Thursday, April 30, 2020
गवर्नर के दफ्तर में बंदूकें लेकर पहुंचे प्रदर्शनकारी, रोकने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी; लॉकडाउन खत्म करने की मांग कर रहे थे April 30, 2020 at 06:30PM
अमेरिका में लॉकडाउन के खिलाफ लोगों का विरोध तेज हो रहा है। मिशिगन की राजधानी लांसिंग में लोगों ने लॉकडाउन के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन किया। यहां गर्वनर के दफ्तारकैपिटल बिल्डिंग परसैकड़ों लोग जुटे और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों में से कुछ के पास से हथियार भी थे। ये गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर के लॉकडाउन के आदेश का विरोध कर रहे थे। गवर्नर ग्रेचेन ने यह आदेश 23 मार्च को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी किया था। इसमें लोगों के जरूरी कामों से इतर घरों से निकलने, सार्वजनिक समारोहों के आयोजन और स्थानीय अस्पतालों, मॉल या रेस्तरां जाने पर पाबंदी लगाई गई थी। बाद में आदेश को अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था।
इस बीच, सोशल मीडिया पर प्रदर्शन के कुछ वीडियो भी पोस्ट किए गए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों के पास हथियार नजर आ रहे हैं। ट्विटर पर पोस्ट की गई तस्वीरों और वीडियो में पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को बिल्डिंग में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं।
क्या है लोगों की नाराजगी की वजह?
गवर्नर ग्रेचेन ने संक्रमण के बढ़ते स्तर को देखते हुए इसे अप्रैल के अंत तक बढ़ा दिया गया। लोग इसी बात से नाराज हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि गर्वनर जरूरत से ज्यादा सख्ती कर रही हैं। प्रदर्शन मिशिगन यूनाइटेड फॉर लिबर्टी नामक एक ग्रुप की ओर से किया गया था। ग्रुप ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि हम अपने अधिकारों पर पाबंदी या इसमें कटौती से सहमत नहीं है। चाहे यह कोरोना महामारी के लिए ही क्यों न लगाई गई हो। फेसबुक पर इस ग्रुप के 8 हजार 800 सदस्य हैं।
इस महीने मिशिगन में यह दूसरा प्रदर्शन
यह दूसरी बार है जब मिशिगन में पाबंदियों को हटाने के लिए प्रदर्शन किया गया है। 16 अप्रैल को भी करीब 3 हजार लोगों ने लॉकडाउन हटाने की मांग के साथ प्रदर्शन किया था। ऐसा बताया जा रहा है कि उस दौरान भी कुछ लोग हथियारों से लैस नजर आए थे। इसकी वजह से मिशिगन में यातायात प्रभावित हुआ था। इसके एक दिन बाद ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रदर्शनकारियों को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने ‘लिबरेट मिशिगन’ ट्वीट किया था। ट्रम्प कई बार देश में लॉकडाउन से छूट देने की बात कह चुके हैं। इससे लेकर ट्रम्प प्रशासन और कई राज्यों के गवर्नर के बीच सहमति नहीं बन रही है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अब तक 33 लाख 8 हजार मौतें, अमेरिका के मिशिगन में लॉकडाउन के विरोध में हथियारों के साथ प्रदर्शन April 30, 2020 at 05:42PM
दुनिया में अब तक कोरोना से 33 लाख लाख 8 हजार 231 संक्रमित मिले हैं। 2 लाख 34 हजार 105 मौतें हुई हैं और 10 लाख 39 हजार 195 लोग ठीक हुए हैं। अमेरिका इससे सबसे अधिक प्रभावित है। यहां पर 1 लाख 95 हजार 210 संक्रमित मिले हैं, 63 हजार 861 मौतें हुई हैं और 1 लाख 52 हजार 324 लोग स्वस्थ्य हुए हैं। अमेरिका में लॉकडाउन के खिलाफ लोगों का विरोध तेज हो रहा है। मिशिगन कीराजधानी लांसिंग में लोगों ने लॉकडाउन के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन किया। यहां स्थित कैपिटल बिल्डिंग पर जुटे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों में से कुछ के पास से हथियार भी थे। प्रदर्शनकारी गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर के लॉकडाउन के आदेश काविरोध कर रहे थे। यह आदेश 23 मार्च को जारी हुआ था। इस बीच, सोशल मीडिया पर प्रदर्शन के कुछ वीडियो भी पोस्ट किए गए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों के पास हथियार नजर आ रहे हैं।
