वॉशिंगटन/लंदन. कोरोनावायरस से संक्रमण के खतरे ने दुनियाभर में लोगों के अभिवादन के तरीके को बदलने पर मजबूर कर दिया। लोग अब अपने पारंपारिक स्वागत के तरीकों को छोड़ को 'नमस्ते' और 'कोहनी' मिलाने जैसे दूसरे तरीके अपना रहे हैं। इसका असर आम लोगों पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रअध्यक्षों पर देखा जा रहा है। गुरुवार को वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर व्हाइट हाउस में ‘नमस्ते’कर एक दूसरे का भारतीय परंपरा से अभिवादन किया। उधर, बकिंघम पैसेल में भी प्रिंस चार्ल्स भी नमस्ते करते देखे गए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब मीडिया ने पूछा कि क्या वे हाथ मिलाएंगे, तब वराडकर ने हाथ जोड़कर नमस्ते किया और पत्रकारों को दिखाया कि कैसे वह राष्ट्रपति का अभिवादन करेंगे। ट्रम्प ने भी हाथ जोड़कर नमस्ते किया। इससे पहले ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो के कम्युनिकेशन हेड ने ट्रम्प से मुलाकात की थी। बाद में पाया गया कि वह कोरोनावायरस से संक्रमित थे। हालांकि, व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रम्प को कोरोनावायरस टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।
इंग्लैंड : जगह- बकिंघम पैलेस, लंदन।
जापान: जगह- प्रधानमंत्री आवास, टोक्यो।
अमेरिका: जगह- अमेरिकी संसद।
मैक्सिको: जगह- चर्च, मेक्सिको सिटी।
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