Friday, December 18, 2020
Pompeo blames Russia for massive US cyberattack December 18, 2020 at 08:17PM
1 killed, 2 missing in chemical plant explosion in China December 18, 2020 at 08:07PM
New strain of coronavirus identified, says S Africa's minister December 18, 2020 at 07:29PM
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बोले- सर्जिकल स्ट्राइक के लिए तैयार है भारत, उसे दोस्तों की हरी झंडी का इंतजार December 18, 2020 at 06:21PM
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि भारतीय सेना उनके मुल्क पर सर्जिकल स्ट्राइक करने की तैयारी कर चुकी है और वह सिर्फ अपने दोस्तों की तरफ से मंजूरी का इंतजार कर रही है। कुरैशी यूएई के दो दिन के दौरे पर थे। शुक्रवार को इस दौरे का दूसरा और आखिरी दिन था। कुरैशी ने कहा कि भारत अपनी घरेलू समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए पाकिस्तान पर हमला कर सकता है।
खाली हाथ लौटे कुरैशी
कुरैशी यूएई इसलिए गए थे ताकि वहां की सरकार को पाकिस्तानियों को फिर वर्क वीजा जारी करने के लिए मना सकें। इसमें वे पूरी तरह नाकाम रहे। यूएई सरकार ने इस मसले का अपने बयान में जिक्र ही नहीं किया। खीज निकालने के लिए कुरैशी ने दूसरे देश के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आग उगलने के लिए किया।
यूएई ने करीब दो महीने पहले पाकिस्तान के किसी भी नागरिक को नया वर्क वीजा जारी करने से इनकार कर दिया था। अब इस पर पूरी तरह बैन ही लगा दिया गया है। महामारी के दौरान हजारों पाकिस्तानी मुल्क लौट गए थे। अब इन्हें भी यूएई की सरकार ने काम पर लौटने की मंजूरी देने से इनकार कर दिया है।
भारत से हमेशा खतरा
अबुधाबी में मीडिया से बातचीत करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा- हमारे पास इस बात की खुफिया जानकारी काफी पहले से है कि भारतीय सेना पाकिस्तान पर हमला करने की तैयारी कर चुकी है। भारत सिर्फ अपने दोस्तों की तरफ से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहा है। हम भारत के दोस्तों को उसका पार्टनर कहते हैं। मैं भारत के इन इरादों के बारे में यूएई और दुनिया के बाकी देशों को जानकारी देना चाहता हूं।
पाकिस्तानी सेना अलर्ट पर
कुरैशी का यह बयान नया नहीं है। पाकिस्तान के पूर्व रेल मंत्री और अब होम मिनिस्ट्री संभाल रहे शेख राशिद ने भी पिछले दिनों यही बयान दिया था। उन्होंने कहा था- पाकिस्तान सरकार के पास स्पष्ट खुफिया रिपोर्ट्स हैं। इनमें कहा गया है कि भारत किसी भी वक्त पाकिस्तान पर हमला बोल सकता है लेकिन, हमारी सेना भी जवाब देने के लिए तैयार है।
कुरैशी के इस बयान के पहले पाकिस्तानी मीडिया में भी खबरें आईं थीं कि भारत जल्द ही पाकिस्तान के खिलाफ कोई बड़ा सैन्य ऑपरेशन करने जा रहा है और इसलिए पाकिस्तानी सेना को अलर्ट पर रखा गया है।
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Brazil's Bolsonaro warns vaccine can turn people into 'crocodiles' December 18, 2020 at 05:44PM
वैक्सीन इम्युनिटी ज्यादा टिकाऊ और सुरक्षित, संक्रमितों में एंटीबॉडी के स्तर में 200 गुना तक का अंतर देखा गया है December 18, 2020 at 04:35PM
(अपूर्वा मंडाविली). दुनिया में जैसे-जैसे कोरोना वैक्सीन का दौर शुरू हो रहा है वैसे-वैसे इसके खिलाफ दुष्प्रचार भी जोर पकड़ रहा है। रिपब्लिकन सांसद रैंड पॉल ने एक विवादास्पद बयान में कहा था कि फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन 90 से 94.4 फीसदी असरदार है। वहीं, एक बार संक्रमित होकर ठीक होने से 99.99 फीसदी सुरक्षा मिलती है। रैंड पॉल उन लोगों में शामिल हैं जो लॉकडाउन के कारण हो रहे आर्थिक नुकसान को देखते हुए चाहते थे कि ज्यादा से ज्यादा लोग बाहर निकलें और वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से संक्रमित होने का जोखिम उठाएं।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस बारे में विशेषज्ञों की राय जानने की कोशिश की। ज्यादातर का कहना है कि वे इस बारे में आश्वस्त नहीं हैं कि कौन सा तरीका ज्यादा असरदार होगा। संक्रमित होना या टीका लगवाना। लेकिन, यह तय है कि टीका लगवाना सुरक्षित है। संक्रमितों में किसकी जान जाएगी और किसकी बचेगी यह जान पाना मुश्किल है। साथ ही हर संक्रमित में एक जैसी इम्युनिटी डेवलप नहीं होती है।
