Wednesday, December 9, 2020
UK issues anaphylaxis warning on Pfizer vaccine December 09, 2020 at 07:15PM
पिछले महीने से ही व्हाइट हाउस छोड़ने की तैयारी कर रही हैं मेलानिया ट्रम्प, फ्लोरिडा में शिफ्ट होंगी December 09, 2020 at 07:32PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अब तक चुनावी हार कबूल नहीं की है, जबकि प्रेसिडेंट इलेक्ट को सत्ता सौंपने की तैयारियां चल रही हैं। ट्रम्प भले ही व्हाइट हाउस न छोड़ने की जिद पर अड़े हों, लेकिन फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रम्प का नजरिया बिल्कुल उलट है। वे नवंबर मध्य से ही व्हाइट हाउस छोड़कर फ्लोरिडा के मार-ए-लीगो स्थित आलीशान पॉम बीच में शिफ्ट होने की तैयारी कर रही हैं। मेलानिया एक नया ऑफिस भी खोल सकती हैं।
व्हाइट हाउस के बाहर की जिंदगी
CNN ने मेलानिया के फ्यूचर प्लान पर रिपोर्ट जारी की है। इसके मुताबिक- सार्वजनिक तौर पर भले ही मेलानिया राष्ट्रपति ट्रम्प की हां में हां, मिलाती दिखी हों। लेकिन, यह सच्चाई नहीं है। नवंबर मध्य में जैसे ही राज्यों की तस्वीर साफ हुई, मेलानिया ने पोस्ट व्हाइट हाउस प्लान पर काम शुरू कर दिया। इसके लिए वे बजट और स्टाफ जैसी अहम बातों पर फोकस कर रही हैं।
अब घर जाने की तैयारी
CNN से बातचीत में मेलानिया के एक करीबी ने कहा- वे अब अपने घर जाना चाहती हैं। अप्रैल में उन्होंने अपनी भरोसेमंद मार्सिया कैली को स्टाफ में जगह दी थी। कैली कई मामलों में मेलानिया की अहम मददगार हैं। कैली पहले भी व्हाइट हाउस में काम कर चुकी हैं। उन्हें मेलानिया के वेस्ट विंग ऑफिस के बारे में जानकारी है। लिहाजा, वे भविष्य में भी उनकी मदद कर सकती हैं। मेलानिया को 20 हजार डॉलर हर महीने पेंशन भी मिलेगी।
लिस्ट भी तैयार
कैली ने ही मेलानिया के व्हाइट हाउस में मौजूद पर्सनल गिफ्ट्स, फर्नीचर और पेंटिग्स की लिस्ट तैयार की है। माना जा रहा है कि व्हाइट हाउस में गुजारे चार साल पर मेलानिया एक किताब भी लिख सकती हैं। इसे संस्मरण के तौर पर तैयार किया जा सकता है जैसा हाल ही में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किया था। ओबामा की पत्नी मिशेल और जॉर्ज बुश की पत्नी लाउरा बुश भी यही कर चुकी हैं। हालांकि, व्हाइट हाउस में जो कार्यक्रम होते हैं, उनमें वे अब भी एक्टिव नजर आती हैं। क्रिसमस भी सेलिब्रेट करेंगी।
बेटे की भी फिक्र
मेलानिया और डोनाल्ड ट्रम्प का एक बेटा है। 14 साल के इस बच्चे का नाम बेरॉन है। मेलानिया चाहती हैं कि पावर ट्रांजिशन आसानी से हो। बेरॉन मेरिलैंड से फ्लोरिडा के स्कूल में शिफ्ट होंगे। सूत्रों के मुताबिक, मेलानिया कुछ सामान तो पहले ही फ्लोरिडा पॉम बीच भेज चुकी हैं।
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UN chief says he'll take Covid-19 vaccine December 09, 2020 at 06:12PM
UN chief warns vaccine nationalism moving at full speed December 09, 2020 at 05:15PM
किसान आंदोलन के सवाल को भारत-पाकिस्तान का मुद्दा समझ बैठे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन December 09, 2020 at 06:00PM
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन बुधवार को भारत के किसान आंदोलन को भारत-पाकिस्तान का मुद्दा समझ बैठे। ब्रिटिश संसद में बुधवार को लेबर पार्टी के सिख एमपी तनमनजीत सिंह धेसी ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही है।
