Thursday, April 23, 2020
Pakistan coronavirus cases rise to 11,155; 79% cases locally transmitted April 23, 2020 at 07:59PM
Coronavirus: Philippine President Rodrigo Duterte threatens martial law April 23, 2020 at 07:22PM
रिपोर्ट में दावा- चीन में वायरस के 158 मरीजों पर रेम्डेसिविर ड्रग का ट्रायल नाकाम रहा April 23, 2020 at 07:35PM
भारत-अमेरिका समेत कई देश कोरोनावायरस के संक्रमण से जूझ रहे हैं। महामारी का वैक्सीन तैयार करने के लिए दुनियाभर में कई वैज्ञानिक दिन-रात जुटे हैं। चीन में भी रेम्डेसिविरड्रग का मरीजों पर ट्रायल हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ट्रायल फेल रहा। ट्रायल से जुड़ी जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की साइट पर प्रकाशित की गई थी। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने इसे हटा लिया था और कहा कि रिपोर्ट गलती से अपलोड हो गई थी।यह ड्रग एक अमेरिकी फर्म गिलिएड साइंस की है।
सभी देशों को एंटी वायरल ड्रग रेम्डेसिविरड्रग के ट्रायल को लेकर बड़ी उम्मीद थी। लेकिन चीन में रेम्डेसिविर ड्रग से मरीजों में कोई सुधार देखने को नहीं मिला। रिपोर्ट के मुताबिक, यह ट्रायल 237 मरीजों पर किया गया। इनमें से 158 को रेम्डेसिविर और बाकी 79 को प्लेसीबो दी गई। इसके एक महीने बाद रेम्डेसिविर लेने वाले 13.9% मरीजों और प्लेसीबो लेने वाले 12.8% मरीजों की मौत हो गई। साइड इफेक्ट के कारण ट्रायल को पहले ही रोक दिया गया।
यूरोप में भी इंसानों पर वैक्सीन का टेस्ट शुरू
दूसरी ओर, यूरोप में भी पहली बार किसी इंसान पर कोरोना के वैक्सीन का टेस्ट हुआ है। यह परीक्षण ऑक्सफर्ड में किया गया। यहां दो मरीजों को यह वैक्सीन दिया गया। यूरोप में कोरोना की दवा के ट्रायल के लिए 800 लोगों को चुना गया।
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Muslims mark Ramadan with unprecedented coronavirus lockdowns April 23, 2020 at 06:17PM
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा- गर्म और नमी वाले मौसम में कोरोना वायरस के जिंदा रहने की संभावना कम April 23, 2020 at 05:37PM
कोरोनावायरस पर काबू पाने के लिए दुनियाभर में शोध चल रहे हैं। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प गुरुवार को कहाहै कि कोरोना वायरस के गर्म और नम वातावरण में जिंदारहने की संभावना कम रहती है।इसके लिए उन्होंने अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्युरिटी (डीएचएस) की रिपोर्ट का हवाला दिया।
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि डीएचएस के वैज्ञानिकों ने एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया कि वायरस विभिन्न तापमानों, जलवायु और सतहों पर कैसे प्रतिक्रिया करता है। उन्होंने बताया कि शोध में खुलासा हुआ कि इससंक्रमण केठंडे और शुष्क वातावरण में ज्यादा वक्त जिंदारहने की संभावना होती है और गर्म और अधिक नमी वाले वातावरण में यह जल्द खत्म हो जाता है। उन्होंने कहा कि मैंने पहले यह बात कही थी तब किसी ने गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन अब इसकी पुष्टि हो रही है।
'वायरस सूर्य की रोशनी में सतह और हवा में खत्म हो जाता है'
- अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्युरिटीजमें साइंस और टेक्नोलॉजी के प्रमुख बिल ब्रायन ने बताया, 'जब यह संक्रमण तेज धूप के संपर्क में आता है तो यह खत्म हो जाता है। इसी तरह का हाल नमी वाले वातावरण में होता है।'उन्होंने इसका भी खुलासा किया कि इसोप्रोपाइल अल्कोहल भी इस वायरस को 30 सेकंड में मार देता है।
- 'हमारे शोध इसका भी पता चलाकि यह वायरस सूर्य की रोशनी में सतह और हवा दोनों जगहों पर खत्म जाता है।' उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि हमारे यह परिणाम अभी शुरुआती दौर में हैं। हम लगातार जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
ट्रम्प ने कहा- हम जल्द वैक्सीन बनाने के बेहद करीब
- ट्रम्प ने गुरुवार को बताया कि हम कोरोना की वैक्सीन बनाने के बेहद करीब हैं। उन्होंने बताया कि हमारी लैब में दुनिया के सबसे महान वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। जल्दी ही वैक्सीन हमारे पास होगी।
- उधर, चीन, जर्मनी और यूके ने भी वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल की बात की है। ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए दवा तैयार की है और इसका इंसानों पर ट्रायल शुरू कर दिया गया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस वैक्सीन में सफलता के 80% चांस हैं। इस दवा के ट्रायल प्रोग्राम के लिए करीब 187 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। ब्रिटेन के स्वाथ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा कि आखिरकार हम दुनिया के पहले देश हैं, जिसने ऐसी दवा विकसित की है। हम इस जानलेवा वायरस की दवा ढूंढने के लिए अपना सबकुछ लगा देंगे।
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US secretary of State Mike Pompeo says China may have known of virus in November April 23, 2020 at 05:21PM
अब तक 1 लाख 90 हजार मौतें: अमेरिका में 27 लाख से ज्यादा संक्रमित, संसद ने 33 लाख 51 हजार करोड़ के राहत पैकेज को मंजूरी दी April 23, 2020 at 05:17PM
दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक एक लाख 90 हजार 654 लोगों की मौत हो चुकी है। 27 लाख 18 हजार संक्रमित हैं, जबकि 7 लाख 45 हजार 620 ठीक हो चुके हैं। महामारी से बुरी तरह प्रभावित अमेरिका में 8 लाख 80 हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आए हैं और 49 हजार 845 मौतें हुई हैं। अमेरिकी संसद ने शुक्रवार को 484 बिलियन डॉलर (करीब 33 लाख 51 हजार 700) के राहत पैकेज को मंजूरी दे दी। इससे घाटे में चल रहे छोटे व्यापरियों को कर्ज देने की योजना दोबारा शुरू की जाएगी। इस पैकेज से अस्पतालों और टेस्टिंग गतिविधियों के लिए भी फंडिंग की जाएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस पैकेज के लिए एक बिल लेकर आए थे, जिसे हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने मंगलवार को सर्वसम्मति से पारित किया था। कोरोना संक्रमण के लिए अमेरिकी सरकार की ओर से जारी यह चौथा राहत पैकेज है।
दक्षिण अफ्रीका मई से पाबंदियों में राहत देगा
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रैमफोसा ने गुरुवार को कहा कि 1 मई से देश में धीरे-धीरे कोरोना से जुड़ी पाबंदियों में राहत दी जाएगी। संक्रमण से निपटने के लिए पांच स्तर वाली एक अलर्ट प्रणाली भी अपनाई जाएगी। 1 मई से पाबंदियों को पांचवे स्तर से चौथे स्तर पर लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी भी हमारे देश में वायरस के संक्रमण के रेट और इसके फैलने के तरीके के बारे में ज्यादा पता नहीं है। ऐसे में हमें यह फैसला करना पड़ा। फिलहाल यहां पर लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।
ब्रिटेनने वायरस के लिए वैक्सिन तैयार किया
ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए दवा तैयार की है और इसका इंसानों पर ट्रायल शुरू हो गयाहै। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस वैक्सीन के सफल होने के80% चांस हैं। इस दवा के ट्रायल प्रोग्राम के लिए करीब 187 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।ब्रिटेन के स्वाथ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा कि आखिरकार हम दुनिया के पहले देश हैं, जिसने ऐसी दवा विकसित की है। हम इस जानलेवा वायरस की दवा ढूंढने के लिए अपना सबकुछ लगा देंगे।
कोरोनावायरस : सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देश
देश | कितने संक्रमित | कितनी मौतें | कितने ठीक हुए |
अमेरिका | 8 लाख 80 हजार 204 | 49 हजार 845 | 85 हजार 922 |
स्पेन | 2 लाख 13 हजार 024 | 22 हजार 157 | 89 हजार 250 |
इटली | 1 लाख 89 हजार 973 | 25 हजार 549 | 57 हजार 576 |
फ्रांस | 1 लाख 58 हजार 183 | 21 हजार 856 | 42 हजार 088 |
जर्मनी | 1 लाख 51 हजार 784 | 5 हजार 404 | 1 लाख 3 हजार 300 |
ब्रिटेन | 1 लाख 38 हजार 078 | 18 हजार 738 | उपलब्ध नहीं |
तुर्की | 1 लाख 1 हजार 790 | 2 हजार 491 | 18 हजार 491 |
ईरान | 87 हजार 026 | 5 हजार 481 | 64 हजार 843 |
चीन |
82 हजार 798 |
4 हजार 632 | 77 हजार 207 |
रूस | 62 हजार 773 | 555 | 4 हजार 891 |
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काेराेनावायरस ने प्रदर्शनकारियाें काे घर में समेटा; अप्रैल 2020 के पहले हफ्ते में दुनिया में 405 प्रदर्शन हुए, यह 2019 के इसी अंतराल के मुकाबले 60% कम April 23, 2020 at 02:43PM
हांगकांग की ऊंची-ऊंची इमारताें में अब न आंसू गैस के गाेले छाेड़े जा रहे हैं, न लेबनान के बेरूत में टेंट उखाड़े जा रहे हैं औरन ही दिल्ली का व्यस्ततम शाहीनबाग राेड अब बंद है।काेराेनावायरस ने दुनियाभर के प्रदर्शनकारियाें काे घर के भीतर समेट दिया है।दुनियाभर में 2019 प्रदर्शन का साल रहा। वर्षभर सरकाराें के खिलाफ मार्च निकाले गए। रैलियां हुईं और दंगे भड़के। इससे करीब 114 देश प्रभावित थे।
फिर इस साल काेराेनावायरस आया। सारी मांगाें और नाराजगियाें पर अकेला वायरस हावी हाे गया। इस साल अप्रैल के पहले हफ्ते में ही दुनियाभर में महज 405 प्रदर्शन हुए, जाे पिछले साल के इसी अंतराल के मुकाबले 60% कम है। हालांकि, आर्म्ड काॅनफ्लिक्ट लाेकेशन एंड इवेंट डेटा प्राेजेक्ट के मुताबिक, इनमें से भी अधिकतर काेराेनावायरस से जुड़े थे।
प्रदर्शनों कास्वरूप भी बदल गया
बड़ी बात यह रही कि ये सभी बहुत ही छाेटे रूप तक सिमट गए थे और छाेटे समूह में हुए या बालकनी से हुए या वाहनाें पर किए गए। यही नहीं इनका स्वरूप भी बदल गया। जैसे वाॅशिंगटन से पेरू और पेरिस तक जब लाेगाें की नाैकरी, घर और भाेजन पर संकट आया ताे वे लाॅकडाउन ताेड़कर सड़काें पर उतरे। हालांकि, अब उनका तरीका बदला हुआथा। वे साेशल डिस्टेंसिंग के साथ खड़े हुए और मास्क पहनकर मांगें रखीं।
खाली सड़काें पर भीड़ की फाेटाे
चिली के लाेगाें ने खाली सड़काें पर भीड़ की फाेटाे प्राेजेक्ट की। इस बीच, दुनिया के कई देशाें में पीड़ा या समर्थन देने के लिए बर्तन बजाए गए। ऐसे में दुनियाभर के प्रदर्शनकारियाें के पास एक बड़ा सवाल है कि क्या अब बड़े प्रदर्शनाें का स्वरूप बदल जाएगा। हालांकि, अभी किसी के पास इसका जवाब नहीं है। उनके मन में यह सवाल भी है कि यह महामारी कब तक चलेगी और सरकारें किस तरह प्रतिक्रिया करेंगी? यह जरूर है कि अब तक जैसा हाेता आया है, वैसा नहीं चलेगा।
काेलंबिया से इजरायल तक लाेगाें ने रचनात्मक तरीके निकाले
इस बीच, इसी हफ्ते पेरिस, पेरू, इराक और अमेरिका में लाॅकडाउन के खिलाफ पारंपरिक तरीके से आवाज उठाई, लेकिन अन्य ने रचनात्मक तरीका भी अपनाया। काेलंबिया में लाेगाें ने खिड़कियाें में लाल टीशर्ट लटकाकर भाेजन और अधिक वेतन देने की मांग की। हांगकांग में वीडियाे गेम एनिमल क्राॅसिंग प्रदर्शन का नया जरिया बना है। इसमें युवा वर्चुअल स्लाेगन शेयर करते हैं। इजरायल और पाेलैंड में हाल ही में लाेगाें ने साेशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भ्रष्टाचार और गर्भपात काे लेकर लगाए गए प्रतिबंधाें का विराेध किया।
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काेराेना से सर्वाधिक प्रभावित न्यूयाॅर्क के मरीजाें पर रिसर्च, 94% काे एक न एक बीमारी, वेंटिलेटर पर गए 88% की माैत April 23, 2020 at 02:43PM
न्यूयॉर्क शहर अमेरिका का हाॅटस्पाॅट बना हुआहै। यहां पाॅजिटिव हाेकर अस्पताल में भर्ती हुए मरीजाें में लगभग हर व्यक्ति काे एक से अधिक बीमारी थी। इनमें 53% काे हाइपरटेंशन, ताे 41% को मोटापे की समस्या थी। अमेरिकन मेडिकल एसाेसिएशनके जर्नलमें प्रकाशित ताजा रिसर्चके मुताबिक, शाेधकर्ता काेराेनावायरस से पाॅजिटिव हाेकर अस्पताल पहुंचे मरीजाें के बारे में जानना चाहते थे। शाेधकर्ताओं ने ऐसे 5,700 लाेगाें का इलेक्ट्राॅनिक हेल्थ रिकाॅर्ड जांचा। इससे पता चला कि काेराेना पाॅजिटिव मरीजाें की औसत उम्र 63 वर्ष थी और इनमें से 94% काे एक न एक बीमारी पहले से थी। इनमें सबसे अधिक राेगी हाइपरटेंशन (लगभग 53% मरीज), माेटापे (लगभाग 42% मरीज) और डायबिटीज (लगभग 32% मरीज) के थे।
वेंटिलेटर पर रखे मरीजाें के ठीक हाेने का प्रतिशत बहुत कम रहा
शाेधकर्ताओं ने अस्पताल छाेड़ चुके यानी मृत घाेषित या स्वस्थ हाेकर लाैटे 2,634 मरीजाें के आंकड़ाें का अध्ययन किया। इसके मुताबिक, 14% का इलाज आईसीयू में किया गया जबकि 12% काे वेंटिलेटर पर रखा गया और 3% की किडनी रिप्लेसमेंट थेरेपी की गई। इनमें21% की माैत हाे गई। वेंटिलेटर पर रखे मरीजाें के ठीक हाेने का प्रतिशत बहुत कम रहा। यानी कि वेंटिलेटर पर गए मरीजों में से88% की माैत हाे गई। जिन मरीजाें की माैत हुई, उनमें डायबिटीज के अधिक मरीज वेंटिलेटर पर लिए गए। फिनस्टीन इंस्टीट्यूट फाॅर मेडिकल रिसर्च की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट करीना डैविडसन के मुताबिक, गंभीर बीमारी का काॅकटेल खतरा बढ़ा देता है। इनका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
अस्पताल में भर्ती 5,700 मरीजाें के सर्वे की सचाई
एक से अधिक | 88% |
एक | 6.3% |
एक भी नहीं | 6.1% |
हाइपरटेंशन के मरीज ज्यादा प्रभावित हुए
- हाइपरटेंशन: 53.1%
- माेटापा (बीएमआई 30 से अधिक): 41.7
- माेर्बिड डायबिटीज (बीएमआई 35 से अधिक) : 31.7%
- काेराेनरी आर्टरी डिसीज : 10.4%
- अस्थमा : 8.4%
- हार्ट फैल्याेर : 6.5%
- कैंसर : 5.6%
- सीओपीडी : 5%
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बंद कमरे में ट्रेनिंग ले रहे हैं गगनयान के अंतरिक्ष यात्री, चारों भारतीय पायलट ने पहली परीक्षा भी पास की April 23, 2020 at 02:41PM
(मुकेश काैशिक) भारतीय वायुसेना के चार जांबाज फाइटर पायलट 2022 में अंतरिक्ष में जाने वाले गगनयान मिशन के लिए मॉस्को में प्रशिक्षण ले रहे हैं। यूरी गागरिन सेंटर में सालभर चलने वाली इस ट्रेनिंग का एक चौथाई हिस्सा पूरा होने ही वाला था कि कोरोनावायरस के कारण रूस में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन हो गया। लॉकडाउन के बावजूद बंद कमरे में सभी अंतरिक्ष यात्री प्लान के हिसाब से ट्रेनिंग ले रहे हैं।
ट्रेनिंग देने वाली एजेंसी ग्लावकोसमोस जेएससी के महानिदेशक दिमित्री लोसकुतोव ने कहा,‘भारतीय पायलटों के हौसले बुलंद हैं। कोरोना महामारी से उनके चेहरे पर शिकन भी नहीं है। थ्योरी की परीक्षा की तैयारी उन्हें वैसे भी कमरे में बैठकर करनी थी, लेकिन लॉकडाउन खत्म होते ही असली ट्रेनिंग यानी सर्वाइवल मैराथन शुरू हो जाएगी। यह ट्रेनिंग अंतरिक्ष यात्रियों को उन विपरीत हालात के लिए तैयार करती है, जब धरती पर लौटते वक्त उनका यान किसी ऐसी जगह उतर जाए, जहां कोई इंसान न हो। वहां हिंसक पशु, समुद्र, जंगल, रेगिस्तान, बर्फ के अंतहीन ग्लेशियर या नदी के मुहाने हो सकते हैं।’
हफ्तेभर बाद स्पेसक्राफ्ट की फ्लाइट थ्योरी की परीक्षा देंगे
लोसकुतोव ने कहा कि लॉकडाउन से पहले ही हमने कर्मचारियों और ट्रेनिंग ले रहे पायलटों को कोरोना से बचाने के लिए रिस्पाॅन्स ग्रुप गठित कर दिया था। 19 मार्च से कर्मचारियों को रिमोट वर्क के लिए भेज दिया गया। फिलहाल कंपनी के सभी कर्मचारी घरों से ही काम कर रहे हैं। चारों पायलट सेहतमंद हैं। उनका रोजाना फिटनेस टेस्ट होता है। पिछले सप्ताह उन्होंने मानव स्पेसक्राफ्ट के ऑनबोर्ड सिस्टम की जानकारियों के बारे में परीक्षा पास कर ली। अब हफ्तेभर बाद उन्हें स्पेसक्राफ्ट की फ्लाइट थ्योरी की परीक्षा देनी है।
यह परीक्षा इस बात पर निर्भर करती है कि महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन पर सरकार क्या फैसला लेती है? नियमित कक्षाएं भी 30 अप्रैल से ही शुरू होंगी। ट्रेनिंग के पहले चरण में गगनयान के यात्रियों को 3 दिन 2 रात की सर्वाइवल मैराथन से गुजारा जाएगा। बर्फ से ढंके पहाड़ों, हिंसक जानवरों वाले जंगली इलाकों और दलदली क्षेत्रों में उनकी ट्रेनिंग कराई जाएगी, ताकि वे कठिन हालात का मुकाबला करने की मानसिक स्थिति हासिल कर सकें।
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कोरोना से जंग के लिए 263 करोड़ रु. जुटाने वाले पूर्व सैनिक टॉम मूर का 100वां जन्मदिन 30 अप्रैल को है, बधाई के लिए मिले 40 हजार कार्ड, पोस्ट ऑफिस भी छोटा पड़ गया April 23, 2020 at 08:47AM
कोरोना से जंग के लिए 263 करोड़ रुपए जुटाने वाले पूर्व सैनिक टॉम मूर का100वां जन्मदिन 30 अप्रैल को है। पूरे देश से लोगों ने उन्हें शुक्रिया कहने के लिए 40 हजार से ज्यादा बर्थडे कार्ड भेजे हैं। इन्हें स्कूल में बनाए गए अस्थायी पोस्ट ऑफिस में रखा गया है। स्थानीय पोस्ट ऑफिस में इन्हें रखने की जगह ही नहीं थी। कॉर्ड्स खोलने के लिए वॉलेंटियर्स भी रखे गए हैं।
पोस्टमास्टर बिल चेंडी ने कहा कि मैंने जिंदगी में ऐसा मंजर पहली बार देखा है।ब्रिटेन के बेडफोर्डशायर में बनाया गया पोस्ट ऑफिस कार्ड से भर चुका है।
पूर्व सैनिक टॉम मूर ने ब्रिटेनके एनएचएस के लिए 263 करोड़ रु. जुटाए
एजेंसी ने कहा- दूसरे नंबर पर कैरेबियाई और तीसरे पर पाकिस्तान
वहीं, ब्रिटेन के लंदनमें कोरोना से अश्वेत, एशियाई और अल्पसंख्यक जातीय समूह (बीएएमई) में सबसे ज्यादा मौतें भारतीयों की हुई हैं।राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इसके मुताबिक, ब्रिटेन में 17 अप्रैल तक कोरोना से 13,918 लोगों की मौत हुई है, जिसमें बीएएमई के 2,255 लोग हैं। इनमें 418 भारतीय हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा 404 मौतें कैरिबियाई और 292 पाकिस्तानी लोगों की हुई है। मौतें और ज्यादा हो सकती हैं क्योंकि अभी केवल अस्पतालों में कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े जारी किए गए हैं।
ब्रिटेन: कोरोना से 80 दिन में 2255 गैर ब्रिटिश लोगों की मौत, इनमें सबसे ज्यादा 418 भारतीय
ब्रिटेन में 29 जनवरी को कोरोना का पहला मरीज मिला था। वल्डोमीटर के मुताबिक, ब्रिटेन की आबादी करीब 6.78 करोड़ है। इसमें 13 फीसदी बीएएमई समूह के लोग हैं। ये लोग या इनके पूर्वज दशकों या सैकड़ों साल पहले ब्रिटेन में आकर बस गए थे। बाद में इन्होंने ब्रिटेन की नागरिकता हासिल कर ली थी। ब्रिटेन में भारतीयों की आबादी 18 लाख हैं। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा है कि बीएएमई समूह के लोगों की बहुत अधिक अनुपात में मौतों ने उन्हें चिंता में डाल दिया है। सरकार पूरे मामले पर गंभीर है।
ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन (बीएमए) के प्रमुख डॉ. चांद नागपाल ने कहा कि सरकार को बाहरी अल्पसंख्यक वर्ग पर पूरा ध्यान देना चाहिए। द ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (बीएपीआईओ) के अध्यक्ष डॉ. रमेश मेहता ने कहा कि वे यह शोध कर रहे हैं कि कैसे बीएएमई समूह पर कोरोना का इतना ज्यादा असर हुआ है। शोध के लिए इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन से अनुबंध किया गया है।
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चीन में फिर संक्रमण फैलने का खतरा, 1 करोड़ की आबादी वाले हार्बिन शहर में लॉकडाउन April 23, 2020 at 03:46AM
चीन में कोरोनावायरस का खतरा एक बार फिर से मंडरा रहा है। यहां बाहर से आए लोगों के जरिए संक्रमण फैल रहा है। अब यहां के उत्तर-पूर्व हेइलोंगजियांग प्रांत के शहर हार्बिन में कोरोनावायरस के संक्रमण के मामले तेजी से उभरकर सामने आए हैं। एक करोड़ की आबादी वाले हार्बिन शहर में लॉकडाउन लगा दिया गया है।हार्बिन शहर हेइलोंगजियांग की राजधानी है।
बताया जा रहा है कि यहां का एक स्टूडेंट हाल ही में न्यूयॉर्क से लौटा है। उसकी चपेट में आकर यहां 70 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। यहां 4,000 लोगों की टेस्टिंग की गई है। संक्रमण के इतने ज्यादा मामले सामने आते ही सरकार ने पूरे शहर को सील कर दिया है।
रुस की सीमा से सटा हुआ है चीन का यह शहर
चीन का यह शहर रूस की सीमा से सटा हुआ है। अधिकारियों ने पूरे क्षेत्र में किसी भी प्रकार की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन के हेइलोंगजियांग में ही संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। ज्यादातर संक्रमित ऐसे चीनी नागरिक हैं, जो दूसरे देशों से आए हैं। इससे पहले हेइलोंगजियांग प्रांत के सुइफेन्हे शहर में लॉकडाउन जैसे हालात हो गए थे।
वुहान में केवल दो मरीजगंभीर बीमार
चीन के हार्बिन में संक्रमण बढ़ने के मामले तब सामने आए जब सरकार ने यह बताया कि वुहान में केवल दो मरीज ही ऐसे हैं, जिनकी हालत ज्यादा खराब है। ऐसे में हार्बिन में फिर लॉकडाउन लगना चीन के लिए बड़ी चिंता का मामला है। वुहान में आठ अप्रैल को ही लाकडॉउन हटाया गया है।
सभी 70 संक्रमित एसिम्टोमैटिक
चीन में नए आने वाले मामलों में सबसे ज्यादा एसिम्टोमैटिक मामले हैं। ये ऐेसे मामले होते हैं, जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई देते। हार्बिन में पाए गए सभी 70 संक्रमित एसिम्टोमैटिक ही थे।
28 दिनों के सेल्फ क्वारैंटाइन का नियम बनाया गया
इस संक्रमितोंं के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। क्वारैंटाइन किए गए सभी लोगों को तभी बाहर निकलने की अनुमति होगी, जब वे दो न्यूक्लिक टेस्ट और एक एंटीबॉडी टेस्ट पास कर लेंगे। हेइलोंगजियांग प्रांत में आने वाले सभी लोगों के लिए पहले से ही 28 दिनों के सेल्फ क्वारैंटाइन का नियम बनाया गया है।
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ईरान ने पहला सैन्य सैटेलाइट लॉन्च किया, ट्रम्प ने ईरानी जहाजों को उड़ाने का आदेश दिया April 22, 2020 at 10:58PM
कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच ईरान और अमेरिका में तनाव बढ़ रहा है। ईरान ने जहां एक ओर अपने पहले सैन्य सैटेलाइट ‘नूर’ के सफलता पूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित करने का दावा किया है वहीं, अमेरिकने अपनी नेवी को ईरान के जहाजों को उड़ाने के आदेश दे दिए हैं।
अमेरिका और ईरान के संबंध पहले से ही खराब थे, लेकिन अमेरिकी सेना द्वारा ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद हालात ज्यादा तनावपूर्ण हो गए हैं। हाल ही में दोनों में देशों में पर्सियन गल्फ में भी तनाव बढ़ा है। अमेरिका का आरोप है कि ईरान की गनबोट्स यहां पर अमेरिकी जहाजों को छेड़ने का काम कर रही हैं। ईरान के छोटे जहाज और गनबोट्स अक्रामक तरीके से अमेरिकी जहाजों के पास से निकलती हैं।
ईरान का सैटेलाइट 425 किलोमीटर ऊपर कक्षा में स्थापित
ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने बुधवार को कहा था कि कई बार असफलताओं के बाद बुधवार को सैन्य सैटेलाइट का सफल प्रक्षेपण किया गया। रिवॉल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी के मुताबिक सैटेलाइट पृथ्वी की सतह से 425 किलोमीटर (264 मील) ऊपर की कक्षा में स्थापित किया गया है। एक टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि सैटेलाइट को ले जाने वाले रॉकेट में कुरान की वह आयत लिखी हुई थी, जिसे मुस्लिम यात्रा के दौरान पढ़ते हैं।
पोंपियो ने कहा ईरान ने यूएनएससी के 2015 के प्रस्ताव का उल्लंघन किया
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने ईरान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के 2015 के प्रस्ताव का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। दरअसल, 2015 के प्रस्ताव के तहत ईरान ऐसे किसी भी बैलेस्टिक मिसाइल टेक्नोलॉजी और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम किसी भी मिसाइल पर काम नहीं कर सकता है। आरोप है कि इसी बैलेस्टिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सैटेलाइट स्पेस में पहुंचाया गया है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल परमाणु हथियारों को लॉंच करने में भी किया जा सकता है। हांलाकि, ईरान ने साफ किया है कि उसका मकसद हथियार विकसित करना नहीं है।
ट्रम्प ने नौसेना को ईरान के जहाज नष्ट करने के आदेश दिए
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि अगर ईरान के जहाज अमेरिकी जहाजों को परेशान करें तो नेवी ईरान के जहाज को नष्ट कर दे। ट्रम्प ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। एक हफ्ते पहले ईरान की 11 गनबोट्स ने पर्सियन गल्फ में अमेरिका के वार शिप का रास्ता काटा था। उनमें से एक बोट अमेरिकी जहाज से महज 10 यार्ड (करीब 9 मीटर) की दूरी से होकर निकली थी। उप रक्षा सचिव डेविड नोरक्विस्ट और जनरल जॉन हाइटन ने भी कहा कि ईरान के लिए साफ चेतावनी है कि वह किसी भी कीमत पर हद पार न करें और हमें उकसाए नहीं।
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