अलग-अलग कोरोना संक्रमितों में बनने वाले एंटीबॉडी की संख्या में 200 गुना तक का अंतर देखा जा रहा है। जो लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ते हैं उनमें अधिक इम्युनिटी बनती है। एसिम्पटोमैटिक या हल्के बीमार लोगों में बनी इम्युनिटी कुछ महीने में कमजोर पड़ने लगती है। इस लिहाज से वैक्सीन काफी बेहतर विकल्प है।
विशेषज्ञों का कहना है कि निमोनोकॉकल बैक्टीरिया जैसे कुछ पैथोजन रहे हैं, जिनमें देखा गया है कि वैक्सीन से मिलने वाली इम्युनिटी प्राकृतिक इम्युनिटी की तुलना में ज्यादा मजबूत होती है। अब तक मिले साक्ष्यों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि कोविड-19 के मामले में भी ऐसा ही होगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मॉडर्ना जैसी वैक्सीन के ट्रायल में यह देखा गया कि इससे कोरोना संक्रमण की तुलना में ज्यादा एंटीबॉडी बनते हैं।
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डियर सांता, यह साल बहुत मुश्किल रहा है, मां कहती है उसके पास मुझे गिफ्ट देने के लिए पैसे नहीं है, तुम मुझे खिलौने ला दो December 18, 2020 at 04:14PM
(जेनी ग्रॉस). डियर सांता, कोरोना के कारण यह साल काफी मुश्किल रहा है। मैं उम्मीद कर रही थी कि इस बार क्रिसमस पर मुझे खिलौने का सेट मिलेगा। लेकिन, मां कह रही है कि उन्हें अब पहले जितने पैसे नहीं मिलते। वह मेरे लिए खिलौने नहीं ला सकती है। इसलिए तुम ही मुझे खिलौने दिला दो। ये पंक्तियां नौ साल की एलानी ने सांता क्लॉज को भेजे पत्र में लिखी हैं।
इसी तरह इलिनॉय की रहने वाली चार बच्चों की मां ग्लेंडा ने लिखा है, 'डियर सांता...कोरोना के कारण मेरे काम के घंटे कम हो गए हैं। इस वजह से मेरी कमाई भी कम हो गई है। मैं चाहती हूं कि मेरे बच्चे अन्य साल की तरह इस बार भी अच्छे से क्रिसमस सेलिब्रेट करें। इसके लिए तुम्हारी मदद की जरूरत है।'
अमेरिकी पोस्टल सर्विस के ऑपरेशन सांता को इस साल अब तक इस तरह के 23 हजार से ज्यादा पत्र मिल चुके हैं। ऑपरेशन सांता पिछले 108 सालों से चलाया जा रहा है। बच्चे या उनके परिजन 123, एल्फ रोड, नॉर्थ पोल, 88888 के पते पर हर साल सांता क्लॉज को पत्र लिखते हैं। इस बार अधिकांश पत्र में बच्चों ने कोरोना से हुई मुश्किलों का जिक्र किया है।
कुछ बच्चों ने सांता से कोरोना वैक्सीन की मांग भी की है। वहीं, कई ने अपने परिवार के सदस्यों के लिए अच्छा स्वास्थ्य मांगा है। कुछ बच्चों ने सांता से पूछा है कि क्या उसके पास कोरोना महामारी का इलाज है? प्ले स्टेशन, गर्ल्स डॉल सहित अन्य खिलौने की चाहत वाले पत्र भी खूब आए हैं।
अमेरिकी पोस्टल सर्विस इन पत्रों को सार्वजनिक कर देता है। लोग इन पत्रों में से किसी एक का चुनाव कर सांता की भूमिका निभा सकते हैं और बच्चों को उनकी पसंद का सामान भेज सकते हैं। हालांकि, गिफ्ट भेजने वाले अपनी पहचान सार्वजनिक नहीं करते हैं।
अब तक जिन बच्चों के पत्र मिले, उन्हें किसी न किसी ने गोद ले लिया
पोस्टल सर्विस के मुताबिक इस साल लोगों ने जमकर दरियादिली दिखाई है। अब तक जितने भी पत्र मिले हैं सबको किसी न किसी व्यक्ति ने एडॉप्ट कर लिया है। यानी पत्र भेजने वाले सभी बच्चों को गिफ्ट मिलेगा। पोस्टल सर्विस के मुताबिक साल 2008 में भी बहुत ज्यादा पत्र आए थे।
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अमेरिका में फाइजर के बाद मॉडर्ना वैक्सीन को भी मंजूरी; इटली में क्रिसमस पर लॉकडाउन रहेगा December 18, 2020 at 04:10PM
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7.59 करोड़ के ज्यादा हो गया। 5 करोड़ 32 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 16 लाख 80 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। अमेरिका ने फाइजर के बाद मॉडर्ना की वैक्सीन को भी मंजूरी दे दी है। ट्रम्प एडिमिनिस्ट्रेशन ने इस वैक्सीन को मंजूरी के पहले ही बड़े पैमाने पर ऑर्डर दे दिया था। इटली सरकार ने साफ कर दिया है कि वो इस साल क्रिसमस पर भी किसी तरह की ढील बरतने नहीं जा रही। देश में लॉकडाउन रहेगा।
अमेरिका में दूसरी वैक्सीन को मंजूरी
अमेरिका ने दो हफ्तों में दूसरी वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने शुक्रवार रात मॉडर्ना के वैक्सीन को मंजूरी दे दी। इसके पहले फाइजर के वैक्सीन को मंजूरी दी गई थी। दोनों मामलों में एक चीज कॉमन रही। दोनों को मंजूरी देने के लिए FDA के ही एक पैनल ने जल्द मंजूरी देने का दबाव बनाया। हालांकि, यह पैनल भी अमेरिकी एक्सपर्ट्स का ही था। इस वैक्सीन को भी RNA टेक्नोलॉजी से ही तैयार किया गया है।
न्यूज एजेंसी ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि इस हफ्ते के अंत तक मॉडर्ना करीब 60 लाख वैक्सीन अमेरिकी सरकार को सौंप देगी। मॉडर्ना के वैक्सीन को मंजूरी करीब 30 हजार वॉलेंटियर्स पर तीन फेज के ट्रायल के बाद दी गई है। ट्रायल के दौरान इसे 95% इफेक्टिव पाया गया। FDA कमिश्नर स्टीफन एम हान ने कहा- अब हमारे पास कोविड-19 से निपटने के लिए दो वैक्सीन हैं। इनका इस्तेमाल व्यापक स्तर पर शुरू कर दिया गया है। अमेरिका में दो करोड़ वैक्सीन पहुंच चुकी हैं। माना जा रहा है कि अगले साल के अंत तक यह संख्या 20 करोड़ हो जाएगी। ये फुल डोज होंगे।
इटली में मायूसी
इटली सरकार ने शुक्रवार रात साफ कर दिया कि इस बार क्रिसमस पर कोरोना का घना साया होगा। सरकार के मुताबिक, क्रिसमस पर इटली में लॉकडाउन रहेगा। इटली और यूरोप के बाकी देशों में सोमवार से फेस्टिव सीजन शुरू हो रहा है। इस दौरान अलग-अलग देशों में 7 से 10 दिन की छुट्टी होगी। फ्रांस और जर्मनी ने तो 24 से 26 दिसंबर के बीच राहत का ऐलान किया है लेकिन, इटली ने साफ कर दिया है कि वो राहत देने के मूड में नहीं है। इसकी वजह यह है कि यहां संक्रमण और मौतें अब भी बहुत ज्यादा कम नहीं हुई हैं।
सरकार के मुताबिक, लॉकडाउन का फैसला न तो जल्दबाजी में लिया गया है और न वो लोगों पर प्रतिबंध थोपना चाहती। यह फैसला मजबूरी में और दुखी होकर लिया गया है।
सऊदी में वैक्सीनेशन शुरू
सऊदी अरब ने गुरुवार से अपने यहां कोरोना की वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू कर दिया है। पहली वैक्सीन देश के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. तौफीक अल रबिह को लगाई गई। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। देश में अब तक तीन लाख 60 हजार 516 मरीज मिल चुके हैं। इनमें 6 हजार 91 जान गंवा चुके हैं।
वैक्सीन लगवाने के बाद डॉ. तौफीक ने कहा कि यह एक बड़ी समस्या के खत्म होने की शुरुआत है। उन्होंने देश के सबसे बड़े वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत का ऐलान किया। अब तक अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, बहरीन और रूस अपने यहां यह ड्राइव शुरू कर चुके हैं।
कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 17,886,219 | 320,828 | 10,392,547 |
भारत | 10,004,825 | 145,171 | 9,549,923 |
ब्राजील | 7,163,912 | 185,687 | 6,198,185 |
रूस | 2,791,220 | 49,762 | 2,228,633 |
फ्रांस | 2,409,062 | 59,361 | 180,311 |
तुर्की | 1,955,680 | 17,364 | 1,721,607 |
ब्रिटेन | 1,913,277 | 65,520 | N/A |
इटली | 1,906,377 | 67,220 | 1,203,814 |
स्पेन | 1,782,566 | 48,596 | N/A |
अर्जेंटीना | 1,517,046 | 41,365 | 1,347,914 |
(आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं)
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