न्यूयॉर्क. फेसबुक ने 2016 के प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के लिए कंपनी को ही जिम्मेदार बताया है। वाइस प्रेसिडेंट एंड्रयू बोसवर्थ ने कर्मचारियों को पिछले महीने लिखे मेमो में लिखा कि ट्रम्प की जीत के लिए फेसबुक का पॉलिटिकल एडवरटाइजिंग टूल ही जिम्मेदार है। अगर सबकुछ ऐसा ही रहा तो 2020 में होने वाले चुनाव में भी वे कामयाब होंगे।
अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने मंगलवार को पहली बार मेमो को लेकर जानकारी दी। बोसवर्थ ने फेसबुक के अपने ऑफिशियल प्रोफाइल पर मेमो पोस्ट किया था। उन्होंने यह भी साफ किया था कि मेमो को सार्वजनिक रूप से इस्तेमाल न किया जाए।
‘नहीं चाहता कि दोबारा ऐसा हो’
बोसवर्थ के मुताबिक, एक प्रतिबद्ध उदारवादी के रूप में, मैं खुद को इस परिणाम (ट्रम्प की दोबारा जीत) से बचने के लिए किसी भी लीवर को खींचने के लिए तैयार हूं, क्योंकि परिणाम को बदलने के लिए हमारे लिए उपलब्ध साधनों का उपयोग करना प्रलोभन जैसा है। मुझे विश्वास है कि हमें कभी ऐसा नहीं करना चाहिए या हम फिर वैसे बन जाएंगे, जिससे हम डरते हैं।
बोसवर्थ, फेसबुक सीईओ मार्क जुकरबर्ग के भरोसेमंद माने जाते हैं। उन्होंने लिखा, ‘‘किस तरह से फेसबुक ट्रम्प को जीत दिलाने के लिए जिम्मेदार है? मुझे लगता है कि इसका जवाब हां है, लेकिन कोई इसके कारणों को सोचना नहीं चाहता। ट्रम्प इसलिए नहीं चुने गए कि रूस या कैम्ब्रिज एनालिटिका ने उनकी मदद की या उनके बारे में गलत सूचनाएं प्रसारित की गईं। वे इसलिए चुने गए क्योंकि डिजिटल वर्ल्ड में इकलौते बेस्ट कैंपेनर साबित हुए। खुद को बेहतरीन रूप में पेश करने वाला उनसे बड़ा व्यक्ति मैंने अपने करियर में नहीं देखा। ब्रैड पार्स्केल ने अविश्वसनीय काम किया।’’ पार्स्केल ने 2016 के चुनाव में ट्रम्प के डिजिटल कैंपेन के निदेशक थे। वे 2020 चुनाव में भी कैंपेन मैनेजर हैं।
‘‘वे (ट्रम्प और उनकी टीम) कोई गलत सूचना प्रसारित नहीं करते। वे यह भी नहीं कहते कि हम चंद खास लोगों के लिए कुछ अलग करते हैं। उन्होंने वही टूल इस्तेमाल किए, जिसे हमने हर आदमी के इस्तेमाल के लिए बनाया है।’’
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