अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयडकी मौत के बाद भड़के प्रदर्शनों को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर हवा दे दी। उन्होंने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस मेंरोजगार रिपोर्ट पेश करने के दौरानकहा कि यह जॉर्ज के लिए महान दिन है। उम्मीद है किवे अभी नीचे देख रहे होंगे और कह रहे होंगे कि हमारे देश में जो कुछ भी हो रहा है, वह काफी अच्छा है। यह सभी के लिए महान दिन है। यह समानता के लिहाज से भी देश के लिए महान दिन है। ट्रम्प ने आगे कहा कहा कि हम सबने देखा कि पिछले हफ्ते क्या हुआ। हम आगे ऐसा नहीं होने दे सकते।
ट्रम्प की फ्लॉयड पर बयान परलोगों ने नाराजगी भी जताई। कहा कि राष्ट्रपतिने ऐसा कहकर फ्लॉयड का अपमान किया है। 25 मई को मिनेपोलिस में एक पुलिस ऑफिसर नेफ्लॉयड की गर्दन घुटनेसे 8 मिनट तक दबाई थी। बेहोश होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। इसके बाद से वहां पिछले 11 दिनोंसे प्रदर्शन जारी है।
क्यों पैदा हुई भ्रम की स्थिति?
ट्रम्प ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में देश की रोजगार की स्थिति को लेकर पेश की गई रिपोर्ट के बारे में बातचीत करनी थी। इस रिपोर्ट में मई में देश में रोजगार बढ़ने की बात कही गई थी। ट्रम्प ने अचानक सामाजिक समानता का मुद्दा उठाते हुए फ्लॉयड को लेकर टिप्पणी कर दी। ऐसे में लोग यह समझ नहीं पाएकि ट्रम्प क्या कहना चाहते हैं। वे इस रिपोर्ट से फ्लॉयड के खुश होने की बात कह रहे हैं या प्रदर्शनकारियों पर अमेरिकी सरकार की कार्रवाई से।
व्हाइट हाउस ने सफाईदी
व्हाइट हाउस ने ट्रम्प के बयान पर लोगों की ओर से नाराजगी जाहिर करने पर सफाई दी। व्हाइट हाउस के सीनियर कम्युनिकेशन एडवाइजर बेन विलियम्सन ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपति ट्रम्पके ‘महान दिन’ वाले बयान को गलत विवादित ढंग से फ्लॉयड की मौत और देश की अर्थव्यवस्था से जुड़ी एक खबरसे जोड़कर देखा गया। व्हाइट हाउस इस तरह का अर्थ निकालने को झूठा करार देता है। राष्ट्रपति की बात सेयह स्पष्ट था कि वेकानून के तहत सभी को मिले समान न्याय और हक की बात कर रहे थे।
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