Friday, March 20, 2020
Singapore reports first deaths in coronavirus battle March 20, 2020 at 06:27PM
185 देशों में संक्रमण और 11402 मौतें: अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस संक्रमित, इटली में मरने वालों की संख्या 4 हजार पार March 20, 2020 at 06:21PM
वॉशिंगटन/रोम/बीजिंग. दुनियाभर में कोरोनावायरस संक्रमण भयंकर रूप रूप लेता जा रहा है। संक्रमण 185 देशों में फैल चुका है। शनिवार सुबह तक 2 लाख 75 हजार 997 मामले सामने आ चुके हैं और 11 हजार 402 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत की बात यह है कि 91 हजार 952 लोग ठीक भी हुए हैं। वहीं, दुनिया के शीर्ष नेताओं के संक्रमित होने का दौर जारी है। इस कड़ी में अब अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस का भी नाम शामिल हो गया है। यूरोप का वुहान बन चुके इटली में अब तक 4032 जान जा चुकी हैं।
अमेरिका
अमेरिकी उपराष्ट्रपति पेंस कोरोना से संक्रमित होने वाले व्हाइट हाउस के पहले अफसर हो चुके हैं। उनकी प्रेस सेक्रेटरी केटी मिलर ने संक्रमित होने की जानकारी दी। मिलर ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और पेंस के बीच बीते दिनों में कोई संपर्क नहीं हुआ है। व्हाइट हाउस ने किसी भी व्यक्ति की एंट्री के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। इस बीच ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका में नेशनल लॉकडाउन की फिलहाल जरूरत नहीं है। अमेरिका में मरने वालों की संख्या 264 तक पहुंच चुकी है।
न्यूयॉर्क बन रहा अमेरिका का एपिसेंटर:न्यूयॉर्क में कोरोना संक्रमितों की संख्या 5 हजार से ऊपर पहुंच चुकी है। यह अमेरिका के कुल मामलों का एक तिहाई है। मेयर बिल डि ब्लासियो के मुताबिक, शहर अमेरिका के एपिसेंटर के रूप में सामने आ रहा है। मुझे यह बताते हुए अच्छा नहीं लग रहा, लेकिन यह सच है। यहां 29 लोगों की मौत हो चुकी है। यह संख्या तेजी से बढ़ सकती है।
आर्मी के रिक्रूटमेंट सेंटर बंद: अमेरिकी आर्मी ने भर्ती केंद्र फिलहाल बंद कर दिए हैं। आर्मी चीफ ऑफ द स्टाफ जेम्स मैक्कोन्विल ने कहा कि कोरोनावायरस के चलते कुछ वक्त के लिए रिक्रूटमेंट सेंटर्स को बंद किया जा रहा है। फिलहाल वर्चुअल रिक्रूटमेंट होगा, जो सोशल मीडिया पर ही किया जाएगा। इसका मकसद मौजूदा सैनिकों और नई भर्तियों को सुरक्षित रखना है। रक्षा विभाग के मुताबिक, अमेरिकी आर्मी में संक्रमण के 45 नए मामले सामने आए हैं। सेना में संक्रमण के 128 केस हो चुके हैं।
डब्ल्यूएचओ ने कहा: वुहान की रिकवरी से उम्मीद बढ़ी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) प्रमुक टेड्रॉस ग्रेबेसस के मुताबिक, ‘‘वुहान में बीते 24 घंटे में कोरोना नया मामला सामने न आना इस बात की उम्मीद जगाता है कि बाकी दुनिया में महामारी से लड़ने के प्रयास सफल होंगे। हमें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। ये भी सच है कि कोरोना से बुजुर्ग ज्यादा संक्रमित हुए, लेकिन युवाओं में यह ज्यादा नहीं फैल रहा।’’ हालांकि ग्रेबेसस ने युवाओं को चेतावनी भी दी कि ऐसा नहीं समझें कि आप इसकी चपेट में नहीं आएंगे। आपको भी कई दिन अस्पताल में बिताने पड़ सकते हैं या फिर जान भी जा सकती है। लिहाजा सावधानी बरतें।
न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड सरकार ने कोरोनावायरस की जानकारी देने के लिए एक अलर्ट सिस्टम लागू किया है। प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न ने शनिवार को बाकायदा एक आधिकारिक संदेश में इसका ऐलान किया। यह अलर्ट सिस्टम एक आतंकी हमले की अलर्ट की तरह की काम करेगा। इसमें अलर्ट के 4 लेवल तय किए गए हैं। अलर्ट वन सबसे कम और अलर्ट 4 हाईएस्ट रहेगा। फिलहाल न्यूजीलैंड अलर्ट वन पर है, लेकिन यहां भी नए मामले तेजी से बढ़े हैं। हालांकि आर्डर्न ने यह भी कहा कि अलर्ट लेवल बढ़ने पर भी दवाएं और खाने-पीने का सामान जैसी जरूरी सेवाएं बंद नहीं होंगी। न्यूजीलैंड में अब तक 53 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
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भारतवंशी राजा कृष्णमूर्ति ने प्राइमरी चुनाव जीता, बोले- कोरोनावायरस से अमेरिकियों को बचाना मेरा पहला लक्ष्य March 20, 2020 at 05:15PM
वॉशिंगटन. भारतवंशी सांसद राजा कृष्णमूर्ति इलिनॉय प्रांत से डेमोक्रैटिक पार्टी का प्राइमरी चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने 80 प्रतिशत वोट हासिल किए। अब उनकी डेमोक्रैटिक पार्टी से उम्मीदवारी तय है। कृष्णमूर्ति के निकटतम प्रतिद्वंद्वी विलियम ओल्सन महज 13 प्रतिशत वोट ही हासिल कर सके। जीत के बाद अपने समर्थकों को भेजे ईमेल में उन्होंने कहा, ‘‘ दोबारा चुनाव जीतने पर मैं आप लोगों के मुद्दे कांग्रेस(संसद)में उठाऊंगा। अभी हम कोरोनावायरस महामारी से लड़ रहे हैं। मैं आपको और सभी अमरेकियों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ भी करूंगा। यह लक्ष्य मेरी पहली प्राथमिकता होगी।’’
प्राइमरी में जीत के बाद अब कृष्णमूर्ति लगातार तीसरी बार संसदीय चुनाव लड़ेंगे। इस बीच 17 मार्च को होने वाला रिपब्लिक पार्टी का चुनाव कोरोनावायरस को देखते हुए रद्द कर दिया गया।
कृष्णमूर्ति भारत-अमेरिका संबंधों के हिमायती
कृष्णमूर्ति अमेरिकी संसद की पर्मानेंट सेलेक्ट कमेटी ऑन इंटेलीजेंस के सदस्य हैं। पिछले साल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ लाए गए महाभियोग के दौरान उन्होंने पार्टी का पक्ष मजबूती से रखा था। इससे अमेरिकी संसद में उनकी एक अलग पहचान बनी। वे इकोनॉमिक एंड कंज्यूमर पॉलिसी सबकमेटी के चेयरमैन भी है। कृष्णमूर्ति भारत और अमेरिका के संबंधों के हिमायती हैं। अक्सर विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर होने वाली चर्चाओं में शामिल होते हैं।
कृष्णमूर्ति बराक ओबामा के सलाहकार रह चुके हैं
राजा कृष्णमूर्ति का जन्म 19 जुलाई 1973 को नई दिल्ली में हुआ था। वे महज तीन महीने के थे जब उनके माता-पिता अमेरिका आकर बस गए। राजा कृष्णमूर्ति 2004 और 2008 के चुनाव में बराक ओबामा के सलाहकार थे जो पहले सीनेटर और फिर राष्ट्रपति चुने गए। वे पेशे से वकील और इंजीनियर हैं। इलिनॉय में भारतवंशी-अमेरिकियों की आबादी अच्छी खासी है। 2016 में हुए कांग्रेसनल चुनाव में कृष्णमूर्ति को 57 प्रतिशत वोट मिले थे । उनके प्रतिद्वंद्वी सीनेटर नूलैंड को 29 और देब बुलविंकेल को 13 प्रतिशत वोट मिले थे।
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North Korea fires suspected short-range missiles March 20, 2020 at 04:30PM
US and Mexico to curb border travel to control coronavirus March 20, 2020 at 07:26AM
California shuts down amid projections of 25m Covid-19 cases March 20, 2020 at 05:47AM
चीन, इटली, स्पेन, फ्रांस, स्पेन समेत 20 देशों में लॉकडाउन, 120 करोड़ लोग घरों में कैद March 20, 2020 at 04:27AM
नई दिल्ली. भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की है। वहीं, दुनिया में कई देश ऐसे हैं, जहां पहले सी ही जनता कर्फ्यू चल रहा है। चीन, डेनमार्क, अल-सल्वाडोर, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, जर्मनी, ब्रिटेन, पोलैंड, स्पेन, बेल्जियम, अर्जेंटीना, वेटिकन सिटी, नार्वे, ईरान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, इंडोनेशिया समेत करीब 20 देशों ने लॉकडाउन लागू किया हुआ है। अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया में लॉकडाउन के चलते करीब 120 करोड़ लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। इसके अलावा करीब 50 देशों ने किसी शहर या एक सीमित इलाके में लॉकडाउन लागू किया हुआ है। अमेरिका ने शुक्रवार को कैलिफोर्निया में लॉकडाउन लागू कर दिया। इसके बाद यहां 4 करोड़ लोग घरों में कैद कर दिए गए हैं।
