Monday, July 13, 2020
विदेश मंत्री पोम्पियो ने साउथ-चाइना सी पर चीन के दावे को खारिज किया, कहा- दुनिया चीन को इसे अपना जल साम्राज्य मानने की इजाजत नहीं देगी July 13, 2020 at 06:42PM
ट्रम्प प्रशासन ने सोमवार को साउथ चाइना सी पर चीन के महत्वपूर्ण दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। साथ ही कहा कि 21वीं सदी में चीन के ‘दादागिरी’ की कोई जगह नहीं है। उसके दावों का कोई कानूनी आधार नहीं है। दुनिया चीन को साउथ चाइना सी को अपने जल साम्राज्य के रूप में मानने की इजाजत नहीं देगी।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि अमेरिका दक्षिणपूर्वी एशियाई सहयोगियों के साथ खड़ा है। वह तटीय इलाकों में स्थितदेशों के प्राकृतिक संसाधनों केअधिकारों की रक्षाके लिए उनके साथहै।
पोम्पियो ने कहा- चीन कानूनी रूप से समुद्री संसाधनों पर अपना दावा नहीं कर सकता है। चीन के अंतरराष्ट्रीय मान्यता वाले समुद्री इलाकों के अलावा उसके सभी दावे गैरकानूनी हैं। हालांकि, विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका जमीनी विवादों में आगेनिष्पक्ष बना रहेगा।
चीन साउथ चाइना सी पर नियंत्रण की कोशिश कर रहा
उन्होंने कहा कि चीन गैरकानूनी तरीके से साउथ चाइना सी पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहा है। इस क्षेत्र में अमेरिका शांति और स्थिरता बनाए रखने साथ ही अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार समुद्र की स्वतंत्रता को बनाए रखने का पक्षधर है। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन साउथ चाइना सी में दक्षिण पूर्व एशियाई तटीय देशों को धमकी देता है। साथ ही इस क्षेत्र पर एकतरफा प्रभुत्व का दावा करता है।
अमेरिका पर भड़का चीन
चीन ने अमेरिका के इस बयान पर आपत्ति जताई है। चीन के दूतावास ने कहा है कि विदेश मंत्री पोम्पियो तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं। उनका बयान पूरी तरह से न्यायोचित नहीं है। चीन इसका विरोध करता है।
दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा
हाल ही में इस क्षेत्र में दोनों देशों की सेना ने मिलिट्री एक्सरसाइज कीहै। इससे लग रहा है कि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। 1 से 5 जुलाई तक चीन ने एक्सरसाइज की थी, जिसे अमेरिका नेउकसाने वाला काम बताया था।इसके बाद अमेरिका ने भीसाउथ चाइना सी मेंइस क्षेत्र में दो एयरक्राफ्ट कैरियर भेज दिए।
क्या है साउथ चाइना सी विवाद
साउथ चाइना सी का यह इलाका इंडोनेशिया और वियतनाम के बीच है, जो करीब 35 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला है। माना जाता है कि इस इलाके में प्राकृतिक संसाधनों की बहुलता है। हाल के कुछ सालों में चीन इस क्षेत्र में अपना दबदबा बनाने के लिए बंदरगाह बनाए। साथ ही एक आर्टिफिशियल द्वीप बनाकर सैन्य अड्डा का निर्माण किया। चीन इस इलाके को अपना बताता है और अंतरराष्ट्रीय कानून को मानने से इनकार करता है।वहीं, इस क्षेत्र में चीन के अलावा फिलीपींस, ताईवान, मलेशिया, वियतनाम और ब्रुनेई भी अपना दावा करते हैं।
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Japan traces new coronavirus outbreak linked to Tokyo theatre July 13, 2020 at 05:30PM
ब्रिटेन में 24 जुलाई से दुकानों में चेहरा ढंकना अनिवार्य, कैलिफोर्निया में रेस्टोरेंट, बार और थिएटर दोबारा बंद; दुनिया में अब तक 1.32 करोड़ मरीज July 13, 2020 at 04:31PM
