मिसीगन. अमेरिका के सेंट्रल मिसीगन के रहने वाले हॉबर्ड किर्बी को पिछले महीने जिंदगी का सबसे बड़ा सरप्राइज मिला। वह सेकंड हैंड शॉपिंग सेंटर से कपड़े खरीदने गए थे। यहां से वह 70 डॉलर का एक पुराना सूटकेस भी खरीद लाए और घर पर रख दिया। पिछले गुरुवार को उनकी बेटी ने जब इसे खोला तो उसमें 43,170 डॉलर लगभग 30 लाख 54 हजार रुपए थे। हाथों में हजारों डॉलर की नकदी के कारण किर्बी के दिमाग में कई तरह के विचार आ रहे थे। वह सोच रहे थे, अब मैं अपने घर का कर्ज चुका सकता हूं। इससे मुझे अपनी नई छत मिल सकती है या फिर मैं बहुत अच्छे से रिटायर हो सकता हूं।
रकम के साथ किर्बी का दिमाग तेजी से काम कर रहा था। इस बारे में किर्बी के वकील ने कहना था, सूटकेस आप का है। इसकी रकम पर भी आपका अधिकार है। आपके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकती है। इसके बाद किर्बी ने इस रकम को असली मालिक तक पहुंचाने का निर्णय लिया। उनके इस सुझाव का उनकी एक रिश्तेदार ने भी समर्थन किया। किर्बी ने सोचा यदि ऐसी ही रकम मेरी गुम हो जाती तो मैं क्या करता। उन्होंने सोमवार को शॉपिंग सेंटर के मैनेजर को नोटों से भरा सूटकेस लौटा दिया।
ईमानदारी का उदाहरण पेश किया
खोजबीन से पता चला यह सूटकेस न्यूबरी के एक परिवार है। पिछले साल सूटकेस के असली मालिक की मौत के बाद परिवार ने इसे बिना खोलकर देखे ही सेकंड हैंड शॉपिंग सेंटर को दान कर दिया था। यह सेंटर जरूरतमंदों को सस्ती दरों पर जरूरी चीजें उपलब्ध कराता है। इस बारे में स्टोर मैनेजर रिक मर्लिंग ने किर्बी की तारीफ की। उन्होंने कहा, किर्बी ने ईमानदारी का उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह मेरी भी जिम्मेदारी थी कि रकम असली मालिक तक पहुंचाई जाए।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment