अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद दुनिया भर में नस्लीय भेदभाव को लेकर विरोध तेज हो गया है। पिछले नौ दिनों में दुनिया के कई देशों में लोग रंगभेद को लेकर सड़कों पर उतरे। फ्रांस में 2016 में पुलिस ऑपरेशन के दौरानहुई अश्वेत एडम ट्रैओर की मौत का । हालांकि, सरकार ने इस पर रोक लगा दी लेकिन लोग हजारों की संख्या में इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
फ्रांस के साथ ही ब्रिटेन, डेनमार्क, जर्मनी और इटली समेत दुनिया के कई देशों में लोग नस्लीय भेदभाव के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी अमेरिकी अश्वेत की मौत के बाद वहां भड़की हिंसा पर चिंता जताई। ट्रूडो और जॉनसन दोनों ने ही नस्लीय भेदभाव को खत्म करने की बात कही है।
अमेरिका के मिनेसोटा में अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद शुरू हुए प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा को भी नुकसान पहुंचा है। सूत्रों के हवाले से एएनआई ने बताया कि अमेरिका की पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि फ्लायड की मौत से गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा में स्प्रे पेंट कर दिया।
वहीं, जॉर्ज फ्लायड की शव का परीक्षण करने के बाद पता चला है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित था। जांच में पता चला है कि वह 3 अप्रैल को हुए टेस्ट वह कोरोना पॉजिटिव निकला था। मौत के समय भी वह कोरोना से संक्रमित था। जॉर्ज एसिम्टोमैटिक मरीज था। मतलब उसमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं दिखते थे।
भारत में अमेरिका के राजदूत ने कहा- माफी स्वीकार करें
भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने कहा कि वाशिंगटन में गांधी जी की प्रतिमा को नुकसान हुआ है। यह खबर सुनकर बहुत दुख पहुंचा है। उन्होंने भारत से कहा कि कृपया हमारी माफी स्वीकार करें।
मैटिस ने कहा ट्रम्प ने हमें बांटने की कोशिश की
अमेरिका के पूर्व रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने ट्रम्प पर समाज में विभाजन को बढ़ाने और अधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को ट्रम्प ने जिस तरह हैंडल किया है, वह उससे गुस्सा और डरे हुए हैं। जेम्स मैटिस ने 2018 में रक्षा मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया था। वह सीरिया से सैनिकों की वापसी की ट्रम्प की घोषणा से नाराज थे।
इस्तीफा देने के बाद से मैटिस हमेशा शांत ही रहे हैं। यह पहली बार है जब अटलांटिका मैग्जीन में उनका लेख आया, जिसमें उन्होंने ट्रम्प प्रशासन की कड़ी आलोचना की है। मैटिस ने लिखा, ‘‘डोनाल्ड ट्रम्प मेरे जीवनकाल के पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने अमेरिकियों को एकजुट करने की कोशिश नहीं की, यहां तक कि इसका दिखावा तक नहीं किया। इसके बावजूद उन्होंने हमें बांटने की कोशिश की।’’
मैटिस की बयान पर ट्रम्प ने जवाब देते हुए उन्हें ‘अहंकारी जनरल’ जैसा बताया और कहा कि उन्हें खुशी है कि मैटिस ने रक्षा मंत्रालय छोड़ दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन गुरुवार को वर्चुअल बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों नेता भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय संबंधोंको मजबूत करने को लेकर बातचीत करेंगे। यब बैठक 11 बजे होनी है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस साल ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री जनवरी और मई में भारत आने वाले थे। लेकिन, जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग के कारण, जबकि मई में कोरोना के चलते वे यहां नहीं आ सके। अब दोनों नेताओं के बीच ‘वर्चुअल समिट’ करने पर सहमति बनी है। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री मोदी किसी विदेशी नेता के साथ ‘द्विपक्षीय’ वर्चुअल समिट में हिस्सा लेंगे। यह ऑस्ट्रेलिया के साथ हमारे मजबूत संबंधों को दिखाता है।
