Wednesday, April 15, 2020
US accuses Iran of 'dangerous' harassment of US warships April 15, 2020 at 07:09PM
ट्रम्प ने कहा- कोरोना का सबसे बुरा दौर संभवत: बीत चुका, देश जल्द फिर से खुलेगा April 15, 2020 at 05:58PM
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार कोकहा गया कि देश में कोरोना वायरस कासंभवतसबसे बुरा दौर बीत चुका है। कोरोना के खिलाफ हमारी आक्रामक रणनीति काम कर रही है। लड़ाई जारी है, लेकिन डेटा बताते हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर हम कोरोना के नए मामलों के लिहाज से शिखर (सबसे ज्यादा संख्या) को पार कर चुके हैं।उन्होंने बताया कि वेगुरुवार को अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के लिए नई गाइडलाइंस का ऐलान करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना को लेकर ताजा घटनाक्रम बताते हैं कि हम मजबूत स्थिति में आ गए हैं। हम देश को फिर से खोलने के लिए गाइडलाइंस को अंतिम रूप दे सकते हैं। व्हाइट हाउस के कोरोना रेस्पांस कोऑर्डिनेटर डॉ. डी. ब्रिक्स ने कहा है कि 9 राज्यों में एक हजार के आसपास केस हैं। इनमें रोजाना 30 से कम मामले सामने आ रहे हैं। उधर, ट्रम्प का कहना है कि देश के करीब 30 राज्य अच्छी स्थिति में हो सकते हैं।
'डब्लूएचओ ने गलती की, इसलिए हमने फंड रोका'
- ट्रम्प ने कहा- डब्लूएचओ का फंड रोके जाने की आलोचना की गई। दूसरे देशों ने संगठन का साथ दिया और उस पर भरोसा जाताया। किसी और देश ने कोई पाबंदी नहीं लगाई। सभी जानते हैं कि इटली, स्पेन और फ्रांस में क्या हुआ। संगठन से गलती हुई है और शायद इसे वे जानते हैं।
- ट्रम्प ने कहा, 'अगर रूस को कोरोनावायरस मरीजों के उपचार के लिए वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है तो वह उसकी मदद करेगा। मुझे लगता है कि रूस को वेंटिलेटर की जरूरत है। वे कठिन समय से गुजर रहे हैं। हम उनकी मदद करने जा रहे हैं।'
30 हजार 206 नए केस मिले
अमेरिका में 24 घंटे में 30 हजार 206 केस मिलेहैं।वहीं,जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, 24 घंटे में 2,600 लोगों ने दम तोड़ा है।इसके साथ ही देश में संक्रमितों की कुल संख्या छह लाख 44 हजार 89 पर पहुंच गई है। अब तक 28 हजार 529 मौतें हो चुकी हैं। उधर, सबसे ज्यादा संक्रमित न्यूयॉर्कमें कुल 11 हजार 586 मौतें हो चुकी हैं, जबकि यहां दो लाख 14 हजार 648 केस की पुष्टिहुई है।
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US has passed the peak on new coronavirus cases: Trump April 15, 2020 at 04:25PM
अब तक 1 लाख 34 हजार मौतें: अमेरिका में 24 घंटे में सबसे ज्यादा 2,600 लोगों की मौत; डब्ल्यूएचओ पर फिर भड़के ट्रम्प April 15, 2020 at 03:43PM
दुनियाभरमें कोरोनावायरस से अब तक 20 लाख 83 हजार 33 लोग संक्रमित हो चुके हैं। एक लाख 34 हजार 603 की मौत हो चुकी है। राहत की बात ये कि इसी दौरान पांच लाख 10 हजार 171 मरीज स्वस्थ भी हुए। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, अमेरिका में 24 घंटे में 2,600 लोगों ने दम तोड़ा है। यहां अब तक कुल 28 हजार 529 जान गई है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर फिर भड़के नजर आए।
कोरोनावायरस : सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देश
देश | कितने संक्रमित | कितनी मौतें | कितने ठीक हुए |
अमेरिका | 6 लाख 44 हजार 089 | 28 हजार 529 | 48 हजार 701 |
स्पेन | 1 लाख 80 हजार 659 | 18 हजार 812 | 70 हजार 853 |
इटली | 1 लाख 65 हजार 155 | 21 हजार 645 | 38 हजार 092 |
फ्रांस | 1 लाख 47 हजार 863 | 17 हजार 167 | 30 हजार 955 |
जर्मनी | 1 लाख 34 हजार 753 | 3 हजार 804 | 72 हजार 600 |
ब्रिटेन | 98 हजार 476 | 12 हजार 868 | उपलब्ध नहीं |
