वॉशिंगटन. नासा ने नई उपलब्धि हासिल की है। दो दशकों के मेहनत के बाद उसके ऑल इलेक्ट्रिक एक्स-57 विमान की पहली तस्वीर सामने आई। इसके पारंपरिक एयरक्राफ्ट से 500% बेहतर होने का दावा किया गया है। एयरक्राफ्ट साउंडलैस है। इसमें इटली में निर्मित टेकनेम पी2006टी डबल इंजन प्रोपेलर लगे चार सीटों वाले एयरक्राफ्ट को इटली के टेकनाम पी2006टी विमान के अनुरूप बनाया गया है। इसमें पिस्टल इंजन की जगह 12 इलेक्ट्रॉनिक मोटर लगाई गई हैं।
इन्हें लिथियम आयन बैटरी से पॉवर मिलती है। पिछले के आखिर में एडवर्ड एयरफोर्स बेस कैलिफोर्निया में इसे सामने लाया गया था। विमान में दूसरी फ्लाइट की तरह पैंतरेबाजी करने की क्षमता है। नासा के अनुसार, एक्स-57 प्रोजेक्ट का मुख्य लक्ष्य तेजी से उभर रहे इलेक्टिक एयरक्राफ्ट बाजारों के मानक तय करना है।
तय मानकों पर हवाई जहाज को उड़ाना लक्ष्य
लॉस एंजिल्स से 160 किमी दूर एडवर्ड्स में नासा के आर्मस्ट्रॉन्ग फ्लाइट रिसर्च सेंटर के प्रोजेक्ट मैनेजर ब्रेंट कोबलिग ने कहा था कि हम उन चीजों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो पूरे उद्योग की मदद करने में सहायक हों, न कि केवल एक कंपनी की। अभी हमारा लक्ष्य 2020 के अंत में इस हवाई जहाज को उड़ाना है। विमान में उड़ने की क्षमता के साथ-साथ ऊर्जा संरक्षिण और ध्वनि के लिए भी मानिक तय किए हैं।
ऐसा है एक्स विमानों का इतिहास
यह एयरक्राफ्ट एक्स विमानों की श्रृंखला का हिस्सा है। एक्स विमान रॉकेट और नई तकनीक के लिए टेस्ट किए जाते हैं। इनमें बेल एक्स 1 विमान भी था, जिसे 1945 में उड़ाया गया था। एक्स-15 विमान ने 354,200 की ऊंचाई तक उड़ने का रिकॉर्ड बनाया था। इसे नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर जाने से पहले 7 बार उड़ाया था। अभी हाल ही में एक्स-29 एयरक्राफ्ट बना था। इसे फाइबर कम्पोजिट मटेरियल से तैयार किया गया था। यह सुपरसोनिक उड़ान भरने वाला पहला एयरक्राफ्ट था।
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