उलानबटोर. कनाडा के कैलगरी में रहने वाले जेमी क्लार्क के 18 वर्षीय बेटे खोबे को फोन की लत थी। वह सोशल मीडिया और ऑनलाइम गेम खेलकर अपना समय बिताता था। इस आदत को छुड़ाने के लिए पिता जेमी ने ऐसा आइडिया निकाला, जिससे खोबे की लत छूट गई और अब वह अपना ज्यादातर समय परिवार के साथ बिताने लगा। दरअसल, जेमी बेटे को कनाडा से करीब 8000 किमी दूर मंगोलिया ले गए। दोनों ने करीब एक माह तक 2200 किमी यात्रा की। वह खोबे को ऐसी-ऐसी जगह ले गए, जहां इंटरनेट तो दूर बसें भी नहीं चलतीं।
एक माह के सफर में उन्होंने बाइक ट्रिप की। घोड़ों पर बैठकर सफर किया। पर्वतीय इलाकों में टेंट में रातें गुजारीं। देखते ही देखते बेटे में बदलाव आने लगा और एक माह की ट्रिप के दौरान उसकी लत छूट गई। खोबे ने बताया कि इस ट्रिप ने उसकी जिंदगी बदल दी। इससे पहले जब वह कुछ देर फोन नहीं चलाता था, या फिर फेसबुक, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट का इस्तेमाल नहीं करता था तो उसे गुस्सा और चिड़चिड़ापन होता था। लेकिन अब उसकी यह लत छूट चुकी है।
मोबाइल युवाओं को उनके परिवार से दूर कर रहा
जेमी पेशे से पर्वतारोही हैं। वह दो बार एवरेस्ट फतह कर चुके हैं। जेमी ने कहा- मोबाइल युवाओं को परिवार से दूर कर रहा है। यदि ऐसा हो रहा है तो इसमें परिवार का भी दोष है, जिसे सुधारने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया। खोबे ने बताया कि ट्रिप के दौरान उसने जिंदगी को बेहतर तरीके से जीना सीखा है।
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