पाकिस्तान में अल्पसंख्यक बेहद खराब हालात में जी रहे हैं। इसमें चीन भी भागीदार है। एक अमेरिकी डिप्लोमैट के मुताबिक, पाकिस्तान हिंदू और ईसाई लड़कियों को चीन में दासी बताकर उनकी मार्केटिंग करता है। यह आरोप सैमुअल ब्राउनबैक ने लगाया है। वे यूएस एडमिनिस्ट्रेशन में रिलीजियस फ्रीडम डिपार्टमेंट के बड़े अफसर हैं।
जबरदस्ती शादी कराई जाती है
सैमुअल ने पाकिस्तान को लेकर हैरान करने वाले खुलासे किए हैं। उनके मुताबिक- अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को चीन के लोगों से शादी के लिए मजबूर किया जाता है। उन्हें चीन में दासी के तौर पर पेश किया जाता है और उनकी मार्केटिंग की जाती है। यह इसलिए होता है क्योंकि इन महिलाओं के पास कोई सपोर्ट नहीं है और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों से घिनौने स्तर पर भेदभाव किया जाता है।
पाकिस्तान पर नजर
अमेरिका ने हाल ही में 10 ऐसे देशों की लिस्ट जारी की थी, जिनमें धार्मिक आजादी नहीं है। इस सूची में पाकिस्तान के अलावा उसका सदाबहार दोस्त चीन भी शामिल है। चीन में उईगर मुस्लिमों का मामला लंबे वक्त से चल रहा है। चीन में दशकों तक वन-चाइल्ड पॉलिसी रही। यहां महिलाओं की कमी है और यही वजह है कि चीनी पुरुष कई देशों की महिलाओं से शादी करते हैं। इन्हें नौकरानी के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है।
भारत इस सूची से बाहर
यूएस कमीशन फॉर इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (USCIRF) ने भारत को भी इस लिस्ट में रखने का सुझाव दिया था। इसकी वजह भारत का हालिया कानून सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (CAA) बताया गया। लेकिन, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने यह मांग ठुकरा दी। सैमुअल ने कहा- हम भारत के हालात पर भी नजर रख रहे हैं।
पाकिस्तान के एक रिपोर्टर ने सैमुअल से पूछा- पाकिस्तान को आपने इस लिस्ट में रखा, भारत को नहीं। ऐसा क्यों? इस पर उन्होंने कहा- पाकिस्तान में सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ काम करती है। भारत में ऐसा नहीं होता। दुनिया में ईश निंदा के जितने मामले सामने आते हैं, उनमें से आधे पाकिस्तान में हैं।
Jihadism has returned to the headlines in Spain since last month, with three men currently on trial near Madrid for helping the jihadists behind the 2017 vehicle attacks in Barcelona and a nearby resort that killed 16 and was claimed by the Islamic State (IS) group. The trial is due to end on December 16.
Nearly one-third of families -- or 7.6 million households -- did not have enough food to eat at least once in the previous three months, its September survey showed. Among them were 2.2 million families experiencing "severe hunger" -- the highest ever.
