ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की ओर से डेवलप की गई कोरोना वैक्सीन-कोवीशील्ड को इमरजेंसी अप्रूवल दे दिया है। अगले हफ्ते से यह वैक्सीन भी सरकार के वैक्सिनेशन प्रोग्राम में शामिल हो जाएगी। यह भारत के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि इससे अदार पूनावाला के पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को जल्द ही कोवीशील्ड के लिए इमरजेंसी अप्रूवल मिलने का रास्ता खुल गया है।
ब्रिटेन में इस समय सिर्फ फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल मिला था। सरकारी डेटा के मुताबिक अब तक करीब छह लाख लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। एस्ट्राजेनेका ने एक बयान में दावा किया कि वैक्सीन का पहला डोज बुधवार को रिलीज होगा। वैक्सीनेशन नए साल की शुरुआत से शुरू किया जा सकेगा। इसमें यह भी कहा गया है कि कंपनी की ब्रिटेन सरकार को 10 करोड़ डोज सप्लाई करने की डील है।
भारत में जनवरी के पहले हफ्ते में अप्रूवल मिलने की उम्मीद
SII ने ड्रग रेगुलेटर से कोवीशील्ड के लिए ही इमरजेंसी अप्रूवल मांगा है। पिछले हफ्ते सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने कहा था कि ब्रिटेन में इस वैक्सीन को अप्रूवल मिलने के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। इस संबंध में कमेटी ने SII से कुछ डेटा मांगा था, जो पिछले हफ्ते जमा कर दिया गया है। अदार पूनावाला ने दो दिन पहले कहा था कि वैक्सीन को जनवरी के पहले हफ्ते में अप्रूवल मिलने की उम्मीद है।
50-60 लाख डोज तैयार किए गए
पूनावाला ने यह भी कहा कि कंपनी ने अपनी रिस्क पर 50 से 60 लाख डोज तैयार कर लिए हैं। फरवरी तक 10 करोड़ वैक्सीन डोज तैयार कर लिए जाएंगे। जैसे ही इमरजेंसी अप्रूवल मिलेगा, वैक्सीन की डिलीवरी शुरू हो जाएगी। सरकार को 250 रुपए और आम भारतीयों को 500 रुपए में वैक्सीन का एक डोज मिलेगा।
कैसे रहे थे कोवीशील्ड के नतीजे?
एस्ट्राजेनेका ने 23 नवंबर को इसके फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल्स के नतीजे घोषित किए। इसके मुताबिक, जब एक हाफ और एक फुल डोज दिया गया तो वह 90% तक असरदार रही। वहीं, दो फुल डोज देने पर 62% असरदार रही। SII ने इस वैक्सीन के डोज मैन्यूफैक्चर करने का करार किया है।
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