दोनों नेताओं के बीच नवेश और व्यापार को लेकर चर्चा हो सकती है
सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच निवेश और व्यापार के साथ-साथ कोरोनावायरस महामारी को लेकर भी चर्चा होगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतें और घोषणाएं भी किए जा सकते हैं। मोदी और मॉरिसन पिछले डेढ़ साल के दौरान चार बार मिल चुके हैं। नवंबर 2018 में सिंगापुर में ईस्ट एशिया समिट के मौके पर, 2019 में ओसाका में जी20 में, अगस्त 2019 में बियारित्ज में जी7 समिट के मौके पर और नवंबर 2019 में बैंकॉक में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों की मुलाकात हुई है।
मॉरिसन ने मोदी के साथ समोसा शेयर करने की बात कही थी
हाल ही में मॉरिसन ने समोसे के साथ अपनी फोटो ट्वीट की थी और कहा था-मैंने इन्हें आम की चटनी के साथ तैयार किया है। ये शाकाहारी हैं। इस हफ्ते में प्रधानमंत्री मोदी के साथ वीडियो लिंक के जरिएबैठक करूंगा।अगर ऐसा नहीं होता तो मैं इसे उनके साथ शेयर करनापसंद करता। इसमें उन्होंनेमोदी को भी टैग किया था।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच दोस्ताना संबंध
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दोस्ताना संबंध हैं। दोनों देशों के बीच बहुत कुछ सामान्य हैं। दोनों देशों की अनेकता में एकता जैसे मूल्यों, परंपरा और लंबे समय से लोगों के बीचखेल संबंध हैं। अर्थव्यवस्था कई मायनों में एक दूसरे की पूरक हैं। इनमें द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने की संभावना है।
मोदी 2014 में ऑस्ट्रेलिया गए थे
पिछले पांच साल के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी मजबूत हुए हैं। सितंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने भारत का दौरा किया। वहीं, नवंबर 2014 मेंमोदी ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंचे। इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत हुई। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच रक्षा सहयोग के फ्रेमवर्क पर नवंबर 2014 में हस्ताक्षर हुए। इससे दोनों देशों के बीच विदेश, रक्षा और सुरक्षा नीतियों की अदला बदली का आधार तैयार हुआ। इसके बाद से नियमित तौर पर इनके संस्थानों के बीच बातचीत हो रही है।
The Mahatma Gandhi's statue outside the Indian Embassy in Washington D.C. desecrated by unruly elements involved in the ongoing protests in the United States. Sources told ANI that United States Park Police have launched an investigation into the matter.
Barack Obama is signaling a willingness to sharply critique his successor, President Donald Trump, and fill what many Democrats see as a national leadership void. On Wednesday, he held a virtual town hall event with young people to discuss policing and the civil unrest that has followed the death of George Floyd in Minneapolis.
In an extraordinary rebuke, former defense secretary Jim Mattis on Wednesday denounced President Donald Trump's heavy-handed use of military force to quell protests near the White House and said his former boss was setting up a "false conflict" between the military and civilian society.
US President Donald Trump on Wednesday hit back at former Secretary of Defence Jim Mattis after he rebuked the former for his leadership as the president of the United States.
दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 65 लाख 67 हजार 260 हो गया है। इस दौरान कुल 31 लाख 64 हजार 346 लोग स्वस्थ हुए। 3 लाख 87 हजार 911 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, ब्रिटेन आने वाले यात्रियों को 14 दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा। वहीं, नियम तोड़ने पर 95 हजार रुपए (1000 पाउंड) जुर्माना या जेल हो सकती है। गृह मंत्री प्रीति पटेल ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की। सरकार के इस फैसले को कुछ एयरलाइंसकंपनियों ने बेकार बताया है।
कोरोनावायरस : 10 सबसे ज्यादा प्रभावित देश
देश
कितने संक्रमित
कितनी मौतें
कितने ठीक हुए
अमेरिका
19,01,783
1,09,142
6,88,670
ब्राजील
5,84,562
32,568
2,66,132
रूस
4,32,277
5,215
1,95,957
स्पेन
2,87,406
27,128
उपलब्ध नहीं
ब्रिटेन
2,79,856
39,728
उपलब्ध नहीं
इटली
2,33,836
33,601
1,60,938
भारत
2,16,824
6,088
1,04,071
जर्मनी
1,84,425
8,699
1,67,300
पेरू
1,78,914
4,894
72,319
तुर्की
1,66,422
4,609
1,30,852
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ब्रिटेन: 39 हजार से ज्यादा मौतें
ब्रिटेन ने एक दिन में 359 लोगों की जान गई है और 1871 मरीज मिले हैं। यहां मौतों का कुल आंकड़ा 39 हजार 728 हो गया है। वहीं, दो लाख 79 हजार 856 संक्रमित हो गए हैं। अमेरिका, ब्राजील, रूस और स्पेन के बाद ब्रिटेन पांचवा सबसे संक्रमित देश है।
ब्राजील: 24 घंटे में 1349 मौतें
ब्राजील में 24 घंटे में 1349 लोगों ने दम तोड़ा है। यह दक्षिण अमेरिका का सबसे प्रभावित देश है। यह मरने वालों का कुल आंकड़ा 32 हजार 568 हो गया है, जबकि 5 लाख 84 हजार 562 लोग संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा मरीज यही हैं।
मैक्सिको: 1 दिन में 1000 से ज्यादा जान गई
मैक्सिको में 24 घंटे में 1092 लोगों की जान गई है और 3912 नए मामले मिले हैं। एक दिन पहले यहां 470 मौतें हुई थीं। देश में संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख से ज्यादा हो गया है। वहीं, अब तक 11 हजार 729 लोगों की मौत हो चुकी है।
स्पेन: लॉकडाउन बढ़ाने के प्रस्ताव कोमंजूरी
स्पेन में संसद ने देश में लागू लॉकडाउन को छठी और अंतिम बार बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। संसद के निचले सदन स्पैनिश कांग्रेस में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने के प्रस्ताव पर मतदान हुआ। 177 सदस्यों नेपक्ष में वोट डाला, जबकि 155 नेविरोध किया। प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा कि लॉकडाउन को 21 जून तक बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसे अंतिम बार बढ़ाया जा रहा है।
ऑस्ट्रिया: अपनी सीमाएं खोलेगा
ऑस्ट्रिया गुरुवार से इटली को छोड़कर अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अपनी सीमाएं खोलेगा। विदेश मंत्री ने कहा कि इटली में अब भी संक्रमण के मामले ज्यादा हैं, इसलिए अभी वहां के यात्रियों को आने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द से जल्द इटली के साथ सीमा खोलना चाहता है।
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल से संक्रमण नहीं रोका जा सकता
वैज्ञानिकों ने बुधवार को कहा कि संक्रमित होने के बाद मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल से इसे नहीं रोका जा सकता है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हमेशा से इसे इलाज के लिए कारगर बताते रहे हैं, लेकिन क्लिनिकल ट्रायल के नतीजे आने के बाद वैज्ञानिकों ने कहा कि इससे संक्रमण रोकने में मदद नहीं मिलती है। अमेरिका और कनाडा के 821 लोगों पर इसका टेस्ट किया गया था।
अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के मामले में चार पुलिसकर्मियों पर मामला चलेगा। सांसद एमी क्लोबुचर ने बुधवार को बताया कि मिन्नेसोटा की अटॉर्नी जनरल कीथ एलिसन ने फ्लॉयड की गर्दन घुटनों से दबाने वाले मिनेपोलिस के पुलिस अफसर डेरेक चॉविन पर लगे आरोपों को बढ़ाने का फैसला किया है। यह फ्लॉयड को इंसाफ दिलाने के लिए एक अहम कदम है। वहीं, चॉविन के तीन साथियों को भी नामजद किया गया है। इन तीनों पुलिसकर्मियों पर पहले कोई आरोप नहीं थे। अब उन पर हत्या के लिए उकसाने और इसमें साथ देने का मामला दर्ज होगा।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि मैं अमेरिका में गिरफ्तारी के दौरान जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से हैरान हूं। राष्ट्रपति ट्रम्प और और अमेरिका के सभी लोगों को मेरा यही संदेश है कि नस्लीय हिंसा की हमारे समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। दुनिया के ज्यादातर लोगों का भी यही मानना है।
इंसाफ के हित में नए आरोप लगाए गए: अटॉर्नी जनरल
मिन्नेसोटा के अटॉर्नी जनरल कीथ एलिसन ने नए आरोपों का ऐलान करते हुए कहा यह इंसाफ के हित में है। मामले में मुख्य आरोपी चॉविन पर पहले हत्या का सेकेंड डिग्री आरोप था, जो बरकरार रहेगा। इसके साथ ही पुलिसकर्मी थॉमस लेन, जे एलेक्जेंडर कुंग और टाऊ थाओ पर हत्या में साथ देने और उकसाने के साथ हत्या का सेकेंड डिग्री आरोप लगाया जाएगा। इन आरोपों में कड़ी सजा का प्रावधान है। एलिसन ने यह भी कहा कि मुझे इसमें कोई भ्रम नहीं कि एक पूर्व पुलिस अफसर को सजा दिलाना कठिन होगा।इतिहास बताता है इसमें कड़ी चुनौतियां हैं। मिन्नेसोटा में सिर्फ एक पुलिस अफसर को किसी सिविलियन की हत्या में दोषी ठहराया गया है।
25 मई को फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था
मिनेपोलिस में 25 मई को फ्लॉयड को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इससे पहले पुलिस अफसर डेरेक चॉविन नेफ्लॉयड को सड़क पर दबोचा था और अपने घुटने से उसकी गर्दन को करीब आठ मिनट तक दबाए रखा था। फ्लॉयड के हाथों में हथकड़ी थी।इसमें 46 साल का जॉर्ज लगातार पुलिस अफसर से घुटना हटाने की गुहार लगाता रहा।वीडियो में उसने कहा, 'आपका घुटना मेरे गर्दन पर है। मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं... ।’’ धीरे-धीरे उसकी हरकत बंद हो जाती है। इसके बाद अफसर कहते हैं, ‘उठो और कार में बैठो’, तब भी उसकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आती। इस दौरान आस-पास काफी भीड़ जमा हुई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
अमेरिका में शीर्ष स्वास्थ्य एजेंसी सीडीसी कोरोना के मुकाबले के लिए सही डेटा उपलब्ध कराने में शुरू से ही नाकाम रही। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है। यह रिपोर्ट हजारों ईमेल, 100 से अधिक अधिकारियों, विशेषज्ञों, सीडीसी के कर्मचारियों और मेडिकल वर्कर्स के इंटरव्यू के आधार पर तैयार की गई है।
इसमें कहा गया है कि सीडीसी का बेहद पुराना डेटा सिस्टम दूसरे देशों से लौटे अमेरिकियों की सही जानकारी नहीं दे सका। इसने कोरोना की रोकथाम में जुटे अधिकारियों को डुप्लीकेट रिकॉर्ड, गलत फोन नंबर और अधूरे पते उपलब्ध कराए। सीडीसी को दुनिया की प्रमुख स्वास्थ्य एजेंसी कहा जाता है।
इसके बावजूद इसने शुरुआती टेस्ट में कई गलतियां की। इससे समस्याएं बढ़ती गईं। सीडीसी ने सही समय पर संक्रमण और इससे हुई मौतों की गणना भी नहीं की। यहां तक कि उसने अमेरिका में हालात बिगड़ने की आशंका जताने वाली विशेषज्ञों की कई रिपोर्ट को कम भी आंका।
सीडीसी अब भरोसेमंद नहीं
हॉर्वर्ड ग्लोबल हेल्थ इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ. आशीष झा का कहना है कि सीडीसी अब भरोसेमंद नहीं रहा है। सीडीसी के एक पुराने कर्मचारी ने कहा कि सिएटल शहर का एक लड़का सीडीसी से ज्यादा तेजी से कोरोना मरीजों का डेटा अपडेट कर रहा था। उसकी वेबसाइट रोज लाखों लोग देख रहे थे।
