 
कीव. ईरान ने शनिवार कबूल किया कि उसकी मिसाइल लगने से ही तीन दिन पहले यूक्रेन का विमान क्रैश हुआ था। तेहरान से यूक्रेन के कीव जा रहे विमान में 176 लोग सवार थे। अब ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर जनरल आमिर अली हाजीजादेह ने कहा कि वे विमान के शूटडाउन की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। उन्होंने कहा, “176 लोगों के मारे जाने की खबर सुनने के बाद मुझे लगा कि मुझे भी मर ही जाना चाहिए।”
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने दुर्घटना पर संवेदना जाहिर की। उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए और दर्दनाक हादसे के दोषियों की पहचान कर न्याय तक पहुंचाने के लिए कहा।
जेलेंस्की ने ईरान से माफी मांगने के लिए कहा
यूक्रेन के प्रधानमंत्री वोलोडाइमिर जेलेंस्की ने इस मामले में ईरान से हादसे के जिम्मेदार लोगों को सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा भी दिया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने ईरान सरकार से आधिकारिक तौर पर माफी की मांग की। जेलेंस्की ने फेसबुक पर लिखा, “हम उम्मीद करते हैं कि ईरान दोषियों को कोर्ट में सजा दिलाएगा और हमें जल्द मृतकों के शव सौंपेगा”
 
हम ईरान से सहयोग की उम्मीद करते हैं: ट्रूडो
वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि आज देशवासी साथ शोक मना रहे हैं। उन्होंने ईरान से पूरी जांच जल्द से जल्द खत्म करने की मांग की। उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान जांच की पारदर्शिता, जवाबदेही और मृतकों के परिजनों को न्याय दिलाने की तरफ है। यह देश के लिए बड़ी घटना है। हालांकि, हम अभी भी दुनियाभर में अपने सहयोगियों के साथ काम करना जारी रखेंगे, ताकि पूरी जांच की जा सके। हम ईरान से सहयोग की उम्मीद करते हैं।
ईरान ने मामले को स्पष्ट किया, अब दोषियों को सजा दिलाए: जर्मनी
दूसरी तरफ जर्मनी ने ईरान से दोषियों पर सख्त कार्रावई की अपील की है। विदेश मंत्री हाईको मास ने कहा कि ईरान ने दुर्घटना की वजहों को स्पष्ट तो किया। लेकिन अब उनकी जिम्मेदारी है कि वे तय करें कि ऐसी गलती दोबारा न हो। मास ने कहा कि इस कठिन समय में हमारी संवेदना मृतकों के परिजनों और दुखी देशों के साथ है।
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