लाहौर. 15 मार्च की बात है। कोरोनावायरस से मिलकर लड़ने के लिएभारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर सार्क देशों केराष्ट्रप्रमुखों नेवीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। खुद चर्चा करने के लिए आने की बजाय अपने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. जफर मिर्जा को भेज दिया। डॉ. मिर्जा ने भी कोरोना जैसी महामारी पर समझदारी दिखाने की बजाय दोयम दर्जे कीराजनीति की। उन्होंनेअपने देश के हालात की चिंता करने की बजायजम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया।अब वही पाकिस्तान दुनिया भर में बेनकाब हो गया है। यहां दो दिनों के अंदर कोरोना संक्रमितों की संख्या 34 से बढ़कर 212 हो गई। एक की मौत भी हो चुकी है। लाचार इमरान खान अब दुनियाभर के सामने रोना रो रहे हैं। इमरान ने एक वीडियो इंटरव्यू अपने ट्विटर पर शेयर की है। इसमें वह कोरोना से लड़ने के लिए दुनियाभर से मदद मांगते दिख रहे हैं। इमरान का यह वीडियो #Bhkhari नाम से ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा है। इमरान खान कोयूजर्स सार्क की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान की गई घटिया हरकत याद दिला रहे हैं।
इमरान बोले, हमारे कर्ज में छूट मिल जाए तो हम इससे लड़ सकेंगे
वीडियो में इमरान कोरोना को लेकर काफी बेबस नजर आ रहे हैं। इसमें भी भारत का नाम लेकर खुद के लिए मदद मांगने की कोशिश कर रहे हैं। इमरान नेपत्रकार से बोला,''कोरोना से लड़ने के लिए हमारे पास पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं। यह चिंता की बात है। यह हालात केवल पाकिस्तान की नहीं है बल्कि भारत, साउथ एशिया के अन्य देश और अफ्रीकन देशों की भी है। हमारे पास इससे लड़ने की क्षमता नहीं है। पर्याप्त संसाधन नहीं है। आर्थिक सुस्ती के चलते मेरी चिंता भुखमरी और गरीबी को लेकर भी है। इसके चलते यह भी काफी बढ़ जाएगी। वैश्विक समुदाय को इस पर ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान जैसे देशों की मदद करनी चाहिए। हमारे कर्ज में छूट मिल जाए तो हम कम से कम इस तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए कुछ कर सकते हैं। मैं इरान को लेकर भी चिंतित हूं क्योंकि अब कोरोना के सबसे ज्यादा मामले वहां से सामने आ रहे हैं। यह एक अच्छा उदाहरण भी है दुनिया के सामने कि ऐसे देशों की मदद करनी चाहिए जो खुद इससे लड़ने में सक्षम नहीं हैं।''
पाकिस्तान की बदहाल क्वारैंटाइन का वीडियो वायरल
पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। 15 मार्च को पाकिस्तान में केवल 34 संक्रमित थे लेकिन 17 मार्च तक यह आंकड़ा 236पहुंच गया। इसके उलट सरकार के इंतजाम काफी कमजोर हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं जिसमें लोगों ने सरकार की पोल खोल दी है। तौसिफ हैदर नाम के यूजर ने एक वीडियो साझा किया है। इसमें वह पाकिस्तान के क्वारैंटाइन कैंप की हालत दिखा रहे हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि क्वारैंटाइन कैंप में एक साथ 200 से ज्यादा लोगों को रखा गया है। बेड से लेकर जमीन तक लोग सोने को मजबूर हैं। न तो मास्क की सुविधा है और न ही डॉक्टर दिख रहे हैं। लोगों ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया है कि क्योंकि वह शिया समुदाय से हैं इसलिए सरकार उन्हें मरने के लिए छोड़ रही है।
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