रूस के विपक्षी नेता और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के धुर विरोधी अलेक्सी नवाल्नी की अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह सामने आ गई है। जर्मनी के बर्लिन में नवाल्नी का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने उन्हें जहर दिए जाने की बात कही है। बर्लिन के चैरिट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के मुताबिक, क्लीनिकल जांच में उनके शरीर में जहरीले रसायन मिले हैं। नवाल्नी का पहले रूस के मिंस्क के एक हॉस्पिटल में इलाज किया गया था। वहां के डॉक्टर्स ने उन्हें जहर दिए जाने की बात से इनकार किया था।
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने रूस से नवाल्नी की तबीयत बिगड़ने की साजिश की जांच करने के लिए कहा है। मर्केल और जर्मनी के विदेश मंत्री हेको मास ने एक साझा बयान कर कहा- नवाल्नी की रूस की विपक्षी राजनीतिक में अहम भूमिका है। इसे देखते हुए रूसी अधिकारी उन्हें कोई जहर दिए जाने के मामले की पूरी जांच करे। इसकी जांच ईमानदारी से की जाए। इससे पहले ब्रिटेन ने भी यही मांग की थी।
डॉक्टर्स ने क्या कहा- फिलहाल खतरे से बाहर हैं नवाल्नी
चैरिट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के मुताबिक, फिलहाल नवाल्नी खतरे से बाहर हैं। क्लीनिकल जांच में नवाल्नी के शरीर में कोलिनेस्टेरेस इन्हिबिटर्स ग्रूप की किसी चीज से जहर फैलने के सबूत मिले हैं। हालांकि, यह चीज क्या थी इसके बारे में पता नहीं चला है। इसके बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है। मेडिकल टीम को इससे शरीर के नर्वस सिस्टम पर पड़ने वाले असर के बारे सर्तक रहने के लिए कहा गया है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है और वे अब भी आर्टिफिशयल कोमा में है। नवाल्नी को एंटीडोट और एट्रोपिन जैसी दवाएं दी जा रही है।
क्या है कोलिनेस्टेरेस इन्हिबिटर्स
कोलिनेस्टेरेस इन्हिबिटर्स केमिकल का एक ऐसा ग्रुप है जो एलजाइमर (भूलने की बीमारी) जैसी बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होता है। नर्व एजेंट और पेस्टिसाइड के साथ इसके इस्तेमाल पर यह इंसानों के लिए खतरनाक हो सकता है। यह इंसानों के शरीर में पहुंचने पर नसों से मांशपेशियों के बीच काम करने पर असर डालना शुरू कर देता है। मांशपेशियां फैलना और सिकुड़ना बंद कर देती हैं। ऐसा होने पर सांस लेने में कठिनाई होने लगती है और आदमी बेहोश हो जाता है।
पांच दिन पहले बिगड़ी थी नवाल्नी की तबीयत
साइबेरिया से मॉस्को लौटने के दौरान 20 अगस्त को प्लेन में 44 साल के नवाल्नी की तबीयत बिगड़ गई थी। उसके बाद प्लेन की ओमस्क में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई और नवाल्नी को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पहले तो मेडिकल वजहों का हवाला देते हुए नवाल्नी को इलाज के लिए रूस से बाहर भेजने की इजाजत देने से इनकार कर दिया गया था। हालांकि, तीन दिन बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से जर्मनी ले जाने की इजाजत दे दी गई थी। तब से वे जर्मनी के चैरिट अस्पताल में भर्ती हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम के लिए जाने जाते हैं
वे पुतिन के खिलाफ खुलकर बोलते रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई मुहिम के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने 2018 में पुतिन के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए नॉमिनेशन भी फाइल किया था। हालांकि, धोखाधड़ी के मामले की वजह से उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी गई थी। नवाल्नी ने आरोपों से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ बोलने की वजह से उन पर आरोप लगाए गए।
आप ये खबरें भी पढ़ सकते हैं:
2 . बीते साल पुतिन की कमाई में 11 लाख रु. से ज्यादा का इजाफा हुआ, अब उनकी सालाना आमदनी 1 करोड़ के करीब
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment