरस संक्रमण के डर से 1500 कैदी फरार March 17, 2020 at 06:30PM
ब्राजीलिया. कोरोनावायरस से निपटने के लिए लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील में सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों के खिलाफ साओ पाउलो की 4 ओपन जेलों से 1500 कैदी फरार हो गए हैं।
मीडिया चैनलों ने रिपोर्ट में बताया कि मोंगागुआ, ट्रेंमेम्बे, पोर्टो फेलिज और मिरांडा पोलिस की जेलों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने क्वेरेंटाइन प्रक्रिया के तहत कदम उठाए हैं। इनके कारण कैदी डर गए और फरार हो गए।
ब्राजील में 234 मामलों की पुष्टि
ब्राजील में अब तक कोरोना वायरस के 234 मामलों की पुष्टि हुई है। महामारी घोषित किए जा चुके कोरोना वायरस का प्रकोप दुनिया में लगातार बढ़ता ही जा रहा है और प्रत्येक दिन इसके नये मामले सामने आ रहे हैं।
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ट्रम्प ने फ्लोरिडा और इलिनॉय प्राइमरी जीती, रिपब्लिकन पार्टी प्रमुख बोलीं- राष्ट्रपति पद की दोबारा उम्मीदवारी पद बधाई March 17, 2020 at 05:37PM
वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ने फ्लोरिडा और इलिनॉय में प्राइमरी चुनाव जीत लिया है। इसके साथ ही उनके पास 1,276 से ज्यादा डेलिगेट्स हो गए हैं। इस साल 3 नवंबर को होने वाले प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उम्मीदवारी तय मानी जा रही है। ट्रम्प की जीत के बाद रिपब्लिकन पार्टी प्रमुख रोना मैकडेनियल ने ट्वीट किया, ‘‘ट्रम्प के रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से आधिकारिक उम्मीदवार बनने पर बधाई।’’ बताया जा रहा है कि फ्लोरिडा और इलिनॉय में ट्रम्प को जीत के लिए कोई खास प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा।
मैनडोनाल्ड ने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘हमारी पार्टी एकजुट है। हमारा जमीनी स्तर पर प्रचार तेज रफ्तार से चल रहा है। हम अगले 4 साल के लिए फिर से तैयार हैं।’’ इस बार ट्रम्प का मुकाबला डेमोक्रेट्स की प्राइमरी में जीत हासिल करने वाले से होगा। डेमोक्रेट्स की तरफ से इस बार जो बिडेन और बर्नी सैंडर्स के बीच टक्कर है। अब तक हुई प्राइमरी में बिडेन आगे चल रहे हैं।
‘रिपब्लिकंस ट्रम्प के साथ हैं’
ट्रम्प कैंपेन के प्रवक्ता टिम मुरटॉफ के मुताबिक, ‘‘ट्रम्प की जीत दिखाती है कि एकजुट रिपब्लिकंस किस तरह उन्हें भारी समर्थन दे रहे हैं। ऐसा नवंबर तक चलेगा और तब वे दोबारा राष्ट्रपति चुन लिए जाएंगे।’’ ट्रम्प के पास पहले 1141 डेलिगेट्स थे, फ्लोरिडा और इलिनॉय की जीत के बाद उम्मीदवारी के लिए जरूरी 135 डेलिगेट्स भी मिल गए।
2016 की तुलना में इस बार ट्रम्प ने काफी पहले ही उम्मीदवारी पक्की कर ली। पिछली बार मई के अंत में नॉर्थ डकोटा की जीत के बाद उनकी उम्मीदवारी पर मुहर लगी थी। पार्टी में भी ट्रम्प काफी लोकप्रिय हैं। 2020 चुनाव को लेकर उनकी तैयारी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ट्रम्प कैंपेन ने जनवरी 2017 से प्रचार का काम शुरू कर दिया था।
बिडेन ने वॉशिंगटन प्राइमरी जीती
अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने वॉशिंगटन का प्राइमरी चुनाव जीत लिया, हालांकि बढ़त मामूली ही रही। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से वे राष्ट्रपति की उम्मीदवारी में सबसे आगे हैं। संभावना है कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प को चुनौती देंगे। बिडेन को 37.9% और सैंडर्स को 36.4% वोट मिले। कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच में प्राइमरी चुनाव कराने के सवाल पर डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कहा गया कि मतदान डर को खत्म करता है।
डेमोक्रेटिक पार्टी में कुल 3979 डेलिगेट्स हैं और पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पाने के लिए 1991 डेलीगेट्स का समर्थन जरूरी है। बिडेन को 898 डेलिगेट्स का समर्थन हासिल है। उन्हें 1,093 डेलीगेट्स की जरूरत है। वहीं, सैंडर्स को 745 डेलिगेट्स का समर्थन प्राप्त है। उन्हें 1,246 डेलिगेट्स की जरूरत है।
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वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल ने 2020 के लिए भारत की ग्रोथ रेट के अनुमान को 5.2% किया March 17, 2020 at 05:26PM
नई दिल्ली. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने 2020 के लिए भारत के आर्थिक विकास के अनुमान को घटाकर 5.2% कर दिया है। एजेंसी ने कहा है कि कोरोनावायरस महामारी का संक्रमण फैलने के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की तरफ जा रही है। इससे पहले एजेंसी ने 2020 के लिए भारत की ग्रोथ रेट के अनुमान को 5.7% रखा था। एसएंडपी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के मंदी की तरफ से जाने से एशिया पैसेफिक क्षेत्र की ग्रोथ रेट आधे से कम रहकर 3% के आसपास रह सकती है।
गहरी मंदी में जा सकती है एशिया पैसेफिक क्षेत्र की अर्थव्यवस्था
एसएंडपी के एशिया पैसेफिक क्षेत्र के चीफ इकॉनमिस्ट शॉन रोश का कहना है कि चीन की अर्थव्यवस्था के गिरने, अमेरिका और यूरोप में गतिविधियों को रोकने के साथ स्थानीय स्तर पर वायरस के बढ़ने के कारण एशिया पैसेफिक क्षेत्र की अर्थव्यवस्था गहरी मंदी में जा सकती है। उन्होंने कहा कि एजेंसी का अनुमान है कि कम से कम 4000 करोड़ डॉलर की आय का नुकसान हो सकता है। विज्ञप्ति के अनुसार वायरस के फैलने से अमेरिका और यूरोप के नागरिक दो तिमाही तक बाहर नहीं जाएंगे, इस कारण टूरिज्म इंडस्ट्री को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। रोश का कहना है कि अनिश्चतता के कारण अमेरिकी डॉलर की तरफ रुझान बढ़ेगा, उभरते देशों के पॉलिसी निर्माता नीतियों को और कड़ा बना सकते हैं।
नकारात्मक रह सकती है जापान की ग्रोथ रेट
विदेशी निवेशक सबसे ज्यादा पूंजी भारत, इंडोनेशिया और फिलीपींस से निकालेंगे। एसएंडपी ने कहा है कि चीन की ग्रोथ रेट 2.9%, भारत की 5.2% और जापान की ग्रोथ रेट -1.2% रहने का अनुमान है। आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए यूएस फेड ने ब्याज दरों को शून्य के करीब ला दिया है तो बैंक ऑफ जापान ने असेट खरीदारी में बढ़ोतरी की है। एजेंसी का कहना है कि प्रभावित सेक्टर और वहां काम करने वाले कर्मचारियों की मदद करने से राहत मिल सकती है लेकिन संक्रमण लंबे समय तक रहने से किए गए उपायों का असर समाप्त हो सकता है।
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165 देशों में 7,965 मौतें: अमेरिका में 20% हो सकती है बेरोजगारी दर, लास एंजिल्स में खून की कमी; इजराइल में सैन्य भर्ती प्रक्रिया जारी March 17, 2020 at 04:28PM
वॉशिंगटन. बुधवार सुबह दुनिया में कोरोना से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 1,98,241 हो गया। 165 देश प्रभावित हैं। मरने वालों की संख्या 7,965 हो गई। 81,743 संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं। अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्युचिन के मुताबिक, कोरोनावायरस का असर अमेरिका में रोजगार के अवसरों पर पड़ सकता है। स्टीवन ने बताया है कि अमेरिका में बेरोजगारी दर 20 फीसदी तक पहुंच सकती है। लास एंजिल्स के अस्पतालों में खून की कमी हो गई है। इसकी वजह रक्तदान करने वालों की कमी है। इजराइल संक्रमण रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। लेकिन, उसने सैन्य भर्ती प्रकिया को स्थगित नहीं किया।
अमेरिका : रोजगार पर असर
अमेरिका में मंगलवार रात कोरोनावायरस के अर्थव्यवस्था पर असर को लेकर मीटिंग हुई। वित्त मंत्री स्टीवन म्युचिन ने रिपब्लिकन सीनेटर्स को बताया कि संक्रमण का खतरा इसी तरह बढ़ता रहा तो अमेरिका अर्थव्यवस्था की हालत 2008 की आर्थिक मंदी से भी बदतर हो सकती है। म्युचिन ने चेतावनी दी कि कोरोना की वजह से बेरोजगारी दर 20 फीसदी तक पहुंच सकती है। इसके पहले अमेरिकी मीडिया ने चेतावनी दी थी कि कोरोना का असर हेल्थ सेक्टर के साथ अर्थव्यवस्था को भी तबाह कर सकता है।
यूएन : सुरक्षा परिषद की सभी बैठकें रद्द
संयुक्त राष्ट्र ने इस हफ्ते प्रस्तावित सुरक्षा परिषद की सभी बैठकों को रद्द कर दिया है। सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता फिलहाल चीन के पास है। चीन ही कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। संक्रमण का पहला मामला भी यहीं सामने आया था। हालांकि, यूएन ने एक बयान में ये भी कहा है कि राजनयिकों और मीडिया के लिए विश्व संस्था खुली रहेगी।
यूएस नेवी : मेडिकल शिप इस्तेमाल होंगे
अमेरिका में ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन मार्क मिले जल्द ही एक बड़ा फैसला ले सकते हैं। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के देखते हुए अमेरिकी नौसेना के दो नेवी शिप हॉस्पिटल आम लोगों को हेल्थ फेसेलिटी दे सकते हैं। इनमें से एक शिप सैन डिायागो और दूसर नॉरफ्लॉक में तैनात है। बता दें कि दुनिया में किसी अन्य देश के पास अमेरिकी नेवी जैसे मोबाइल शिप हॉस्पिटल नहीं हैं। इनमें किसी फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं और हर तरह के मेडिकल इक्युपमेंट मौजूद हैं। डिफेंस सेक्रेटरी मार्क एस्पर ने कहा कि अमेरिकी सेना ने हेल्थ डिपार्टमेंट को पांच लाख मास्क मुहैया कराए हैं।
लास एंजिल्स : खून की कमी
सीएनए के मुताबिक, लास एंजिल्स में कोरोनावायरस के डर की वजह से लोग ब्लड डोनेट नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से यहां के ब्लड डोनेशन सेंटर्स में खून की कमी हो गई है। शहर की हेल्थ डायरेक्टर क्रिस्टियाना घाली ने कहा, “हर रोज की तुलना में रक्तदान करने वालों की संख्या साढ़े पांच हजार कम हो गई है। मैं साफ कर देना चाहती हूं कि ब्लड डोनेशन पूरी तरह सुरक्षित है।”
इजराइल : हेल्थ सेक्टर को मदद देगी सेना
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइली जल्द ही देश में मेडिकल फेसेलिटीज को मदद करने जा रही है। इसके लिए तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके लिए सेना ने एक आदेश भी तैयार कर लिया है जिस पर सरकार विचार कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल में संक्रमण छिपाने के कुछ मामले सामने आने के बाद संदिग्धों के फोन टैप किए जा रहे हैं। अगर हालात बिगड़ते हैं तो यहां नेशनल लॉकडाउन किया जा सकता है। इसकी जिम्मेदारी सेना संभालेगी।
पाकिस्तान : हालात भयावह
जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान में बुधवार सुबह तक कोरोनो संक्रमण के कुल 237 मामले सामने आ चुके हैं। दो लोगों की मौत हो चुकी है। दिक्कत ये है कि संक्रमण के संदिग्धों को क्वैरेन्टाइन या आईसोलेट करने की कोई व्यवस्था नहीं है। सिंध के कुछ स्कूलों में संदिग्धों को ठहराया जा रहा है। यहां एक ही हॉल में 58 संदिग्ध संक्रमित मौजूद हैं। सैनिटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है।
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सार्क देशों की कॉन्फ्रेंसिंग में कश्मीर का राग अलापा था, अब दुनिया से मांग रहा मदद; ट्रेंडिंग करने लगा भिखारी March 17, 2020 at 04:17AM
लाहौर. 15 मार्च की बात है। कोरोनावायरस से मिलकर लड़ने के लिएभारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर सार्क देशों केराष्ट्रप्रमुखों नेवीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। खुद चर्चा करने के लिए आने की बजाय अपने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. जफर मिर्जा को भेज दिया। डॉ. मिर्जा ने भी कोरोना जैसी महामारी पर समझदारी दिखाने की बजाय दोयम दर्जे कीराजनीति की। उन्होंनेअपने देश के हालात की चिंता करने की बजायजम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया।अब वही पाकिस्तान दुनिया भर में बेनकाब हो गया है। यहां दो दिनों के अंदर कोरोना संक्रमितों की संख्या 34 से बढ़कर 212 हो गई। एक की मौत भी हो चुकी है। लाचार इमरान खान अब दुनियाभर के सामने रोना रो रहे हैं। इमरान ने एक वीडियो इंटरव्यू अपने ट्विटर पर शेयर की है। इसमें वह कोरोना से लड़ने के लिए दुनियाभर से मदद मांगते दिख रहे हैं। इमरान का यह वीडियो #Bhkhari नाम से ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा है। इमरान खान कोयूजर्स सार्क की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान की गई घटिया हरकत याद दिला रहे हैं।
इमरान बोले, हमारे कर्ज में छूट मिल जाए तो हम इससे लड़ सकेंगे
वीडियो में इमरान कोरोना को लेकर काफी बेबस नजर आ रहे हैं। इसमें भी भारत का नाम लेकर खुद के लिए मदद मांगने की कोशिश कर रहे हैं। इमरान नेपत्रकार से बोला,''कोरोना से लड़ने के लिए हमारे पास पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं। यह चिंता की बात है। यह हालात केवल पाकिस्तान की नहीं है बल्कि भारत, साउथ एशिया के अन्य देश और अफ्रीकन देशों की भी है। हमारे पास इससे लड़ने की क्षमता नहीं है। पर्याप्त संसाधन नहीं है। आर्थिक सुस्ती के चलते मेरी चिंता भुखमरी और गरीबी को लेकर भी है। इसके चलते यह भी काफी बढ़ जाएगी। वैश्विक समुदाय को इस पर ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान जैसे देशों की मदद करनी चाहिए। हमारे कर्ज में छूट मिल जाए तो हम कम से कम इस तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए कुछ कर सकते हैं। मैं इरान को लेकर भी चिंतित हूं क्योंकि अब कोरोना के सबसे ज्यादा मामले वहां से सामने आ रहे हैं। यह एक अच्छा उदाहरण भी है दुनिया के सामने कि ऐसे देशों की मदद करनी चाहिए जो खुद इससे लड़ने में सक्षम नहीं हैं।''
पाकिस्तान की बदहाल क्वारैंटाइन का वीडियो वायरल
पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। 15 मार्च को पाकिस्तान में केवल 34 संक्रमित थे लेकिन 17 मार्च तक यह आंकड़ा 236पहुंच गया। इसके उलट सरकार के इंतजाम काफी कमजोर हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं जिसमें लोगों ने सरकार की पोल खोल दी है। तौसिफ हैदर नाम के यूजर ने एक वीडियो साझा किया है। इसमें वह पाकिस्तान के क्वारैंटाइन कैंप की हालत दिखा रहे हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि क्वारैंटाइन कैंप में एक साथ 200 से ज्यादा लोगों को रखा गया है। बेड से लेकर जमीन तक लोग सोने को मजबूर हैं। न तो मास्क की सुविधा है और न ही डॉक्टर दिख रहे हैं। लोगों ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया है कि क्योंकि वह शिया समुदाय से हैं इसलिए सरकार उन्हें मरने के लिए छोड़ रही है।
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Malaysians stream into Singapore ahead of coronavirus travel ban March 17, 2020 at 04:49AM
जो बिडेन ने वाशिंगटन का प्राइमरी चुनाव जीता, डेमोक्रटिक पार्टी की ओर से राष्टपति पद की उम्मीदवारी में सबसे आगे March 17, 2020 at 01:34AM
वाशिंगटन.अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने वाशिंगटन का प्राइमरी चुनाव जीत लिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से वह राष्ट्रपति की उम्मीदवारी में सबसे आगे हैं। संभावना है कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में वह डोनाल्ड ट्रम्प को चुनौती देंगे।हालांकि, बिडेन की जीत मामूली अंतर से हुई। बिडेन को जहां 37.9 प्रतिशत वोट मिले वहीं, सैंडर्स को 36.4 प्रतिशत मत मिले।एरिजोना, फ्लोरिडा और इलिनॉइस में अभी प्राइमरी चुनाव हो रहे हैं। कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच में प्राइमरी चुनाव कराने के सवाल पर डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कहा गया किमतदान डर को खत्म करता है।
