भोपाल. दुनियाभर में 18 दिसंबर को वर्ल्ड माइग्रेंट्स डे यानी अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने प्रवासियों के आंदोलन और दुनिया के विकास में उनके योगदान को सम्मान देने के लिए इस दिन को चुना। 4 दिसंबर 2000 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 18 दिसंबर को इंटरनेशनल माइग्रेंट्स डे के तौर पर घोषित किया था।दुनियाभर में प्रवासियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालात येहैं कि अगर सारे प्रवासी मिलकर कोई देश बना लें, तो वह आबादी के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश होगा। दुनिया में 27 करोड़ से ज्यादा प्रवासी रहते हैं, यानी इनकी कुल संख्या पाकिस्तान और इंडोनेशिया की आबादी से भी ज्यादा है।
20 साल में दोगुने हो गए प्रवासी
संयुक्त राष्ट्र की 2020 के लिए जारी वर्ल्ड माइग्रेशन रिपोर्ट के मुताबिक,20 साल में दुनिया में प्रवासियों की संख्या में करीब दोगुनीबढ़ोतरी हुई। राहत की बात यह है कि तब से लेकर अब तक प्रवासी बच्चों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। हालांकि, प्रवासी महिलाओं की हिस्सेदारी मामूली बढ़ी है।
2000 | 2020 | |
कुल प्रवासी | 15 करोड़ | 27 करोड़ |
दुनिया की आबादी में हिस्सेदारी | 2.8% | 3.5% |
महिलाओं की हिस्सेदारी | 47.5% | 47.9% |
प्रवासी बच्चों का हिस्सा | 16% | 13.9% |
दुनिया की 56% आबादी सिर्फ 5 देशों में
दुनिया में 233 देशों की कुल आबादी 771 करोड़ से भी ज्यादा है, लेकिन इसकी करीब 56% आबादी सिर्फ 5 देशों में रहती है। दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी चीन की है। यहां करीब 143 करोड़ लोग रहते हैं। बाकी तीन देश अमेरिका, इंडोनेशिया और पाकिस्तान हैं। इंडोनेशिया की आबादी करीब 27 करोड़ है और इस मामले में वह चौथे नंबर पर है। अगर दुनिया भर के प्रवासी अपना देश बना लें, तो इंडोनेशिया पांचवें नंबर पर खिसक जाएगा।
देश | आबादी |
चीन | 143 करोड़ |
भारत | 131 करोड़ |
अमेरिका | 33 करोड़ |
इंडोनेशिया | 27 करोड़ |
पाकिस्तान | 22 करोड़ |
20 साल से लगातार बढ़ रही है प्रवासियों की संख्या
रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर की जनसंख्या में माइग्रेंट्स यानी प्रवासी लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आंकड़ों को देखें, तो 2019 तक दुनियाभर में प्रवासियों की संख्या विश्व की कुल जनसंख्या का करीब 3.5% है।
वर्ष | माइग्रेंट्स | हिस्सेदारी |
2000 | 17.35 करोड़ | 2.8% |
2005 | 19.16 करोड़ | 2.9% |
2010 | 22 करोड़ | 3.2% |
2015 | 24.88 करोड़ | 3.4% |
2019 | 27.16 करोड़ | 3.5% |
74% से ज्यादा प्रवासी कामगार
दुनिया में सबसे ज्यादा 74% प्रवासी वर्किंग एज यानी 20 साल से 64 साल की उम्रके हैं। इनमें 20 से 40 साल की उम्र के प्रवासियों की संख्या 62% से ज्यादा है। इनमें महिला-पुरुषों की बात करें तो 19 साल से कम और 59 साल से अधिक उम्र के मामले में महिला प्रवासियों की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक है।
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