वॉशिंगटन. ट्रम्प कैंपेन ने बुधवार को अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स पर बुधवार कोकेस किया। उनका आरोप है कि अखबार ने 2016 के चुनाव में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर रूस के साथ समझौता करने की झूठी खबर छापी थी। अखबार ने लिखा था कि 2016 में राष्ट्रपति की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराने के लिए ट्रम्प ने रूस के साथ सहयोग की विदेश नीति के तहत समझौता किया था। अखबार में यह रिपोर्ट मार्च 2019 में ओपिनियन सेक्शन में ‘द रियल ट्रम्प-रशिया क्युड प्रो क्यू’ हेडलाइन से प्रकाशित की गई थी।
इस आर्टिकल को न्यूयॉर्क टाइम्स के ही पूर्व कार्यकारी संपादक मैक्स फ्रैंकेल ने लिखी थी। इसमें उन्होंने ट्रम्प के कुछ गुप्त अधिकारियों और रूसी दूतों के बीच हुई बातचीत के बारे में लिखा था। इसमें उन्होंने निष्कर्ष लिखा था कि ट्रम्प कैंपेन और रूसी अधिकारियों ने हिलेरी क्लिंटन को हराने के लिए एक सौदा किया था।
एनवाईटी में प्रकाशित यह रिपोर्ट पूरी तरह गलत: ट्रम्प कैंपेन
ट्रम्प के सीनियर कानूनी सलाहकार जेना इलिस ने कहा कि यह आर्टिकल बिना किसी सबूत के प्रकाशित की गई थी। ट्रम्प कैंपेन ने न्यूयॉर्क स्टेट सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया है। मुकदमे का उद्देश्य ट्रम्प के अभियान के खिलाफ जानबूझकर गलत रिपोर्ट प्रकाशित करने के लिए समाचार संगठन को जवाबदेह ठहराना है। ट्रम्प के मुकदमे में तर्क दिया गया है कि यह ओपिनियन पूरी तरह से गलत है। टाइम्स ने यह आर्टिकलयह जानते हुए प्रकाशित की कि वह इससे अपने खुद के रिडर्स को भी भ्रमित करेगा।
सार्वजनिक मुद्दों पर हम खुलकर अपनी राय रख सकते हैं: एनवाईटी प्रवक्ता
न्यूयॉर्क टाइम्स ने बुधवार को जवाब दिया कि वह इस मुकदमे के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेगा। अखबार के प्रवक्ता एलीन मर्फी ने एक बयान में कहा कि ट्रम्प कैंपेन ने ओपिनियन राइटर को अपने विचार के लिए सजा दिलाने की कोशिश करने के लिए अदालतों का रुख किया है। हालांकि, हमारे देश का कानून अमेरिकियों के अपने अधिकारों और निष्कर्षों को व्यक्त करने के अधिकारों की रक्षा करता है। खासतौर पर सार्वजनिक घटनाओं पर हम खुलकर अपनी राय रख सकते हैं।
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