Tuesday, December 10, 2019
Five killed in jihadist attack on Somali hotel December 11, 2019 at 12:04PM
अमेरिका के व्यक्ति ने 91 साल की उम्र में डिप्लोमा लिया, परिवार की वजह से छोड़ दी थी पढ़ाई December 11, 2019 at 11:29AM
न्यूयॉर्क. क्लिफर्ड हैन्सन ने 91 की उम्र में अपनी पढ़ाई की। उन्हें सोमवार को हाई स्कूल डिप्लोमा दिया गया। हैन्सन ने 1930 में परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से बीच में पढ़ाई छोड़ दी थी। डिप्लोमा लेने के बाद हैन्सन ने कहा कि उन्हें आज खुद पर गर्व हो रहा है। हैन्सन फिलहाल लेक रिज केयर सेंटर में रहते हैं।
हैन्सन ने बताया कि 1930 में मेरे पिता काफी बीमार हो गए थे। मुझे पढ़ाई और घर की पारंपरिक खेती में से एक चुनने को कहा गया। उस वक्त घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। मैंने खेती को चुना। उन्होंने बताया कि जब आप खेती करते हैं तो अपना 98% वक्त देना होता है। ऐसे में आप इसके साथ-साथ कोई दूसरा काम नहीं कर सकते। इसलिए मैं कभी पढ़ाई करने की नहीं सोच पाया। मुझे आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
मैंने खूब मेहनत की
क्लिफर्ड हैन्सन ने बताया कि डिप्लोमा पूरा करने के लिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैंने दिन के साथ-साथ परीक्षा के वक्त नाइट में भी पढ़ाई करनी पड़ी। लेक रिज केयर सेंटर की तिमारा परेरा ने बताया सपना पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती है। क्लिफर्ड हैन्सन इसका उदाहरण है।
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भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी पारंपरिक धोती-कुर्ता पहनकर नोबेल पुरस्कार लेने पहुंचे December 11, 2019 at 09:34AM
स्टॉकहोम (स्वीडन). भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी (58) और पत्नी एस्थर डुफ्लो (47) मंगलवार को हुए नोबल पुरस्कार वितरण समारोह में पारंपरिक भारतीय परिधानों में पहुंचे। बनर्जी ने कुर्ते के साथ सुनहरे बॉर्डर वाली सफेद धोती और काले रंग का बंद गले का कोट पहना था। डुफ्लो हरे रंग की साड़ी में थीं। उन्होंने ब्लाउज से मैच करती लाल रंग की बिंदी लगा रखी थी। अर्थशास्त्र का नोबेल इस साल बनर्जी, डुफ्लो और माइकल क्रेमर (54) को संयुक्त रूप से मिला है। अक्टूबर में इन पुरस्कारों की घोषणा हुई थी।
'बनर्जी, डुफ्लो, क्रेमर के प्रयोगों सेडेवलपमेंट इकोनॉमिक्स पूरी तरह बदला'
बनर्जी और डुफ्लो मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में प्रोफेसर हैं। क्रेमर भी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं। दुनियाभर में गरीबी कम करने के प्रयासों के लिए इन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया। नोबेल प्राइज कमेटी का कहना है कि बीते दो दशक में ही बनर्जी, डुफ्लो और क्रेमर के नए प्रयोगात्मक दृष्टिकोण से डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स पूरी तरह बदल गया।
अभिजीत बनर्जी 21 फरवरी 1961 में मुंबई में जन्मे थे, लेकिन कलकत्ता में पले-बढ़े। हायर एजुकेशन यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता और जेएनयू से हुई। 1988 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की थी। अभिजीत की पहली शादी एमआईटी की प्रोफेसर डॉ. अरुंधति बनर्जी से हुई थी, लेकिन 1991 में तलाक हो गया था।
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सबसे युवा पीएम मारिन ने 15 साल की उम्र में नौकरी की; कॉलेज में दाखिले के लिए लोन नहीं लिया, क्योंकि चुकाने का भरोसा नहीं था December 11, 2019 at 09:15AM
हेलसिंकी. फिनलैंड की सना मारिन दुनिया की सबसे युवा राष्ट्राध्यक्ष बन गई हैं। महज 34 साल की उम्र में उन्हें प्रधानमंत्री चुना गया। मारिन 22 साल की उम्र में राजनीति में आईं। इन 12 सालों में उन्होंने पहले चुनाव में हार से लेकर देश के सर्वोच्च पद तक का सफर तय किया है। हालांकि, यह इतना आसान नहीं था। मारिन के मुताबिक उनका बचपन मुश्किलों से भरा रहा। वे समलैंगिक (लेस्बियन) अभिभावकों की इकलौती संतान हैं। बचपन में ही उनकी मांओं का अलगाव हो गया और यहीं से तकलीफों की शुरुआत हुई।
खुद तकलीफ उठाई, इसलिए युवाओं की फिक्रमंद
मांओं के अलगाव के बाद मारिन हेलसिंकी से पर्कला शहर आ गईं। उन्हें जेब खर्च और पढ़ाई के लिए नौकरी करनी पड़ी। मारिन ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि उन्होंने पहली नौकरी 15 साल की उम्र में टैम्पीर शहर की एक बेकरी कंपनी में की। हाईस्कूल में पहुंचीं तो मैगजीन भी बांटीं। ग्रैजुएशन के बाद कुछ साल दुकानों में बतौर कैशियर काम किया। टैम्पीर यूनिवर्सिटी में एडमिनिस्ट्रेटिव साइंस की पढ़ाई के दौरान उन्होंने सिटी यूथ ऑफिस में और सेल्समैन के तौर पर भी काम किया।
मारिन मानती हैं कि बेरोजगार युवाओं को हमेशा कोई अस्थायी काम मिलना चाहिए। इससे युवाओं का समाज और खुद पर भरोसा बढ़ता है। उन्होंने कभी अपने लिए स्टूडेंट लोन नहीं लिया, क्योंकि उन्हें इस बात का भरोसा नहीं था कि वो इसे चुका पाएंगी।
मारिन हफ्ते में 4 दिन, कुल 24 घंटे काम की समर्थक
मारिन ने इस साल सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के 120 साल पूरे होने पर परिवहन और संचार मंत्री के तौर पर पैनल डिस्कशन में हिस्सा लिया। इसमें उन्होंने कहा था, “हफ्ते में चार दिन और हर दिन छह घंटे काम होना चाहिए। यही दुनिया में अगला ट्रेंड होगा।” मारिन ने अपनी पार्टी से हफ्ते में कम दिन काम के प्रस्ताव को लागू करने के लिए कहा था। उनका पक्ष था कि हर दिन आठ घंटे काम की बजाय परिवार के साथ अधिक समय बिताना जरूरी है। इसके अलावा लोगों को अपनी रुचि की चीजों को बेहतर करने पर भी ध्यान देना चाहिए। मारिन के मुताबिक, पढ़ाई में उनकी सफलता ठीक-ठाक ही थी। लेकिन स्कूल के बाहर डांस, खेल और कुत्तों को टहलाना उनका पसंदीदा काम था। उनके काम के दिन कम करने का प्रस्ताव विपक्ष ने ठुकरा दिया था। फिनलैंड में फिलहाल हफ्ते में पांच दिन और हर दिन आठ घंटे काम का नियम है।
फिनलैंड में अब सरकार की कमान 5 महिलाओं के हाथ
फिनलैंड में किसी महिला का प्रधानमंत्री बनना नया नहीं है। हालांकि, कम उम्र में लोगों का राजनीति में आने का ट्रेंड मारिन के साथ ही शुरू हुआ है। मारिन के नेतृत्व में सरकार गठन के लिए चार अन्य दलाें का एक सेंटर-लेफ्ट गठबंधन बनाया गया है। इसकी कमान भी महिलाओं के हाथ में हैं। यानी, फिनलैंड में सरकार का नेतृत्व करने वाली पांच महिलाएं होंगी। इनमें से चार (सना मारिन, ली एंडरसन, कत्री कुलमुनी और मारिया ओहिसालो) की औसत उम्र 33 साल है।
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फर्जी एनकाउंटर में 400 से ज्यादा लोगों को मारने वाला पाकिस्तानी अफसर अमेरिका में प्रतिबंधित December 11, 2019 at 09:08AM
वॉशिंगटन. अमेरिका ने कराची के पूर्व पुलिस अफसर राव अनवर को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। उन पर आरोप है कि अपने कार्यकाल के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गंभीर रूप से मानवाधिकार हनन किया था। अनवर ने वजीरिस्तान के मूल निवासी नकीबुल्लाह महसूद समेत 400 से ज्यादा निर्दोष लोगों को पुलिस एनकाउंटर में मार दिया था। इसमें कराची के भी कई लोग शामिल थे।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में जाने जाने वाले पूर्व एसएसपी मालिर अनवर छह देशों के उन 18 व्यक्तियों में शामिल हैं, जिन पर अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के दिन अमेरिका ने यह घोषणा की।
पुलिस जांच में फर्जी एनकाउंटर की बात सामने आई थी
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के मुताबिक, पूर्व पुलिस अफसर 190 से ज्यादा पुलिस एनकाउंटर में शामिल थे। कराची में 13 जनवरी 2018 को वजीरिस्तान क्षेत्र के एक युवक महसूद को अनवर ने फर्जी मुठभेड़ के दौरान मार दिया था। बाद में हुई पुलिस जांच में फर्जी एनकाउंटर की बात सामने आई थी। इस घटना के विरोध में पश्तून राइट्स ग्रुप ने देशभर में प्रदर्शन किया था।
‘अमेरिका निर्दोषों के खिलाफ अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेगा’
विभाग ने कहा कि अनवर ने आपराधियों और उन पुलिस अफसर को संरक्षण दियाजो जबरन वसूली, भूमि कब्जाने, नशीले पदार्थों की तस्करी करनेऔर हत्या के लिए जिम्मेदार थे। उन्हें गंभीर मानव अधिकारों के दुरुपयोग में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होने के लिए जिम्मेदार माना गया है।ट्रेजरी के सचिव स्टीवन टी मेनुचिन ने कहा कि अमेरिका निर्दोष नागरिकों के खिलाफ अत्याचार, अपहरण, यौन हिंसा, हत्या या क्रूरता को बर्दाश्त नहीं करेगा।
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102 और 88 वर्ष के मित्रों का पहला एलबम सीनियर सॉन्ग बुक हिट, इसमें 8 गीत हैं December 11, 2019 at 08:14AM
पेनसिल्वेनिया (अमेरिका). सेवानिवृत्त दो बुजुर्ग दोस्तों ने अपना पहला एलबम सीनियर सॉन्ग बुक 15 नवंबर को जारी किया। इसमें आठ गीत हैं और लोग इसे बहुत पसंद कर रहे हैं। इन्हें लगातार प्रशंसा और ई-मेल मिल रहे हैं। इनके एलबम का पहला एडिशन कुछ ही दिनों में बिक गया। इसकी कीमत करीब 17 डॉलर (करीब 1200 रुपए) है। वहीं, यदि इसे ऑनलाइन डाउनलोड करना चाहते हैं, तो लगभग 10 डॉलर खर्च करने पड़ेंगे।
102 वर्ष के ट्रिप्प तथा 88 वर्ष के वीसबॉर्ड आमने-सामने रहते हैं। ट्रिप्प ने बताया कि हमने इस एलबम में शामिल गीतों में बढ़ती उम्र के साथ दूर होते जाते मित्रों के बारे में कविता लिखी है।
ऐसे आया आइडिया
ट्रिप्प ने बताया कि एक बार वीसबॉर्ड पियानो बजा रहे थे, तभी मैंने उनकी धुन पर अपने कुछ शब्द गा दिए। तभी उन्हें विचार आया कि क्यों न बुजुर्गों के जीवन तथा बढ़ती उम्र में क्या एहसास होता है, उसे संगीत के माध्यम से बताया जाए, उसका शब्दांकन कविता के रूप में कर स्वरबद्ध किया जाए। इसके बाद ट्रिप्प ने गीत लिखे और वीसबॉर्ड ने गीतों को स्वर में पिरोया है। इसके बाद इन दोनों ने दो वर्ष तक करीब 30 मिनट रोजाना गीत-संगीत की प्रैक्टिस की, तब जाकर इस एलबम का स्वरूप तैयार हुआ।
गीत-संगीत से अंजाने थे
जैज बैंड तथा पियानो का उपयोग इंस्ट्रूमेंट के रूप में किया गया है। इस एलबम को रिलीज करने से पहले इन दोनों ने कभी कोई गीत नहीं लिखा और न ही कभी संगीतबद्ध किया। इनका एलबम इसलिए भी पसंद किया जा रहा है, क्योंकि गीतों में जीवन की सच्चाई और उसे उत्साह से जीने की उमंग का जज्बा है। दोनों ने कभी नहीं सोचा था कि बढ़ती उम्र में वे ऐसा कोई काम करेंगे, जिससे लोग उनके बारे में चर्चा करें।
गीतों में प्रेम और ब्रेकअप का अनुभव
ट्रिप्प तथा वीसबॉर्ड ने बताया कि जिस तरह कोई पुराना बॉलर नए बॉलर को अपने अनुभव बताकर टिप्स देता है, जिससे वह खेल में विजय पा सके। ठीक उसी तरह हम दोनों ने जीवन में सच्चे प्रेम से लेकर ब्रेकअप का अनुभव (लुकिंग इन द मिरर) जैसे विषयों पर अपने आठ गीतों को संगीत में पिरोया है। दोनों ने अपने 14 वर्ष की आयु के समय के अनुभव को भी इसमें शामिल किया है।
पेनसिल्वेनिया स्टूडियो में हुई रिकॉर्डिंग
एलबम बनाने के लिए दोनों ने पेनसिल्वेनिया स्टूडियो में अपने गीत रिकॉर्ड कराए। वीसबोर्ड पियानो बजाते हुए बड़े हुए हैं, इसलिए वे चाहते थे कि अपने दोस्त को 100वें जन्मदिन पर संगीत का यादगार तोहफा दिया जाए। वैसे इस एलबम के गीत बुजुर्ग ही नहीं, आज की युवा पीढ़ी के लिए भी प्रेरणा देने वाले साबित हो रहे हैं। एलबम के गीतों में 2020 की आधुनिकता को ध्यान में रखने के साथ ही 1940 के जमाने की भावनात्मक तरंगें भी शामिल हैं।
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6 dead, including a cop and 2 suspects, in New Jersey shooting December 11, 2019 at 08:06AM
जंगलों में लगी आग से सिडनी की हवा खतरे के स्तर से 11 गुना खराब, धुएं से बज रहे घरों के फायर अलार्म December 11, 2019 at 08:08AM
कैनबरा. ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड के जंगलों में लगी आग लगातार घातक होती जा रही है। दमकलकर्मी इसे बुझाने के लिए महीनों से जुटे हैं। हालांकि, इसमें अब तक ज्यादा सफलता नहीं मिल पाई है। आग के चलते जंगल तबाह हो रहे हैं और उनका धुआं शहरों में पहुंच रहा है। आलम यह है कि सिडनी पिछले कई दिनों से धुएं की आगोश में है। इसके चलते वहां एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे के स्तर से 11 गुना ऊपर है। शहर में धुआं इतना ज्यादा घना हो गया है कि इससे घरों और ऑफिसों में लगे फायर अलॉर्म एक्टिव होकर बज रहे हैं।
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इससे जुड़ी फोटो पोस्ट की हैं। इनमें कहा जा रहा है कि धुएं के चलते फायर अलार्म बज रहे हैं, जिसके चलते लोगों को अपने घर छोड़कर निकलना पड़ रहा है। इनमें यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी भी शामिल है। सिडनी में तो खराब दृश्यता और बार-बार अलार्म बजने की वजह से फेरी सर्विस भी बंद कर दी गई है। न्यू साउथ वेल्स राज्य के परिवहन विभाग ने चेतावनी जारी की है कि धुएं की वजह से ट्रेन स्टेशन का फायर अलार्म एक्टिव हो सकता है, जिससे आपात सेवाओं को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
घने धुएं के बीच खेला गया घरेलू क्रिकेट मैच
न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड के बीच सोमवार को खेला गया घरेलू मैच भी घने धुएं में ही हुआ। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मैच की एक क्लिप भी शेयर की है। इसमें लिखा, “सिडनी के धुएं के बावजूद गेंदबाज ओ'कीफ ने क्वींसलैंड के पुछल्ले बल्लेबाजों को अच्छी स्पिन गेंदों पर आउट किया।”
इसके अलावा ओपेरा हाउस, हार्बर ब्रिज और बोंडी बीच भी घने धुएं में ही रहे। गर्मी और धुएं के बीच स्कूलों में बच्चों को लंच के दौरान क्लासों में ही रहने के लिए कहा गया। अभिभावकों को बच्चों को बिना फेस मास्क पहनाए भेजने से मना किया है। न्यू साउथ वेल्स के एंबुलेंस सुपरिटेंडेंट के मुताबिक, पैरामेडिक्स हर दिन सांस की तकलीफ से जुड़ी 100 से ज्यादा कॉल्स अटेंड कर रहे हैं। लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है।
ऑस्ट्रेलिया में आग से 2.8 लाख हेक्टेयर इलाका तबाह
ऑस्ट्रेलिया में अभी कुल 2,83,000 हेक्टेयर जमीन आग की चपेट में है। कुल मिलाकर इस वक्त 2200 से ज्यादा दमकलकर्मी आग बुझाने की कोशिशों में दिन-रात जुटे हैं। आग से 700 घर तबाह हो चुके हैं, वहीं इसकी चपेट में आने से 6 लोग भी मारे जा चुके हैं। गर्मी के चलते ज्यादातर इलाकों को सूखे का सामना करना पड़ रहा है।
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बर्लिन में किराए के लिए अपार्टमेंट देखने 12 घंटे में पहुंचे 1750 लोग, किराया 43 हजार रुपए December 11, 2019 at 07:50AM
बर्लिन. राजधानी बर्लिन में घरों के बढ़ते किराए से लोग काफी परेशान हैं। ऐसे में जब पिछले दिनों साढ़े पांच सौ यूरो प्रति महीना (करीब 43 हजार रुपए) किराए के लिए एक अपार्टमेंट की एड ऑनलाइन दी गई तो 12 घंटे में ही 1750 लोग उसे देखने आ पहुंचे। यहां के शॉनबर्ज एरिया में 1950 की बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर 54 वर्ग मीटर क्षेत्र में बने इस अपार्टमेंट में दो कमरे और बालकनी (बिजली, पानी समेत) किराए पर देने के लिए विज्ञापन दिया गया था।
अमूमन इस एरिया में ऐसे अपार्टमेंट का किराया शुरू ही साढ़े आठ सौ यूरो (साढ़े 66 हजार रु.) से होता है और 1400 यूरो (एक लाख 9 हजार रु.) तक जाता है। ऐसे में 550 यूरो में किराए पर मिल रहे अपार्टमेंट को देखने इतने लोगों का आना तो लाजमी ही था।
लोगों को ग्रुप को घर दिखाया, अभी किराएदार नहीं चुना
जिस रियल एस्टेट कंपनी ने विज्ञापन दिया था, उसके एक अधिकारी ने बताया कि शॉनबर्ज एरिया के मेनिनिंगर स्ट्रीट में बने इस अपार्टमेंट को देखने आए लोगों को देख ऐसा लग रहा था जैसा कोई इवेंट ऑर्गेनाइज किया हो। सभी लोगों को लाइनों में खड़े रहने को कहा गया और एक मेगाफोन से अनाउंसमेंट करके उन्हें घर देखने के लिए भेजा गया। एक बार में 20 से 30 लोगों का ग्रुप ही घर देखने गया।
जैसे रिस्पॉन्स मिला, हम घर दिखाते गए: मैनेजर
कई लोगों ने अपार्टमेंट देखने आए लोगों की तादाद को सिरदर्द बताया तो कई ने प्रॉपर्टी मैनेजर रॉफ हार्मस को भी इतने सारे लोगों को घर दिखाने के लिए डांटलगाई। रॉफ ने बताया, एक दिन में 1750 लोगों को घर दिखाना सही फैसला था क्योंकि हमें जैसे ही रिस्पॉन्स मिलते गए, हम उन्हें सिलेक्ट करते गए। हालांकि कई लोग ऐसे थे जिन्होंने दूसरी ऑपशन्स रखी हुई थीं, ऐसे में उन्हें तो हमने बुलाया ही नहीं था। हमारे पास जो एप्लीकेशन्स आई हैं, उसमें से फैसला करके जल्द ही हम घोषणा कर देंगे कि आखिरकार घर किसे मिलेगा।
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जर्सी सिटी में गोलीबारी, पुलिसकर्मी समेत छह लोगों की मौत December 11, 2019 at 05:40AM
न्यू जर्सी. अमेरिका के जर्सी सिटी में मंगलवार की दोपहर (स्थानीय समयानुसार) फायरिंग में छह लोगों के मारे गए। गोलीबारीमें एक पुलिसकर्मी और दो संदिग्धों के अलावा तीन लोगों की जान चली गई।
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EU welcomes Ukraine talks, urges concrete progress December 10, 2019 at 09:24PM
Indonesia arrests 85 Chinese nationals in alleged phone scam December 10, 2019 at 08:06PM
रिपोर्टर ने अस्पताल की फर्श पर लेटे बच्चे की तस्वीर दिखाई, प्रधानमंत्री जॉनसन ने मोबाइल छीनकर जेब में रखा December 10, 2019 at 02:07PM
लंदन. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर एक रिपोर्टर का मोबाइल छीनने का आरोप लगा है। सोमवार को लंदन में एक स्थानीय टीवी चैनल के रिपोर्टर ने उन्हें अस्पताल की फर्श पर लेटे बच्चे की तस्वीर दिखाने की कोशिश की। बच्चा तस्वीर में सरकारी अस्पतालके वार्ड में ऑक्सीजन मास्क के पास लेटा नजर आ रहा था। पहले तो जॉनसन ने तस्वीर देखने से मना कर दिया और बाद में मोबाइल लेकर अपनी जेब में रख लिया। इस पूरे वाकये का वीडियो भी सामने आया है।
काफी जिद करने पर जॉनसन ने तस्वीर देखी और बच्चों के परिवार से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि यह तस्वीर काफी भयानक है। उन्होंने अंत में रिपोर्टर से कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एनएचएस में भारी निवेश कर रही है।
लीड्स के अस्पताल में भर्ती कराया गया था बच्चा
स्थानीयमीडिया के मुताबिक, बच्चे का नाम विलिमेंट बार है। उसे फ्लू और टॉन्सिलाइटिस जैसी बीमारी थी। उसे उत्तरी इंग्लैंड के लीड्स स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसे अस्प्ताल में बेड उपलब्ध नहीं होने के कारण फर्श पर लेटने को कहा गया था।कई घंटों तक अस्पताल के विभिन्न हिस्सों में इंतजार कराने के बाद उसे घर भेज दिया गया।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति लापरवाह: लेबर पार्टी
देश की विपक्षी लेबर पार्टी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री जॉनसन की आलोचना की है। लेबर पार्टी के नेता जेरैमी कॉरबिन ने कहा कि यह घटना दिखाता है कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवाओं की परवाह नहीं करते। अस्पताल की फर्श पर एक बच्चे का इलाज होना हमारे समाज का अपमान है। पहले के चुनावोंमें बोरिस जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी और लेबर पार्टी दोनों ने ही मतदाताओं से एनएचएस के लिए फंड बढ़ाने का वादा किया था।
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इमरान का आरोप- मोदी सरकार ने आरएसएस की 'हिंदू राष्ट्र' की सोच को आगे बढ़ाया December 10, 2019 at 01:52PM
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोकसभा में सोमवार को पारित हुए नागरिकता बिल का विरोध किया है। इमरान ने इसको लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। मंगलवार को ट्वीट करके इमरान ने मोदी सरकार पर आरएसएस का एजेंडा लागू करने का आरोप लगाया है।
इमरान खान ने कहा, “हम भारत की लोकसभा में पारित नागरिकता विधेयक की निंदा करते हैं। यह सभी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों और पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन है। फासीवादी मोदी सरकार ने इसके जरिए आरएसएस के 'हिंदू राष्ट्र' की सोच को आगे बढ़ाया है।”
शाह ने कहा- भारतीय मुस्लिमों का कोई लेना-देना नहीं
नागरिकता बिल पर चर्चा के बाद, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह बिल यातनाओं से मुक्ति का दस्तावेज है और भारतीय मुस्लिमों का इससे कोई लेना-देना नहीं है। शाह ने कहा कि यह बिल केवल 3 देशों से प्रताड़ित होकर भारत आए अल्पसंख्यकों के लिए है और इन देशों में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं, क्योंकि वहां का राष्ट्रीय धर्म ही इस्लाम है।
14 घंटे की बहस के बाद बिल को लोकसभा की मंजूरी
लोकसभा में सोमवार रात को नागरिकता संशोधन बिल पास हुआ। रात 12.04 बजे हुई वोटिंग में बिल के पक्ष में 311 और विपक्ष में 80 वोट पड़े। इस पर करीब 14 घंटे तक बहस हुई। विपक्षी दलों ने बिल को धर्म के आधार पर भेदभाव करने वाला बताया। विधेयक आज राज्यसभा में पेश होगा।
ओवैसी ने बिल की कॉपी फाड़ी, 11 दलों ने विरोध किया
कांग्रेस समेत 11 विपक्षी दलों ने बिल को धार्मिक आधार पर भेदभाव करने वाला बताया। एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिल की कॉपी भी फाड़ दी। हालांकि, इसे सदन की कार्यवाही से बाहर निकाल दिया गया।
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हॉस्पिटल में फायरिंग से 4 की मौत, हमलावर फरार December 10, 2019 at 01:35PM
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