अमेरिका के वाणिज्य मंत्री बिलवर रोस के मुताबिक, चीन एशिया के लिए सैन्य और आर्थिक तौर पर सबसे बड़ा खतरा है। रोस ने कहा कि चीन ऐसा देश है जो ट्रेड में किसी भी अंतरराष्ट्रीय नियम को मानने तैयार नहीं है। रोस ने यह बातें मंगलवार को सिंगापुर के मिल्केन इंस्टीट्यूट में एशिया समिट के दौरान कहीं।
अमेरिका ने सही कार्रवाई की
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर काफी तेज रहा। रोस ने भी इसका जिक्र किया। कहा- ड्यूटी ऑर्डर्स की जहां तक बात है तो चीन ने 210 बार नियम तोड़े। इसका उसको फायदा हुआ और अमेरिका को नुकसान। इसके बाद हमने चीनी कंपनियों को लेकर सख्त रुख अपनाया। अमेरिका को अपनी नेशनल सिक्योरिटी पर फोकस करना है। रोस ने एंटी डम्पिंग ड्यूटी का जिक्र भी किया। उनके मुताबिक, चीन ने गैर कानूनी तौर पर अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें कम कीं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचा।
चीन सुधरने वाला नहीं
समिट के दौरान रोस ने एशियाई देशों को खासतौर पर अलर्ट किया। कहा- हम साफ तौर पर देख सकते हैं कि चीन एशियाई देशों के लिए आर्थिक और सैन्य रूप से सबसे बड़ा खतरा है। उसने इस क्षेत्र के 14 देशों के साथ कारोबारी समझौते किए हैं, लेकिन इससे संवेदनशील मामले हल नहीं होंगे।
रोस ने कहा- सबसे जरूरी बात बात यह है कि हम यानी दुनिया के देश फ्री और फेयर ट्रेड पर फोकस करें। इस दौरान हमें अपनी नेशनल सिक्योरिटी और आर्थिक हितों को ध्यान में रखना होगा और इसमें कोई बुराई नहीं है।
अमेरिका और चीन का ट्रेड वॉर जारी
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान अमेरिका और चीन के आर्थिक रिश्ते बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिका ने हाल ही में चीन की कई कंपनियों के अमेरिका में कारोबार पर रोक लगा दी। अमेरिका ने आरोप लगाया कि ये कंपनियां कहीं न कहीं चीन की सेना को मदद पहुंचाती हैं। इनके कारोबारी तरीकों से दुनिया की अर्थ व्यवस्था को खतरा पैदा हो गया है।
हेल्थ जर्नल लैंसेट ने ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजेनेका की वैक्सीन के ट्रायल की पहली पूरी रिपोर्ट पब्लिश की है। यह दुनिया की किसी भी वैक्सीन के तीसरे फेज की ट्रायल के बाद पब्लिश हुई पहली रिपोर्ट है। इसके मुताबिक, ट्रायल में शामिल 24 हजार लोगों में से सिर्फ 3 लोगों पर असर अच्छा नहीं रहा। इसे लगाने के बाद किसी भी वॉलंटियर को न तो अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और न किसी की मौत हुई। कोवैक्सिन बिना लक्षण वाले संक्रमण (एसिम्प्टोमैटिक इन्फेक्शन) को रोकने में भी 27% कारगर रही।
लैंसेट के मुताबिक,यूके और ब्राजील में 11 हजार 636 लोग ट्रायल में शामिल हुए। इनमें से 5807 वैक्सीन ग्रुप में शामिल थे। जिन्हें पूरा डोज दिया गया। वहीं 5829 लोग कंट्रोल ग्रुप में थे, जिन्हें पहले आधा और उसके बाद पूरा डोज दिया गया। इस ट्रायल में वैक्सीन 70% तक कारगर पाया गया।
कई देशों में वैक्सीन के इस्तेमाल की इजाजत मांगी गई है
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और इसके पार्टनर एस्ट्रेजेनेका कई देशों के रेग्युलेटर्स से वैक्सीन की मंजूरी मांग रहे हैं। उन्होंने ब्रिटेन और ब्राजील में अपनी वैक्सीन पर हुए ट्रायल के आधार पर इसे इस्तेमाल की इजाजत देने की मांग की है। आक्सफोर्ड ने अपने पहले की ट्रायल के आधार पर कोवैक्सिन के 62% तक कारगर होने की बात कही थी। अब इस पर यूके, यूरोप और अमेरिका के रेगुलेटरी बॉडी को फैसला लेना है। उन्हें तय करना है कि वैक्सीन को मंजूरी देना सही होगा या नहीं।
गलती से कुछ लोगों को आधी खुराक दे दी गई
