बीजिंग. चीन के मध्यवर्ती शहरों में लोग रहस्यमयी निमोनिया वायरस की चपेट में आ रहे हैं। वुहान हेल्थ कमीशन के मुताबिक, भारतीय मूल की शिक्षक प्रीति माहेश्वरी (45) इस एसएआरएस जैसे कोरोना वायरस की चपेट में आने वाली पहली विदेशी हैं। कमीशन के मुताबिक, अब तक 62 लोग इस जानलेवा वायरस की चपेट में आ चुके हैं।
इस वायरस के संक्रमण में आए दो लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद अमेरिका ने अपने तीन प्रमुख एयरपोर्ट्स पर वुहान से आने वाले यात्रियों के हेल्थ चेकअप का आदेश दिया था। एशिया के कम से कम आधा दर्जन देशों ने मध्य चीन से आने वाले यात्रियों की जांच भी शुरू कर दी है।
17 नए मामले सामने आए, 5 की हालत गंभीर
- हेल्थ कमीशन ने रविवार को कहा- वायरस से संक्रमित 62 लोगों में से पांच की हालत गंभीर है। चीन में फैल रहे निमोनिया की वजह रहस्यमयी वायरस कोरोना है। रविवार को 17 नए मामले सामने आए। मध्य चीन का वुहान शहर इस वायरस से ज्यादा प्रभावित है।
- 2002 के अंत में दक्षिणी चीन में बेहद संक्रामक फ्लू एसएआरएस फैला था। इसने 24 से ज्यादा देशों को चपेट में ले लिया था और इससे करीब 800 लोगों की जान गई थी। एसएआरएस को सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है।
क्या है कोरोना वायरस
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है। यह वायरस ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित कई पशुओं में प्रवेश कर रहा है। कोरोना वायरस के मरीजों में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं। इसके बाद ये लक्षण निमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। अभी तक इस वायरस से निजात पाने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है।
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