दुनियाभर में कोरोनावायरस से अब तक 1 करोड़ 32 लाख 35 हजार 751 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 76 लाख 96 हजार 381 ठीक हो चुके हैं। 5 लाख 75 हजार 525 की मौत हो चुकी है। उधर, ब्रिटेन में 24 जुलाई से दुकानों में जाने से पहले चेहरा ढंकना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं, संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अमेरिका की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य कैलिफोर्निया में रेस्टोरेंट, बार, थिएटर्स फिर से बंद कर दिए गए हैं।
10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा
देश |
कितने संक्रमित | कितनी मौतें | कितने ठीक हुए |
अमेरिका | 34,79,483 | 1,38,247 | 15,49,469 |
ब्राजील | 18,87,959 | 72,921 | 12,13,512 |
भारत | 9,07,645 | 23,727 | 5,72,112 |
रूस | 7,33,699 | 11,439 | 5,04,021 |
पेरू | 3,30,123 | 12,054 | 2,21,008 |
चिली | 3,17,657 | 7,024 | 2,86,556 |
मैक्सिको | 3,04,435 | 35,491 | 1,89,063 |
स्पेन | 3,03,033 | 28,406 | उपलब्ध नहीं |
ब्रिटेन | 2,90,133 | 44,830 | उपलब्ध नहीं |
दक्षिण अफ्रिका | 2,87,796 | 4,172 | 1,38,241 |
ब्रिटेन: सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना जरूरी
न्यूज एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक, ब्रिटेन में 15 जून से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मास्क अनिवार्य किया गया था। डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि इस बात के सबूत हैं कि चेहरा ढंकना आसपास के लोगों को महामारी से बचाव में मदद करता है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी स्पष्ट किया है कि लोगों को दुकानों में चेहरा ढंकना चाहिए और हम 24 जुलाई से इसे अनिवार्य कर देंगे।
चिली: 3.17 लाख संक्रमित
चिली में 24 घंटे में 2,616 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3 लाख 17 हजार 657 हो गई है। वहीं, मृतकों की संख्या 7,024 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस समय देश में 1931 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। यहां 24 घंटे में 17,467 लोगों की जांच हुई है। अब तक 13 लाख 10 हजार 265 लोगों का टेस्ट किया जा चुका है।
अमेरिका: गर्मियों के अंत तक टीका का प्रोडक्शन शुरू
सीएनबीसी ने बताया कि इस साल अगस्त की शुरुआत तक अमेरिका टीके का उत्पादन शुरू कर सकता है। टीवी चैनल ने सोमवार को एक वरिष्ठ अफसर के हवाले से ये जानकारी दी। अमेरिकी प्रशासन ने मई में स्वास्थ्य और रक्षा विभाग के साथ मिलकर टीके के प्रोडक्शन का काम शुरू किया था। इसका उद्देश्य जनवरी 2021 तक कोरोना के 30 करोड़डोज तैयार करना है।
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नेपाल के प्रधानमंत्री ओली को रिश्वत दे रही चीन सरकार, उनके जेनेवा बैंक अकाउंट में 41.34 करोड़ रुपए जमा July 13, 2020 at 02:24PM
चीन कमजाेर अर्थव्यवस्था वाले देशों के भ्रष्ट नेताओं काे अपने चंगुल में फंसा कर उन पर अपना नियंत्रण करना चाहता है। एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के कई देशों में चीन अपनी विस्तारवादी नीति के मंसूबे दिखा चुका है।
ग्लोबल वॉच एनालिसिस की हालिया रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि उसने नेपाल में भी प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के जरिए घुसपैठ की है। इसके लिए बाकायदा ओली को रिश्वत भी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ओली की संपत्ति पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है और उन्होंने दूसरे देशों में भी काफी संपत्तियां खरीद रखीं हैं, जिसके बदले में उन्होंने चीन के कई बिजनेस प्लान को नेपाल में लागू कराया है।
ओली का स्विट्जरलैंड के जेनेवा स्थित मिराबॉड बैंक में भी अकाउंट
रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल के प्रधानमंत्री ओली का स्विट्जरलैंड के जेनेवा स्थित मिराबॉड बैंक में भी अकाउंट है। इस खाते में करीब 41.34 करोड़ रुपए जमा हैं। उन्होंने यह रकम लांग टर्म डिपॉजिट और शेयर्स के तौर पर इन्वेस्ट की हुई है। इससे ओली और पत्नी राधिका शाक्य को सालाना करीब 1.87 करोड़ रुपए का मुनाफा भी मिल रहा है।
कंबोडिया में भी ओली ने निवेश किया
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ओली ने 2015-16 में अपने पहले कार्यकाल में कंबोडिया के टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर में निवेश किया था। उस समय नेपाल में चीन के राजदूत वु चुन्टाई ने उनकी मदद की थी। ये सौदा ओली के करीबी बिजनेसमैन अंग शेरिंग शेरपा ने तय करवाया था। सौदे में कंबोडिया के प्रधानमंत्री हूं सेन और चीन के राजनयिक बो जियांगेओ ने भी मदद की थी।
नियमों को ताक पर रखते हुए उन्होंने दिसंबर 2018 में डिजिटल एक्शन रूम बनाने का करार चीनी कंपनी हुवावे को दिया। मई 2019 में नेपाल टेलीकम्युनिकेशन ने हांगकांग की चीनी कंपनी के साथ रेडियो एक्सेस नेटवर्क तैयार करने का करार किया। इसी साल चीन की कंपनी जेटीई के साथ 4 जी नेटवर्क लगाने का सौदा भी हुआ। यह दोनों प्रोजेक्ट 1106 करोड़ रुपए की लागत से पूरे किए जाने थे, हालांकि इनके ठेके देने के तरीके पर भी सवाल उठे थे।
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Pakistan summons senior Indian diplomat over 'ceasefire violations' July 13, 2020 at 07:20AM
59 साल की जिंडजी मंडेला का निधन, फिलहाल डेनमार्क में दक्षिण अफ्रीका की राजदूत थीं July 13, 2020 at 03:47AM
नेल्सन और विन्नी मंडेला की छोटीबेटी जिंडजी मंडेला का सोमवार सुबह निधन हो गया। वे 59 साल की थीं। उन्होंने जोहान्नसबर्ग के एक अस्पताल में अंतिम सांसे ली। फिलहाल वह डेनमार्क में दक्षिण अफ्रीका की राजदूत थीं। दक्षिण अफ्रीका के डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन्स ने उनकी मौत की पुष्टि की है।
जिंडजी एक राजनीतिक कार्यकर्ता थीं और रंगभेद के खिलाफ आवाजबुलंद किया था। 2015 में उन्हें डेनमार्क का राजदूत नियुक्त किया गया था। उन्होंने कई कविताएं और किताब भी लिखी है।
बचपन में कई कठिनाइयां झेलनी पड़ी थी
जिंडजी को बचपन में कई कठिनाइयां झेलनी पड़ी थी। जब वह सिर्फ 18 महीने की थीं तो उनके पिता नेल्सन मंडेला को जेल भेज दिया गया था। उनकी मां को भी कई बार महीनों के लिए जेल भेज दिया जाता था। 1977 में उनकी मां को ब्रैंडफोर्ट निर्वासित कर दिया गया था। अपने मां के साथ वहइ भी ब्रैंडफोर्ट आ गईंऔर अपनी स्कूली यहीं पूरी की। आगे की पढ़ाई के लिए वहस्वाजिलैंड चली गई थीं। उन्होंने अपनी कानून की पढ़ाई यूनिवर्सिटी ऑफ केप टाउन से की थी।
जिंडजी 1985 में पिता का पत्र पढ़कर सुर्खियों में आईं थीं
जिंडजीअच्छी वक्ता थीं। उन्होंने कई बार अपने माता-पिता के हक के लिए भाषण दिया था। 1985 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति पीडब्ल्यू बोथा ने नेल्सन मंडेला के सामने जमानत के लिए शर्त रखी थी। मंडेला से कहा था कि अश्वेतों के हक के लिए किया जा रहा आंदोलन बंद कर दे। उस समय मंडेला ने जेल से एक चिट्ठी भेजकर इसका जवाब दिया था। इस चिट्ठी को सार्वजनिक तौर पर जिंडजी ने ही पढ़ा था। उसके बाद वे सुर्खियों में आ गई थीं।
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