भारतीय मूल के तीन ड्राइवरदुबई में रातों-रात करोड़पति बन गए। ये तीनों मूल रुप से केरल के रहने वाले हैं। शुक्रवार को मेगा जैकपॉट लॉटरी के जरिए इन्होंने करीब 41 करोड़ रुपये की रकम जीती है। खलीज टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक लॉटरी जिजेश कोरोथन के नाम थी। जिजेज ने इसे अपने दो दोस्त शाहजहां कुट्टिकट्टिल और शनोज बालकृष्णन के साथ मिलकर खरीदा था। इसलिए लॉटरी की रकम भी तीनों ने आपस में बांटने का फैसला लिया है। जिजेश ने बताया कि ''हम तीनों ने मिलकरकुछ दिनों पहले ही लिमोसिन (लग्जरी गाड़ी) चलाने का काम शुरू किया था। लिमोसिन खरीदने के लिएलोन लिए थे। लेकिन कोरोनावायरस के चलते टूरिज्म का काम पूरी तरह से बंद हो गया है। हमारा काम भी ठप हो चुका है। हम लोग वापस केरल जाने की तैयारी में थे। हमारे पास ईएमआई भरने के लिए पैसेनहीं थे। लिमोसिन बेचने की तैयारी में थे। एक ग्राहक से बात चल रही थी। आज शाम 7 बजे ही हम उनसे मिलने वाले थे। लेकिन अब हमारी किस्मत बदल गई। हम फिर से इस काम को शुरू कर पाएंगे।''
बेटी की पढ़ाई और बिजनेस को बढ़ाने में खर्च करेंगे पूरी रकम
जिजेश कहते हैं कि वह यह रकम अपनी सात साल की बेटी की पढ़ाई पर खर्च करेंगे। इसके अलावा शेष रकम अपने लिमोसिन सर्विस के बिजनेस को बढ़ाने में लगाएंगे। जिजेश के मुताबिक यह हम लोगों के लिए जीवनदान की तरह है। हम लोग काफी परेशान थे। जितेश बताते हैं कि यह काम कुछ दिनों पहले ही तीनों ने मिलकर शुरू किया था। इसके पहले वह दूसरों की गाड़ियां चलाते थे।
पिछले साल बिजनेसमैन और ड्राइवर ने भी जीते थे इनाम
पिछले साल भारतीय बिजनेसमैन प्रबीन थॉमस कि किस्मत भी इस लॉटरी की वजह से बदल चुकी है। थॉमस ने दुबई में 6 करोड़ की लॉटरी जीती थी। प्रबीन भी मूल रुप से केरल के रहने वाले हैं। 2019 में ही केरल के जॉन वर्गीज ने लॉटरी में 21 करोड़ रुपये जीते थे। वर्गीज दुबई में प्राइवेट कंपनी में ड्राइवर का काम करते थे।
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