Thursday, January 30, 2020
Dead man lies on an empty street at China's virus ground zero January 30, 2020 at 09:39PM
Pompeo visits Ukraine as Trump impeachment trial advances January 30, 2020 at 07:48PM
Longest smuggling tunnel found on US-Mexico border January 30, 2020 at 04:16PM
विरोध के वक्त जलाने के लिए सिर्फ अमेरिका, इजरायल के झंडे बना रही कंपनी January 30, 2020 at 04:26PM
तेहरान.अमेरिका और ईरान के बीच जारी विवाद पर पूरी दुनिया की नजरें हैं। सैन्य अधिकारी सुलेमानी की मौत के बाद ईरान में अमेरिका के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है। इजरायल से उसकी पुरानी दुश्मनी है जबकि ब्रिटेन को वो पहले से ही विवाद की जड़ मानता है। इन देशों के खिलाफ ईरान में प्रदर्शन होते रहते हैं, लेकिन एक कंपनी ने इसे दिलचस्प कारोबार में बदल दिया है।
कंपनी सिर्फ ब्रिटेन, अमेरिका और इजरायल के झंडे बनाती है
यह कंपनी खोमैन शहर में है और सिर्फ अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल के झंडे बनाती है, ताकि प्रदर्शनकारी उन्हें जला सके। इस कंपनी दैबा परचम फैक्ट्री के मालिक घासेम गंजानी बताते हैं कि हमें अमेरिकी या ब्रिटिश लोगों से कोई परेशानी नहीं है। हमें उनकी सरकारों और उनकी गलत नीतियों से दिक्कत है। इजरायल के लोग भी इसे जानते हैं। लोग अलग-अलग रैलियों में इन देशों के झंडे जलाते हैं, तो सिर्फ अपना विरोध जताने के लिए करते हैं।
कंपनी हर महीने करीब 2,000 झंडे तैयार कर रही
झंडे अच्छे से जले, इसकी जिम्मेदारी क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर रेजेई की है। वे कहती हैं- जनरल सुलेमानी की हत्या जैसी अमेरिका की कायरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ एक ही चीज है जो हम कर सकते हैं- उनके झंडे जलाना।
गंजानी के मुताबिक उनकी कंपनी हर महीने करीब 2,000 झंडे तैयार कर लेती है। साल भर में करीब 15 लाख फीट कपड़ा झंडे बनाने में इस्तेमाल हो जाता है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इसमें मुनाफा कितना होता है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
8 साल पाकिस्तान की जेल में बिताने वाली आसिया ने चुप्पी तोड़ी; फ्रेंच पत्रकार के साथ लिखी किताब में बताया- गले में लोहे की पट्टी और चैन बांधकर घसीटते थे, सिर्फ आंसू साथ थे January 30, 2020 at 03:18PM
पेरिस.ईशनिंदा के आरोप में 8 साल पाकिस्तान की जेल में बिताने वाली ईसाई महिला आसिया बीबी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने फ्रांस की पत्रकार एन्ने-इसाबेले टोलेट के साथ एक किताब लिखी है- एनफिन लिबरे, यानी आखिरकार आजादी। आसिया को 2010 में मौत की सजा सुनाई गई थी, लेकिन 2018 में नाटकीय तरीके से रिहा कर दिया गया। अब वो कनाडा में अज्ञात स्थान पर रहती हैं।
मैं कट्टरता की कैदी हो गई थी: आसिया
टोलेट अकेली पत्रकार हैं जो कनाडा में आसिया से मिली हैं। कभी भी वतन न लौटने की शर्त से बंधी आसिया लिखती हैं- आप मीडिया के जरिए मेरी कहानी जानते हैं। लेकिन जेल, नई जिंदगी के बारे में कुछ नहीं जानते। मैं कट्टरता की कैदी हो गई थी। आंसू ही एकमात्र सहारा थे। गर्दन में लोहे की पट्टी बंधी रहती थी, जिसे गार्ड नट से कस सकता था। यह लोहे की जंजीर से जुड़ी थी, जिसका दूसरा छोर मेरी कलाइयों को जकड़ता था। गंदे फर्श पर पड़ी रहती थी। जानवरों की तरह खींचते थे।
आसपास था तो सिर्फ मौत का अहसास
आसिया लिखती हैं - आसपास था तो सिर्फ अंंधेरा और मौत का अहसास। यह डर कभी साथ नहीं छोड़ेगा। अब एक नए गंतव्य या नई जिंदगी के लिए तैयार हूं। लेकिन किस कीमत पर? मैं उस वक्त बुरी तरह टूट गई जब पिता, परिवार से मिले बिना यहां के लिए रवाना हो गई। पाकिस्तान मेरा देश है। मुझे अपने देश से प्यार है, लेकिन मैं हमेशा के लिए निर्वासन में हूं। मेरी रिहाई के बावजूद वहां ईसाईयों के लिए माहौल नहीं बदला है। वे अपने सिर पर तलवार लेकर चल रहे हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
डब्ल्यूएचओ ने ग्लोबल इमरजेंसी घोषित की; चीन में मृतकों की संख्या 213, अब तक 9692 मामलों की पुष्टि January 30, 2020 at 03:54PM
बीजिंग/जेनेवा. चीन में कोरोनावायरस से अब तक मृतकों की संख्या 213 पहुंच चुकी है। चीन के अधिकारियों ने शुक्रवार को घोषणा किया कि 9692 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है।हुबई प्रांत में कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा 204 मौत हुई और यहां 5806 मौतें हुई। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार तड़के वैश्विक आपात की घोषणा कर दी। हालांकि उसने चीन की यात्रा करने और किसी भी प्रकार के व्यापार पर रोक की घोषणा नहीं की।
उधर, इटली में एक क्रूज में एक चीनी दंपति की तबीयत खराब होने के कारण उसे रोक दिया गया है। क्रूज के रोके जाने के कारण उसमें सवार 6000 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोरोनावायरस के डर से ऐहतियात के तौर पर क्रूज को सिबिटावेकिया में रोक कर रखा गया है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Wary of irking China, Trump offers rosy take on virus threat January 30, 2020 at 05:53AM
सबसे लंबी स्मगलिंग टनल मिली, इसमें लिफ्ट, रेल ट्रेक से लेकर एयर वेंटिलेशन तक है January 30, 2020 at 12:49AM
कैलिफोर्निया. अमेरिका- मैक्सिको बॉर्डर पर अब तक की सबसे लंबी स्मगलिंग टनल मिली है। यह 4,309 फीट (1313 मीटर) लंबी है। यूएस अफसरों के मुताबिक, इसमें लिफ्ट, रेल ट्रेक, ड्रेनेज सिस्टम, एयर वेंटिलेशन और हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक केबल्स हैं।
इसके जरिए मैक्सिनशहर तिजुआना के इंडस्ट्रियल साइट से कैलिफोर्निया के सेन डिएगो को जोड़ा गया था। हालांकि, अफसरों को इसके अंदर कोई ड्रग्स नहीं मिलीं और न ही किसी को गिरफ्तार किया गया है। अफसरों ने बताया कि अभी तक यह पता नहीं चला है कि इसे किसने बनाया। इस सुरंग के एंट्रेस को मैक्सिकों के अफसरों ने अगस्त में खोजा था। बाद में अमेरिका के अफसरों ने जांच की और मेप किया। फिर बुधवार को इसकी जानकारी सार्वजनिक की गई।
जमीन से 70 फीट गहरी है
यूएस कस्टम और बॉर्डर प्रोटेक्शन के अफसरों के मुताबिक, जमीन से इसकी औसतन गहराई 70 फीट (21 मीटर) है। सात ही 5.5 फीट ऊंची और 2 फीट चौड़ी है। हालांकि, यह साफ नहीं हो सका कि इसे बनाने में कितना वक्त लगा। इनका कहना है कि 2016 में कैलिफोर्निया से सटी मैक्सिको सीमा पर 2016 में कई सुरंगे मिली थीं। इससे पहले 2014 में सेन डिएगो में सबसे लंबी सुरंग का पता चला था, जिसकी लंबाई 2966 फीट थी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Coronavirus fears spark mask queues in Hong Kong January 29, 2020 at 11:59PM
दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला नहीं रहीं, उनके 8 बच्चे और 200 नाती-पोते और पड़पोते हैं January 29, 2020 at 11:48PM
दखना (उज्बेकिस्तान). दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला होने का दावा करने वाली फातिमा मिर्जोकुलोवा की 126 की उम्र में तजाकिस्तान में मौत हो गई है। फातिमा के पासपोर्ट के अनुसार, उसका जन्म 13 मार्च को 1893 में हुआ था। वे अपने जीवन-यापन के लिए कॉटन फार्म में काम करती थीं। उन्हें शनिवार उज्बेकिस्तान की सीमा से सटे दखना शहर में दफनाया गया।
