अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि वे भारत-चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने शनिवार को व्हाइट हाउस में कहा,‘‘वहां कठिन स्थिति पैदा हो गई है। दोनों देश गंभीर समस्या से गुजर रहे हैं। हम भारत और चीन दोनों देशों से बात कर रहे हैं। देखते हैं क्या होता है। हमारी ओर से मामला सुलझाने की कोशिश भी हो रही है।’’
15 जून की रात लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी। इसमें भारतीय सेना के एक अफसर समेत 20 जवान शहीद हुए थे। खबरों के मुताबिक, भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में 43 से ज्यादा चीनी सैनिक या तो मारे गए या घायल हुए थे। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने चीन से सटी अपनी सीमा पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है।
ट्रम्प ने पिछले महीने भी मध्यस्थता की पेशकश की थी
ट्रम्प ने पिछले महीने भी भारत और चीन के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि अगर भारत और चीन तैयार हों तो अमेरिका सीमा विवाद सुलझाने में मध्यस्थता कर सकता है। ट्रम्प ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत का जिक्र करते हुए कहा था कि वे सीमा विवाद से खुश नहीं हैं। हालांकि, भारत और चीन दोनों ने ट्रम्प की यह पेशकश ठुकरा दी थी। आपसी बातचीत से मसले का हल करने की बात कही थी।
व्हाइट हाउस की बैठक में भी चीन-भारत विवाद पर चर्चा हुईथी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 16 जून को भारतीय समय के अनुसार रात 11.30 बजे व्हाइट हाउस में एक अहम मीटिंग की थी। इसमें इंटेलिजेंस एजेंसियों ने भारत-चीन विवाद पर रिपोर्ट पेश की थी। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भी मीटिंग में शामिल थे। मीटिंग के बाद एक बयान जारी किया गया। अमेरिका ने कहा, ‘एलएसी के हालात पर हमारी करीबी नजर रख रहे हैं। भारतीय सेना के 20 जवान मारे गए हैं। अमेरिका इस पर शोक व्यक्त करता है। हमारी संवेदनाएं सैनिकों के परिवारों के साथ हैं।’
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