Thursday, March 19, 2020
Haiti reports first two coronavirus cases March 19, 2020 at 07:10PM
Coronavirus: California governor issues stay-at-home order March 19, 2020 at 04:41PM
आईएस में शामिल होने की योजना बना रहा पाकिस्तानी डॉक्टर गिरफ्तार, आतंकी संगठन के लिए लड़ना चाहता था March 19, 2020 at 04:36PM
वॉशिंगटन. पाकिस्तान के एक डॉक्टर को आतंकी संगठन आईएसआईएस को मदद करने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। कानून विभाग के मुताबिक, डॉ. मोहम्मद मसूद को मिन्नेपोलिस सेंट पॉल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पकड़ा गया। वह लॉस एंजिल्स जाने के लिए विमान में चढ़ने की तैयारी में था। फेडरल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एफबीआई) की टास्क फोर्स लंबे समय से डॉ. मसूद की गतिविधियों पर नजर रख रही थी।वह जिन लोगों से सीरिया जाने के लिए बातचीत कर रहा था दरअसल वे एफबीआई के मुखबिर थे।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल जॉन सी. डेमर्स और मिन्नेसोटा के अटॉर्नी एरिका एच मैकडोनाल्ड ने डॉ मसूद के खिलाफ क्रिमिनल कम्प्लेंट की घोषणा की। उसके ऊपर घोषित विदेशी आतंकी संगठन को सामान से मदद करने का आरोप लगाया गया।
डॉ. मसूद रिसर्च कॉर्डिनेटर रह चुका है
डॉ. मसूद को सेंट पॉल मिन्नेपोलिस कोर्ट में मजिस्ट्रेट जज डेविड टी शुल्ज के कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट 24 मार्च को औपचारिक तौरपर इस मामले की सुनवाई करेगा। तब तक उसे हिरासत में रखने का निर्देश दिया गया है। कोर्ट में दर्ज मामले के मुताबिक, मसूद पाकिस्तान का एक लाइसेंस प्राप्त डॉक्टर है। वह एच वन बी वीजा पर अमेरिका आया था। वह मिन्नेसोटा की एक क्लीनिक में रिसर्च कॉर्डिनेटर के तौर पर काम कर चुका है।
जॉर्डन के रास्ते सीरिया जाने की योजना बनाई थी
कानून विभाग के मुताबिक, मसूद ने जनवरी 2020 और मार्च 2020 के बीच आईएसआईएस और इसके नेताओं के प्रति झुकाव दिखाया। उसने सीरिया जाकर इस संगठन के लिए लड़ने की इच्छा जाहिर की। वह पहले जॉर्डन से सीरिया जाना चाहता था। उसने शिकागो से जॉर्डन जाने के लिए टिकट भी ली थी। हालांकि 16 मार्च को कोरोनावायरस के कारण जॉर्डन ने सीरिया से अपनी सीमा बंद कर दी, जिससे वह ऐसा नहीं कर पाया। इसके बाद उसने मिन्नेपोलिस से लॉस एंजिल्स जाने का फैसला किया। जहां वह ऐसे इंसान से मिलने वाला था जो उसे कार्गो शिप से सीरिया भेजने में मदद करने वाला था। हालांकि इससे पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
179 देशों में 10,035 मौतें: चीन से ज्यादा इटली में लोगों ने दम तोड़ा; ईरान ने कहा- हमारे यहां हर 10 मिनट में एक जान जा रही है March 19, 2020 at 04:00PM
वॉशिंगटन. कोरोनावायरस ने शुक्रवार सुबह तक 179 देशों को चपेट में ले लिया। 10,035 लोगों की मौत हो चुकी है। 244,979 मामले सामने आए। सिर्फ एक राहत भरी खबर है। और वो ये कि इसी दौरान 87,408 मरीज स्वस्थ भी हुए। कोरोना संक्रमण जिस चीन से शुरू हुआ वहां अब हालात काबू होने लगे हैं। लेकिन, यूरोपीय देश इटली में हालात भयावह हो चुके हैं। शुक्रवार सुबह तक चीन में मौतों का आंकड़ा 3,245 था। जबकि, इटली में इसी दौरान 3,405 संक्रमित दम तोड़ चुके थे। ईरान सरकार की तरफ से जो बयान आया उसने दुनिया की चिंता में इजाफा ही किया। वहां के स्वास्थ्य विभाग ने कहा- ईरान में हर 10 मिनट में एक संक्रमित की मौत हो रही है और हर 50 मिनट में नया मामला सामने आ रहा है। पाकिस्तान में गुरुवार तक 453 संक्रमित पाए गए। दो की मौत हो चुकी है। अमेरिका अब सेना को मैदान में उतारने जा रहा है।
इटली : सरकार विफल
एशियाई देश चीन से फैला कोरोनावायरस वहां अब बहुत हद काबू में है। लेकिन, यूरोपियन देश इटली कराह रहा है। शुक्रवार सुबह तक चीन में मौतों का आंकड़ा 3,245 था। जबकि, इटली में इसी दौरान 3,405 संक्रमित दम तोड़ चुके थे। सीएनएन के मुताबिक, इटली सरकार ने संक्रमण रोकने के जितने उपाय किए हैं, वो कारगर साबित नहीं हुए। सड़कों पर सेना तक तैनात कर दी गई। लेकिन, संक्रमण कम नहीं हो रहा। अमेरिकी मीडिया का कहना है कि इटली के लोगों ने ऐहतियात बरते होते तो हालात इतने खराब नहीं होते।
ईरान : दुनिया के लिए डरने वाली खबर
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता कियानोश जहानपुर ने गुरुवार रात एक ट्वीट किया। इसने दुनिया को सकते में डाल दिया। जहानपुर ने कहा, “यहां हर 10 मिनट में एक संक्रमित की मौत हो रही है। हर 50 मिनट में एक नया केस दर्ज हो रहा है।” इसके पहले मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “बुधवार और गुरुवार के बीच यानी 24 घंटे में 149 लोगों की मौत हो गई। देश में मौतों का आंकड़ा 1,284 हो चुका है। देश में गुरुवार तक कुल 18,407 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं।” राष्ट्रपति हसन रूहानी ने सख्त आदेश दिए हैं कि शुक्रवार से 15 दिन तक देश का कोई बाजार नहीं खुलेगा।
फ्रांस : कान्स फिल्म फेस्टिवल रद्द
फ्रांस में कोरोनावायरस का कहर जारी है। सरकार ने कई सैन्य टुकड़ियों को जिम्मा दिया है कि वो लॉकडाउन को सफल बनाएं। कुछ हद तक कामयाबी भी मिली। अब यहां के मशहूर कान्स फिल्म फेस्टिवल को भी रद्द कर दिया गया है। आयोजन समिति ने गुरुवार रात एक ट्वीट में यह जानकारी दी। यह समारोह 12 और 13 मई को आयोजित किया जाना था।
अमेरिका : एक ही परिवार के चार लोगों की मौत
न्यूजर्सी में एक ही परिवार के चार सदस्यों की कोरोनावायरस के कारण मौत हो गई। सात सदस्यों वाली इस फैमिली के तीन मेंबर लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं। यह जानकारी सीएनएन ने शुक्रवार को दी। पेंटागन ने ट्रम्प सरकार को अपने दो मोबाइल मेडिकल शिप इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है। अमेरिकी एयरफोर्स की एक मेडिकल यूनिट भी हेल्थ डिपार्टमेंट की मदद करेगी। ट्रम्प जल्द ही आपातकालीन बजट को मंजूरी दे सकते हैं। संसद ने इसे पारित कर दिया है।
इजराइल : घर में रहें- ये अपील नहीं, अब आदेश है
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि पहले लोगों से जो घर में रहने की अपील की गई थी, वो अब सख्त आदेश के तौर पर देखा जाए। उन्होंने कहा, “हर इजराइली की ये जिम्मेदारी है कि वो सरकार द्वारा जारी किए गए आदेशों का सख्ती से पालन करे। हमने सेना को भी आदेश दिया है कि वो लोगों के घरों में ही रहने की निगरानी करे और अगर कोई इसका पालन नहीं करता है तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई करे। देश ने कई बार मुश्किल वक्त को मात दी है। अब समझदारी और संयम से चलने का समय है।”
अमेरिका : मेडिकल सप्लाई कम
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार शाम सभी 50 राज्यों के गर्वनरों से बातचीत की। सीएनएन के मुताबिक, कई गर्वनर ने ये शिकायत थी कि उनके पास पर्याप्त मेडिकल किट और दूसरी सुविधाएं नहीं पहुंच पाई हैं। ट्रम्प ने एक नई मेडिकल यूनिट भी बनाई है। इसमें देश के तमाम आला मेडिकल एक्सपर्ट्स शामिल किए गए हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
चीन ने कहा- वुहान में पहला संक्रमित मिला, इसका मतलब यह नहीं कि वायरस यहीं से पनपा है March 19, 2020 at 03:23AM
बीजिंग.दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच अमेरिका और चीन एक दूसरे को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। अमेरिका ने इसे ‘वुहान वायरस’ बताया तो चीन ने कहा है कि अमेरिकी सेनाके एजेंट इस वायरस को वुहान लाए हैं। गुरुवार को चीन ने कहा कि वुहान में वायरस का संक्रमण पहले फैलने का यह मतलब नहीं है कि वायरस यहीं से पैदा हुआ।
चीन के रेस्पिरेटरी स्पेशलिस्ट (श्वसन रोग विशेषज्ञ) झोंग नानशान ने कहा, ‘‘2009 में मैक्सिको से एच1एन1 फ्लू फैला था तो क्या इसे ‘मैक्सिको वायरस’ कह दें। या फिर 2012 में सऊदी अरब से मर्स फैला था। इस तरह से इसे भी ‘सऊदी अरब का वायरस’ कहना चाहिए, लेकिन हम ऐसा नहीं कह सकते। यह वायरस किसी तरह से पनपे और फैल गए,इसमें किसी का हाथ नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 को ‘वुहान वायरस’ नहीं कहा जा सकता। इसकी अभी तक वैज्ञानिक तौर पर पुष्टि भी नहीं हुई है। हो सकता है कि जहां कोविड-19 वायरस पैदा हुआ हो वहां उसका संक्रमणफैला ही न हो।
चीन ने बताया कोरोनावायरस को कौन मार सकता है?
चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन की ओर से गाइडलाइन जारी कर बताया गया है कि कुछ उपायों से वायरस को खत्म किया जा सकता है। पहला उपाय अल्ट्रावायलेट (यूवी) रेडिएशन है। यूवी रेडिएशन में इस वायरस को खत्म करने की क्षमता होती है, लेकिन यूवी लैंप का इस्तेमाल हाथ और किसी भी जगह की त्वचा परनहीं करना चाहिए। रेडिएशन की वजह से त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। इसके साथ ही अगर वायरस को 30 मिनट तक 56 डिग्री सेल्सियस के तापमान में रखा जाए तो इसे निष्क्रिय किया जा सकता है। इसके अलावा क्लोरीन आधारित कुछ ऐसे कीटाणुनाशक हैं जो सतह के वायरस को मार सकते हैं। इनमें ईथर, 75 प्रतिशत एथेनॉल, पैरासिटिक एसिड और क्लोरोफार्म होता है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
London headed for tougher lockdown as UK's coronavirus hotspot March 19, 2020 at 01:26AM
पिछले 5 दिन में देश में कोरोनावायरस के केस दोगुना बढ़े, यही रफ्तार रही तो कुछ दिनों में यूरोपीय देशों जैसे हो सकते हैं हालात March 19, 2020 at 12:26AM
भास्कर रिसर्च. देश में कोरोनावायरस के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। बुधवार यानी 18 मार्च को 24 घंटे में कोरोना के 30 मामले सामने आए। यह देश में एक दिन में कोरोना के आए सबसे ज्यादा केस हैं। 17 मार्च को एक दिन में 20 केस सामने आए थे। 16 मार्च को 11 केस आए थे। पिछले पांच दिन के अंदर देश में कोरोना के मामले दोगुना से ज्यादा बढ़े हैं। 13 मार्च को देश में कुल 83 कोरोना केस थे, 18 मार्च को यह संख्या बढ़कर 170 हो गई।
इटली, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, नार्वे, स्विट्जरलैंड और अमेरिका में शुरू कोरोनावायरस की रफ्तार भारत जैसी ही थी, बाद में यह रफ्तार 10 गुना तक बढ़ गई। विशेषज्ञों का कहना है कि यहां शुरू में सोशल डिस्टेंशिंग नहीं बढ़ाने से कोरोना के केस हर तीसरे-चौथे दिन दोगुना हो गए। ऐसी स्थिति भारत में भी संभव है, क्योंकि देश में 3 मार्च से लेकर 18 मार्च के बीच कोरोना के 164 नए मामले सामने आए हैं। इसके बावजूद अभी तक किसी भी राज्य में लॉकडाउन नहीं किया गया है।
डॉक्टरों का मानना है कि कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए पहला सबसे जरूरी काम लोगों के बीच दूरी(सोशल डिस्टेंशिंग) बढ़ाना है। ताकि लोग एक-दूसरे के संपर्क में कम से कम आएं। इससे कोरोना का ट्रांसमिशन कम होता है।
एक्सपर्ट की राय: खुद को घर में 15 दिन के लिए आइसोलेट करना बचाव का सबसे बेहतर विकल्प
पद्मश्री, पूर्व आईएमए चीफ और हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने भास्कर को बताया कि कोरोनावायरस से बचाव का सबसे बेहतरीन तरीका है, खुद को 15 दिन के लिए घर में आइसोलेट कर लेना। भीड़भाड़ इलाकों में न जाना। ऐसे वक्त में हर किसी को यह देखना चाहिए, उसके आसपास कोई खांस और छींक तो नहीं रहा है। यदि ऐसा कोई कर रहा है तो उसे टोकिए। जिस तरह नो स्मोकिंग जोन होता है, उसी तरह आपको अपने आसपा नो कॉफ(खांसी) जोन बनाना होगा।
यदि देश में कोरोना के मामले और बढ़ते हैं तो सरकार के सामने लॉकडाउन ही आखिरी विकल्प होगा। लॉकडाउन में 100 में से 90 लोग खुद-ब-खुद ठीक हो जाएंगे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फांसी से एक दिन पहले दोषी विनय की मां बोलीं- बेटे को आखिरी बार अपने हाथ की बनी पूड़ी-सब्जी और कचौड़ी खिलाना चाहती हूं March 18, 2020 at 11:35PM
नई दिल्ली. निर्भया के गुनहगार विनय शर्मा की मां ने फांसी से पहले बेटे को अपने हाथ की बनी पूड़ी-सब्जी और कचौड़ी खिलाने की इच्छा जताई है। विनय समेत निर्भया के चारों दोषियों को शुक्रवार सुबह 5:30 बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जानी है। सुप्रीम कोर्ट ने 14 जनवरी को विनय की क्यूरेटिव याचिका खारिज कर दी थी। वहीं, फरवरी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उसकी दया याचिका खारिज कर दी थी।इस मामले के चार दोषियों के सारे कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं।
दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को चलती बस मेंनिर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को सात साल तीन महीने बीत चुके हैं। 26 साल के विनय शर्मा को मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25) और अक्षय कुमार सिंह (31) के साथ फांसी दी जानी है। ट्रायल कोर्ट ने पांच मार्च को 20 तारीख के लिए डेथ वॉरंट जारी किया था। मामले के पांचवे दोषी राम सिंह ने 2015 में तिहाड़ जेल में फांसी लगा ली थी। छठा दोषी नाबालिग था। वह सुधार गृह में तीन साल की सजा काटने के बाद रिहा हो चुका है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today