Sunday, November 15, 2020
डोनाल्ड ट्रम्प का दावा- मैं चुनाव जीत गया, 16 घंटे पहले कहा था- हेराफेरी की वजह से बाइडेन जीते November 15, 2020 at 08:32PM
अमेरिकी चुनाव में पूरी तरह साफ हो चुका है कि अब जो बाइडेन सत्ता संभालेंगे, लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प अब भी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। उन्होंने सोमवार को ट्विटर पर यह दावा किया, जबकि 16 घंटे पहले ही उन्होंने बाइडेन के जीतने की बात कबूली थी। हालांकि, ट्रम्प ने यह भी कहा था कि चुनाव में हेराफेरी की वजह से बाइडेन जीते।
ट्रम्प ने रविवार को दूसरे ट्वीट में कहा था कि बाइडेन को जीत सिर्फ फेक मीडिया की नजर में मिली है। हमारी लड़ाई लंबी है। आखिर में हम जीतेंगे। ट्विटर ने ट्रम्प के इन ट्वीट्स को विवादित कैटेगरी में रखा है।
ट्रम्प कैम्पेन को कोर्ट का सहारा
ट्रम्प कैम्पेन ने मिशिगन और पेनसिल्वेनिया जैसे अहम राज्यों में चुनाव नतीजों को रद्द कराने के लिए केस दायर किए हैं। ज्यादातर जगह उन्हें हार ही मिली है। एरिजोना में तो उन्होंने केस ही वापस ले लिया। इस राज्य में 24 साल बाद डेमोक्रेटिक पार्टी को जीत मिली है।
इसके बावजूद अमेरिका में सत्ता के ट्रांसफर को लेकर कुछ तय नहीं है। ट्रम्प प्रशासन ने अब तक बाइडेन की टीम को सुविधाएं देने या जानकारियां साझा करने से इनकार कर दिया है। ट्रम्प ने अब तक यह संकेत नहीं दिया है कि वे बाइडेन को सत्ता देने में सहयोग करेंगे या फिर देश भर में दायर मुकदमों को वापस लेंगे।
बाइडेन के पास 306 इलेक्टोरल वोट
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन ने 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट में से 306 जीते हैं। ट्रम्प को 232 वोट मिले हैं। बाइडेन ने 7 करोड़ 86 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए हैं। यह ट्रम्प के मुकाबले करीब 3 फीसदी ज्यादा हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने पर ब्रिटिश PM जॉनसन आइसोलेशन में, US में एक हफ्ते में 10 लाख नए केस November 15, 2020 at 07:07PM
दुनिया में कोरोना की स्थिति अभी भी बेकाबू है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (56) ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। रविवार को वे एक पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए थे। डाउनिंग स्ट्रीट के स्पोक्सपर्सन के मुताबिक, प्रधानमंत्री घर (10, डाउनिंग स्ट्रीट) से काम जारी रखेंगे। इससे पहले जॉनसन संक्रमित होने पर 3 दिन हॉस्पिटल में रहे थे। इस बीच अमेरिका में पिछले हफ्ते 10 लाख नए केस आए। यहां संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ 10 लाख के पार हो गई है।
https://ift.tt/39bx8wZ के मुताबिक, दुनिया में 5 करोड़ 48 लाख 17 हजार 231 लोग संक्रमित हैं। 13 लाख 24 हजार 461 लोगों की महामारी से मौत हो चुकी है। अच्छी बात ये है कि 3 करोड़ 81 लाख 38 हजार 525 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कमला के पति डग एमहाफ नौकरी छोड़ेंगे, पत्नी की मदद के लिए कई महीनों से छुट्टी पर हैं November 15, 2020 at 04:58PM
अमेरिका की वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट कमला हैरिस के पति डग एमहाफ पत्नी की मदद के लिए नौकरी छोड़ने जा रहे हैं। उन्हें अमेरिकी मीडिया में सेकंड जेंटलमैन कहा जा रहा है। एमहाफ यहूदी मूल के हैं और पेशे से वकील हैं। हालांकि, अगस्त में जब कमला को वाइस प्रेसिडेंट कैंडिडेट घोषित किया गया था, उसके कुछ दिन बाद ही डग ने छुट्टी ली थी। कैम्पेन के दौरान भी वे काफी एक्टिव नजर आए। हाल ही में डेमोक्रेट पार्टी ने जब चुनाव जीता तो बाइडेन और कमला हैरिस के साथ एमहाफ भी नजर आए थे।
एमहाफ की तारीफ
20 जनवरी को जो बाइडेन राष्ट्रपति बनेंगे और हैरिस उपराष्ट्रपति। USA TODAY ने कमला और डग पर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। इसमें बताया गया है कि कैम्पेन में हाथ बंटाने के बाद अब एमहाफ एडमिनिस्ट्रेशन में भी पत्नी की मदद करेंगे। हालांकि, वे कोई सरकारी पद नहीं लेंगे। डरमाउथ कॉलेज में प्रोफेसर एला बेल कहती हैं- इसे आदर्श और मॉडल की तरह देखिए। वो पत्नी के लिए कॅरियर छोड़ रहे हैं ताकि कमला अपना टैलेंट दिखा सकें। डग पत्नी को कामयाब होते देखना चाहते हैं। एमहाफ कामयाब और हुनरमंद वकील हैं। इतना अच्छा कॅरियर छोड़ना आसान नहीं है।
एमहाफ मिसाल बनेंगे
व्हार्टन सेंटर में लीडरशिप एक्सपर्ट माइकल उसीन कहते हैं- वो अमेरिका में एक नई परंपरा और मिसाल बनने जा रहे हैं। उनका कद और बर्ताव अमेरिकी लोगों को एक मैसेज देंगे। बाइडेन ने कैम्पेन के दौरान डग की तरफ इशारा करते हुए कहा था- आपने परंपराएं और मान्यताओं की बाधाएं खत्म की हैं। एमहाफ से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- अच्छा लगता है जब लोग मुझ जैसे व्यक्ति के बारे में सोचते हैं।
कैम्पेन के दौरान उन्होंने लीगल फर्म से लंबी छुट्टी ली। ऐसा इसलिए ताकि लॉ फर्म डीएलए पाइपर यह आरोप न लगे कि वो कमला हैरिस की कैम्पेन में मदद कर रही है।
बाइडेन की पत्नी क्या करेंगी
रिपोर्ट के मुताबिक, जो बाइडेन की पत्नी जिल साफ कर चुकी हैं कि वे फर्स्ट लेडी बनने के बाद भी टीचर का जॉब करती रहेंगी। जिल ने कहा- पति जब वाइस प्रेसिडेंट थे, तब भी मैं अपना काम करती थी। अब भी यही करूंगी। पॉलिटिकल एक्सपर्ट एले हिल कहती हैं- कई परिवारों में पत्नियां घर चलाती होंगी। लेकिन, सियासत में इस तरह के मामले बहुत कम देखे जाते हैं। अगले चार साल अब एक आदर्शवाद देखेंगे।
कमला और एमहाफ की पहली मुलाकात 2013 में हुई थी। 2014 में दोनों ने शादी कर ली। एमहाफ तलाकशुदा थे। उनके दो बच्चे हैं। वे अब भी साथ ही रहते हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यमन में शुरू हुआ पहला महिला कैफे; यहां फुर्सत के पल आराम से बैठकर बिता सकेंगी महिलाएं November 15, 2020 at 02:52PM
इस्लामिक देश यमन में पहला महिला कैफे शुरू हुआ है। यहां सिर्फ महिलाएं ही आ सकेंगी और फुर्सत के पल बिता सकेंगी। इसे खोलने वाली उम फेराज बताती हैं कि वह अपने काम के जरिए महिलाओं के लिए बिजनेस के मायने बदलना चाहती हैं। वह कहती हैं- ‘महिलाओं के लिए यमन में कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां वे आराम से बैठकर अपना वक्त बिता सकें।
मैंने यह कैफे यमन के रूढ़िवादी लोगों के खिलाफ जाकर शुरू किया है। यहां के कुछ लोग मेरे इस काम से बिल्कुल खुश नहीं हैं। उन्हें ये अजीब लगता है। मैं यह भी जानती हूं कि हर नए काम को लेकर लोगों की अलग-अलग राय होती है। मैं अपनी मेहनत के बल पर यह साबित करना चाहती हूं कि एक महिला भी सफलता के साथ बिजनेस कर सकती है। महिलाओं की सुविधा का ख्याल रखते हुए मैंने अपने कैफे में महिला कर्मचारियों को ही रखा है।’ उम फेराज के इस कैफे का नाम ‘मॉर्निंग आइकन कैफे’ है जो सेंट्रल यमन के मरीब में बना है।
यहां इंटरनेट आसानी से मिल जाता है
कैफे में आने वाली एक कस्टमर वादद जो मेडिकल स्टूडेंट भी हैं, यहां के बारे में बताती हैं- ‘मरीब एक ऐसा क्षेत्र हैं, जहां इंटरनेट कनेक्शन नहीं है। लेकिन इस कैफे में इंटरनेट की सुविधा आसानी से मिल जाती है। छात्राओं के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।’ पिछले कुछ सालों से यमन के खराब हालातों की वजह से यहां आए दिन हिंसा की वारदातें होती हैं। इसी बीच महामारी और आर्थिक तंगी के चलत यहां कैफे की शुरुआत करना फराज के लिए आसान नहीं था।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
टूरिज्म बढ़ाने के लिए लोग बना रहे मिट्टी के घर, भूलभुलैया से लोगों का मनोरंजन करने का प्रयास November 15, 2020 at 02:50PM
