वॉशिंगटन. गूगल और एपल ने अपने एप स्टोर से अमीरात के मैसेजिंग एप टो-टोक को हटा दिया है। जानकारी के मुताबिक, ऐसी खबरे आ रही थीं कि इस ऐप का इस्तेमाल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए जासूस करने में किया जा रहा था। यह मामला न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा रिपोर्ट किए जाने के बाद सामने आया है। यूएई में लाखों लोग इसका इस्तेमाल किया जाता है।
न्यूयॉर्क टाइम्सके मुताबिक, यह ऐप यूजर्स की गतिविधियों को ट्रैक करता है और इसे यूएई सरकार के साथ साझा करता है। अनाडोलू न्यूज एजेंसी के मुताबिक, गूगल ने आरोप लगाया है कि ऐप उसकी नीतियों का उल्लंघन कर रहा था। वहीं, एपल जासूसी के दावे की जांच कर रहा है।
मैसेजिंग कंपनी और अबू धाबी की हैकिंग कंपनी के बीच अच्छे संबंध
अपने रिपोर्ट में न्यूयॉर्क टाइम्स ने दावा किया कि मैसेजिंग ऐप के ऑनर और अबू धाबी की हैकिंग कंपनी डार्क मैटर के बीच अच्छे संबंध हैं। एफबीआई हैंकिंग कंपनी की जांच में लगी है।रिपोर्ट के मुताबिक यूएई में लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप टोटोक वास्तव में एक सरकारी जासूसी उपकरण है। इसे यूएई के खुफिया अधिकारियों के लाभ के लिए बनाया गया है। इसका इस्तेमाल यूजर्स की बातचीत और आंदोलनों (मूवमेंट्स) को ट्रैक करने के लिए किया जाता है।
पिछले हफ्ते अमेरिका में सहसे ज्यादा डाउनलोड किया गया
टोटक इस साल की शुरुआत में लॉन्च किया गया था। यूएईऐसा देश है जहां व्हाट्सएप और स्काइप जैसे पश्चिमी मैसेजिंग ऐप आंशिक रूप से प्रतिबंधितहैं। इस ऐप ने मध्य पूर्व और अन्य देशों के यूजर्स को भी आकर्षित किया है। यहां तक कि पिछले हफ्ते अमेरिका में सबसे अधिक डाउनलोड किए गए सोशल ऐप में से एक बन गया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment