पाकिस्तान में टिकटॉक पर बैन का विरोध शुरू हो गया है। तीन दिन पहले टिकटॉक को अश्लीलता फैलाने के आरोप में बैन किया गया था। लेकिन, अब इस बैन के खिलाफ सिंध हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि यह बैन अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ है। दूसरी तरफ, सरकार और चीनी कंपनी टिकटॉक के बीच सुलह के लिए बातचीत शुरू हो गई है।
पिटीशन में क्या कहा गया
वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक पर बैन के खिलाफ दायर याचिका में सरकार के फैसले का विरोध किया गया है। इसमें कहा गया है- पाकिस्तान में टिकटॉक के 2 करोड़ यूजर्स हैं। इसको बैन किया जाना संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है। इसके तहत सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। टिकटॉक की वजह से देश या मजहब को खतरा नहीं है। न ही यह किसी अदालत के आदेश का उल्लंघन करता है। अगर कोई इसका गलत इस्तेमाल करता है तो उसकी आईडी ब्लॉक की जा सकती या उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है। याचिका पर हाईकोर्ट कल यानी गुरुवार को सुनवाई करेगा।
कंपनी से बातचीत भी शुरू
टिकटॉक को बैन करने वाली पाकिस्तान टेलिकॉम अथॉरिटी (पीटीए) और कंपनी के बीच बातचीत भी शुरू हो चुकी है। खास बात ये है कि पीटीए ने पिछले महीने कई बार टिकटॉक से अश्लील और आपत्तिजनक कंटेंट हटाने को कहा था। लेकिन, चीनी कंपनी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब कंपनी ने कहा है कि वो पीटीए से बातचीत के जरिए कोई रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है। दूसरी तरफ, पीटीए ने कहा है कि टिकटॉक को एक तारीख बतानी होगी कि वो कब आपत्तिजनक कंटेंट हटाएगी।
खतरे में पड़ गई थी सरकार
कुछ महीने पहले पाकिस्तान की दो टिकटॉक स्टार हरीम शाह और संदल खटक के वीडियो वायरल हुए थे। इनमें वो प्रधानमंत्री इमरान और कुछ मंत्रियों के साथ नजर आईं थीं। तब इन मंत्रियों का काफी विरोध हुआ था। मीडिया में कई दिनों तक मुद्दा छाया रहा था। आरोप है कि मामले को ठंडा करने के लिए इन लड़कियों को कनाडा भेज दिया गया। इसके बाद कई संगठनों ने टिकटॉक को बैन करने की मांग की थी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment