दुनियाभर में वुहान शहर से कोरोनावायरस फैलने के कारणचीन अमेरिका समेत कई देशों केनिशाने पर है। अब 8 देशों के वरिष्ठ सांसदों नेउसे घेरने के लिए शुक्रवार कोएक गठबंधन बनाया। इन नेताओं काकहना है कि चीन मानवाधिकारों, ग्लोबल ट्रेड और सुरक्षा के लिए खतरा बनता जा रहाहै। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अलायंस ने कहा है कि हमारा उद्देश्य चीन से जुड़े मुद्दों पर एक होकर सक्रिय और रणनीतिक तैयारी करनाहै।
इस गठबंधन में अमेरिका के रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो और डेमोक्रेट बॉब मेनेन्डेज, जापान के पूर्व विदेश मंत्री जेन नाकातानी, यूरोपीय संसद में विदेशी मामलों की कमेटी के मेंबर मिरयम लेक्समैन और ब्रिटेन मेंकंजरवेटिव पार्टी के सांसद इयान डंकन स्मिथ शामिल हैं। इसके अलावा जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, स्वीडन और नार्वे के नेता भी गठबंधन के साथ हैं।
चीन दादागिरी वाला रवैया अपनाता है
जिन देशों के सांसदों ने गठबंधन बनाया, उनमें से कई देशों को चीन की महत्वाकांक्षाओं के चलते राजनीतिक और आर्थिक परिणाम झेलने पड़े हैं।
- कनाडा में चीन की हुवेई टेक्नोलॉजी कंपनी का एक एग्जीक्यूटिव गिरफ्तार हुआ तो चीन ने 2 कनाडाई नागरिकों कोबिना किसी टॉयल के हिरासत में ले लिया था।
- नॉर्वे और चीन के कारोबारी रिश्ते 6 साल से बेपटरीहैं। नार्वे ने चीनी सरकार के आलोचक को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया तो चीन ने उसके साथ धीरे-धीरे ट्रेडकम कर दिया।
- ऑस्ट्रेलिया ने जब कोविड-19 महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया तो चीन ने ऑस्ट्रेलियाई जौ पर नए टैरिफ लगाए। कुछ किस्मके मांस के आयात पर प्रतिबंध भी लगा दिए।
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