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने एक ट्रायल में कुछ लोगों को अनजाने में आधी खुराक दे दी। इसके बाद उनपर इसका ज्यादा असर हुआ। पहले रिसर्चर्स को लग रहा था कि वैक्सीन की दो पूरी खुराक देने से यह ज्यादा अच्छा काम करेगा। हालांकि, एक छोटे समूह को ट्रायल में वे आधी खुराक देने से चूक गए। वालंटियर्स के जिस ग्रुप को आधी खुराक कम दी गई उसमें 1367 लोग शामिल थे। इनमें से कोई भी 55 साल से ज्यादा का नहीं था। इसके बाद वैक्सीन पर सवाल उठने शुरू हो गए थे।
दुनिया के लिए अहम मानी जा रही है यह वैक्सीन
ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनेका की वैक्सीन दुनिया के लिए काफी अहम मानी जा रही है। इसे तैयार करना और इसका डिस्ट्रीब्यूशन दूसरी वैक्सीन्स की तुलना में आसान है। इसे स्टोर करने के लिए ज्यादा कम टेम्परेचर की जरूरत नहीं होगी। यूनाइटेड नेशन्स (यूएन) के कोवैक्स प्रोग्राम के तहत इस वैक्सीन की 300 करोड़ (3 बिलियन) डोज तैयार करनी है। इसे पूरी दुनिया में भेजा जाएगा। ब्रिटेन ने इसके 1 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया है। इनमें से 40 लाख डोज वहां पहुंचा भी दिया जा चुका है।
Residents -- long accustomed to perennial "acqua alta" or high water events -- pulled on their rubber boots once more to deal with flooding that reached a high of 1.37 metres (4.5 feet) above sea level in the afternoon. The waters drowned St Mark's Square -- the Renaissance city's lowest area at about one metre above sea level -- and invaded the famous basilica as many shopkeepers blocked their entrances with wood panels to keep the water out.
The archipelago of nearly 270 million -- the world's third-biggest democracy and fourth most populous nation -- delayed the vote originally set for September as it struggled to contain soaring infection rates.
पाकिस्तान में विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDM) के चीफ मौलाना फजल-उर-रहमान ने इमरान खान सरकार पर दबाव बढ़ा दिया। रहमान ने सभी विपक्षी सांसदों और विधायकों से कहा है कि वे 31 दिसंबर तक अपने इस्तीफे अपने-अपने पार्टी प्रमुख को सौंप दें। गठबंधन में कुल 11 दल शामिल हैं।
मौलाना ने साफ कर दिया कि इमरान खान सरकार चाहे जितना दमन और नेताओं की गिरफ्तारियां करे, लेकिन रविवार को लाहौर में पीडीएम की रैली जरूर होगी।
मरियम नवाज ने भी इस्तीफों पर जोर दिया
मंगलवार शाम विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने मीटिंग की। इसके बाद मीडिया से बातचीत की। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज भी मौजूद थीं। मरियम ने कहा- हमने तय किया है कि पीडीएम में शामिल सभी सांसद और विधायक 31 दिसंबर तक अपने इस्तीफे पार्टी सुप्रीमो को सौंप देंगे। इस दौरान पीपीपी चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी भी मौजूद थे। वे हाल ही में कोरोना संक्रमण के बाद स्वस्थ हुए हैं।
आगे की रणनीति तैयार होगी
PDM रविवार को लाहौर में एक बड़ी रैली करने जा रहा है और इमरान सरकार इसे रोकने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। मौलाना ने साफ कर दिया कि गठबंधन की जल्द ही एक और बैठक होगी। इसमें हड़ताल, विरोध प्रदर्शन और रैलियों की तारीखें तय की जाएंगी। गठबंधन लॉन्ग मार्च निकालने की भी तैयारी कर रहा है। इस पर भी अगली मीटिंग में फैसला हो सकता है। उन्होंने कहा- यह तय मानकर चलिए कि लाहौर में होने वाली रैली ऐतिहासिक होगी और इसके बाद यह सरकार चंद दिन ही चल पाएगी।
अब आखिरी लड़ाई
एक सवाल के जवाब में पीएमएलएन नेता मरियम ने कहा- सरकार देश की जनता चुनती है। इसलिए मैं कहती हैं कि इमरान इलेक्टेड नहीं सिलेक्टेड प्राइम मिनिस्टर हैं। फौज का नाम लिए बिना मरियम ने कहा- वे उनके (इमरान) साथ खड़े हों या न हों। हमें इससे कोई लेना-देना नहीं। हमारा आंदोलन पूरे सिस्टम और उसे खराब करने वाले लोगों के खिलाफ है।
इमरान बोले- सरकार मजबूत
विपक्षी गठबंधन के बढ़ते दबाव के बीच इमरान खान ने भी जवाब दिया। उन्होंने कहा- अपोजिशन चाहे 10 रैलियां कर ले। मेरी सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। ये नेता मुझे अभी जानते नहीं हैं। मैं पीछे हटने वालों में से नहीं हूं। उन्हें देश के विकास और चुनौतियों से कोई फर्क नहीं पड़ता। वे सिर्फ अपने हित साध रहे हैं।
Estavon Elioff, 19, died Saturday of multiple gunshot wounds in Mountain Iron, Minnesota, the Bureau of Criminal Apprehension said in a press release. Elioff had been earlier identified by his mother, Jacqueline Elioff, of Vancouver, Washington, who questioned why officers felt they needed to shoot her son.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर पुरानी रट दोहराई। ट्रम्प ने दावा किया है कि 3 नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में धांधली हुई और वास्तव में चुनाव उन्होंने जीता है। ट्रम्प ने उम्मीद जताई कि वे राष्ट्रपति बने रहेंगे। उनके इस दावे के कुछ देर बाद सुप्रीम कोर्ट ने पेन्सिलवेनिया में चुनावी धांधली की अपील को खारिज कर दिया।
ट्रम्प का राष्ट्रपति बने रहने का दावा इसलिए हास्यास्पद हो जाता है क्योंकि प्रेसिडेंशियल ट्रांजिशन प्रॉसेस यानी सत्ता हस्तांतरण प्रक्रिया औपचारिक तौर पर शुरू हो चुकी है। इसके लिए ट्रम्प ने खुद जनरल एडमिनिस्ट्रेशन को आदेश जारी किए हैं।
हार मानने को तैयार नहीं
अमेरिका में 14 दिसंबर को इलेक्टोरल कॉलेज की वोटिंग होनी है। 6 जनवरी को इन वोटों की गिनती होगी। 20 जनवरी को प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन शपथ लेंगे यानी इनॉगरेशन डे होगा। लेकिन, ट्रम्प हार मानने को तैयार नहीं। वे दावा कर रहे हैं कि वोटिंग और काउंटिंग के दौरान बड़े पैमाने पर धांधली हुई। आंकड़े भी उनके साथ नहीं हैं। ट्रम्प को अब तक 272 जबकि बाइडेन को 306 इलेक्टोरल वोट्स मिल चुके हैं। पॉपुलर वोट्स में भी ट्रम्प बहुत पीछे हैं।
वैक्सीन समिट में सियासी दावा
मंगलवार को व्हाइट हाउस में वैक्सीन समिट के दौरान ट्रम्प ने कहा- उम्मीद है कि अगली एडमिनिस्ट्रेशन भी ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ही होगी। यानी हमारी सरकार जारी रहेगी। हमारी सरकार के दौरान स्टॉक मार्केट ने तमाम रिकॉर्ड तोड़े। सबसे ज्यादा नौकरियां दीं। सेना को मजबूत किया गया।
दरअसल, ट्रम्प से ये पूछा गया था कि उन्होंने अपनी कोरोना समिट में बाइडेन की टीम को क्यों नहीं बुलाया। इस पर ट्रम्प ने कहा- अभी तो मैं ही राष्ट्रपति हूं। उम्मीद है आगे भी रहूंगा। हमने स्विंग स्टेट्स जीते हैं। इसलिए, इंतजार कीजिए और देखिए कि अगली एडमिनिस्ट्रेशन किसकी होगी। अच्छे काम के लिए अवॉर्ड तो मिलना ही चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट में अपील खारिज
पेन्सिलवेनिया के चुनाव नतीजों को रद्द करने की मांग वाली ट्रम्प कैम्पेन की याचिका अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में खारिज हो गई है। इसके पहले निचली अदालत भी इसे खारिज कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट की 9 जजों की बेंच में तीन जज ऐसे हैं जिन्हें ट्रम्प ने अपॉइंट किया था। खास बात यह है कि इस याचिका को खारिज करते वक्त सुप्रीम कोर्ट ने कोई वजह नहीं बताई।
ट्रम्प कैम्पेन चुनाव नतीजों को कई राज्यों की अदालतों में चुनौती दी है। इन सब पर सुनवाई 6 जनवरी के पहले पूरी की जानी है।
President-elect Joe Biden on Tuesday laid out his plan to fight the coronavirus pandemic during his first 100 days in office, saying his administration would vaccinate 100 million Americans, push to reopen schools and strengthen mask mandates. At a briefing in Wilmington, Delaware, Biden said he needed Congress to fully fund delivering vaccines to all corners of the United States.
