Tuesday, February 25, 2020
Maldives gets Amal Clooney to fight for Rohingya at UN court February 25, 2020 at 09:28PM
चीन से मंजूरी मिलने के बाद भारत आज वायुसेना का विमान वुहान भेज सकता है, दुनियाभर में 80 हजार से ज्यादा संक्रमित February 25, 2020 at 04:32PM
नई दिल्ली/बीजिंग. भारत बुधवार को अपना विमान वुहान भेज सकता है। चीन के सबसे ज्यादा प्रभावित शहर वुहान में करीब 100 भारतीय फंसे हुए हैं। वायुसेना के विमान में यहां से राहत सामग्री और चिकित्सा उपकरण भेजा जाएगा। इससे पहले 20 फरवरी को ही विमान चीन जाने वाला था, लेकिन क्लीयरेंस नहीं मिल पाई थी। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय वायुसेना का विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से उड़ान भड़ सकता है।
चीन के हेल्थ कमीशन ने बताया कि देश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या2715 हो गई है। जबकि 78,000 से ज्यादा संक्रमण का मामला समने आए हैं। वहीं29,700 लोगों को अब तक अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। हुबेई प्रांत में एक दिन में 401 नए मामले सामने आए हैं और 52 लोगों की मौत हुई है।
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डेयरी मिल्क ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को 80% तक बढ़ा सकता है, 53 हजार महिलाओं पर शोध February 25, 2020 at 03:50PM
न्यूयॉर्क.शोधकर्ताओं का कहना है कि डेयरी के दूध कम मात्रा में लेने से भी महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। यह खतरा 80% तक बढ़ सकता है। हालांकि, यह दूध के सेवनपर निर्भर करता है। अमेरिका में लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी से जुड़े गैरी ई. फ्रेजर ने कहा- इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि डेयरी दूध पीने के कारण महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होता है। प्रतिदिन 1/4 से 1/3 कप डेयरी दूध का सेवन ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित रिपोर्ट के स्टडी के लिए 53,000 उत्तर अमेरिकी महिलाओं के आहार का मूल्यांकन किया गया। इनमें से सभी शुरू में कैंसर से मुक्त थीं। आठ साल तक महिलाओं पर शोध किया गया।
शोधकर्ताओं ने कहा- प्रतिदिन एक कप दूध पीने से संबंधित जोखिम 50% तक बढ़ जाता है। वहीं, प्रतिदिन दो से तीन कप पीने वालों के लिए जोखिम बढ़कर 70 से 80% हो जाता है। स्टडी के दौरान महिलाओं के आहार का 24 घंटे मूल्यांकन किया गया। इसके साथ ही उनके जनसांख्यिकी, ब्रेस्ट कैंसर का पारिवारिक इतिहास, शारीरिक गतिविधियां, शराब की खपत, हार्मोनल और अन्य दवाओं का इस्तेमाल, प्रजनन और स्त्री रोग संबंधी बातों का ध्यान रखा गया।
1,057 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के नए मामले देखे गए: शोधकर्ता
अध्ययन के अंत में देखा गया कि 1,057 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले हैं। उनके आहार के विश्लेषण से सोया उत्पादों और ब्रेस्ट कैंसर के बीच कोई स्पष्ट लिंक सामने नहीं आया। शोधकर्ताओं ने कहा कि फैट और कम या नॉनफैट दूध का सेवन करने से भी रिजल्ट में थोड़ी भिन्नता थी। डॉक्टर फ्रेजर के मुताबिक, डेयरी फूड और इसमें भी खासतौर पर दूध ज्यादा खतरनाक हैं। आंकड़े बताते हैं कि सोया दूध को इसके विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर खतरा कम किया जा सकता है। इसका अर्थ ये हुआ कि अगर डेयरी दूध की बजाए हम इसके विकल्पों का प्रयोग करे तो ये सेहत के लिहाज से ज्यादा बेहतर होंगे।
ब्रेस्ट कैंसर हार्मोन से संबंधित
शोधकर्ताओं के अनुसार, डेयरी दूध से ब्रेस्ट कैंसर का संभावित कारण डेयरी दूध का सेक्स हार्मोन कंटेंट हो सकता है। गाय बेशक स्तनपान कराती हैं और अक्सर डेयरी मेंलगभग 75% गर्भवती होती हैं। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर हार्मोन संबंधित कैंसर है। इसके अलावा, कुछ रिपोर्टों में डेयरी और अन्य जानवरों के प्रोटीन का सेवन हार्मोन के उच्च रक्त स्तर, इंसुलिन जैसी वृद्धि कारक-1 के साथ भी जुड़ा हुआ है, जिसे कुछ कैंसर को बढ़ावा देने के लिए माना जाता है।
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दुनिया के सबसे उम्रदराज पीएम के इस्तीफे के बाद नए पीएम के लिए पहली बार सभी 221 सांसदों का इंटरव्यू ले रहे सुल्तान February 25, 2020 at 02:45PM
क्वालालंपुर.दुनिया के सबसे बुजुर्ग प्रधानमंत्री 91 साल के महातिर मोहम्मद के इस्तीफा देने के बाद मलेशिया में नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति के लिए कवायद शुरू हो गई है। किसी पर भी बात नहीं बन पा रही है। ऐसे में शाही महल से घोषणा की गई कि राजा व्यक्तिगत रूप से सभी सांसदों के बात करेंगे, जिसकी शुरुआत मंगलवार को 90 सांसदों के साथ बातचीत से हो गई। मलेशिया के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि राजा को इस तरीके को अपनाना पड़ा है। किंग सुल्तान अब्दुल्ला 222 सीटों वाले निचले सदन में बहुमत को लेकर महातिर मोहम्मद को छोड़ बाकी 221 सांसदों से बातचीत कर रहे हैं।
सोमवार को प्रधानमंत्री के रूप में महातिर मोहमद के अचानक इस्तीफे के बाद राजनीति गरमा गई। महातिर ने संदिग्ध आरोपों के तहत कई साल जेल में रहे पूर्व विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम को प्रधानमंत्री के तौर पर नामित कर दिया, लेकिन पार्टी के दूसरे धड़े ने इसका विरोध किया और एक अन्य उम्मीदवार दातुक सेरी अजमीन अली को आगे कर दिया। अजमीन विपक्षी पार्टी में शामिल हो गए और गठबंधन के लिए बाकी सांसदों से बातचीत शुरू कर दी। इससे उथल-पुथल मच गई। सुल्तान अब्दुल्ला ने महातिर का इस्तीफा तो स्वीकार कर लिया, लेकिन नए प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल तय होने तक उन्हें अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया है।
पत्रकारों के लिए बर्गर ऑर्डर किया
कई पत्रकार शाही पैलेस में डेरा डाले हैं। मंगलवार को सुल्तान ने इनके लिए बर्गर मंगवाए। वे फ्रेंच फ्राइज खाते हुए बोले- ये बहुत स्वादिष्ट है, मुझे तो बहुत भूख लगी है। फिर बोले- हम बहुत चिंतित हैं। उम्मीद है बेहतर हल खोज लेंगे।
मलेशिया में चुनाव दो स्तरों पर होते हैं
संघीय और राज्य स्तर। संघीय चुनाव संसद के निचले सदन दीवान रकत के लिए और राज्य चुनावविधानसभा के लिए होते हैं। आम चुनाव हर 4 साल में होते हैं। इसमें 222 सदस्य चुने जाते हैं और बहुमत की सरकार बनती है। 92 साल के महातिर मोहम्मद के गठबंधन पाकतन हरपन ने 61 साल से सत्ता पर काबिज यूएमएनओ को हराया था। पहले वे इसी पार्टी से पीएम बने थे।
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Harvey Weinstein stays at hospital for 'chest pain' a day after his sexual assault conviction February 25, 2020 at 09:07AM
चीन को घेरने के लिए पहली बार ट्रम्प ने पब्लिक प्लेटफार्म से क्वाड का जिक्र किया; डिफेंस डील से भारत की सैन्य ताकत बढ़ेगी February 25, 2020 at 06:29AM
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की यात्रा से भारत को क्या मिला? इस कयास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ ही विराम लग गया। दोनों नेताओं ने रक्षा, सुरक्षा, पीपुल टू पीपुल टॉक, आतंकवाद से लेकर कारोबार के कई मुद्दों पर रजामंदी जाहिर की। हालांकि, सिर्फ तीन समझौतों पर दस्तखत हुए हैं। ट्रम्प भारत की मेहमानवाजी से बेहद प्रभावित हुए।विदेश मामलों के जानकार हर्ष वी. पंतट्रम्प की भारत यात्रा को कई मायनों में काफी कामयाब मान रहे हैं। उन्हीं के जरिए समझें दौरे की अहम बातें।
द्विपक्षीय बातचीत की चार बड़ी बातें:
1# ट्रेड डील: दोनों देश अब लिमिटेड ट्रेड डील की बजाय कॉम्प्रेहेंसिव डील करना चाह रहे
मोदी और ट्रम्प, दोनों ने कहा कि डील को लेकर बातचीत चल रही है। ट्रेड डील पर दोनों देश गंभीर हैं। इस मुलाकात के बाद लगता है कि दोनों देश इस साल के अंत में इस डील को फाइनल करेंगे। इसके पीछे दो बड़ी वजह हैं। पहली बात अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हैं। इसलिए ट्रम्प चाह रहे हैं कि यह डील चुनावों के बाद हो, क्योंकि अमेरिका को भी इसमें कुछ रियायत देनी पड़ेगी। दूसरी बार दोनों देश अब लिमिटेड ट्रेड डील की बजाय कॉम्प्रेहेंसिव डील करना चाह रहे हैं। इस ट्रेड डील से अमेरिका को जो घाटा होगा, वो उसकी एनर्जी डील के जरिए भरपाई करेगा। भारत खाड़ी की स्थिति को देखते हुए अमेरिका से ज्यादा तेल और गैस की खरीददारी करना चाह रहा है। इससे दोनों देशों के ट्रेड में बैलेंस बनेगा। इसी दिशा में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और एक्सान मोबिल इंडिया एलएनजी लिमटेड के बीच करार हुआ है। ट्रम्प ने भी कहा कि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद भारत में अमेरिकी निर्यात 60% बढ़ा है।
2# काउंटर टेरेरिज्म: ट्रम्प को भारत ने काफी बेहतर तरीके से मैनेज किया है
ट्रम्प ने खुलकर कहा कि अमेरिका पाकिस्तान से बातचीत कर रहा है, ताकि वो उसकी जमीन पर जो आतंकवाद पल रहा है, उसे खत्म करने को लेकर काम करे। ट्रम्प ने बारबार इस्लामिक कट्टरपंथ का जिक्र किया। इससे भी पाकिस्तान को साफ संदेश दिलाने में भारत काफी हद तक कामयाब रहा। भारत ने ट्रम्प को बहुत अच्छे तरीके से मैनेज किया है। क्योंकि, ट्रम्प की डिप्लोमेसी बिल्कुल ही अलग है, वह बार अपने बयान बदलते रहते हैं। उनके कार्यकाल में अमेरिका की उसके करीबी देशों के साथ भी रिश्तों में खटास आई है। लेकिन, भारत के मामले में वह काफी हद तक संतुलित रहे हैं। पाकिस्तान पर भी उन्होंने लगाम कसी है। पाकिस्तानी आर्मी को अमेरिकी मदद बंद की है। एफएटीएफ के मुद्दे पर भारत का खुलकर साथ दिया है। भारत ने ट्रम्प के साथ पॉलिसी फ्रेम वर्क बनाने में कामयाबी पाई है। ट्रम्प यदि राष्ट्रपति चुनाव जीत जाते हैं, तो भारत को काफी फायदा होगा। क्योंकि, ट्रम्प ने मोदी के साथ अच्छे संबंधों का फाउंडेशन रखा है। यही वजह है कि अमेरिका के रिश्ते नजदीकी देशों की तुलना में भारत से ज्यादा अच्छे हैं। अफगानिस्तान से बाहर निकलने में अमेरिका को पाकिस्तान की मदद की दरकार होगी, बस इसीलिए वह बार-बार इमरान से अच्छे रिश्तों का जिक्र कर रहे हैं।
3# हिंद-प्रशांत महासागर में पार्टनरशिप: अमेरिका क्वाड को चीन के खिलाफ पिलर बनाना चाह रहा है
मोदी और ट्रम्प ने स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप बढ़ाने की बात कही। ट्रम्प ने क्वाड की बात कही। क्वाड- अमेरिका, भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया का एक समूह है। इसका पहली बार जिक्र 2007 में किया गया था। लेकिन, इसके बाद इसे लेकर इन देशों के बीच कोई मजबूत चर्चा नहीं हुई। 2017 में क्वाड को लेकर नए सिरे बातचीत का दौर शुरू हुआ। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन का बढ़ता दखल इसकी एक वजह था। क्वाड का अभी तक पब्लिक प्लेटफाॅर्म पर कभी जिक्र नहीं हुआ था। ट्रम्प ने इसे लेकर पहली बार खुलकर बात की है। संभव है कि सभी समूह देश जल्द ही किसी कंक्रीट नतीजे को अमलीजामा पहना दें। ट्रम्प ने इस प्लेटफॉर्म को एनर्जी देने के लिए ही इसकी बात की। अमेरिका इसे चीन के खिलाफ इस क्षेत्र में पिलर बनाना चाहता है। वहीं, चीन बहुत ही पावर बैलेंस की डिप्लोमेसी करता है। इसीलिए, वह ट्रम्प के भारत दौरे को बहुत ही शांत होकर देख रहा है।
4# डिफेंस डील: अमेरिका भारत को मिसाइल डिफेंस शील्ड भी दे सकता है
दोनों देशों के बीच 3 अरब डॉलर की डिफेंस डील हुई। इसके तहत भारत अमेरिका से डिफेंस टेक्नोलॉजी खरीदेगा। इसमें 24 सी-हॉक हेलीकॉप्टर, 6 एएच-64ई अपाचे हेलीकॉप्टर, ड्रोन, स्पेस सैटेलाइट जैसे साजो-सामान शामिल हैं। सी-हॉक नेवल प्लेटफार्म हेलीकॉप्टर है। यह सबमरीन को खोजने में मददगार है। इसके अलावा अमेरिका भारत को मिसाइल डिफेंस शील्ड भी दे सकता है। इस डील से भारत सैन्य रूप से बहुत ताकतवर हो जाएगा। भारत की डिफेंस क्षमता काफी बढ़ जाएगी।
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Italy coronavirus outbreak spreads south as cases spike February 25, 2020 at 04:57AM
Weinstein accuser Haleyi grateful to be 'heard and believed' February 25, 2020 at 05:13AM
'Trump effect' may embolden people to express racism: Study February 25, 2020 at 04:04AM
इमरान सरकार ने ट्रम्प को बुलाने के लिए अमेरिकी फर्म से लॉबिंग करवाई थी, व्हाइट हाउस ने कहा- जाने की कोई वजह नहीं February 25, 2020 at 02:42AM
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दिल्ली दौरे और भारत-अमेरिका के बीच बढ़ती नजदीकियों से पाकिस्तान बेचैन है। इमरान सरकार इस वजह से भी छटपटा रही है, क्योंकि ट्रम्प पाकिस्तान जाए बिना अमेरिका लौट जाएंगे। यहीं नहीं, ट्रम्प को इस्लामाबाद बुलाने के लिए इमरान सरकार ने लॉबिंग तक करवाई, फिर भी कामयाबी नहीं मिली। पाकिस्तान के राजनयिक गलियारों में चर्चा है कि भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अमेरिका के साथ रिश्तों को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया है। मोदी की प्रभावशाली विदेश नीति की वजह से ही ट्रम्प का भारत दौरा संभव हो सका और वह पाकिस्तान नहीं गए। अहमदाबाद में जिस तरह से ट्रम्प का भव्य स्वागत हुआ, वह भारत-अमेरिका के रिश्तों को बताने के लिए काफी है। ट्रम्प द्वारा भारत के साथ अरबों रुपए की रक्षा डील के ऐलान से भी पाकिस्तान में है।
पाकिस्तानी आर्मी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद ह्वाइट हाउस को इस बात के लिए मनाने की हर संभव कोशिश की कि राष्ट्रपति ट्रम्प भारत दौरे के दौरान इस्लामाबाद भी आएं, भले ही कुछ घंटे के लिए ही सही। हालांकि यह संभव नहीं हो सका। नाम नहीं बताने के शर्त पर पाकिस्तान सरकार के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि पीएम इमरान ने ट्रम्प के इस्लामाबाद बुलाने के लिए ह्वाइट हाउस के साथ कई बार लॉबिंग कराने के प्रयास भी किए। लेकिन उनके अनुरोध को ठुकरा दिया गया। इमरान खान के एक नजदीकी सूत्र ने दैनिक भास्कर को बताया कि ‘ह्वाइट हाउस ने सुरक्षा कारणों और दौरे के लिए कोई उचित वजह नहीं होने का तर्क देकर ट्रम्प के पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया। अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को नजरअंदाज करने से इमरान काफी चिंतित भी हैं।'
इमरान प्रधानमंत्री बनने के बाद से ट्रम्प को पाकिस्तान बुलाने के लिए लॉबिंग करवा रहे थे
सरकारी सूत्रो के मुताबिक इमरान खान प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही इस कोशिश में लगे हुए थे कि राष्ट्रपति ट्रम्प पाकिस्तान आएं। जब ट्रम्प के भारत आने की आधिकारिक घोषणा हो गई, तब भी ये कोशिश जारी रही। इमरान सरकार ने ट्रम्प के दौरे के लिए लॉबिंग करने को पिछले साल एक टॉप अमेरिकी फर्म को हायर किया था। इस फर्म का नाम होलांद एंड नाइट है। फर्म के साथ पाकिस्तानी राजदूत मोहम्मद खान ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की मौजूदगी में हस्ताक्षर भी किया था। हालांकि इसकी डिटेल सरकार की ओर से जारी नहीं की गई। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की ऑफिस से जब अमेरिका-भारत के बीच हुए रक्षा करार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया।
विपक्षी पार्टियों ने कहा- इमरान की विदेश नीति फेल हो गई है
पाकिस्तान में नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी पार्टी पीएमएल-एन और आसिफ जरदारी की पार्टी पीपीपी ने कहा है कि इमरान खान की विदेश नीति फेल हो गई है। वह राष्ट्रपति ट्रम्प को पाकिस्तान यात्रा के लिए सहमत तक नहीं कर सके। पीएमएल-एल की प्रवक्ता और पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री मरयम औरंगजेब ने बताया कि इमरान सरकार ट्रम्प को पाकिस्तान बुला तक नहीं सकी, जबकि वह भारत के साथ अरबों रुपए के रक्षा करार कर डाले।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर एक साथ घर में घिरे इमरान
इमरान सरकार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों के कई मुद्दों पर एक साथ घिर गई है। देश की अर्थव्यवस्था के खराब होते हालात, बढ़ती बेरोजगारी दर, रोजमर्रा के सामान की बढ़ते दाम और पेट्रोल-गैस की बढ़ती कीमत से सरकार पहले से ही बेचैन है। इसके अलावा विदेशी मामलों में फाइनेंशियल एक्शन टास्कर फोर्स (एफएटीएफ), कश्मीर मुद्दे और मुस्लिम देशों का समर्थन जुटाने में भी सरकार नाकामयाब रही है। विपक्षी दल इन मुद्दों पर इमरान सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रही हैं।
5 अमेरिकी राष्ट्रपति पाकिस्तान आए हैं, सभी सैन्य शासन में
1947 के बाद से अब तक अमेरिका के 5 राष्ट्रपति पाकिस्तान आए हैं। जबकि इस दौरान पाकिस्तानी हेड ऑफ स्टेट 43 बार अमेरिका गए हैं। खास बात ये कि सभी अमेरिकी राष्ट्रपति पाकिस्तान तब पहुंचे, जब यहां सैन्य शासन था। इसका मतलब, वॉशिंगटन डीसी के पाकिस्तान के साथ अच्छे तालुकात तभी रहे हैं, जब यहां सैन्य शासन रहा है। आइजनहावर पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे, जो 1959 में पाकिस्तान के दौरे पर आए थे। तब सैन्य शासक आयुब खान थे। आखिरी बार 2006 में राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश पाकिस्तान गए थे। तब जनरल परवेज मुशर्रफ सैन्य शासक थे। ट्रम्प से पहले अमेरकी राष्ट्रपति बराक ओबामा दो बार भारत आए, लेकिन वह पाकिस्तान नहीं गए।
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पूर्व राष्ट्र्रपति होस्नी मुबारक का 91 साल की उम्र में निधन, 9 साल पहले सेना ने राष्ट्रपति के पद से हटाया था February 25, 2020 at 01:14AM
काहिरा. मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक का मंगलवार को 91 साल की उम्र में निधन हो गया। सरकारी टेलीविजन ने बताया कि उनकी पिछले दिनों सर्जरी हुई थी। वे 30 साल तक सत्ता में रहे थे। 9 साल पहले 2011 में सेना ने उन्हें राष्ट्रपति के पद से हटा दिया था। उसी दौरान उन्हें मिस्र में प्रदर्शनकारियों की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था।
वे 6 साल तक जेल में रहे। कोर्ट से ज्यादातर मामलों में बरी किए जाने के बाद उन्हें 2017 में जमानत मिल गई थी।
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