इससे सीडीसी के कुछ सदस्य शर्मिंदगी महसूस कर रहे थे। अमेरिका में कोरोना के अब तक 18,82,148 मामले सामने आए हैं। जबकि 1,08,104 मौतें हुई हैं।
यह ट्रायल का आखिरी चरण हो सकता हैः डॉ. एंथनी
वैक्सीन ट्रायल के तीसरे चरण में 30 हजार लोग शामिल होंगे राष्ट्रीय संक्रामक रोग विभाग के प्रमुख डॉ. एंथनी फॉसी ने कहा है कि जुलाई में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल का तीसरा चरण शुरू होगा। ट्रायल में 30 हजार लोग शामिल किए जाएंगे। वैक्सीन 18 से 55 साल की उम्र के लोगों पर टेस्ट किया जाएगा। यह ट्रायल का आखिरी चरण हो सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत, रूस, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को जी-7 शिखर सम्मेलन में बुलाने के प्लान पर चीन को बड़ा धक्का लगा है। चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह चीन के खिलाफ घेरा बनाने की कोशिश है। चीन ने कहा कि ट्रम्प का प्लान फेल हो जाएगा।
जी-7 सात विकसित देशों का समूह है, इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और कनाडा शामिल हैं। सभी देशों के मुखिया साल में एक बार मिलते हैं और जलवायु परिवर्तन, अर्थव्यवस्था सहित ग्लोबल गवर्नेंसके मुद्दों पर चर्चा करते हैं।
वर्तमान में अमेरिका के पास जी 7 देशों की अध्यक्षता है। कोरोनामहामारी के कारणजून में वर्चुअल समिट होनी थी, लेकिनडोनाल्ड ट्रम्प ने इसे सितंबर तक टाल दिया है। ट्रम्प ने जाहिर किया था कि जी-7 के बदले एक विस्तारित सम्मेलन बुलाया जाए। उन्होंने कहा था कि इसमें भारत, रूस, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को भी बुलाना चाहेंगे। अब यह समिट सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के पहले या उसके बाद हो सकतीहै।
चीनी प्रवक्ता बोले- घेरने की कोई भी कोशिश बेकार होगी
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने मीडिया को बताया कि चीन का मानना है कि सभी अंतरराष्ट्रीय संगठन और सम्मेलन देशों के आपसी विश्वास के अनुकूल होना चाहिए। ये दुनिया की शांति और विकास के लिए होने चाहिए। उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि चीन को घेरने की कोई भी कोशिश बेकार जाएगी। लिजियन ने कहा कि भारत और तीन अन्य देशों को जी-7 में न्योता देना ट्रम्प की बेचैनी दिखाता है।
ट्रम्प का रूस को निमंत्रण देना चीन के लिए बड़ी चिंता की बात
ट्रम्प का रूस को निमंत्रण देना चीन के लिए चिंता की बात है। पहले जी-7 को जी-8 के नाम से जाना जाता था, लेकिन क्रीमिया पर कब्जे के बाद 2014 में रूस को बाहर निकाल दिया गया था। इसके बाद चीन और रूस के संबंध काफी मजबूत हुए थे। तब से अब तक रूस, चीन का करीबी रणनीतिक सहयोगी रहा है। अब रूस का फिर से जी-7 की तरफ झुकाव हो रहा है।सूत्रों के मुताबिक रूस जी-7 समिट में शामिल होने के लिए अपनी रुचि दिखा रहा है।बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटन और कनाडा ने रूस के जी-7 में वापसी का विरोध किया है।
पिछले साल जी-7 समिट में पीएम मोदी शामिल हुए थे
समिट के दौरान जी-7 के अध्यक्ष आम तौर पर जी-7 के बाहर के एक या दो देशों के प्रमुखों को विशेष तौर पर आमंत्रित करते हैं। पिछले साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रो ने प्रधानमंत्री मोदी को जी-7 समिट के लिए आमंत्रित किया था।
फ्रांस की राजधानी पेरिस में मंगलवार शाम 19 हजार से ज्यादा लोगों ने प्रदर्शन किया। बीएफएम टेलीविजन ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि 2016 में पुलिस हिरासत में 24 साल के अश्वेत युवक एडामा ट्राओर की मौत हो गई थी। उसे इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर मंगलवार शाम हजारों लोगों ने पेरिस कोर्ट के सामने प्रदर्शन किया।पुलिस ने मंगलवार कोसुबह ही घोषणा की थी कि प्रदर्शन के लिए मंजूरी नहीं ली गई है। यहां कोरोनावायरस के कारण 10 से ज्यादा लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
प्रदर्शन में शामिल लोगों के हाथों में तख्तियां थीं, जिनपर ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ और ‘आई कांट ब्रिथ’ जैसे स्लोगन लिखे हुए थे।पेरिस में मंगलवार शाम प्रदर्शन बाद में हिंसक हो गया। कुछ लोगों ने आसपास आगजनी की और रिंग रोड को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया। अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पिछले हफ्ते पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। इसके विरोध में अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
24 साल के अश्वेत की कैसे मौत हुई?
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, ट्राओर को पहचान पत्र पर विवाद के मामले में जुलाई 2016 में गिरफ्तार किया गया था। थाना ले जाए जाने के दौरान पुलिस वाहन में ही वह बेहोश हो गया था। वहीं, थाने में उसकी मौत हो गई थी। कई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ था कि ट्राओर का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।
परिवार का आरोप- दम घूटने से जान गई थी
जांचकर्ताओं ने उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराए गए तीन पुलिस अफसरों को दोषमुक्त कर दिया था। उनपर आरोप था कि उन्होंने 24 साल के अश्वेत युवक को गिरफ्तार करने में काफी सख्ती दिखाई थी। इसके चलते युवक को दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई। उसके परिवार ने भी कहा था कि पुलिस के सख्त कार्रवाई के चलते ट्राओर की दम घूटने से जान गईथी।
China warned Britain on Wednesday that its interferences in Hong Kong's affairs will "definitely backfire" after London criticised plans for a national security law in the former colony.
Iranian scientist Sirous Asgari has arrived back in Iran after being released from prison by its arch-foe the United States, Iranian media reported Wednesday. Iranian media carried the same photograph on their Telegram accounts of Asgari, wearing a face mask, being reunited with his family. A US court had in Nov cleared Asgari of charges of stealing trade secrets in 2016.
British Prime Minister Boris Johnson said Tuesday he would offer millions of Hong Kongers visas and a possible route to UK citizenship if China persists with its national security law. "If China proceeds to justify their fears, then Britain could not in good conscience shrug our shoulders and walk away; instead we will honour our obligations and provide an alternative."
Austrian authorities have presented the winning plan to redesign the house where Adolf Hitler was born in 1889, turning it into a police station and trying to make it unattractive as a pilgrimage site for people who glorify the Nazi dictator.A design by Austrian architects Marte.Marte beat 11 competitors in an interior ministry tender, officials announced Tuesday. The refurbishment is expected to be complete around the end of 2022 and will cost around 5 million euros ($5.6 million).
A moderate intensity earthquake, measuring 4.3 on the Richter scale, rocked the India- Bangladesh border on Wednesday morning but there were no reports of any damage, officials said.