चीन | 82 हजार 341 | 3 हजार 342 | 77 हजार 892 |
ईरान | 76 हजार 389 | 4 हजार 777 | 49 हजार 933 |
तुर्की | 69 हजार 392 | 1 हजार 518 | 5 हजार 674 |
बेल्जियम | 33 हजार 573 | 4 हजार 440 | 7 हजार 107 |
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अमेरिका: 30 हजार 206 नए केस मिले
अमेरिका में 24 घंटे में 30 हजार 206 केस मिले हैं। इसके साथ ही देश में संक्रमितों की कुल संख्या छह लाख 44 हजार 89 हो गई है। सबसे ज्यादा संक्रमित न्ययूॉर्क में कुल 11 हजार 586 मौतें हो चुकी हैं, जबकि यहां दो लाख 14 हजार 648 केस की पुष्टि हो चुकी है। बीबीसी के मुताबिक, ट्रम्प ने व्हाइट में मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा- डब्ल्यूएचओ का फंड रोके जाने की आलोचना की गई। दूसरे देशों ने संगठन का साथ दिया और उस पर भरोसा जाताया। किसी और देश ने कोई पाबंदी नहीं लगाई। सभी जानते हैं कि इटली, स्पेन और फ्रांस में क्या हुआ। संगठन से गलती हुई है और शायद इसे वे जानते हैं।
ट्रम्प ने ने कहा- अगर रूस को कोरोनावायरस मरीजों के उपचार के लिए वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है वह उसकी मदद करेगा। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि रूस को वेंटिलेटर की जरूरत है। वे कठिन समय से गुजर रहे हैं। हम उनकी मदद करने जा रहे हैं। अमेरिका में जल्द ही वेंटिलेटर का भंडार होगा, जो अन्य देशों की जरूरतों को पूरा करेगा।” उन्होंने कहा, “हम अन्य राष्ट्रों की मदद करेंगे। हम इटली, स्पेन, फ्रांस, अन्य राष्ट्रों की मदद करने जा रहे हैं।” कोरोना का प्रकोप झेल रहे अमेरिका के लिए रूस ने चिकित्सा आपूर्ति का एक प्लैनलोड भेजा है।
जी-20 का कोरोना पीड़ित गरीब देशों की मदद का फैसला सराहनीय: आईएमएफ/ विश्व बैंक
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक ने कोरोना से पीड़ित दुनिया के गरीब देशों के लिए अस्थायी ऋण प्रदान करने के जी-20 समूह के फैसले का स्वागत किया है। विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष डेविड मैलाग और आईएमएफ के प्रबंध निदेशक क्रिस्टीना जॉर्जिवा ने बुधवार को एक संयुक्त बयान में कहा, “यह एक शक्तिशाली, तेजी से काम करने वाली पहल, दुनिया के गरीब देशो के लाखों लोगों के जीवन और आजीविका को सुरक्षित रखने में बहुत मदद करेगी।” उन्होंने कहा, “हम इस ऋण पहल का समर्थन करते हैं। हम गरीब देशों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
कनाडा: लॉकडाउन जारी रहेगा
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को चेतावनी देते हुए कहा कि देश में लॉकडाउन अगले कुछ हफ्तों तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा- अगर हम लॉकडाउन जल्दी खोलते हैं तो जो भी हम अभी कर रहे हैं, वह नहीं हो पाएगा। कनाडा में अब तक 28 हजार 379 केस सामने आ चुके हैं, जबकि 1,010 मौत हो चुकी है। यहां अमेरिका और यूरोपीय देशों की तुलना में कम मौतें हुई हैं। लेकिन, ट्रूडो ने कहा कि इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि यहां से प्रतिबंध जल्दी हटा दिए जाएं। कम से कम 1 मई तक तो बिल्कुल नहीं।
पाकिस्तान: अब तक 117 की मौत
पाकिस्तान के डॉन न्यूज के मुताबिक, देश में कोरोना के मामलों की संख्या छह हजार 297 हो चुकी है। वहीं, यहां 117 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में 1,446 लोग ठीक हो चुके हैं। पंजाब प्रांत से सबसे ज्यादा तीन हजार 16 केस, सिंध प्रांत से 1,688 केस सामने आए हैं। खैबर पख्तूनख्वा में 47 नए मामले मिले। इनमें ज्यादातर तब्लीगी जमात के लोगों का है। वहीं, बलूचिस्तान प्रांत के गवर्नर के अनुसार, यहां कुल 281 केस मिल चुके हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ सेक्टर में राहत देते हुए देशभर में लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा की। देश में इस महीनेभर लॉकडाउन लगा रहेगा।
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सतहों पर कई दिन तक रह सकता है कोरोनावायरस, मारने के लिए डिसइनफेक्ट कर 10 मिनट तक छोड़ना जरूरी April 15, 2020 at 02:37PM
(टिम हेफेरनन)कोरोनावायरस कई सतहों पर कई दिन तक बना रह सकता है। इसलिए ऐसी सतहों को लगातार, अच्छे से साफ करते रहना जरूरी है, जिन्हें हम बार-बार छूते हैं। सतहों को डिसइनफेक्ट करने के लिए कई तरह के कैमिकल और लिक्विड बाजार में उपलब्ध हैं। जरूरी यह है कि डिसइनफेक्टैंट (कीटाणुनाशक) को सही ढंग से इस्तेमाल कैसे किया जाए।
कोई भी डिसइनफेक्टैंट तुरंत असर नहीं करता। सतह पर इसका पूरा असर होने में कम से कम 10 मिनट लगते हैं। इससे ज्यादा समय भी लग सकता है।
डिसइनफेक्टैंट लगाकर सतह को कम से कम 10 मिनट के लिए छोड़ा जाए
हालांकि, समय के आधार पर यह तय करना ठीक नहीं है कि कौन-सा डिसइनफेक्टैंट ज्यादा अच्छा है। एंवायरनमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी की गाइडलाइन है कि किसी भी नए या अनजाने रोगाणु को मारने के लिए डिसइनफेक्टैंट लगाकर सतह को कम से कम 10 मिनट के लिए छोड़ा जाए।
डिसइनफेक्टैंट लगाने के बाद सतह को पोंछना भी जरूरी
पूरी तरह से डिसइनफेक्टैंट करने के चार स्टेप- सतह साफ करना (प्री-क्लीनिंग), फिर डिसइनफेक्टैंट लगाकर कुछ समय रुकना, पोंछना और पानी से धोना। प्री-क्लीनिंग सबसे ज्यादा जरूरी है क्योंकि धूल कई कीटाणुओं को छुपा सकती है। साबुन और पानी या आम घरेलू क्लीनर इस्तेमाल कर सकते हैं। डिसइनफेक्टैंट लगाकर कुछ समय के लिए छोड़ना भी उतना ही जरूरी है। उसके बाद पोंछना इसलिए जरूरी है क्योंकि डिसइनफेक्टैंट चिपचिपे दाग छोड़ सकते हैं, जिनमें फिर से रोगाणु जम सकते हैं। अंत में पानी से धोकर प्रक्रिया पूरी हो जाती है।
ब्लीच और बिना ब्लीच वाले डिसइनफेक्टैंट
नॉनब्लीच डिसइनफेक्टैंट ‘सैनिटाइज’ करते हैं, डिसइनफेक्टनहीं। ये कपड़ों या नाजुक सतहों के लिए अच्छे हैं। कठोर सतहों पर इन्हें ज्यादा देर (4 से 10 मिनट तक) इस्तेमाल करना पड़ता है। वहीं ब्लीच वाले डिसइनफेक्टैंट किचन, बाथरूम की ठोस सतहों पर से एक मिनट में भी कोरोना वायरस हटा सकते हैं। लेकिन ये कपड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए कपड़े वाली सतह पर इन्हें इस्तेमाल न करें। डिसइनफेक्टैंट खरीदते समय देखें कि इसमें ब्लीच है या नहीं। ब्लीच वाले डिसइनफेक्टैंट स्किन के लिए भी ठीक नहीं हैं और इनसे परेशान करने वाली भाप भी उठ सकती है। इन्हें इस्तेमाल करते समय खिड़कियां खुली रखें, ग्लव्स पहनें।
खुद डिसइनफेक्टैंट कैसे बनाएं
घर पर भी डिसइनफेक्टैंट बना सकते हैं। कठोर सतहों के लिए रैगुरल क्लोरीन ब्लीच और पानी इस्तेमाल कीजिए। लेकिन, डिसइनफेक्टैंट बनाने से पहले ब्लीच के बारे में निर्देश जरूर पढ़ लें।सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन कहता है कि ऐसा ब्लीच कोरोना पर असरदार है जो एक्सपायर न हुआ हो। इसे 1:48 के अनुपात में इस्तेमाल करें। यानी एक हिस्सा ब्लीच में 48 हिस्सा पानी, लगभग एक लीटर पानी में 4 छोटी चम्मच (टीस्पून) ब्लीच। इतना ही मिक्सचर बनाएं जो एक-दो दिन चले।
सावधानी भी जरूरी
ब्लीच मिक्सचर केवल ठोस सतहों पर इस्तेमाल करें। क्लीनिंग मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के एजुकेशन मैनेजर मार्क वार्नर कहते हैं कि ब्लीच कपड़ों और नाजुक सतहों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। भाप भी हानिकाकर है, जिससे गले में दर्द और मुंह का स्वाद बिगड़ने की शिकायत होती है। इसलिए हमेशा हवा का इंतजाम कर, खिड़कियां खुली रखकर ही ब्लीच वाले डिस्इंफेक्टैंट का इस्तेमाल करें। वार्नर कहते हैं कि ब्लीच में कभी एमोनिया या एमोनिया युक्त चीजें, विनेगर या जंग मिटाने वाले लिक्विड, तेजाब आदि न मिलाएं। इससे जहरीली गैस बन सकती है। डिसइनफेक्टैंट लगाने के लिए पेपर टॉवल सबसे अच्छा विकल्प है। कपड़ा या पोंछा इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें हर बार इस्तेमाल के बाद धोएं और बदलते भी रहें।
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डॉक्टरों ने कहा था- इनका मरना तय है लेकिन 4 हफ्ते में कोरोना को हराकर लौटे डॉक्टर रेयान, कहा- कोमा से जागा तो देखा कोरोना ने सबकी जिंदगी पलट दी April 15, 2020 at 02:34PM
(माइक बेकर) डॉक्टर रेयान पडगेट 45 साल के हैं। वहसिएटल के किर्कलैंड हॉस्पिटल में इमरजेंसी डॉक्टर हैं। जबरदस्त फिटनेस की वजह से उनके साथीउन्हें आयरन मैन कहते हैं। लेकिन, जब कोरोना ने इन्हें जकड़ा, तो मौत की कगार पर पहुंचा दिया।डॉक्टरों ने रेयान से कहा था किइनका मरना तय है, लेकिन वे कोरोना को मात देकर लौट आए। वे अमेरिका के पहले कोरोना संक्रमित का इलाज करने वाले डॉक्टर भी हैं।
इलाज करते वक्त मैं खुद के लिए चिंतित नहीं था: रेयान
डॉक्टर रेयान बताते हैं,‘फरवरी के अंत में साथियों ने फोन कर बताया कि जिस मरीज की एक दिन पहले मौत हुई वह कोरोना पॉजिटिव निकला। यह अमेरिका में कोरोना से पहली मौत थी। इसके बाद तो किर्कलैंड कोरोना का पहला केंद्र बन गया। ज्यादातर मरीज बुजुर्ग थे और बुरी हालत में थे। वे सांस लेने के लिए संघर्ष कर रहे थे। मैं इलाज में जुटा रहा। खुद के लिए ज्यादा चिंतित नहीं था।
लेकिन, मार्च के पहले हफ्ते में अचानक सिर और मांसपेशियों में तेज दर्द होने लगा। यह मेरे लिए असामान्य था। उन्होंने बताया कि मेरी होने वाली पत्नी ने मुझसे कहा कि अस्पताल चलते हैं, पर मैंने मना कर दिया। दो दिन बाद लगा कि अपने ही अस्पताल में मरीज बनने वाला हूं।
मौत की कगार पर पहुंच गया था: रेयान
रेयान ने बताया, '16 मार्च को दिल, किडनी और फेफड़े संघर्ष कर रहे थे। कोमा के बाद तो मौत की कगार पर पहुंच गया। तब स्वीडिश हेल्थ सर्विसेज के सर्जन डॉ. मैट हार्टमैन और डॉ. सैम्युअल यूसिफ ने जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने कहा कि मेरा मरना तय है क्योंकि और कुछ गुंजाइश नहीं है, लेकिन आखिरी कोशिश कर लेते हैं। बच गए, तो दूसरे मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी।
उन्होंने मुझे ईसीएमओ मशीन पर रखा, जिसे कृत्रिम दिल और फेफड़ों के रूप में जाना जाता है और जो खून को निकालकर वापस शरीर में डाल देती है। मार्च के तीसरे हफ्ते में बुखार कम हुआ। 23 मार्च को मशीन हटाई गई। 27 मार्च को श्वास नली निकाली गई। इसके दो हफ्ते बाद मैं कोमा से जागा। पता चला कि कोरोना ने सबकी जिंदगी पलटकर रख दी है।
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डेनमार्क: स्कूल तो खुले, पर बच्चों को अलग-अलग वक्त पर स्कूल पहुंचाना होगा, 2 मीटर की दूरी जरूरी April 15, 2020 at 08:31AM
डेनमार्क में कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन जारी है पर बुधवार से थोड़ी ढील दी गई है। इसी ढील के तहत स्कूलों में पांचवीं तक क्लास शुरू करने की अनुमति दी गई है। यह यूरोप का पहला देश है, जिसने स्कूल शुरू करने का फैसला लिया है। कुछ सख्त नियम भी बनाए गए हैं। इनका पालन करना अनिवार्य है।
हालांकि,सरकार के इस फैसले से माता-पिता खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि सरकार हमारे बच्चों पर प्रयोग कर रही है। फैसले के खिलाफ अभिभावकों ने फेसबुक पर ग्रुप बनाया है, ऐसे ही एक ग्रुप का नाम ‘मेरे बच्चे गिनी पिग नही हैं। इस ग्रुप में 39 हजार सदस्य हैं।
पढ़िए, कैसे नियम बनाए हैं स्कूलों ने...
स्कूल के अंदर दो मीटर के अंतर पर पेंट किया गया
एक मिनट तक हैंडवॉश जरूरी
कोरोना का ध्यान रखते हुए विशेष खेल गतिविधियां शुरू
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Former Fox News figure takes over as White House press secretary April 15, 2020 at 06:13AM
ईस्टर के मौके पर हमले साजिश रच रहे 7 संदिग्ध आतंकी मारे गए, ,एक अफसर की भी जान गई April 14, 2020 at 08:30PM
इजिप्ट के सुरक्षा बलों की मंगलवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हो गई। इसमें एक पुलिस अफसर समेत 7 संदिग्ध आंतकी मारे गए। गृह मंत्रालय के मुताबिक, ईसाइयों के पवित्र सप्ताह को लेकर कड़ी सुरक्षा की गई थी। इस दौरान आतंकियों के राजधानी के अमीरियाह जिले की एक इमारत में छिपे होने की जानकारी मिली। सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियाें ने फायरिंग शुरू कर दी। इस गोलीबारी में 7 आतंकी और एक अफसर की माैत हो गई है। इसमें तीन पुलिस के एजेंट भी घायल हो गए हैं। मंत्रालय के मुताबिक, पुलिस ने सभी हथियार जब्त कर लिए हैं। आतंकी ईस्टर के मौके पर ईसाइयों पर हमला करने की फिराक थे।
इजिप्ट की कॉप्टिक आर्थोडॉक्स क्रिस्टचियन कम्यूनिटी दुनिया की सबसे पुरानी ईसाई प्रजातियों में से एक है। यहां 19 अप्रैल को मनाए जाने वाले ईस्टर पर्व को तैयारियां चल रही हैं। देश के कॉप्टिक आर्थोडॉक्स ईसाइयों के धर्म गुरु पोप तवाड्रोस सेकंड ने गोलीबारी में मारे गए लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद अल-हाउफी के निधन पर शोक जताया है।
10 करोड़ लोगों में 10% ही ईसाई
इजिप्ट की 10 करोड़ मुस्लिम आबादी में मात्र 10% ही ईसाई समुदाय बचा हुआ है। वे यहां लंबे समय से भेदभाव की शिकायत करते आ रहे हैं। मुस्लिम बहुल होने के कारण सरकार भी उनकी सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान नहीं देती हैं। हालांकि धार्मिक मौके पर चर्चों में सुरक्षा नियमित रूप से बढ़ाई जाती है।
तीन साल पहले चर्च पर हुए हमले में 44 की जान गई थी
तीन साल पहले राजधानी काहिरा के उत्तरी भाग में स्थित एक चर्च में एक फिदायीन हमलावर ने खुद को उड़ा लिया था। इस हमले में 44 लोग मारे गए थे। तब से पाम संडे हर बार आतंक के साए में बीतता है और इस दिन मिस्र में इमरजेंसी जैसे हालात रहते हैं।
2013 से आतंकी हमले बढ़े
प्रायद्वीप के उत्तरी भाग में मिस्र सालों से इस्लामिक आतंकियों से जूझता रहा है, लेकिन 2013 में विभाजनकारी इस्लामिक राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के बाद यह विद्रोह और तेज हुआ। इस्लामिक आतंकियों ने सुरक्षा बलों और ईसाइयों को निशाना बनाना शुरू किया। हालांकि 2018 में मिस्र ने उत्तरी सिनाई इलाके में आतंकियों के सफाए के लिए अभियान चलाया था।
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