Saturday, February 29, 2020
चीन में 573 नए मामले, 35 मौतें और हुईं; मलेशिया से लौटे भारतीय की केरल में आइसोलेशन वार्ड में मौत February 29, 2020 at 06:41PM
बीजिंग. चीन में कोरोनावायरस का कहर कम नहीं हो रहा है। रविवार को हुबेई प्रांत में 35 मौतें और हुईं, जिसके बाद मरने वालों की संख्या 2,870 हो गई। नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक, संक्रमण के 573 नए मामले सामने आए हैं। कुल मामलों की संख्या 79,824 हो गई है। वहीं, दक्षिण कोरिया में संक्रमण के 376 नए मामले सामने आए। अब कुल संख्या 3,526 हो गई है, जो कि चीन के बाहर इस संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस बीच, एर्नाकुलम स्थित अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज की मौत हो गई। डॉक्टरों की टीम जांच में जुटी है क्योंकि उसकीरिपोर्ट निगेटिव आई थी।
हालांकि, जनवरी-फरवरी के मुकाबले संक्रमण के नए मामलों की संख्या में कमी आई है। कोरिया के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन द्वारा जारी बयान के मुताबिक, संक्रमण के करीब 90% मामले डायगु में थे, जो कि नॉर्थ ग्यॉन्गसेंग प्रांत में है।
डॉक्टर ने कहा- मरने वाले को डायबिटीज भी थी
बीते कुछ दिनों में मलेशिया में कोरोनावायरस के 25 मामले सामने आए हैं। वहां से हाल ही में लौटे केरल निवासी व्यक्ति की मौत रविवार को हुई। उसे एर्नाकुलम के अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। उसकी जांच भी की गई थी। पहली बार में रिपोर्ट निगेटिव आई थी। बावजूद इसके उसकी मौत हो गई। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि जब वह कोच्चि पहुंचा था, तो काफी बीमार था। यही वजह है कि व्यक्ति के और सैंपल लिए गए हैं और उन्हें जांच के लिए भेजा गया है ताकि इस बात की पुष्टि हो सके कि उसकी मौत का कारण कोरोनावायरस है या कुछ और। डॉक्टर के मुताबिक, मरने वाले व्यक्ति को डायबिटीज भी थी।
हम मेक्सिको सीमा बंद करने पर विचार कर रहे हैं: ट्रम्प
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोनावायरस से बचाव हेतु आयोजित कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए हम दक्षिण सीमा (मेक्सिको) को बंद करने पर विचार कर रहे हैं। अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीज की मौत होने के मामले पर उन्होंने कहा- दुर्भाग्य से महिला की मौत इस वायरस के चलते हो गई। वह एक शानदार महिला थीं। मेडिकल फेज में वह रिस्क पर थी। हालांकि, किसी को भी चिंता की जरूरत नहीं है। हम किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। यदि आप स्वस्थ हैं तो आपको केवल एक प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके बाद आपको चिंता की जरूरत नहीं है।
इससे पहले अमेरिकी सरकार ने नागरिकों को साउथ कोरिया और इटली के कुछ स्थानों पर यात्रा से बचने के निर्देश जारी किए हैं। अमेरिका में अब तक 22 मामले सामने आ चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति थोड़ी मुश्किल है, मगर इस मामले में हम आगे बढ़ चुके हैं।
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ट्रम्प ने फिर मोदी की तारीफ की, साउथ कैरोलिना में कहा- वे शानदार व्यक्ति, भारत के लोग उन्हें बहुत प्यार करते हैं February 29, 2020 at 05:56PM
साउथ कैरोलिना. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को साउथ कैरोलिना में रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा- वे एकशानदार इंसान हैं, देश के लोग उन्हें बहुत प्यार करते हैं। रैली मेंट्रम्प ने भारत यात्रा और इस दौरान हुए अनुभवों को भी साझा किया। 24 फरवरी को मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रम्प’ के दौरान ट्रम्प ने 2.30 मिनट मोदी की तारीफ की थी।
ट्रम्प ने कहा- पिछले हफ्ते अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में सवा लाख लोगों कोसंबोधित करने के बाद अब मैं कभी भी जनसमूहको लेकर इतना उत्साहित नहीं हो पाऊंगा, जितना वहां था। मैं आपको बताना चाहता हूं कि वह सबकुछ कमाल का था।
वहां 15 लाख लोग मौजूद थे: ट्रम्प
उन्होंने कहा-सामान्य रूपमैं अपनेसमर्थकोंको लेकर बात करना पसंद करता हूं, क्योंकि मुझे ऐसाजनसमूहमिलताहै,जो किसी को नहीं मिलता। अभी मैं जहां से लौटा हूं,वहां 140, 50 या 60 हजार लोग थे। अब मैं यहां आया हूं। आप खुद सोचिए कि वहां15 लाख लोग थे। हमारे पास 350 हैं। हम भी अच्छा ही कर रहे हैं।
वहां के लोग आपसे प्यार करते हैं: ट्रम्प
ट्रम्प ने कहा- मैं यहां जुटे लोगों को प्यार करता हूं। मैं उस जनसमूहको भी प्यार करता हूं। आपको कह सकता हूं कि उनके पास बहुत प्यार है। उनके पास बड़े नेता हैं। उनके पास इस देश के लोगों के लिए बेहद प्यार है। वह एक यादगार दौरा था।
मोटेरा स्टेडियम में हुआ था ट्रम्प का स्वागत
ट्रम्प के साथ भारत दौरे पर पत्नी मेलानिया और बेटी इवांका भी आए थे। 36 घंटे की भारत यात्रा के दौरान ट्रम्प परिवार ने अहमदाबाद, आगरा के साथ दिल्ली मेंकार्यक्रमों में हिस्सा लिया। ट्रम्प के सम्मान में अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रम्प’ कार्यक्रम हुआथा।
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लक्जमबर्ग में सार्वजनिक परिवहन मुफ्त, दुनिया का पहला देश बना, 20 लाख लोगों को को फायदा होगा February 29, 2020 at 04:34PM
लक्जमबर्ग. यूरोप का सातवां सबसे छोटा देश लक्जमबर्ग शनिवार से सार्वजनिक परिवहन मुफ्त कर दिया गया है। ऐसा करने वाला यह दुनिया का पहला देश बन गया। सड़क पर ट्रैफिक का दबाव कम करने और गरीब श्रमिकों की मदद के लिए यह प्रयोग किया गया है। इसके तहत ट्राम, ट्रेन और बस का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा। यहां हर शनिवार को बस, ट्रेन और ट्राम में पहले से मुफ्त यात्रा का नियम था, लेकिन अब यह सप्ताह के सातों दिन मुफ्त रहेगा। इस कदम से जर्मनी, बेल्जियम और फ्रांस से आने वाले सैलानियों को भी फायदा मिलेगा। पहले 2 घंटे से ज्यादा की यात्रा के लिए लोगों को महज 160 रु. किराया देना पड़ता था।
दरअसल, साल 2018 के आखिर में जेवियर बेटल ने लक्जमबर्ग के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद इसका ऐलाना किया था। यह उनका चुनावी वादा था कि वो पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मुफ्त करेंगे। इस फैसले से देश के करीब छह लाख नागरिकों, 1,75,000 सीमा-पार के मजदूरों और यहां आने वाले 12 लाख सैलानियों को फायदा होगा।
पर्यावरण और सामाजिक स्तर सुधारना मुख्य मकसद
सार्वजनिक परिवहन को मुफ्त करने के पीछे सड़कों पर भीड़भाड़ और वाहनों की संख्या कम करना है। इससे पर्यावरण की दशा भी सुधारेगी। इसके अलावा इसका मकसद अमीरों और गरीबों के बीच बढ़ती खाई को भी पाटना भी है। दरअसल, यूरोपीय संघ के सभी देशों के मुकाबले यहां प्रति व्यक्ति कारों की संख्या सबसे ज्यादा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, लक्जमबर्ग में 60 फीसदी से अधिक लोग दफ्तर जाने के लिए अपनी कार का उपयोग करते हैं। सिर्फ 19 फीसदी लोग ही सार्वजनिक परिवहन के साधनों का इस्तेमाल करते हैं।
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Malaysia: Muhyiddin Yassin sworn in as PM, succeeding Mahathir February 29, 2020 at 04:50PM
First coronavirus death on US soil confirmed, Trump calls for calm February 29, 2020 at 10:47AM
कोरोना के डर से लोग घरों में बंद, सभी ट्रांसपोर्ट सेवाएं ठप; शॉपिंग मॉल्स और होटलों में एक साथ ज्यादा लोगों की एंट्री पर बैन February 29, 2020 at 05:57AM
वुहान से दैनिक भास्कर के लिए सुसान हान. कोरानावायरस चीन में भयावह रुख अख्तियार कर चुका है। नेशनल हेल्थ कमीशन ने शनिवार को बताया कि कोरोनावायरस से जूझ रहे मरीजों की संख्या 79,521 पहुंच गई है। देशभर में 427 नए केस सामने आए हैं। शुक्रवार को 47 और लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई। इनमें से 45 मौतें हुबेई प्रांत में हुई हैं। इसके साथ ही मौतों का कुल आंकड़ा 2,835 पहुंच गया है। 2,885 लोगों की अस्पताल से छुट्टी की गई है। हुबेई प्रांत की आबादी 5.5 करोड़ है। वहीं, जिस वुहान से कोरोनावायरस शुरू हुआ था, वहां की आबादी 1 करोड़ के आसपास है।
कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा चीन का हुबेई प्रांत प्रभावित है। यहां सरकार ने स्थानीय स्तर पर लोगों को 3 ग्रुप में बांट रखा है। पहले ग्रुप में वे परिवार रखे गए हैं, जिन्हें सबसे ज्यादा खतरा है। दूसरे में वे लोग हैं, जो बीच की स्थिति में हैं और तीसरे ग्रुप में ऐसे लोग हैं, जिन्हें सबसे कम खतरा है। इनके ट्रेवल, रहने की जगह, संपर्क और सेहत की स्थिति की पूरी निगरानी सरकार कर रही है। इन ग्रुप पर नियंत्रण रखने के लिए प्रशासन कई तरह के तरीके अपना रहा है।
वुहान चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी है, कोरोनावायरस सबसे पहले यहीं से शुरू हुआ और वायरस से सबसे ज्यादा यही शहर प्रभावित है। यहां के लोगों को कहीं भी आने-जाने पर रोक है। उन शहरों में जहां पर रोक नहीं है, वहां हर नागरिक को कहीं से आने के बाद 14 दिन तक अन्य लोगों से अलग रखा जा रहा है।
एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, स्कूल...सब बंद
क्लीनिक और अस्पतालों में बुखार पीड़ित मरीजों की लगातार जांच-पड़ताल हो रही है। गंभीर रूप से बीमार मरीजों को फौरन भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। स्थानीय लोग घरों में बंद होकर रह गए हैं। वुहान में सरकार ने सभी तरह के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बंद किया हुआ है। इनमें सिटी बसें, फेरी सेवा और मेट्रो शामिल हैं। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन बंद हैं। स्कूलों में स्प्रिंग सेमेस्टर की पढ़ाई को इस महामारी पर काबू पाने तक स्थगित कर दिया गया है। हालांकि, हुबेई प्रांत के हाई स्कूलों और मिडिल स्कूलों के सीनियर स्टूडेंट्स को स्प्रिंग सेमेस्टर की पढ़ाई के लिए अलग-अलग समय चुनने के लिए कहा गया है। वहीं, मार्केट्स, शॉपिंग मॉल्स और होटलों में ज्यादा लोगों के आने पर रोक लगी हुई है। जिम, कॉन्फ्रेंस हाॅल और एग्जिबिशन सेंटर को अस्थाई अस्पतालों में बदल दिया गया है। इनमें उन मरीजों की देखरेख की जा रही है, जिनमें कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखाई दे रहे हैं।
देशभर से 41,600 स्वास्थ्यकर्मी हुबेई प्रांत भेजे गए हैं
कारखानों में बहुत तेजी के साथ जरूरी मास्क, मेडिकल सुरक्षा के सूट और अन्य सामान तैयार किया जा रहे हैं। डॉक्टर इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी दवा, थेरैपी और वैक्सीन बनाने के लिए ताबड़तोड़ मेहनत कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर भी लोगों के प्रयासों से इस बीमारी को फैलने से रोकने में मदद मिली है। पूरे देश में कोरोनावायरस को रोकने के लिए एक साथ कई और कदम उठाए गए हैं। देश भर से 330 से मेडिकल टीमों को हुबेई में भेजा गया है, इनमें मिलिट्री और सिविल डिपार्टमेंट के 41,600 कर्मी शामिल हैं।
कम्युनिटी सर्विस, सोशल मीडिया मैसेज और फोन कॉल के जरिए घर पहुंच रहा रोजमर्रा का सामान
हुबेई प्रांत की सरकार लोगों को आधुनिक सूचना तकनीक अपनाने के लिए उनका हौसला बढ़ाने में जुटी है। इसके तहत लोगों को रोजमर्रा के जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिए लोकल कम्युनिटी ने शॉपिंग सर्विस शुरू की है। इसके लिए स्थानीय नागरिकाें को सिर्फ इस सर्विस के वीचैट ग्रुप में मैसेज भेजने और कॉल करने की जरूरत होती है। कम्युनिटी सर्विस का स्टाफ दो सुपर मार्केट्स से लोगों को उनके घर जाकर सामान उपलब्ध करवाने का काम कर रहाहै।
सरकार ने स्थिति पर काबू पाने के लिए रिकॉर्ड समय में अस्पताल बनाए
कोरोना के पनपने के साथ ही स्थिति पर काबू पाने के लिए हुबेई प्रांत में काफी कम समय में सरकार द्वारा मेडिकल टीमें, सप्लाई, डोनेशन और फंड की व्यवस्था कर दी गई थी। पूरे देश से हजारों की संख्या में स्वास्थ्यकर्मी इस लड़ाई के खिलाफ लड़ रहे हैं। एक साथ हजारों मरीजों का इलाज हो सके, इसलिए रिकॉर्ड समय में अस्पताल बनाए गए हैं। चीन सरकार भी इस पूरे मसले पर बहुत ही साफगोई तरीके से काम कर रही है। सरकार की ओर से रोजाना प्रेस ब्रीफिंग और अन्य देशों की सरकारों के साथ जानकारी साझा की जा रही है।
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डब्ल्यूएचओ ने कहा- कोरोनावायरस दुनिया में तेजी से फैल सकता है, चीन में हालात स्थिर; अमेरिका में होने वाली आसियान समिट रद्द February 29, 2020 at 02:18AM
बीजिंग/न्यूयॉर्क/नई दिल्ली.विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) ने कोरोनावायरस को लेकर अपनी नई चेतावनी जारी की है। उसके मुताबिक,कोरोनावायरस चीन में अब तो स्थिर हो गया है, लेकिन इसके दुनिया के अन्य देशों में फैलने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है। उधर,अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अध्यक्षता में होने वाली एसोसिएशन ऑफ साउथ-ईस्ट एशियन नेशंस (आसियान) की होने वाली बैठक रद्द कर दी गई है। यह समिट 14 मार्च को लास वेगास में होनी थी।
इस बीच,चीन में शुक्रवार को कोरोना के 427 नए केस सामने आए। चीनी प्रशासन का कहना है कि फरवरी में औसतन रोजाना 1000 केस सामने आए हैं। चीन में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या 79,251 पहुंच गई है। चीन में 47 और लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही मौत का आंकड़ा 2,835 पहुंच गया है। इसके अलावा चीन समेत दुनिया भर में अब तक 2,922 लोगों की इस वायरस से मौत हो चुकी है। चीन के अलावा अन्य देशों में 87 लोगों की जान गई है। दक्षिण कोरिया में एक दिन में सबसे ज्यादा 219 नए केस सामने आए हैं, इससे स्थिति गंभीर हो गई है। यहां अब कुल मरीजों की संख्या 3,150 हो गई है। 16 लोगों की मौत हुई है।
जापान में कोरोना के 935 मामले सामने आए
जापान में कोरोनावायरस के 935 मामले सामने आए हैं। इनमें से 705 केस अकेले डायमंड प्रिसेंस क्रूज शिप पर मिले हैं। अमेरिका का यह क्रूज दो हफ्ते से याकोहामा में खड़ा है। जापान में अब तक इस वायरस से 11 लोगों की मौत हई है। ताइवान में 38 नए केस मिले हैं। अमेरिका में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या 64 हो गई है। ओरेगन में स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
कोरोनावायरस से किस देश में कितनी मौतें हुईं
- ईरान: 43
- इटली: 21
- दक्षिण कोरिया: 16
- जापान: 10
- हॉन्गकॉन्ग:10
- फ्रांस:2
- फिलीपींस: 1
- ताइवान: 1
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Thousands march in memory of slain Russian opposition leader February 29, 2020 at 02:02AM
मुहिद्दीन यासीन होंगे नए प्रधानमंत्री, पीएम बनने के लिए खुद को पार्टी प्रेसिडेंट घोषित कर दिया था February 29, 2020 at 01:13AM
कुआलालम्पुर. 73 साल के मुहिद्दीन यासीन रविवार को मलेशिया के आठवें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। राजमहल के प्रवक्ता ने शनिवार दोपहर यह घोषणा की। यासीन 94 साल के महातिर मोहम्मद का स्थान लेंगे जिन्होंने पिछले हफ्ते इस्तीफा दे दिया था। महातिर सरकार में गृह मंत्री रहे यासीन प्रधानमंत्री से अच्छे रिश्ते नहीं हैं। दो दिन पहले उन्होंने महातिर की जगह खुद को पार्टी प्रेसिडेंट घोषित कर दिया था। इसके बाद प्रधानमंत्री पद के लिए उनका दावा मजबूत हो गया था।
बहुमत हासिल करने का भरोसा
राजमहल के प्रवक्ता ने कहा- राजा ने मुहिद्दीन यासीन को प्रधानमंत्री बनाने का फैसला किया है। हम उम्मीद करते हैं कि वो संसद में बहुमत हासिल कर लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह रविवार को राजमहल में आयोजित किया गया है। राजा चाहते हैं कि देश को नेतृत्व की सख्त जरूरत है।
सियासी नाटक
मलेशिया में सियासी संकट पिछले हफ्ते शुरू हुआ। महातिर ने प्रधानमंत्री और बर्सेतू पार्टी अध्यक्ष पद से एक साथ इस्तीफा दे दिया। पार्टी में उनका कई दिनों से विरोध हो रहा था। इस्तीफा राजा ने स्वीकार कर लिया। शुक्रवार रात अचानक महातिर का मन बदला। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, उन्होंने बयान जारी कर कहा कि उनके पास संसद और पार्टी दोनों जगह बहुमत है और वो दोनों के मुखिया बने रहेंगे। लेकिन, राजमहल ने उनके दावे पर ध्यान नहीं दिया और सांसदों से चर्चा के बाद यासीन को प्रधानमंत्री घोषित कर दिया। इसके पहले यासीन खुद को पार्टी प्रेसिडेंट घोषित कर चुके थे। पार्टी अध्यक्ष ही आमतौर पर प्रधानमंत्री बनता है।
महातिर की चाल
जब महातिर को लगा कि वो फिर पार्टी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे तो उन्होंने एक सियासी दांव खेला। अपने घोर विरोधी और विपक्षी पीपुल्स जस्टिस पार्टी के नेता अनवर इब्राहिम को समर्थन का ऐलान किया। हालांकि, राजमहल ने इसे भी खारिज कर दिया। खास बात ये है कि यासीन 2008 में नजीब रज्जाक सरकार में उप प्रधानमंत्री थे। इसी साल हुए चुनाव में नजीब की पार्टी हारी और महातिर प्रधानमंत्री बने।
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