बिडेन को 898 डेलीगेट्स का समर्थन
डेमोक्रेटिक पार्टी में कुल 3979 डेलीगेट्स हैं और पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पाने के लिए 1991 डेलीगेट्स का समर्थन पाना जरूरी है। बिडेन को 898 डेलीगेट्स का समर्थन प्राप्त है। उन्हें 1,093 डेलीगेट्स की जरूरत है। वहीं सैंडर्स को 745 डेलीगेट्स का समर्थन प्राप्त है। उन्हें 1246 डेलीगेट्स की जरूरत है। अगर इसके बाद भी किसी उम्मीदवार को 1991 डेलिगेट्स कासमर्थन नहीं मिलताहै, तो इसके लिए दूसरी चुनाव प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
ओहायो में नहीं हुए चुनाव
कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते ओहायो में चुनाव रोक दिए गए हैं। ओहिया के चुनाव सैंडर्स के लिए बेहद निर्णायक साबित हो सकते थे। अगर सैंडर्स यह चुनाव जीतते तो वह डेमोक्रेटिक पार्टी में बिडेन के सामने अपनी दावेदारी मजबूत कर सकते थे।अगर सैंडर्स अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो उन पर अपनी दावेदारी छोड़ने का दबाव बढ़ेगा।
बिडेन बोले, राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता को कोई महिला बनेगी उपराष्ट्रपति
जो बिडेन ने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीदवारी की दौड़ में सैंडर्स कहीं नहीं टिकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि वे राष्ट्रपति बनते हैं तो वह उपराष्ट्रपति पद के लिए किसी महिला को नियुक्त करेंगे।
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डिलीवरी पूरा करने करने के लिए एक लाख लोगों को नौकरी देगा अमेजन March 17, 2020 at 01:44AM
नई दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना वायरस का खौफ देखने को मिल रहा है। कई देशों में स्कूल, कॉलेज, मॉल, दुकानें बंद होने के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। ऐसे में लोग अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग पर अधिक निर्भर हो रहे हैं जिसे देखते हुए ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन 1 लाख लोगों की हायरिंग करने की घोषणा की है। अमेजन की ओर से जारी बयान में कहा गया है अमेजन में उनके पास काफी संख्या में पेंडिंग ऑर्डर हैं, जिसे पूरा करने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की जरूरत है। ऐसे में कंपनी 1 लाख लोगों को नौकरी देने पर विचार कर रही है। बता दें कि अमेजन यह नियुक्ति अमेरिका के लिए करने जा रहा है।
वेयर हाउस और डिलीवरी में काम करने वालों की तलाश
अमेजन को ऐसे लोगों की तलाश है जो वेयर हाउस और डिलीवरी के लिए कार्य करेंगे। कंपनी ने कहा कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका में फिलहाल एक घंटे के 15 डॉलर (1108 रुपए के आसपास) देती है लेकिन नई भर्तियों को प्रति घंटे के आधार पर अधिक भुगतान देने के लिए कंपनी 350 मिलियन डॉलर (लगभग 2,592 करोड़ रुपए) खर्च करने जा रही है। बता दें कि कंपनी यूरोप और कनाडा में वेयरहाउस और डिलीवरी वर्कर्स के प्रति घंटे के वेतन में भी वृद्धि करेगा। ऐसी दिक्कत सिर्फ अमेजन का ही नहीं बल्कि अमेरिका के अन्य सुपर मार्केट क्रोगर औल रिले या फिर अल्बर्सटन भी अपने ऑर्डर पूरे करने के लिए स्टॉफ हायर करना पड़ रहा है।
अब तक हजारों की मौत
कोरोना वायरस से दुनियाभर में करीब 1.55 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, जबकि 5,800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। अब तक भारत में 100 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 3 लोगों की मौत हो गई है।
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