वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने महाभियोग प्रस्ताव पर सीनेट में तत्काल ट्रायल की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (निचला सदन) में डेमोक्रेट्स ने उचित प्रक्रिया के तहत कार्रवाई नहीं की। उधर, पूर्वट्रेजरी अधिकारी पॉल क्रेग रॉबर्ट्स ने कहाकि ट्रम्प पर महाभियोग लगाकर डेमोक्रेट्स अपने ही लोगों कोनिशाना बना रहे हैं।
ट्रम्प ने गुरुवारको ट्वीट किया, ‘‘डेमोक्रेट्स के पास संसद में कोई वकील, कोई भी गवाह, कुछ नहीं है। अब वे सीनेट को भी यह बताना चाहते हैं कि ट्रायल कैसे किया जाता है। दरअसल, इन लोगों के पास कोई सबूत नहीं है। वह कभी दिखा भी नहीं सकते। वे बाहर होना चाहते हैं और मैं जल्द से जल्द ट्रायल चाहता हूं।’’
न्यूज एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक, उन्होंने ट्वीट किया- हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिवमें डेमोक्रेट्सको अपने समर्थन में रिपब्लिकन से एक भी वोट नहीं मिला। रिपब्लिकन कभी भी एकजुट नहीं हुए।इससे पहले ट्रम्प ने स्पीकर नैंसी पेलोसी से कहा था कि वेसीनेट में महाभियोग प्रस्ताव पेश करने से डरती हैं।
सीनेट में जनवरी में ट्रायल शुरू होने की उम्मीद
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बुधवार को ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर वोटिंग हुई। प्रस्ताव के पक्ष में 230 और विपक्ष में 197 वोट पड़े। अल जजीरा के मुताबिक, रिपब्लिकन नियंत्रित सीनेट में ट्रायल के जनवरी में शुरू होने की उम्मीद है।ट्रम्प अमेरिकी इतिहास में तीसरे ऐसे राष्ट्रपति बन गए, जिनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित हुआ है। इससे पहले एंड्र्यू जॉनसन और बिल क्लिंटन के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। हालांकि, सीनेट में प्रस्ताव को बहुमत नहीं मिली।
‘महाभियोगडेमोक्रेट्स द्वारा लाया गया एक राजनीतिक ड्रामा’
पूर्व अमेरिकी ट्रेजरी अधिकारी पॉल क्रैग रॉबर्ट्स ने कहा है कि महाभियोग सर्कस डेमोक्रेट्स द्वारा लाया गया एक राजनीतिक ड्रामा है। इसका कोई सबूत या विश्वसनीय गवाह नहीं है। महाभियोग के बारे में सबसे परेशान करने वाली बात यह है कि ऐसी कार्रवाई एक लोकतांत्रिक चुनाव को पलटने की कोशिश है। प्रस्ताव लाकर अमेरिका अब अपनी ही आबादी को निशाना बना रहा है, जैसे अमेरिका ने वेनेजुएला, बोलीविया, होंडुरास और यूक्रेन के खिलाफ कार्रवाई की है।
ट्रम्प पर शक्तियों के दुरुपयोग का आरोप
ट्रम्प पर आरोप है कि उन्होंने दो डेमोक्रेट्स और अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था। निजी और सियासी फायदे के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए 2020 राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने पक्ष में यूक्रेन से विदेशी मदद मांगी थी। जांच कमेटी के सदस्यों ने कहा था कि ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव की अखंडता को कमजोर किया। उन्होंने अपने पद की शपथ का भी उल्लंघन किया। अमेरिका की संवैधानिक प्रणालियों जैसे जांच और संतुलन, शक्तियों का पृथक्ककरण और कानून के नियमों को चुनौती दी।
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