मिस्र का सीवा नखलिस्तान, जो राजधानी काहिरा से 560 किमी दूर स्थित है। सीवा में बर्बर जाति के करीब 33 हजार लोग रहते हैं। यहां ज्यादातर घर मिट्टी के बने हैं। सीवा पूरी तरह पर्यटन पर निर्भर है। पिछले कुछ सालों में मिट्टी के घरों में कमी आई तो यहां का टूरिज्म भी गिरने लगा।
कोरोनाकाल में लोग और परेशान हो गए। लेकिन जैसे ही देश-दुनिया नॉर्मल हुई तो यहां के लोगों ने मिट्टी के घर, किले और भूलभूलैया बनाना शुरू कर दिया, ताकि पर्यटक यहां आना शुरू कर दें। पर्यटन निदेशक महदी अल-होविती ने बताया कि ये घर मिट्टी, नमक और चट्टान के मिश्रण से बनते हैं। यह गर्मी में काफी ठंडे होते हैं। इस कारण यह घर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
सीवा पहुंचने के लिए अच्छी सड़कें भी नहीं
सीवा नखलिस्तान सहारा रेगिस्तान से घिरा है। इसकी लंबाई 80 किमी और चौड़ाई 20 किमी है। यहां रहने वाले लोग सीवी भाषा बोलते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं- यहां आसपास न कोई एयरपोर्ट है और न ही अच्छी सड़कें। लीबिया के पास एक एयरपोर्ट है, जो सेना ने प्रतिबंधित कर रखा है। इस कारण पर्यटकों ने आना भी कम कर दिया है। इस निर्माण से उम्मीद है कि लोग वापस यहां आना शुरू कर देंगे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ट्रम्प बोले- बाइडेन जीते लेकिन फेक मीडिया की नजर में, चुनाव में धांधली हुई है November 15, 2020 at 06:59AM
जो बाइडेन भले अमेरिका की सत्ता संभालने की तैयारियां कर रहे हों, लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प अब तक हार मानने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने रविवार को कई ट्वीट कर चुनाव में धांधली होने की बात दोहराई। बाइडेन के लिए ट्रम्प ने कहा कि वह जीते, क्योंकि चुनाव में हेराफेरी हुई है।
ट्रम्प ने अगले ट्वीट में कहा- उन्हें जीत मिली है, लेकिन सिर्फ फेक मीडिया की नजर में। हमारी लड़ाई लंबी है। आखिर में हम जीतेंगे। हालांकि, ट्विटर ने ट्रम्प के ट्वीट्स को विवादित कैटेगरी में रखा है।
##ट्रम्प कैम्पेन को कोर्ट का सहारा
ट्रम्प कैम्पेन ने मिशिगन और पेनसिल्वेनिया जैसे कई अहम राज्यों में चुनाव नतीजों को रद्द कराने के लिए केस दायर किए हैं। ज्यादातर जगह उन्हें नाकामी ही मिली है। एरिजोना में तो उन्होंने केस ही वापस ले लिया। इस राज्य में 24 साल बाद डेमोक्रेटिक पार्टी को जीत मिली है।
इसके बावजूद अमेरिका में सत्ता हस्तांतरण का भविष्य अभी अनिश्चित है। ट्रम्प प्रशासन ने अब तक बाइडेन की टीम को सुविधाएं देने या जानकारियां साझा करने से इनकार कर दिया है। ट्रम्प ने अब तक यह संकेत नहीं दिया है कि वे बाइडेन को सत्ता हस्तांतरण में सहयोग करेंगे या फिर देश भर में दायर मुकदमों को वापस लेंगे।
बाइडेन के पास 306 इलेक्टोरल वोट
न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक, डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन ने 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट में से 306 जीते हैं। ट्रम्प को 232 वोट मिले हैं। बाइडेन ने 7 करोड़ 86 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए हैं। यह ट्रम्प के मुकाबले करीब 3 फीसदी ज्यादा हैं।
इसके साथ ही बाइडेन तीसरी कोशिश में अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए हैं। व्हाइट हाउस की दौड़ में उन्होंने ट्रम्प को बड़े अंतर से हराया है। कई दिन चली काउंटिंग के बाद पेनसिल्वेनिया की जीत ने उन्हें बहुमत के आंकड़े के पार पहुंचा दिया था। हालांकि, ट्रम्प ने अपनी हार स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव अभी खत्म नहीं हुआ है। वे इसे कोर्ट में चुनौती देंगे।
ट्रम्प और बाइडेन के समर्थक भिड़े
