इजराइल और यूएई के बीच हुए ऐतिहासिक शांति समझौते से ईरान भड़क गया है। उसने यूएई के खिलाफ हमले की धमकी दी है। अरब न्यूज के मुताबिक ईरान के कट्टरपंथी अखबार काहान ने लिखा, " यूएई ने फिलिस्तीन के लोगों के साथ बड़ा विश्वासघात किया है। अब यह हमारे लिए एक आसान टार्गेट बन गया है और इसके पीछे जायज वजह भी है। यह (यूएई) छोटा और अमीर देश अपनी सुरक्षा पर बहुत ज्यादा डिपेंडेंट है।" काहान के संपादक की नियुक्ति ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ही करते हैं।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने भी इस समझौते की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच हुआ समझौता फिलिस्तीन के लोगों के साथ धोखा है। यूएई ने एक बड़ी गलती की है।
यूएई को आठ मिनट में हिट कर सकती है ईरानी मिसाइल
सुरक्षा विशेषज्ञों ने बताया है कि ईरान की धमकी को गंभीरता से लेना चाहिए। ईरान यमन और इराक में हूति विद्रोहियों के जरिए मिसाइल से सऊदी नागरिकों को निशाना बनाता रहा है। अमेरिका में गल्फ स्टेट एनालिटिक्स के सीनियर एडवाइजर डॉ. थियोडोर कारसिक ने कहा कि ईरान की मिसाइलें यूएई को आठ मिनट में हिट कर सकती हैं। ईरान महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बना सकता है या फिर वह रेगिस्तान में ही मिसाइलें दागकर दबाव बनाने की कोशिश करेगा।
अमेरिका ने कराया इजराइल-यूएई में समझौता
कट्टर दुश्मन माने जाने वाले इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच गुरुवार को ऐतिहासिक शांति समझौता हुआ था। दोनों देशों के बीच मध्यस्थ की भूमिका अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने निभाई। 1948 में आजादी के बाद इजराइल का किसी अरब देश के साथ यह सिर्फ तीसरा समझौता है। इसके पहले वो जॉर्डन और मिस्र के साथ समझौते कर चुका है।
इजराइल और यूएई में टेलीफोन सर्विस शुरू
यूएई और इजराइल में हुए समझौते के बाद टेलीफोन सर्विस भी शुरू हो गई है। न्यूज एजेंसी एपी ने बताया कि यरूशलम और दुबई में उसके जर्नलिस्ट आपस में लैंडलाइन और मोबाइल दोनों के जरिए बात कर सकते हैं। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
ये खबर भी पढ़ सकते हैं...
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment