Thursday, February 27, 2020
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो बोले, ट्रम्प की यात्रा दिखाती है अमेरिका के लिए कितना अहम है भारत February 27, 2020 at 05:03PM
वाशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दो दिनी भारतीय यात्रा को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शानदार और ऐतिहासिक बताया है। पोम्पियो ने ट्रम्प के वापस अमेरिका पहुंचने पर गुरुवार को ट्वीट किया। लिखा- 'राष्ट्रपति ट्रम्प का दो दिनी भारतीय दौरा यह प्रदर्शित करता है कि अमेरिका के लिए भारत कितना अहम है।' पोम्पियो ने व्हाइट हाउस के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए आगे लिखा है कि 'लोकतांत्रिक परंपराएं हमें एक करती हैं। दोनों देशों के साझा हित हमें जोड़ती हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प के नेतृत्व में दोनों देशों की यह साझेदारी और अधिक मजबूत होगी। '
पीएम मोदी और ट्रम्प की तस्वीरें भी शेयर कीं
पोम्पियो ने व्हाइट हाउस के जिस ट्वीट को रीट्वीट किया है उसमें ट्रम्प और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठकों की चार तस्वीरें भी शामिल है। 26 फरवरी को किए गए इस ट्वीट में व्हाइट हाउस ने ट्रम्प के हवाले से लिखा है कि 'अमेरिका और भारत दोनों को लोकतंत्र की साझा परंपरा एक करती हैं। हम लोगों की स्वतंत्रता, व्यक्तिगत अधिकारों और कानून की रक्षा के लिए काम करते हैं। '
सचिव वेल्स बोले, दोनों देशों के संबंधों में अच्छी प्रगति हुई है
अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया के कार्यवाहक सचिव एलिस जी वेल्स ने भी ट्वीट कर अमेरिका भारत के रिश्तों का बखान किया है। कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प की भारत यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में अच्छी प्रगति हुई है। इस यात्रा ने साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाया। ऊर्जा, रक्षा जैसे कईप्रमुख क्षेत्रों में आपसीसहयोग के लिए रास्ता खुला है।
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इदलिब में सीरिया के एयरस्ट्राइक में तुर्की के 33 सैनिकों की मौत, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने गंभीर चिंता जताई February 27, 2020 at 04:52PM
अंकारा. सीरिया के उत्तर-पश्चिमी इदलिब प्रांत में वहां की सेना द्वारा किए गए एयरस्ट्राइक में लगभग 33 तुर्की सैनिक मारे गए हैं। दक्षिण-पूर्वी प्रांत हाते के गवर्नर ने शुक्रवार तड़के कहा कि पहले से जारी संघर्ष के बीच एक और खतरा। मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। एक और शरणार्थी संकट की आशंका है। उधर, तुर्की भी अब सीरियाई सैनिकों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में जुट गया है।
सीरिया की सेना को रूस का समर्थन प्राप्त है। वे इदलिब को विद्रोहियों के कब्जे से छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें तुर्की का समर्थन मिला हुआ है। सीरिया के अधिकारियों मे अब तक सार्वजनिक तौर पर हवाई हमले पर कुछ नहीं बोला है। एयर स्ट्राइक के बाद राष्ट्रपति रेजेप तैयप एर्दोआन ने अंकारा में तत्काल शीर्ष स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई, जिसके बाद सेना ने सीरिया के सरकारी ठिकानों पर हमला करना शुरू कर दिया।
तुर्की ने सीरिया सेना को अपने सैन्य ठिकानों से दूर रहने की चेतावनी दी
तुर्की ने हाल के हफ्तों में इदलिब में हजारों सैनिकों को भेजना शुरू किया था। उसके बाद से तुर्की पर यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। तुर्की चाहता है कि सीरिया अपनी सेना को उन ठिकानों से पीछे बुलाए, जहां तुर्की ने अपने सैन्य ठिकाने बनाए हैं। पहले भी तुर्की कई बार सीरिया को चेतावनी दे चुका है कि अगर सीरिया के सेना आगे बढ़ती रही तो वह उचित कार्रवाई करेगा।
सीरिया और रूस ने 2018 में तुर्की के सीजफायर लाइन से पीछे हटने की चेतावनी और युद्धविराम को मानने से इनकार कर दिया था। रूस ने आरोप लगाया था कि विद्रोहियों की मदद करके तुर्की ने भी समझौते का उल्लंघन किया है।
अमेरिका ने भी एयरस्ट्राइक पर चिंता जताई
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एयरस्ट्राइक पर गंभीर चिंता जताई है और तत्काल युद्धविराम की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो खतरा और बढ़ सकता है। उधर, अमेरिकी विदेश विभाग ने भी कहा है कि वह हमले को लेकर चिंतित है। हम अपने नाटो सहयोगी तुर्की के साथ खड़े हैं।
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टोक्यो ओलिंपिक रद्द या टालना नामुमकिन जैसा, जापान ने अब तक 90 हजार करोड़ रु. खर्च किए February 27, 2020 at 04:13PM
खेल डेस्क. चीन से शुरू हुए कोरोनावायरस का संक्रमण धीरे-धीरे दुनिया के कई देशों तक फैल चुका है। जापान भी इससे अछूता नहीं। शुक्रवार को प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 2 मार्च से सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए। 24 जुलाई से यहां टोक्यो में ओलिंपिक खेल भी होने हैं। इन्हें रद्द करने या टालने की चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) के सदस्य डिक पाउंड से लगभग असंभव काम मानते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जापान इन खेलों पर अब तक 12.6 अरब डॉलर(करीब 90 हजार करोड़ रु.) खर्च कर चुका है। आर्थिक नुकसान अपनी जगह लेकिन उन एथलीट्स पर इनका गंभीर असर होगा जो ओलिंपिक का हिस्सा बनने और पदक जीतने के लिए जिंदगी खपा देते हैं।
ओआईसी के सामने दो विकल्प
अगर कोरोनावायरस के संक्रमण पर काबू नहीं पाया गया तो टोक्यो ओलिंपिक 2020 का क्या होगा? यह सवाल अभी से उठने लगा है। दो विकल्प हैं। पहला- ओलिंपिक खेलों की तारीख बढ़ा दी जाए। दूसरा- इन्हें रद्द किया जाए। लेकिन, सीएनएन और सीएनबीसी के साथ ही आईओसी के सदस्य डिक पाउंड भी दोनों विकल्पों को खारिज करते हैं। इनके मुताबिक, ऐसा करना बेहद मुश्किल होगा। इसके आर्थिक और मानवीय दुष्परिणाम होंगे।
टालना क्यों मुश्किल?
जब ओलिंपिक खेल हो रहे होते हैं, उस दौरान दुनिया में कहीं भी खेलों का कोई बड़ाइवेंट नहीं होता। आईओसी समेत हर खेल फेडरेशन का कैलेंडर ओलिंपिक शेड्यूल के हिसाब से ही तय होता है। ऐसा इसलिए होता है, ताकि दुनिया के तमाम बेस्ट एथलीट्स इन खेलों का हिस्सा बन सकें। ब्रॉडकास्टर्स से लेकर स्पॉन्सर्स तक भी यही सुनिश्चित करते हैं,ताकि प्रसारण में किसी तरह का टकराव न हो। जब ओलिंपिक नहीं होता, उस दौरान तमाम तरह के खेल आयोजन होते रहते हैं। फुटबॉल, बास्केटबॉल और बेसबॉल के सीजन चलते रहते हैं।
कोई प्लान ‘बी’ नहीं
ओलिंपिक खेलों का वैकल्पिक मेजबान भी नहीं होता। लिहाजा, दुनिया के इस सबसे बड़े खेलों का आयोजन आननफानन में किसी और देश या शहर में भी नहीं किया जा सकता।पाउंड के मुताबिक, इन खेलों को रद्द करने या टालने का सबसे गंभीर असर एथलीट्स पर होगा। इन खेलों में हिस्सा लेने और पदक जीतने के लिए वो पूरी जिंदगी लगा देते हैं।
आर्थिक नुकसान कितना?
सीएनबीसी के मुताबिक, 2016 से अब तक आईओसी ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 के लिए 5.7 अरब डॉलर (40 हजार 470 करोड़ रुपए) रेवेन्यू जुटाया। इसका 73 फीसदी हिस्सा मीडिया राइट्स बेचने से आया। बाकी 27 फीसदी प्रायोजकों यानी स्पॉन्सर्स से मिला। अगर खेल रद्द होते हैं तो आईओसी को यह रकम लौटानी होगी। इतना ही नहीं आईओसी दुनियाभर में एथलीट्स के लिए स्कॉलरशिप, एजुकेशन प्रोग्राम्स के साथ ही फेडरेशन्स से जो फंड जुटाता है, वो भी उसे लौटानी होगी।
जापान का क्या होगा?
टोक्यो ओलिंपिक 2020 की मेजबानी जापान के पास है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वहतैयारियों पर अब तक 12.6 अरब डॉलर खर्च कर चुका है। कुल अनुमानित खर्च इसका दो गुना यानी करीब 25 अरब डॉलर है। चिंता की बात ये है कि डिक पाउंड के टोक्यो ओलिंपिक पर बयान के बाद जापान की सबसे बड़ी एड एजेंसी देंत्सू के शेयर सात साल के सबसे निचले स्तर पर आ गए। पाउंड ने टोक्यो ओलिंपिक को रद्द करने या तारीख बढ़ाने की चर्चा की थी।
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भारत ने ईरान के साथ उड़ान सेवा रद्द की; चीन के बाहर सबसे ज्यादा संक्रमण द. कोरिया में, 2 हजार मामलों की पुष्टि February 27, 2020 at 04:07PM
नई दिल्ली/तेहरान/ बीजिंग. भारत के नागरिक उड्डयन नियामक ने देश में कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण ईरान से सभी उड़ानों का संचालन रद्द कर दिया है। सिविल एविएशन के डायरेक्टर जनरल ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। दोनों देशोंके बीच अभी केवल महान एयर और ईरान एयर उड़ानों का संचालन करती है। उधर, दक्षिण कोरिया में चीन के बाद सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। यहां दो हजार मामलों की पुष्टि हो गई है और 13 लोग मारे गए हैं।
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में अब तक 245 लोग संक्रमित हो गए हैं। उपराष्ट्रपति मैसुओमेह इब्टेकर के भी गुरुवार को संक्रमित होने की खबर सामने आई। महामारी से अब तक 26 लोग जान गवां चुके हैं।चीन अब तक ईरान को 2.5 लाख मास्क भेज चुका है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लिच्यान ने कहा कि महामारी के संकट के समय दूसरों की मदद करने का मतलब खुद की मदद करना है। मुश्किल समय पर साथ खड़े होकर एक-दूसरे को सहायता देने से दुनिया जल्द से जल्द महामारी को पराजित कर सकेगा।
जापान, द.कोरिया, इटली और ईरान में कोरोनावायरस का तेजी से फैलाव
उन्होंने कहा कि वायरस की कोई राष्ट्रीय सीमा नहीं होती। इधर के दो दिनों में जापान, दक्षिण कोरिया, इटली और ईरान जैसे देशों में कोरोनावायरस का फैलाव हो गया है। अफ्रीका में भी पुष्ट मरीजों का पता चला है। डब्ल्यूएचओ ने अनेक बार चिकित्सक औरस्वास्थ्य सिस्टम होने वाले देशों के प्रति चिंता प्रकट की।
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Scotland first to offer pads and tampons for free February 27, 2020 at 02:58PM
Donald Trump faces credibility test as he plays down virus threat February 27, 2020 at 02:14AM
Pakistan PM Imran Khan meets Qatar's Emir ahead of signing of US-Taliban peace deal February 27, 2020 at 01:55AM
Pakistan shuts schools, suspends Iran flights to curb coronavirus spread February 27, 2020 at 12:03AM
Afghanistan's Taliban movement: All you need to know February 26, 2020 at 11:42PM
इमरान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भगोड़ा घोषित किया, जमानत की शर्तों का उल्लंघन का आरोप February 26, 2020 at 11:29PM
लाहौर. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इमरान खान की सरकार ने बुधवार को भगोड़ा घोषित कर दिया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शरीफ ने हाईकोर्ट से मिली जमानत के नियमों का उल्लंघन किया है। 70 साल के शरीफ लंदन मेंदिल की बीमारी का इलाज करा रहे हैं। पिछले साल नवंबर में ही लाहौर हाईकोर्ट ने उन्हें इलाज के लिए देश छोड़कर जाने की अनुमति दी थी। हाईकोर्ट ने शरीफ को चार सप्ताह का समय दिया था।
डॉक्टर का दावा-शरीफ का ऑपरेशनहोना है
पाकिस्तान में तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ के डॉक्टर का दावा है कि उनकी हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है। अभी उनका ऑपरेशन होना है।
सरकार ने कहा- जमानत और नहीं बढ़ा सकते
पाकिस्तान में हुई फेडरल कमेटी की बैठक में इस्लामाबाद हाईकोर्ट की ओर से गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की। इसमें कमेटी ने नवाज शरीफ को हाईकोर्ट से मिली जमानत के नियमों के उल्लंघन का दोषी ठहराया। इस पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने तुरंत नवाज शरीफ को भगौड़ा घोषित करने का फैसला ले लिया।
शरीफ ने इलाज की रिपोर्ट पेश नहीं की
डॉन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार का कहना है कि लंबे समय से शरीफ नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। बार-बार उन्हें चेतावनी जारी की गई, लेकिन उन्होंने लंदन में चल रहे इलाज की रिपोर्ट कोर्ट में पेश नहीं की। अब उनकी जमानत का समय-सीमा और नहीं बढ़ाया जा सकता है। इसलिए सरकार ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया है। अगर वेजल्द से जल्द देश वापस नहीं लौटते तो उन्हें अपराधी घोषित कर दिया जाएगा।
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डेमोक्रेट्स के राष्ट्रपति उम्मीदवार सैंडर्स ने कहा- दिल्ली हिंसा पर ट्रम्प का बयान मानवाधिकारों पर नेतृत्व की विफलता है February 26, 2020 at 11:05PM
वॉशिंगटन. डेमोक्रेटिक सांसद और राष्ट्रपति के उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स ने बुधवार को दिल्ली हिंसा पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बयान पर निशाना साधा। सैंडर्स ने कहा कि उनका बयान नेतृत्व की नाकामी दिखाता है। दो दिनों के दौरे पर 24 फरवरी को ट्रम्प भारत पहुंचे थे। 25 फरवरी को जब वे दिल्ली में थे तब उनसे हिंसा पर सवाल पूछा गया था। इस पर ट्रम्प ने कहा था किकिहिंसा के बारे में सूना है, लेकिन इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई चर्चा नहीं की है। इस पर बर्नी सैंडर्स ने कहा कि यह बयान मानवाधिकारों के मुद्दे पर उनकी नाकामी दिखाता है।
इस दौरान ट्रम्प ने कहा था कि नरेंद्र मोदी एक धार्मिक व्यक्ति हैं और देश में धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने को लेकर बेहद गंभीर हैं। उन्होंने मुझसे कहा है कि वे इसके लिए वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
‘ट्रम्प ने कहा- यह भारत का आंतरिक मामला’
सैंडर्स ने ट्वीट किया था- भारत 20 करोड़ मुस्लिमों का घर है। व्यापकस्तर पर मुस्लिम विरोधी दंगों में लगभग 27 लोग (अभी मौतों का आंकड़ा 34) मारे जा चुके हैं और कई जख्मी हुए हैं। ट्रम्प ने इस पर कहा- यह भारत का आंतरिक मामला है। मानवाधिकारों पर यह नेतृत्व की नाकामी है।
वहीं, सैंडर्स के बयान पर पाकिस्तानी मूल के कनाडाई पत्रकार तारिक फतेह ने ट्वीट किया- आपने भारत के विरोध में पक्षपातपूर्ण ट्वीट किया है। क्योंकि आप पाकिस्तानी कैंपेन मैनेजर फैयाज शाकिर ने हाथों मोहरा बन चुके हैं।
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