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 6.85 करोड़ के पार हो गया। 4 करोड़ 74 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 15 लाख 62 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। ब्रिटेन के साइंस चीफ ने कहा है कि भले ही देश में वैक्सीन आ गया हो, लेकिन मुमकिन है कि अगली सर्दियों में भी ब्रिटेन के लोगों को मास्क लगाना पड़े। इटली और जर्मनी में संक्रमण अब भी काबू में नहीं आया है। इटली में तो मरने वालों का आंकड़ा 60 हजार के पार हो गया है।
अलर्ट रहें ब्रिटेन के लोग
ब्रिटेन सरकार के चीफ साइंस एडवाइजर पैट्रिक वालेंस ने देश के लोगों को लापरवाही से बचने की सलाह दी है। ‘द टेलिग्राफ’ अखबार से बातचीत में पैट्रिक ने कहा- यह बात सही है कि हम वैक्सीन लाने वाले पहले देश बन गए हैं। यह बहुत बड़ी कामयाबी है। लेकिन, इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि हम लापरवाह हो जाएं। मेरा मानना है कि हमें अगली सर्दियों में भी मास्क पहनना पड़ सकता है और इसके लिए तैयार रहना चाहिए। वैक्सीनेशन के साथ अगर लोग सावधानी रखेंगे तो यह उनके लिए ही बेहतर होगा। इसके साथ ही प्रतिबंध लागू रहेंगे, क्योंकि इनका कोई विकल्प नहीं है।
इटली में भी हालात बिगड़े
यूरोप के एक और देश इटली में भी हालात नहीं सुधरे हैं। मंगलवार को यहां मरने वालों का आंकड़ा 60 हजार से ज्यादा हो गया। मंगलवार को यहां एक ही दिन में 564 और लोगों की मौत हुई। इसी दौरान करीब 19 हजार नए मामले सामने आए। यहां सोमवार को 21 हजार मामले सामने आए थे। कोरोना ने मौतों के मामले में इटली दुनिया में इस वक्त छठवें स्थान पर है।
ट्रम्प के वकील अब बेहतर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वकील रूडी गिउलानी संक्रमण के बाद अब स्वस्थ हैं और उन्हें आज हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जा सकता है। 76 साल के रूडी न्यूयॉर्क के मेयर भी रह चुके हैं। चुनाव के बाद ट्रम्प ने जितने धांधली के मुकदमे दायर किए हैं, उनकी पैरवी रूडी ही कर रहे हैं। रविवार को उन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया था। मंगलवार को उन्होंने कहा- अब मुझे बुखार और कफ की दिक्कत नहीं है।
जर्मनी प्रतिबंध सख्त करेगा
फ्रांस में लॉकडाउन को मिली कामयाबी के बाद आखिरकार जर्मन सरकार ने भी इस मामले में अपना रुख बदल लिया है। जर्मनी की हेल्थ मिनिस्ट्री ने मंगलवार रात कहा- फिलहाल, जो हालात हैं उनको गंभीरता से लेना होगा। हमारे पास अब प्रतिबंधों को सख्त करने के अलावा ज्यादा विकल्प नहीं हैं। देश में जल्द ही तमाम स्कूल बंद किए जा सकते हैं। इसके अलावा गैर जरूरी दुकानें भी बंद की जा सकती हैं। माना जा रहा है कि सरकार लॉकडाउन भी घोषित कर सकती है।
वैक्सीनेशन अनिवार्य न करें
WHO ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन को अनिवार्य यानी मेंडेटरी नहीं किया जाना चाहिए। संगठन ने कहा- बेहतर ये होगा कि इसका इस्तेमाल मेरिट के आधार पर किया जाए। अनिवार्य करने से कोई फायदा नहीं होगा। जिनको जरूरत है, उन्हें जरूर दी जानी चाहिए। अब हमें यह देखना होगा कि देश इस वैक्सीन का इस्तेमाल किस तरह करते हैं। दूसरी तरफ, यूएन की हेल्थ एजेंसी ने इस मेंडेटरी करने को कहा है।
पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत के साथ तनाव के बीच पाकिस्तान और चीन की वायु सेनाओं के बीच युद्ध अभ्यास शुरू किया है। इसके लिए चीन ने सिंध प्रांत के थट्टा जिले में भोलेरी में पाकिस्तानी वायु सेना के हवाई अड्डे पर अपने फाइटर जेट के साथ सैनिकों काे भेजा है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के वायु सैनिक फाइटर जेट के साथ साेमवार काे ही भाेलेरी पहुंच गए हैं। ये शाहीन-9 वायु सेना अभ्यास में शामिल हाे रहे हैं।
यहां चीन का भारी लिफ्ट एयरक्राफ्ट वाई-20 देखा गया है। चीनी सेना ने सोमवार को कहा था कि इस द्विपक्षीय अभ्यास का मकसद दोनों ही सेनाओं के “वास्तविक लड़ाकू प्रशिक्षण’ को बेहतर बनाना है। चीन ने इसमें शामिल हाे रहे अपने सैनिकों की संख्या नहीं बताई है।
दिसंबर के अंत तक चलेगा अभ्यास
यह अभ्यास दिसंबर के अंत तक चलेगा। 2019 के शाहीन-9 युद्ध अभ्यास में चीन के 50 फाइटर जेट शामिल हुए थे। पाकिस्तान का यह वायु सेना अड्डा कराची से उत्तर-पूर्व में भारत के गुजरात राज्य की सीमा से लगा हुआ है।
चीन और पाकिस्तान के बीच यह युद्ध अभ्यास ऐसे समय पर हो रहा है, जब लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच मई से ही तनाव चल रहा है और सैन्य तथा कूटनयिक स्तर पर कई दाैर की बातचीत के बावजूद टकराव की स्थिति है। चीन सेना ने लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक एलएसी के पास अपने फाइटर जेट तैनात कर रखे हैं।
भोलारी वायु सेना अड्डे का रणनीतिक महत्व
पाकिस्तान के भोलारी वायु सेना अड्डे की स्थापना 2017 में हुई थी। पाकिस्तानी वायु सेना के प्रमुख ने भोलारी प्रोजेक्ट को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बताया है। यह पाकिस्तानी वायु सेना के लिए जमीन और समुद्र में कार्रवाई के लिए क्षमता बढ़ाने में कारगर है। इससे पहले अंतिम शाहीन युद्ध अभ्यास भी भारत से लगे शिंजियांग प्रांत में हुआ था।
Pakistan Prime Minister Imran Khan has unfollowed everyone from his Twitter account, including his first wife Jemima Goldsmith. But Twitteratis trolled him for feeling "inferior to former PM Nawaz Sharif". According to a report by The News International, on Monday evening, users of Pakistani Twitter space noticed that PM Imran Khan was no longer following anyone on Twitter from his official @ImranKhanPTI account.
Retired Air Force Brig. Gen. Charles ``Chuck'' Yeager, the World War II fighter pilot ace and quintessential test pilot who showed he had the ``right stuff'' when in 1947 he became the first person to fly faster than sound, has died. He was 97.
The detained include veteran activist "Long Hair" Leung Kwok-hung, the former chief of Hong Kong's Democratic Party Wu Chi-wai, ex-legislator Eddie Chu and Figo Chan, the organiser of an annual rally marking the British handover of the city to China in 1997.