धेसी ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन के इस्तेमाल पर भी अफसोस जताया और इस मामले में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बयान देने को कहा।
आपसी विवाद का मामला
धेसी के इस बयान को जॉनसन समझ बैठे कि उनसे भारत और पाकिस्तान तनाव पर सवाल पूछा गया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को आपस में विवाद सुलझाना चाहिए। तरनजीत ने बाद में इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर भी उछालने की कोशिश की। गौरतलब है कि ब्रिटिश सरकार किसान आंदोलन को भारत का अंदरूनी मामला मानती है।
पार्टी ने सफाई दी
बाद में जॉनसन की पार्टी के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर सफाई दी। कहा- प्रधानमंत्री उस सवाल को ठीक से सुन नहीं पाए थे। इस वजह से यह कन्फ्यूजन हुआ। हमारा विदेश विभाग भारत में चल रहे आंदोलन पर नजर रख रहा है।
किसान तेज करेंगे आंदोलन
भारत में नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन का आज 15वां दिन है। किसानों को मनाने के लिए 6 राउंड बातचीत के बाद सरकार की लिखित कोशिश भी बुधवार को नाकाम हो गई। सरकार ने कृषि कानूनों में बदलाव करने समेत 22 पेज का प्रस्ताव किसानों को भेजा था, लेकिन बात बनने की बजाय बिगड़ गई। किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। कहा- अब आंदोलन तेज होगा। अब जयपुर-दिल्ली और आगरा-दिल्ली हाईवे समेत तमाम नेशनल हाईवे जाम किए जाएंगे। इस बीच सरकार के दूसरे प्रस्ताव का भी इंतजार रहेगा।
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भारत की तरफ से मिलिट्री ऑपरेशन की खबर से PAK फौज परेशान, अब हाई अलर्ट जारी December 09, 2020 at 05:26PM
पाकिस्तान में दो दिन से दहशत का माहौल है। पाकिस्तानी मीडिया लगातार खबरें चला रहा है कि भारत कोई बड़ा हमला करने वाला है। इसकी वजह से पाकिस्तानी फौज हाई अलर्ट पर है। हाल के दिनों में पाकिस्तान की तरफ से कई बार सीजफायर वॉयलेशन हुआ है। बुधवार को भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान के दो सैनिक मारे गए।
सूत्रों का भी हवाला
‘द न्यूज’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेना किसी भी वक्त पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन कर सकती है। वेबसाइट ने यह जानकारी पाकिस्तानी फौज के आला अफसरों और सूत्रों के हवाले से दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी फौज को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत लाइन ऑफ कंट्रोल यानी LoC या फिर पाकिस्तान-इंडिया वर्किंग बाउंड्री पर मिलिट्री ऑपरेशन कर सकता है।
सर्जिकल स्ट्राइक का खतरा
रिपोर्ट में कहा गया है- सूत्रों के मुताबिक, भारत किसी भी वक्त सर्जिकल स्ट्राइक जैसी किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है। 2016 में भी भारत ने दावा किया था कि उसने एलओसी पर सर्जिकल स्ट्राइक की है। हालांकि, इस बारे में कोई सबूत नहीं दिए गए। इसके बाद फरवरी 2019 में भी यही दावा किया गया।
पाकिस्तान की तरफ से यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि भारत सीजफायर वॉयलेशन कर रहा है और पाकिस्तान की तरफ से इनका जवाब दिया जा रहा है।
ध्यान हटाने की कोशिश तो नहीं
इमरान खान सरकार में मंत्री फिरदौस अवान ने पिछले दिनों कहा था कि उनके मुल्क में भारत नाम का चूरन सबसे ज्यादा बिकता है। रविवार को विपक्षी दलों का गठबंधन लाहौर में एक बड़ी रैली करने जा रहा है। 31 दिसंबर तक सभी विपक्षी सांसद और विधायक इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में इमरान सरकार काफी दबाव में है। माना जा रहा है कि इमरान सरकार को बचाने के लिए फौज भारत के हमले का डर फैला रही है।
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ब्राजील में अगस्त के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा 53 हजार केस, इजराइल में 27 दिसंबर से वैक्सीनेशन December 09, 2020 at 04:24PM
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 6.92 करोड़ के पार हो गया। 4 करोड़ 79 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 15 लाख 74 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। ब्राजील में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालात ये हैं कि यहां अगस्त के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा 53 हजार 453 मामले सामने आए। एक अच्छी खबर इजराइल से। यहां 27 दिसंबर से वैक्सीनेशन शुरू होगा।
ब्राजील में हालात फिर बिगड़े
WHO ने तमाम देशों से संक्रमण को रोकने के लिए सख्त उपाय करने को कहा है। ब्राजील में सरकार गाइडलाइन्स का पालन कराने में नाकाम रही है। हालात यह हैं कि बुधवार को यहां 53 हजार 453 मामले दर्ज किए गए। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये तो वे आंकड़े हैं जो सामने आए हैं। हकीकत में संख्या इससे काफी ज्यादा हो सकती है। स्लम एरिया को लेकर खतरा ज्यादा है। इसी दौरान 836 लोगों की मौत भी हो गई। देश में अब तक कुल 6,728,452 मामले सामने आ चुके हैं। कुल 178,995 मौतें हुईं।
इजराइल में 27 दिसंबर से वैक्सीनेशन
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि देश में 27 दिसंबर से वैक्सीनेशन शुरू होगा। इजराइल ने भी फाइजर कंपनी से टाईअप किया है और इसकी पहली खेप तेल अवीव पहुंच चुकी है। नेतन्याहू ने बुधवार शाम मीडिया से कहा- देश को खुश होना चाहिए। हम 27 दिसंबर को पहला वैक्सीन लगाने जा रहे हैं। अब यह सिलसिला शुरू होगा और हर दिन करीब 60 हजार वैक्सीन लगाए जाएंगे। फाइजर ने 80 लाख वैक्सीन इजराइल को दे दिए हैं। अगली खेप गुरुवार को पहुंचेगी।
स्पेन में हालात सुधरे
स्पेन में हालात अब पहले से काफी बेहतर हैं। यहां हर एक लाख पर सिर्फ 193 केस मिल रहे हैं और हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि जल्द ही इन मामलों पर भी काबू पा लिया जाएगा। अगस्त के बाद संक्रमण का यह सबसे कम स्तर है। हेल्थ मिनिस्टर साल्वाडोर इला ने कहा- हमने बहुत मेहनत से हालात पर काबू पाया है। अब स्पेन के लोगों का यह फर्ज है कि वे क्रिसमस के दौरान भी घरों में ही रहें ताकि संक्रमण फिर न फैल सके।
कनाडा वैक्सीन को मंजूरी देने वाला तीसरा देश
कनाडा ने फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सरकार इस बारे में आज विस्तार से जानकारी दे सकती है। इस वैक्सीन को मंजूरी देने वाला कनाडा तीसरा देश है। इसके पहले ब्रिटेन और बहरीन इसे मंजूरी दे चुके हैं। कनाडा के रेग्युलेटर ने एक बयान में कहा- हमने फाइजर-बायोएनटेक् वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। यह काफी इफेक्टिव और सेफ है। फिलहाल यह 16 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को दी जाएगी।
कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 15,820,042 | 296,698 | 9,226,411 |
भारत | 9,762,326 | 141,735 | 9,244,505 |
ब्राजील | 6,730,118 | 179,032 | 5,901,511 |
रूस | 2,541,199 | 44,718 | 2,007,792 |
फ्रांस | 23,09,621 | 56,352 | 1,71,868 |
इटली | 17,57,394 | 61,240 | 9,58,629 |
यूके | 17,50,241 | 62,033 | उपलब्ध नहीं |
स्पेन | 17,15,700 | 46,646 | उपलब्ध नहीं |
अर्जेंटीना | 14,69,919 | 40,009 | 13,05,587 |
कोलंबिया | 13,84,610 | 38,158 | 12,78,326 |
(आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं)
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गंभीर एलर्जी वाले लोगों को फाइजर की वैक्सीन न लगाने की सलाह December 09, 2020 at 04:17PM
ब्रिटेन मंगलवार को दुनिया की पहली स्वीकृत कोरोना वैक्सीन लॉन्च करने वाला दुनिया का पहला देश बना था। हालांकि, इसके 24 घंटे के अंदर ही कुछ समस्या भी सामने आई है। वहां वैक्सीन की डोज लेने वाले दो स्वास्थ्यकर्मी बीमार पड़ गए हैं।
दोनों स्वास्थ्यकर्मियों के नाम अभी सामने नहीं आए हैं। सूचना है कि दोनों को वैक्सीन से रिएक्शन हुआ है। उनकी हालत स्थिर है। ये दो मामले सामने आने के बाद ब्रिटेन की हेल्थकेयर प्रोडक्ट रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) ने एडवाइजरी जारी की है कि जिन लोगों को किसी खाने या दवाई से गंभीर एलर्जी है वे इस वैक्सीन की डोज न लें। अन्य लोगों को इससे कोई दिक्कत नहीं है।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ब्रिटेन में एलर्जी की समस्या के कारण कितने लोगों को फाइजर की वैक्सीन लेने से रोका जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक वहां 70 लाख लोगों को इतनी गंभीर एलर्जी है कि उन्हें इसके लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से उपचार करवाना पड़ रहा है। ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने वाली सरकारी सर्विस एनएचएस ने कहा कि है कि किसी नई वैक्सीन से एलर्जी के कुछ मामलों का सामने आना सामान्य है।
लॉजिस्टिक और कोल्ड-चेन बड़ी चुनौतीः भारत बायोटेक सीएमडी
भारत सहित विश्व के अलग-अलग हिस्से में वैक्सीन का वितरण बड़ी चुनौती है। लॉजिस्टिक और कोल्ड-चेन की कमी बड़ी बाधा बन सकती है। यह कहना है भारत में कोवैक्सीन डेवलप कर रही कंपनी भारत बायोटेक के डीएमडी डॉ कृष्णा एल्ला ने कही। हैदराबाद स्थित कंपनी के सीएमडी ने कहा कि पहली चुनौती यूनिसेफ तक वैक्सीन को सुरक्षित और वैज्ञानिक तरीके से पहुंचाना है। हैदराबाद या मुंबई से यूनिसेफ तक कोल्ड चेन में वैक्सीन भेज पाना पहली सफलता होगी। इसके बाद यूनिसेफ से अन्य देशों तक वैक्सीन का वितरण सुनिश्चत करना दूसरी बड़ी चुनौती है।
रूस ने कहा-टीका लेने के बाद दो महीने शराब न पिएं, मास्क लगाते रहें
रूसी अधिकारियों ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे स्पुतनिक-5 टीका लेने के बाद दो महीने शराब न पिएं। रूसी उप प्रधानमंत्री तातियाना गोलिकोवा ने एक पोस्ट में लिखा है, ‘टीका लेने के बाद कम से 42 दिनों तक सावधानी बरतनी जरूरी है। तभी यह असरदार होगा। इसलिए रूस के लोगों को सलाह दी जाती है कि वे दो महीने तक अल्कोहल लेने से बचें। साथ ही वे मास्क पहनना भी पहले की तरह जारी रखें।
चीन की वैक्सीन 86 फीसदी असरदार, कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहींः यूएई