खाड़ी देशों में कोरोना भी संक्रमण बढ़ रहा है। इन देशों में सऊदी अरब और कतर संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इन दोनों देशों में गुरुवार को जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार सऊदी अरब में अब तक 22 हजार 753 मामले सामने आए हैं और 162 लोगों की जान गई थी। वहीं, कतर में संक्रमितों की संख्या 13 हजार 400 है और अब तक10 लोगों की मौत हुई है।
कोरोनावायरस : सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देश
देश | कितने संक्रमित | कितनी मौतें | कितने ठीक हुए |
अमेरिका | 10,95,210 | 63,861 | 1,52,324 |
स्पेन | 2,39,639 | 24,543 | 1,37,984 |
इटली | 2,05,463 | 27,967 | 75,945 |
फ्रांस | 1,66,420 | 24,087 | 48,228 |
ब्रिटेन | 1,71,553 | 26,771 | उपलब्ध नहीं |
जर्मनी | 1,61,539 | 6,467 | 1,20,400 |
तुर्की | 1,17,589 | 3,081 | 44,022 |
रूस | 99,399 | 972 | 10,286 |
ईरान | 93,657 | 5,957 | 73,791 |
चीन | 82,862 | 4,633 | 77,610 |
ये आंकड़ेhttps://ift.tt/37Fny4L से लिए गए हैं।
ट्रम्प ने चीन पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोना के बारे में जल्द जानकारी नहीं देने के लिए एक बार फिर चीन से नाराजगी जाहिर की है। ट्रम्प ने चीन पर की जाने वाली कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मैं एक ही काम कर सकता हूं, मैं ज्यादा पैसे के लिए उस पर नए टैरिफ (सीमा शुल्क) लगा सकता हूं। ट्रम्प ने गुरुवार को व्हाइट हाउस के हर दिन वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
इससे एक दिन पहले भी ट्रम्प ने न्यूज एजेंसी रायटर्स को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि चीन नहीं चाहता कि वे नवंबर में फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाएं। उन्होंने कहा कि चीन मुझे अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए कुछ भी करेगा। उसका कोरोना से निपटने का तरीका इस बात का सबूत है।
रुस केप्रधानमंत्री कोरोना पॉजिटिव
प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन गुरुवार रात कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने खुद इस बात की जानकारी दी। एक न्यूज चैनल से बातचीत में मिखाइल ने कहा, “मैंने अपना कोरोना टेस्ट कराया था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब मैं सेल्फ आईसोलेशन में जा रहा हूं। ये बेहद जरूरी है ताकि मेरे साथी सुरक्षित और स्वस्थ रहें।” उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसकी जानकारी दी है। अब मिखाइल का कामकाज आंद्रे बेलोस्योव संभालेंगे। देश में कुल संक्रमितों की संख्या एक लाख से ज्यादा हो चुकी है।
पाकिस्तान केनेशनल असेंबली के स्पीकर संक्रमित
पाकिस्तान नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर गुरुवार को कोरोना संक्रमित पाए गए। उनकी बेटी और बेटा की टेस्ट रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। खास बाद ये है कि असद ने 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की थी। इसके बाद पीएम को टेस्ट कराना पड़ा था। रिपोर्ट निगेटिव आई। इमरान ईधी फाउंडेशन के फैजल ईधी से मिले थे। बाद में फैजल संक्रमित पाए गए। इसके बाद इमरान का टेस्ट कराया गया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ट्रम्प ने कहा- कोरोना वायरस चीन की लैब से निकला, इसके सबूत हैं, लेकिन अभी ज्यादा नहीं बता सकता April 30, 2020 at 05:41PM
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को चीन पर फिर दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'वायरस का वुहान इंस्टीटयूट ऑफ बायोलॉजी से कनेक्शन है। इसके हमारे पास सबूत हैं। कोरोना इसी लैब में तैयार किया गया।' हालांकि, उन्होंने इस बारे में ज्यादा बताने से इनकार कर दिया। कोरोना से दुनिया में 2.30 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रम्प से वायरस के वुहान लिंक को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हां मेरे पास इसके सबूत हैं, लेकिन मैं इसके बारे में आपको बता नहीं सकता। दरअसल, मुझे इसकी इजाजत नहीं है।' ट्रम्प ने इस दौरान चीन पर नए टैरिफ लगाने की भी बात कही।
वायरस पर अमेरिका और चीन आमने-सामने
- दुनिया में कोरोना से अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं हौर 62 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। यही वजह है कि अमेरिका पर भारी दबाव है। अमेरिका ने पहले चीन की उस दावे को नकारा था, जिसमें कहा गया था कि कोरोना चीन के वाइल्डलाइफ मार्केट से निकला है।
- बाद में चीन का आरोप था कि यूएस मिलिट्री ने चीन तक इस वायरस को पहुंचाया था। उधर, कुछ दिन पहले ट्रम्प ने कहा था कि हम दुनिया के सामने कोरोना का सच लेकर आएंगे।
- अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से भी नाराजगी जताई थी। कहा था कि डब्लूएचओ ने चीन का फेवर किया और सही जानकारी दुनिया को नहीं दी।
ट्रम्प ने कहा- डब्ल्यूएचओ को शर्मिंदा होना चाहिए
डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को "खुद के लिए" शर्मिंदा होना चाहिए, क्योंकि उसने चीन के लिए एक जनसंपर्क एजेंसी की तरह काम किया है। दरअसल, ट्रम्प प्रशासन ने कोरोना को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका की जांच शुरू की है। तब तक अस्थायी तौर पर फंडिंग भी रोक दी है।
कोरोना पर अमेरिका में ही विरोधाभास
यूएस इंटेलीजेंस कम्युनिटी ने गुरुवार को कहा कि कोरोनावायरस चीन से निकलकर दुनिया में फैला है। लेकिन इसे न इंसानों ने बनाया है और न इसे डिजाइन किया गया है। कम्युनिटी ने कहा कि हम लगातार बारीकी से जांच कर रहे हैं। हम हर जानकारी को परख रहे हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
दुनिया में 32 लाख से ज्यादा संक्रमित और 2.23 लाख से ज्यादा मौतों के बावजूद 32 देश ऐसे, जहां कोरोनावायरस नहीं पहुंचा April 30, 2020 at 02:09PM
दुनिया में 32 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमण और 2.23 लाख से ज्यादा मौतों के बावजूद 32 देश ऐसे हैं, जहां कोरोनावायरस नहीं पहुंच पाया है। वहां कोरोना का एक भी मामला नहीं मिला है। हालांकि, उत्तर कोरिया पर संशय हो सकता है। 29 अप्रैल तक की स्थिति में 247 देशों में से 215 में कोरोना फैल चुका है। ताजा नाम तजाकिस्तान का है, जहां गुरुवार को पहला मामला सामने आया।
9 देशों की आबादी एक लाख से ज्यादा
जिन 32 देशों में कोरोना अभी तक नहीं पहुंच पाया है, उनमें से 9 देशों की आबादी एक लाख से ज्यादा है। सबसे ज्यादा 2.57 करोड़ आबादी उत्तर कोरिया की है। हालांकि, वह चीन के करीब है और वहां की ज्यादा जानकारी बाहर नहीं आ पाती। ऐसे में वहां के आंकड़ों की जानकारी को लेकर संशय की स्थिति है। सबसे कम आबादी कोकोस आइलैंड की है।
ज्यादा आबादी वाले देश
- उत्तर कोरिया- जनसंख्या 2.6 करोड़
- तुर्कमेनिस्तान-जनसंख्या 60 लाख
- लीसोथो-जनसंख्या 21.4 लाख
- कोमोरोस-जनसंख्या 8.7 लाख
- माइक्रोनेशिया-जनसंख्या 5.5 लाख
कम आबादी वाले देश
- कोकोस आइलैंड- जनसंख्या 596
- तोकलाऊ- जनसंख्या 1357
- क्रिसमस आइलैंड- जनसंख्या 1402
- नियू आइलैंड- जनसंख्या 1626
- सेंट हेलेना- जनसंख्या 6077
इन 5 देशों ने संक्रमण पूरी तरह खत्म किया
- अंगुला, ग्रीनलैंड, कैरिबियन आइलैंड, सेंट बार्ट्स एंड सेंट लूसिया और यमन।
- 214 में से 166 देशों में कोरोना की वजह से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हुई।
- ओशिनिया में 29 देशों और क्षेत्रों में से केवल 8 में संक्रमण के मामले आए हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
राष्ट्रपति ट्रम्प का दावा - चीन मुझे दोबारा राष्ट्रपति बनने से रोकना चाहता है, इसके लिए वो कुछ भी करेगा April 29, 2020 at 10:02PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि चीन उन्हें दोबारा राष्ट्रपति बनने से रोकना चाहता है। उन्होंने बुधवार को न्यूज एजेंसी रायटर्स को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि चीन नहीं चाहता कि वे नवंबर में फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाएं। वह मुझे रोकने के लिए कुछ भी करेगा। चीन का कोरोना से निपटने का तरीका इस बात का सबूत है। ट्रम्प ने कहा कि चीन चाहता है कि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन राष्ट्रपति चुनाव जीतें। इससे अमेरिका ने फिलहाल चीन पर व्यापार समेत अन्य बातों को लेकर जो दबाव बनाए हैं वे कम होंगे।
ट्रम्प हमेशा महामारी के लिए चीन पर आरोप लगाते रहते हैं। उनका मानना है कि चीन को इस महामारी के बारे में दुनिया को पहले बताना चाहिए था। अभी तक कोरोना से अमेरिका में 60 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है।
चीन खुद को निर्दोष दिखाने की कोशिश कर रहा: ट्रम्प
ट्रम्प से पूछा गया कि क्या वह चीन के लिए कर्ज माफी और टैरिफ में छूट वापस लेने पर सोच रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जो मैं कर सकता हूं। हम देख रहे हैं कि क्या हुआ है। चीनी अधिकारी ऐसा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका देश निर्दोष है। वे इसके लिए लगातार अपने प्रचार तंत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा वायरस संक्रमण से चीन की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। ऐसे में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अमेरिका और चीन के व्यापार में आई कमी के लिए हुए कारोबारी समझौते पर भी असर पड़ेगा।
चीन पर पहले भी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं ट्रम्प
इससे पहले भी ट्रम्प ने चीन से नाराजगी जाहिर की थी। 21 अप्रैल को व्हाट हाउस के प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा था, ‘‘हमने उनस चीन से काफी समय पहले बात की थी। हम वहां जाना चाहते थे। यह देखना चाहते थे कि वहां क्या हो रहा है। मैं चीन के साथ कारोबारी समझौते से बेहद खुश था। फिर हमें इस संक्रमण के बारे में पता चला और तब से मैं खुश नहीं हूं। ट्रम्प ने कहा था कि वे कोरोनावायरस की जांच के लिए एक्सपर्ट की एक टीम चीन भेजना चाहते हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि अगर चीन ने जानबूझकर मामले को छिपाने की कोशिश की है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से कोरोना निकला या नहीं इसका पता कराने के लिए अमेरिका ने जांच भी शुरू की है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
दक्षिण कोरिया के इंचिओन शहर में निर्माणाधीन गोदाम में आग लगी, कम से कम 38 लोगों की मौत April 29, 2020 at 08:42PM
दक्षिण कोरिया के इंचिओन शहर में निर्माणाधीन वेयरहाउस में लगी में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बुधवार की रात यहां मजदूर बेसमेंट में इंसुलेशन के लिए ज्वलनशील सामान का इस्तेमाल कर रहे थे। इसमें विस्फोट होने के बाद वेयरहाउस आग की चपेट में आ गई। सभी मरने वाले मजदूर थे। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि हादसे के वक्त बील्डिंग में 78 लोग मौजूद थे।
हादसे के बाद प्रधानमंत्री चुंग स्ये क्यून ने बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों, दमकल विभाग और पुलिस को इस आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी संसाधनों और कर्मचारियों का इस्तेमाल करने के लिए कहा। तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझा ली गई।
आठ दमकलकर्मी घायल हुए
आग बुझाने के दौरान आठ दमकलकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि दो को मामूली चोटें आईं।आग बुझाने के दौरान आठ दमकलकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि दो को मामूली चोटें आईं। घायल कर्मचारियों को आठ कर्मियों का पास ही के एक अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। दमकलकर्मियों के मुताबिक आग स्थानीय समयानुसार बुधवार दोपहर 1.32 मिनट पर लगी। शाम 6.42 बजे आग बुझा ली गई। देर रात राष्ट्रपति मून जेई-इन ने भी बैठक बुलाई और हादसे की जानकारी ली। उन्होंने भी अधिकारियों को मजदूरों को बचाने की हरसंभव कोशिश करने के लिए कहा।
P
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today