मिस्र का सीवा नखलिस्तान, जो राजधानी काहिरा से 560 किमी दूर स्थित है। सीवा में बर्बर जाति के करीब 33 हजार लोग रहते हैं। यहां ज्यादातर घर मिट्टी के बने हैं। सीवा पूरी तरह पर्यटन पर निर्भर है। पिछले कुछ सालों में मिट्टी के घरों में कमी आई तो यहां का टूरिज्म भी गिरने लगा।
कोरोनाकाल में लोग और परेशान हो गए। लेकिन जैसे ही देश-दुनिया नॉर्मल हुई तो यहां के लोगों ने मिट्टी के घर, किले और भूलभूलैया बनाना शुरू कर दिया, ताकि पर्यटक यहां आना शुरू कर दें। पर्यटन निदेशक महदी अल-होविती ने बताया कि ये घर मिट्टी, नमक और चट्टान के मिश्रण से बनते हैं। यह गर्मी में काफी ठंडे होते हैं। इस कारण यह घर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
सीवा पहुंचने के लिए अच्छी सड़कें भी नहीं
सीवा नखलिस्तान सहारा रेगिस्तान से घिरा है। इसकी लंबाई 80 किमी और चौड़ाई 20 किमी है। यहां रहने वाले लोग सीवी भाषा बोलते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं- यहां आसपास न कोई एयरपोर्ट है और न ही अच्छी सड़कें। लीबिया के पास एक एयरपोर्ट है, जो सेना ने प्रतिबंधित कर रखा है। इस कारण पर्यटकों ने आना भी कम कर दिया है। इस निर्माण से उम्मीद है कि लोग वापस यहां आना शुरू कर देंगे।
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