कैलिफॉर्निया. फेसबुक के फाउंडर और सीईओ मार्क जकरबर्ग (35) को डाउन टाइम चाहिए, क्योंकि वे परिवार और दोस्तों को वक्त देना चाहते हैं। उन्होंने अपने सालाना ब्लॉग और कमेंट्स में ये बातें शेयर कीं। जकरबर्ग ने लिखा-
''हम सभी को अपने लिए स्पेस की जरूरत है ताकि खुद को वक्त दे सकें, इस दौरान यह चिंता नहीं होनी चाहिए कि हमारी शख्सियत क्या है। मुझे इसकी काफी जरूरत है, क्योंकि मेरी जिंदगी बहुत ज्यादा सार्वजनिक हो चुकी है। मुझे परिवार और दोस्तों के लिए वक्त चाहिए लेकिन मार्क जकरबर्ग के तौर पर नहीं बल्कि एक इंसान के तौर पर। मुझे उम्मीद है कि यह बात हर व्यक्ति तक पहुंचेगी।"
"इंटरनेट के जरिए हमारे दायरे, संस्कृतियों और मौकों का विस्तार हुआ। लेकिन, इतने बड़े समुदाय का हिस्सा होने की चुनौतियां भी हैं। इससे हम आत्मीयता को तरस गए। जब मैं एक छोटे कस्बे में पला-बढ़ा तो अपने लिए वक्त और इसका अहसास होना आसान था, लेकिन अरबों लोगों के बीच अपनी अलग भूमिका तलाशना मुश्किल होता है।"
"इस दशक में कुछ बेहद अहम सामाजिक ढांचे फिर से आत्मीयता का अहसास करवाने में हमारी मदद करेंगे। इस क्षेत्र में इनोवेशन को लेकर मैं बहुत ज्यादा उत्साहित हूं। अगले 5 साल में हमारा डिजिटल-सामाजिक माहौल बहुत अलग होगा, फिर से निजी बातचीत पर जोर बढ़ेगा। इससे छोटे-छोटे समुदाय बनाने में मदद मिलेगी जिनकी हम सभी को जरूरत है।"
"इस दशक में साल दर साल चुनौतियों की बजाय लंबी अवधि पर फोकस करूंगा। इस बारे में समझने की कोशिश कर रहा हूं कि मुझे दुनिया से क्या उम्मीदें हैं, 2030 में मेरी जिंदगी कैसी होगी? तब तक मेरी बेटी मैक्स, हाईस्कूल में पढ़ रही होगी। हमारे पास ऐसी तकनीक होगी कि किसी व्यक्ति के दूर होते हुए भी उसकी वास्तविक मौजूदगी का अहसास कर पाएंगे। वैज्ञानिक रिसर्च बहुत सी बीमारियों से बचाने और उनके इलाज में मददगार साबित होंगे, इससे हमारी जिंदगी ढाई साल बढ़ जाएगी।"
"इस दशक में साल दर साल चुनौतियों की बजाय लंबी अवधि पर फोकस करूंगा। इस बारे में समझने की कोशिश कर रहा हूं कि मुझे दुनिया से क्या उम्मीदें हैं, 2030 में मेरी जिंदगी कैसी होगी? तब तक मेरी बेटी मैक्स, हाईस्कूल में पढ़ रही होगी। हमारे पास ऐसी तकनीक होगी कि किसी व्यक्ति के दूर होते हुए भी उसकी वास्तविक मौजूदगी का अहसास कर पाएंगे। वैज्ञानिक रिसर्च बहुत सी बीमारियों से बचाने और उनके इलाज में मददगार साबित होंगे, इससे हमारी जिंदगी ढाई साल बढ़ जाएगी।"
"मेरी समझ से फेसबुक युवाओं की कंपनी है जो नई पीढ़ी के मुद्दों पर केंद्रित है। चान-जकरबर्ग इनिशिएटिव के जरिए हम ऐसे प्रयासों पर फोकस कर रहे हैं जिनसे हमारे बच्चों की पीढ़ी को मदद मिल सके। इनमें बीमारियों की रोकथाम और प्राथमिक शिक्षा को बच्चों की जरूरत के मुताबिक बनाने जैसे लक्ष्य शामिल हैं। इसके लिए हम अगले एक दशक में युवा उद्यमियों, वैज्ञानिकों और ऐसे अन्य विशेषज्ञों को ज्यादा मौके और फंडिंग देने पर फोकस करेंगे।"
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