स्थानीय खबरों के अनुसार, उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी कोल्खोज में काम करते हुए बिताई। वह कॉटन की खेती को इतना पसंद करती थीं कि रिटायरमेंट के बाद भी वह उसे छोड़ नहीं सकी। उन्होंने जन्म ज़ारिस्ट रूस के समय में हुआ था। उन्होंने पूरा सोवियत काल और बाद में 1991 में अपनी मातृभूमि को स्वतंत्रता प्राप्त करते हुए भी देखा। फातिमा के 8 बच्चे और 200 नाती-पोते और पड़पोते हैं।
जीवित सबसे उम्रदराज महिला हैं केन तनाका
- जापान की केन तनाका दुनिया की सबसे उम्रदराज जीवित इंसान हैं। उन्होंने हाल में 117 वां जन्मदिन मनाया। उनका जन्म 2 जनवरी, 1903 को हुआ था। पिछले साल 9 मार्च को 116 साल 66 दिन पूरे करने के बाद उनका नाम सबसे उम्रदराज महिला के तौर पर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज किया गया था और प्रमाणपत्र सौंपा था।
- वे आठ भाई-बहनों में सातवें नंबर की हैं। 19 साल की उम्र में तनाका की शादी हिदेओ तनाका से हुई थी। उनके चार बच्चे हैं। बाद में उन्होंने एक बच्चे को गोद भी लिया। तनाका के 8 पोते-पोतियां हैं। तनाका के पति और सबसे बड़े बेटे की मौत द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी। उसके बाद से वे एक दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करती थीं।
- आधिकारिक तौर पर दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला फ्रांस की जीनी लुईस कामेंट थीं, जिसका निधन 122 की उम्र में अगस्त 1997 में हुआ था। लुईस का जन्म फरवरी 1875 में हुआ था।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पहली बार सूर्य की सतह की स्पष्ट तस्वीरें: दानेदार है सरफेस, हर दाना आकार में फ्रांस से बड़ा January 29, 2020 at 10:35PM
हवाई (अमेरिका). हवाई के नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) के डैनियल के. इनौय टेलिस्कोप (डीकेआईएसटी) से पहली बार सूर्य की सबसे स्पष्ट तस्वीर सामने आई है। इसमें सूर्य की सतह ग्रेन्यूलर स्ट्रक्चर (दानेदार सरफेस) से बनी दिख रही है। इसका हर दाना आकार में फ्रांस से बड़ा नजर आ रहा है। टेलिस्कोप सूर्य के 30 किलोमीटर के क्षेत्र को दिखा रहाहै।हवाई में हेलीकाला, माउ के शिखर पर इनौय सोलर टेलीस्कोप स्थापित किया गया है।
टेलिस्कोप को पृथ्वी के पैमाने के खिलाफ सेट किया गया। इसका व्यास लगभग 1.4 मिलियन किमी और पृथ्वी से इसकी दूरी 149 मिलियन किमी है। तस्वीर में सूर्य की सतह की सेल जैसी संरचना नजर आ रही है। वे गर्मी, गैस या प्लाज्मा के द्रव्यमान का संवहन कर रहे हैं। इसके केंद्र से गर्मी निकलती प्रतीत हो रही है। इसके हर सेल के बीच सैकड़ों किलोमीटर की दूरी है।
डीकेआईएसटी के निदेशक थॉमस रिममेले ने कहा कि यह तस्वीर सूर्य की सतह पर संरचनाओं को दिखाता। इसका वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें सूर्य में 10 मिनट होने वाले विस्फोट को 14 सेकंड तक दिखाया गया है। टेलिस्कोप में लगभग 200 मिलियन वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर किया गया है।
इससे सूर्य के बारे में और जानकारी मिलेगी
एनएसएफ की इनौय सोलर टेलीस्कोप नासा के पार्कर सोलर प्रोब के साथ काम करेगा, जो सूर्य की परिक्रमा कर रहा है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी या नासा का सोलर ऑर्बिटर हमें सूरज के बारे में और ज्यादा जानने में मदद करता है। जैसे कि स्पेस वेदर कैसे पृथ्वी को प्रभावित कर सकता है।
सूर्य के सतह का तापमान 6000 केल्विन
सौरमंडल के चारों ओर ऊर्जावान कणों को प्रवाहित करते हुए सूर्य से सौर हवा निकलती है। सूरज का कोरोनावास्तविक सतह की तुलना में बहुत गर्म है। कोरोना का तापमान 10 लाख डिग्री केल्विन है, जबकि सतह ता तापमान लगभग 6,000 केल्विन है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today