ट्रम्प के हजारों समर्थकों ने शनिवार को वॉशिंगटन में रैली निकाली। ट्रम्प उस रैली के पास से गुजर गए लेकिन उन्होंने किसी को रोका या टोका नहीं। कुछ देर बाद ट्रम्प के विरोधी प्रदर्शनकारी उनके समर्थकों के साथ भिड़ गए। पुलिस ने लगभग 20 लोगों को गिरफ्तार किया है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
स्पेसएक्स के रॉकेट से 4 एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस सेंटर रवाना होंगे, क्रू ड्रैगन की पहली ऑपरेशनल फ्लाइट November 15, 2020 at 03:15AM
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा रविवार शाम साढ़े सात बजे यानी भारतीय समय के मुताबिक सोमवार सुबह 6 बजे 4 एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजेगी। यह मिशन स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए पूरा किया जाएगा। क्रू ड्रैगन की यह पहली ऑपरेशनल उड़ान है।
स्पेस स्टेशन जाने वाले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री माइकल हॉपकिंस, विक्टर ग्लोवर और शैनन वॉकर हैं। उनके साथ जापान के सोइची नोगुची फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना होंगे। ये सभी स्पेस स्टेशन में दो रूसी और एक अमेरिकी एस्ट्रोनॉट को जॉइन करेंगे और वहां 6 महीने तक रहेंगे।
लॉन्चिंग के समय उपराष्ट्रपति मौजूद रहेंगे
लॉन्चिंग के समय अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सेकेंड लेडी करेन पेंस मौजूद रहेंगी। नासा को उम्मीद है कि मिशन कामयाब रहा तो आगे भी वह कई रूटीन मिशन भेज सकेगा। यह लॉन्चिंग एक दिन पहले होनी थी, लेकिन खराब मौसम के कारण इसे टाल दिया गया था।
रूसी रॉकेट पर निर्भरता कम होगी
मई में स्पेसएक्स ने एक डेमो मिशन पूरा करके दिखाया था कि वह अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन भेज सकता है और उन्हें सुरक्षित वापस भी ला सकता है। यह क्षमता हासिल करने के बाद कंपनी अपने मिशन के लिए अमेरिका की निर्भरता रूस के सोयूज रॉकेट से खत्म कर सकती है।
##स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने 2002 में यह कंपनी बनाई थी। इसके बाद से वह अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी बोइंग से काफी आगे निकल गए हैं। पिछले साल बोइंग का बिना एस्ट्रोनॉट वाला स्टारलाइनर प्रोग्राम का परीक्षण नाकाम हो गया था।
रूस के साथ मिशन चलते रहेंगे
नासा के एडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्रिडेनस्टाइन ने शुक्रवार को कहा था कि इस बार इतिहास रचा जा रहा है। इसे हम इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए हमारी उड़ान कह सकते हैं। हालांकि, ब्रिडेनस्टाइन का कहना है कि स्पेसएक्स की कामयाबी का मतलब यह नहीं होगा कि अमेरिका रूस के साथ उड़ानें बंद कर देगा।
उन्होंने कहा कि हम ऐसी व्यवस्था बनाना चाहते हैं कि अमेरिकी एस्ट्रोनॉट रूस के सोयूज रॉकेट से अंतरिक्ष में और रूसी एस्ट्रोनॉट कमर्शियल क्रू व्हीकल्स से जा सकते हैं। काफी अरसे से अमेरिका और रूस के बीच संबंध अनिश्चित और सबसे खराब दौर में हैं। इसके बावजूद स्पेस मिशन के मामले में दोनों देशों के बीच काफी बेहतर तालमेल है।
नासा 8 बिलियन डॉलर खर्च करेगा
इस हफ्ते की शुरुआत में क्रू ड्रैगन को नासा ने सर्टिफाइड किया है। यह लगभग 40 साल बाद नासा से सर्टिफाइड होने वाला पहला अंतरिक्ष यान बन गया है। इसकी बनावट एक कैप्सूल के जैसी है। इसे स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। फाल्कन 9 की खासियत है कि उसे बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
एजेंसी ने 2024 तक कमर्शियल क्रू प्रोग्राम पर 8 बिलियन डॉलर से ज्यादा खर्च करने की योजना बनाई है। उसे उम्मीद है कि प्राइवेट सेक्टर धरती की निचली कक्षा में भेजे जाने वाले उसके मिशन संभाल लेगा। इससे नासा अपना पूरा ध्यान चंद्रमा और फिर मंगल पर वापसी वाले मिशन पर ध्यान लगा सके।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today