इस साल जनवरी में सबसे पहले चीन ने हुबेई प्रांत के वुहान में लॉकडाउन लागू किया था। यहीं से कोरोनावायरस शुरू हुआ था। अब दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें इटली में हो रही हैं। यहां प्रधानमंत्री ग्यूसपे कोंते ने 10 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया था। इसके बाद से यहां 6 करोड़ लोग घरों में कैद हैं। यह लॉकडाउन तीन अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान ट्रैवेल करने, चर्च जाने पर, काम पर जाने पर रोक लगा दी गई। स्पेन, फ्रांस ने भी लोगों को घर में रहने का आदेश जारी किया हुआ है। फ्रांस में चीन से बाहर सबसे बड़ा लॉकडाउन है। फ्रांस में 6 करोड़ 70 लाख लोग घरों में कैद हैं। ब्रिटेन के लंदन में लॉकडाउन किया गया है। चीन में करीब 78 करोड़ लोगों को लॉकडाउन किया गया है। हालांकि अब यहां कुछ ढ़ील दी जाने लगी है।
कोरोनावायरस अब तक दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। इसकी चपेट में 2.44 लाख लोग आ चुके हैं। 10,184 लोगों की जान गई है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक लॉकडाउन कोरोना को फैलने से रोकने में कारगर
डब्ल्यूएचओभी कह चुका है कि दुनिया के सभी देशों को सोशल डिस्टेंशिंग बढ़ाना चाहिए। इसके अलावा लोगों के बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगाना होगा। लॉकडाउन से कोरोनावायरस को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी। यह दुनिया के सबसे बेहत विकल्प है।
दुनिया में कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में बंद का हाल
चीन: इस साल जनवरी के अंत में चीन ने दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ा लॉकडाउन लगाया। 20 राज्यों और 16 बड़े शहरों को एक साथ बंद कर दिया गया। डब्ल्यूएचओ ने माना है कि चीन ने लॉकडाउन के चलते कोरोनावायरस पर काबू पाने में कामयाबी पाई है।
इटली: कोरोनावायरस से इटली में 3,405 मौतें हो चुकी हैं। यह चीन(3,245) से भी ज्यादा है। इटली के प्रधानमंत्री कोंते ने भी खुद को घर में आइसोलेट किया हुआ है। यहां सभी स्टेडियम, इवेंट, स्कूल, यूनिवर्सिटी, म्यूजियम, कल्चरल सेंटर्स, स्वीमिंग पूल्स और स्पा बंद हैं।
स्पेन: यूरोप में लॉकडाउन लागू करने वाला स्पेन दूसरा देश बना। यहां 15 मार्च से अगले 15 दिन तक लॉकडाउन लागू किया गया है। इस दौरान 4.7 करोड़ लोग घरों में ही कैद रहेंगे।
फ्रांस: इसी सोमवार को फ्रांस ने 15 दिन के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि घर से बाहर निकलने वालों को सजा दी जाएगी। लोगों को घरों में रोकने के लिए सेना को तैनात किया गया है। फ्रांस के 1.3 लाख लोग विदेश में फंसे हैं।
जर्मनी: कोरोना के चलते जर्मनी ने अपने 16 राज्यों में दुकान, चर्च, स्पोर्ट्स, बार, कल्ब को बंद कर दिया है। देश की सभी सीमाएं भी बंद हैं।
जहां सीमित लॉकडाउन है: इन देशों ने स्कूल, कॉलेज, रेस्टोरेंट, बार, मॉल्स आदि को बंद किया है
भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, मोरक्को, घाना, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका, बोलीविया, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, इक्वाडोर, ग्वाटेमाल, मैक्सिको, पेरू, उरूग्वे, कंबोडिया, म्यांमार, नेपाल, फिलीपींस, ताइवान, केन्या, प्यूर्टो रिको, चेक रिपब्लिक, मलेशिया, सिंगापुर, थाईलैंड आदि।
जिन देशों ने सीमाओं को बंद किया: इन देशों ने अपनी सीमाओं को बंद कर दिया है
कनाडा, कोलंबिया, भारत, पाकिस्तान, डेनमार्क, जर्मनी, कुवैत, लिथुआनिया, दक्षिण कोरिया, नार्वे, पेरू, कतर, रूस, सऊदी अरब, स्लोवाकिया, यूक्रेन आदि।
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