पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भ्रष्टाचार के मामले में पेशी को लेकर बुधवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में अपना जवाब भिजवाया। इसमें शरीफ ने कहा है, ‘मेरी सेहत मुझे लंदन में अपने घर से बाहर निकलने तक की इजाजत नहीं देती। मैं कोर्ट में पेश नहीं हो पाऊंगा। मुझे कोर्ट में व्यक्तिगत पेशी से छूट दी जाए। नवाज की ओर से उनके वकील अमजद परवेज ने कोर्ट को यह जवाब सौंपा। नवाज ने कोर्ट को अपनी मेडिकल रिपोर्ट भेजी है। इस पर लंदन के सर्जन डॉ डेविड लॉरेंस का साइन है।
नवाज शरीफ के खिलाफ अल अजीजीयाह भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने पिछले हफ्ते नवाज को 10 सितंबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर फरार होने की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पिछले महीने भी कोर्ट नहीं पहुंचे थे नवाज
नवाज पर तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में 17 अगस्त को भी इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। वे उस समय भी कोर्ट नहीं पहुंचे थे। उस समय शरीफ ने कहा था कि डॉक्टरों ने उन्हें बाहर निकलने से मना किया है। अगर वे ऐसा करते हैं तो कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। 70 साल के शरीफ का लंदन में पिछले साल नवंबर से इलाज चल रहा है। लाहौर हाईकोर्ट से उन्हें सिर्फ 4 हफ्ते के लिए देश से बाहर जाने की इजाजत दी गई थी, लेकिन वे अब तक नहीं लौटे हैं।
भ्रष्टाचार के दो मामलों में आरोपी हैं नवाज
नवाज शरीफ पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के दो मामलों में आरोपी हैं। इनमें से एक अल अजीजीयाह भ्रष्टाचार मामला है, जिसमें उनपर रिश्वत लेने का आरोप है। कोर्ट ने उन्हें इस मामले में 7 साल की सजा सुनाई थी। लंदन जाने से पहले वे इसी मामले में लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद थे। नवाज तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले के भी आरोपी हैं। उन पर सिर्फ 15% कीमत देकर तोशाखाना से गाड़ियां लेने का आरोप है। इस मामले उनके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी हो चुका है।
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