सिडनी. ऑस्ट्रेलिया में आग से पर्यावरण और जैव विवधता को हुए भारी नुकसान के बीच एक अच्छी खबरहै। जहां आग से 50 लाख एकड़ में फैला जंगल जल गया, वहीं दमकलकर्मियों ने 200 विलुप्तप्राय पेड़ बचा लिए। वोलेमी पाइन प्रजाति वाले इन पेड़ों को स्थानीय लोग ‘डायनासौर ट्रीज’ के नाम से भी बुलाते हैं। माना जाता है कि येपेड़ प्री-हिस्टोरिक(प्रागैतिहासिक काल- 33 लाख से 6 हजार साल पहले) के हैं। दमकलकर्मी हेलिकॉप्टर से जंगलों के बीच इन पेड़ों तक पहुंचे और इन्हें सुरक्षित रखा।
न्यू साउथ वेल्स के पर्यावरण मंत्री मैट केन के मुताबिक, वोलेमी पाइन्स पेड़ दुनिया में केवल ब्लूमाउंटेन्स के जंगली इलाके में ही पाए जाते हैं। ऐसे केवल 200 पेड़ ही बचे हैं। इनकी वास्तविक लोकेशन क्या है, यह गोपनीय रखा गया है।
कुछ इस तरह चलाया गया पेड़ों को बचाने का ऑपरेशन
केन ने कहा कि आग लगते ही हम समझ गए थे कि इन्हें बचाने के लिए हमें एक ऑपरेशन करनाहोगा। आग लगातार इन पेड़ों के पास पहुंच रही थी।दमकलकर्मियों ने पहले वॉटर बॉम्बिंग जेट की मदद से पेड़ों के आसपास पानी और आग बुझाने वाले झाग का छिड़काव किया। आग कम होने पर दमकलकर्मी जंगल में उतरे। डायनासौर ट्रीज के पास जेनरेटर से चलने वालाएक ईरीगेशन सिस्टम लगाया गया, जिससे पेड़ों पर गर्मी का प्रभाव न हो।
26 साल पहले इन पेड़ों के बचे होने की बात सामने आई
केन के मुताबिक, पहले वोलेमी पाइन पेड़ों को विलुप्त समझ लिया गया था। 1994 में न्यू साउथ वेल्सनेशनल पार्क के रेंजर डेविड नोबल ने इन्हें ढूंढा और इनके बचे होने की बात सामने आई। इससे पहले तक इस पेड़ के सिर्फ जीवाश्म ही देखे गए। वोलेमीपाइन को जंगल में अवैध ढंग से जाने वाले लोगों और पेड़ों को होने वाली बीमारी से खतरा है। पहली बार इन्हें जंगल की आग से बचाने के लिए अभियान चलाया गया है, जो भविष्य में ऐसी स्थिति आने पर हमारे लिए मददगार होगा।
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