यूएई ने बुधवार को बताया कि उसके यहां टेस्ट हो रही चीनी वैक्सीन 86 फीसदी असरदार है। इसका मतलब हुआ कि यह वैक्सीन भी पश्चिमी देशों में विकसित वैक्सीन का मुकाबला करने में सक्षम है। इस वैक्सीन को चीन की कंपनी साइनोफार्म ने बनाया है। कंपनी का दावा है कि उसकी वैक्सीन मॉडरेट और गंभीर मामलों को रोकने में 100 फीसदी कारगर है। साथ ही कोई गंभीर साइड इफेक्ट भी नहीं है।
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उइगरों युवाओं की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए चीन ले रहा है डेटा का सहारा; 1980 के बाद जन्में लोग निशाने पर December 09, 2020 at 02:45PM
चीन के नजरबंदी कैंप से लीक हुई कैदियों की एक दुर्लभ सूची से पता चला है कि किस प्रकार उइगर मुस्लिम एक सरकारी डेटा प्रोग्राम का निशाना बन रहे हैं। इसके जरिए उन्हें ऐसे अपराधों के लिए हिरासत में लिया जा रहा है जिनमें महज युवा होना या दूसरे देश में रह रहे अपने भाई या बहन से बात करना शामिल है।
ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) को मिले डेटाबेस से खुलासा हुआ है कि किस प्रकार शिनजियांग प्रांत में चीनी अधिकारी डेटा आधारित पुलिसिंग नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो लोगों के व्यक्तिगत नेटवर्क, उनकी ऑनलाइन गतिविधियां और दैनिक जीवन को ट्रैक करता है।
दो साल हिरासत में रखे गए लोग निशाने पर
इस लिस्ट में 2000 से ज्यादा उइगर मुसलमानों का डेटाबेस है जिन्हें अक्सू प्रांत में 2016 से 2018 के बीच नजरबंदी कैंपों में हिरासत में रखा गया है। अधिकांश लोग महज इसलिए हिरासत में लिए गए हैं क्योंकि उन्हें इंटीग्रेटेड जॉइंट ऑपरेशन प्लेटफार्म (IJOP) द्वारा संदिग्ध माना गया है।
IJOP एक व्यापक डेटाबेस है जिसमें स्वचालित ऑनलाइन निगरानी से प्राप्त डेटा शामिल है और ये जानकारी अधिकारियों द्वारा मैनुअल रूप से एक खास ऐप में दर्ज की जाती है। इसमें किसी व्यक्ति के शारीरिक विशेषताओं से लेकर उसकी कार के रंग और घर के सामने या पीछे के दरवाजे से आने-जाने की आदत के अलावा उनके द्वारा ऑनलाइन उपयोग किए जाने वाले सॉफ्टवेयर और उनके नियमित संपर्क की जानकारी शामिल है।
शोधकर्ता माया वांग कहती हैं कि लिस्ट बताती है कि किस प्रकार चीन शिनजियांग के तुर्क मुसलमानों का दमन करने के लिए प्रौद्योगिकी का सहारा लिया जा रहा है। हिरासत में लेने के कारणों में "आमतौर पर गैर-भरोसेमेंद” या “1980 के बाद पैदाइश” जैसे कारण शामिल हैं।
उइगरों की पहचान के लिए हुवावे बना रही है फेशियल रिकग्निशन सिस्टम
चीनी कंपनी हुवावे एक अन्य कंपनी मेगवी के साथ मिलकर एक फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (चेहरा पहचानने की प्रणाली) पर काम कर रही है जिससे चीन के उइगर मुसलमानों की निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। ये जानकारी प्रमुख वीडियो सर्विलांस इन्फॉर्मेशन स्रोत IPVM ने अपनी नई रिपोर्ट में दी है।
जोकि हुवावे कंपनी की यूरोपीय वेबसाइट पर सार्वजनिक रूप से होस्ट की गई एक “गोपनीय” रिपोर्ट पर आधारित है। IPVM के शोधकर्ताओं के मुताबिक हुवावे ने मेगवी फेस रिकग्निशन का परीक्षण कंपनी के वीडियो क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर पर किया है। उइगर मुसलमानों को पहचानने और पुलिस को अलर्ट करने वाला एक सिस्टम कथित तौर पर परीक्षण में पास हुआ है।
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