अहमदाबाद. भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि दोनों देशों के बीच एक शानदार व्यापार समझौते पर चर्चा चल रही है। यह अब तक की सबसे बड़ी ट्रेड डील में से एक होगी। ट्रम्प ने कहा कि दोनों देशों के बीच निवेश को आसान बनाने के लिए बातचीत शुरुआती दौर में है। हालांकि, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेहद सख्त नेगोशिएटर (मोल-भाव करने वाले) हैं। ट्रम्प ने यह भी कहा कि हम भारतीय सुरक्षा बलों को 3 अरब डॉलर के हेलिकॉप्टर बेचने की डील साइन करेंगे। मुझे लगता है कि अमेरिका को भारत का प्रमुख डिफेंट पार्टनर होना चाहिए। हम साथ मिलकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और स्वतंत्र बनाएंगे।
दुनिया को भारत के कारोबारी माहौल में तेजी से सुधार की उम्मीद: ट्रम्प
ट्रम्प ने कहा कि इस दौरे में दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्ते बढ़ाने की कोशिशों पर चर्चा होगी। अमेरिका एक्सपोर्टर्स के लिए भारत एक बड़ा बाजार है। भारत से भी सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट अमेरिका में हो रहा है। अमेरिका की तरक्की भारत और पूरी दुनिया के लिए अच्छी बात है। इसलिए, हमें इस बात की खुशी है कि अमेरिका अर्थव्यवस्था अब तक के सबसे अच्छे दौर में है। ट्रम्प ने कहा कि भारत में मोदी भी सुधार के कई बड़े कदम उठा चुके हैं। दुनिया भारत के कारोबारी माहौल में और भी तेजी से सुधार की उम्मीद कर रही है। मोदी ऐसा कर भी रहे हैं।
ट्रेड डील में अमेरिका की 4 प्रमुख मांगें
1. अमेरिका भारत के बाजार में अपने डेयरी और फार्म उत्पादों की पहुंच बढ़ाना चाहता है।
2. कोरोनरी स्टेंट जैसी मेडिकल डिवाइस की कीमतों पर लिमिट हटाने की मांग कर रहा है।
3. अमेरिका से आने वाली 1600सीसी बाइक पर कस्टम ड्यूटी घटाई जाए।
4. इन्फॉर्मेशन-कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी से जुड़े कुछ उत्पादों पर इंपोर्ट ड्यूटी कम हो।
भारत की 4 प्रमुख मांगें
1. अमेरिका उसे जनरलाइज्ड सिस्टम और प्रिफरेंसेज (जीएसपी) कार्यक्रम में फिर से शामिल करे।
2. भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए अमेरिकी वीजा की फीस घटाई जाए।
3. स्टील-एल्युमिनियम उत्पादों पर शुल्क में छूट दी जाए।
4. देश के एग्रीकल्चर, ऑटोमोबिल कंपोनेंट और इंजीनयिरिंग जैसे सेक्टर की अमेरिकी बाजार में पहुंच बढ़े।
चीन को पीछे छोड़ अमेरिका बना भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर, एक साल में व्यापार 18% बढ़ा
अमेरिका, चीन को पीछे छोड़ भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर बन गया है। इससे भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार संबंधों का पता चलता है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2018-19 में भारत और अमेरिका के बीच 8,795 करोड़ डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ। इस दौरान भारत का चीन के साथ द्विपक्षीय व्यापार 8,707 करोड़ डॉलर का रहा। 2017-18 में भारत-अमेरिका के बीच 7,448 करोड़ डॉलर का व्यापार हुआ था। एक साल में दोनों देशों के बीच व्यापार में 18.09% की बढ़ोतरी हुई है।
भारत-अमेरिका के बीच पिछले 5 साल में व्यापार
साल | भारत का अमेरिका को निर्यात | भारत का अमेरिका से आयात | कुल व्यापार |
2014-15 | 4,244 | 2,181 | 6,426 |
2015-16 | 4,033 | 2,178 | 6,211 |
2016-17 | 4,221 | 2,230 | 6,451 |
2017-18 | 4,787 | 2,661 | 7,448 |
2018-19 | 5,240 | 3,554 | 8,795 |
(आयात-निर्यात और कुल व्यापार के आंकड़े करोड़ डॉलर में)
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